विराट पारी का अंत, कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से लिया संन्यास

नहीं मानी बीसीसीआई की बात
नई दिल्ली.
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज़ विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। कोहली ने सोमवार को इंस्टाग्राम पर एक भावुक पोस्ट साझा करते हुए अपने 14 साल लंबे टेस्ट करियर का अंत कर दिया। उन्होंने पहले ही भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को इस फैसले की जानकारी दे दी थी। हालांकि बीसीसीआई ने आगामी इंग्लैंड टेस्ट सीरीज़ को ध्यान में रखते हुए उन्हें अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का सुझाव दिया था, लेकिन कोहली अपने निर्णय पर अडिग रहे और टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया।

इंस्टाग्राम पोस्ट में यह लिखा
विराट ने अपने पोस्ट में लिखा, “टेस्ट क्रिकेट में पहली बार मैंने बैगी ब्लू जर्सी 14 साल पहले पहनी थी। ईमानदारी से कहूं तो मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह प्रारूप मुझे इस तरह के सफर पर ले जाएगा। इसने मेरी परीक्षा ली, मुझे पहचान दी और ऐसे सबक सिखाए जो मैं जीवनभर साथ रखूंगा। सफेद जर्सी में खेलना मेरे लिए एक बहुत खास और निजी अनुभव रहा। परिश्रम, लंबे दिन, और वे छोटे-छोटे पल जिन्हें कोई नहीं देखता—ये सब मेरे साथ हमेशा रहेंगे।”

साइनिंग ऑफ
उन्होंने आगे लिखा, “इस प्रारूप से दूर जाना आसान नहीं है, लेकिन यह फ़िलहाल सही लगता है। मैंने इसमें अपना सब कुछ दिया है, और इसने मुझे मेरी उम्मीद से कहीं अधिक लौटाया है। मैं इस खेल के लिए, मैदान पर मेरे साथ खेलने वालों के लिए और हर उस व्यक्ति के लिए आभारी हूं, जिन्होंने इस सफर में मेरा साथ दिया। मैं हमेशा अपने टेस्ट करियर को मुस्कान के साथ याद करूंगा। पोस्ट के अंत में कोहली ने अपनी जर्सी संख्या के साथ लिखा— “साइनिंग ऑफ।”

फैंस को बड़ा झटका
बता दें कि टी20 वर्ल्ड कप 2024 जीतने के बाद कोहली पहले ही क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट से संन्यास ले चुके हैं। अब वे केवल वनडे क्रिकेट खेलते हुए दिखाई देंगे। कोहली के टेस्ट संन्यास की खबर से फैंस स्तब्ध हैं, क्योंकि इससे पहले 8 मई को कप्तान रोहित शर्मा ने भी टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। एक ही सप्ताह में दो दिग्गज खिलाड़ियों के संन्यास ने भारतीय क्रिकेट समर्थकों को झकझोर कर रख दिया है।

सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने वाले चौथे बल्लेबाज
कोहली ने अपने टेस्ट करियर में 123 मैचों की 210 पारियों में 46.85 की उम्दा औसत के साथ 9,230 रन बनाए हैं। इस बीच नाबाद 254 रन उनका सर्वोच्च स्कोर स्कोर रहा है। कोहली के बल्ले से 30 शतक और 31 अर्धशतक निकले हैं। उन्होंने अपना पहला टेस्ट वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के खिलाफ खेला था। भारत में उनसे ज्यादा टेस्ट रन सिर्फ सचिन तेंदुलकर (15,921), राहुल द्रविड़ (13,265) और सुनील गावस्कर (10,122) ने बनाए हैं।

हालिया टेस्ट फॉर्म निराशाजनक रहा
पिछले वर्ष भारत दौरे पर आई न्यूजीलैंड की टीम ने तीन मैचों की टेस्ट सीरीज़ में भारत को 3-0 से क्लीन स्वीप किया था। इस सीरीज़ में विराट कोहली का प्रदर्शन बेहद साधारण रहा। उन्होंने तीन मैचों की छह पारियों में सिर्फ 93 रन बनाए, उनका औसत 15.50 रहा। वहीं, ऑस्ट्रेलिया दौरे पर कोहली ने पांच टेस्ट मैचों की नौ पारियों में 190 रन बनाए, जिसमें एकमात्र शतक शामिल था। पर्थ टेस्ट में शतक लगाने के बाद वे अगली आठ पारियों में केवल 90 रन ही बना सके। इस दौरान वे आठ बार आउट हुए, जिनमें से सात बार ऑफ स्टंप के बाहर जाती गेंदों को छेड़ने की कोशिश में आउट हुए।

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