Category: अंतरराष्ट्रीय

  • 8.8 तीव्रता के भूकंप के बाद रूस और जापान में सुनामी

    8.8 तीव्रता के भूकंप के बाद रूस और जापान में सुनामी

    अमेरिका समेत कई देशों में अभी भी खतरा बरकरार
    नई दिल्ली.
    रूस में आज बुधवार को 14 साल में दुनिया का अब तक का सबसे खतरनाक भूकंप आया है। इस भूकंप की रिक्टर स्केल पर तीव्रता 8.8 रही और गहराई 20.7 किलोमीटर रही। भारतीय समयानुसार यह भूकंप सुबह 4 बजकर 54 मिनट पर आया। भूकंप कमचातका प्रायद्वीपीय इलाके में आया, जिससे सिर्फ भूकंप प्रभावित क्षेत्र में ही नहीं, बल्कि आसपास के कई इलाकों में इसका झटका महसूस किया गया, जिससे हाहाकार मच गया। इस भूकंप के बाद आसपास के इलाकों में कई आफ्टरशॉक्स आए, जिनका सिलसिला अभी भी जारी है।

    रूस, जापान और अमेरिका में आई सुनामी
    रूस में आज आए इस भूकंप के बाद रूस, जापान, अमेरिका, चीन, इंडोनेशिया, इक्वाडोर, चिली, कोस्टा रिका, फ्रेंच पोलिनेशिया और गुआम के कोस्टल इलाकों में सुनामी का अलर्ट जारी कर दिया गया था। कुछ ही देर बाद रूस और जापान में कुछ कोस्टल इलाकों में सुनामी आ गई और अभी भी इसका खतरा टला नहीं है।

    एक व्यक्ति की मौत
    रूस के कमचातका प्रायद्वीपीय इलाके में आज आए भूकंप में एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि हो गई है। मरने वालों का आंकड़ा बढ़ने की आशंका बनी हुई है। रूस में इस भूकंप की वजह से प्रभावित क्षेत्र के साथ ही आसपास के इलाकों में भी कई लोग घायल हो गए। फिलहाल किसी के मरने की खबर सामने नहीं आई है। भूकंप की वजह से कई घरों-इमारतों को भी नुकसान पहुंचा है।

    लोगों को दी सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह
    रूस में आए इस भूकंप के बाद जिन-जिन देशों में सुनामी का खतरा है, वहाँ लोगों को अपने घरों को छोड़कर ऊंचाई पर सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए कई इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम शुरू कर दिया गया है।

  • शाक्यभूषण मित्र परिवार सेवाग्रामतर्फे ‘गुरु-शिष्य स्नेहमिलन’ व बुद्ध-भीम गीतांचा आषाढी पौर्णिमा महोत्सव उत्साहात साजरा

    शाक्यभूषण मित्र परिवार सेवाग्रामतर्फे ‘गुरु-शिष्य स्नेहमिलन’ व बुद्ध-भीम गीतांचा आषाढी पौर्णिमा महोत्सव उत्साहात साजरा

     


    शाक्यभूषण मित्र परिवार सेवाग्रामतर्फे ‘गुरु-शिष्य स्नेहमिलन’ व बुद्ध-भीम गीतांचा आषाढी पौर्णिमा महोत्सव उत्साहात साजरा

    वर्धा सेवाग्राम (ब्युरो) – शाक्यभूषण मित्र परिवार, सेवाग्राम यांच्या वतीने आयोजित ‘गुरु-शिष्य स्नेहमिलन आणि बुद्ध-भीम गीतांचा आषाढी पौर्णिमा महोत्सव अत्यंत भक्तिभावाने आणि सामाजिक एकतेचा संदेश देत मोठ्या उत्साहात पार पडला.या कार्यक्रमातून गुरु-शिष्य परंपरेचे महत्त्व, सामाजिक समतेचे मूल्य आणि धम्मविचारांची प्रेरणा उपस्थितांपर्यंत पोहोचविण्यात आली.

    कार्यक्रमाची सुरूवात वंदनगीताने करण्यात आली, जे कवी, गायक विनोद बाबू कांबळे (मनचला) यांनी सादर केले. त्यांच्या सुमधुर गायनाला संगीत संयोजक छोटू भुजाडे व त्यांच्या संचाने दिलेली साथ मंत्रमुग्ध करणारी ठरली.

    कार्यक्रमात अनेक प्रभावी बुद्ध-भीम गीते सादर करण्यात आली. त्याचा समारोप परमानंद भारती यांच्या हृदयस्पर्शी गीताने झाला, ज्याने वातावरण भारावून गेले.कार्यक्रमाचे सुत्रसंचालन दीपक भोंगाडे यांनी तर आभार प्रदर्शन रविभाऊ गणविर यांनी केले.

    या प्रेरणादायी कार्यक्रमाच्या यशस्वी आयोजनामध्ये मा. राहुल थुल, नागसेन मानकर, रविभाऊ गणविर, दिनेश ताकसांडे, छोटू भुजाडे, पिंटू भोंगाडे, देवानंद कांबळे, पंकज भुजाडे, गौतम सोनटक्के, नंदू जवादे, सोनू मेश्राम यांचे विशेष योगदान लाभले.

    धम्म, संस्कृती व एकतेचा संगम ठरलेला हा महोत्सव सेवाग्राममध्ये कायम स्मरणात राहील, अशी उपस्थितांची भावना होती.


     

  • पाक ने ट्रंप को नोबेल पुरस्कार के लिए नामित किया

    पाक ने ट्रंप को नोबेल पुरस्कार के लिए नामित किया

    भारत-पाक युद्ध रुकवाने का दिया श्रेय
    नई दिल्ली.
    पाकिस्तान ने अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को 2026 के नोबेल पीस प्राइज के लिए नॉमिनेट किया है। पाकिस्तान सरकार ने आधिकारिक बयान जारी कर इस बात की पुष्टि की है। इसके अनुसार भारत पाक युद्ध के दौरान ट्रम्प ने दोनों देशों में मध्यस्थता कर एक बड़े युद्ध को टालने में मदद की है।

    पोस्ट शेयर कर दी जानकारी
    पाकिस्तानी सरकार ने एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए इस नामांकन की जानकारी दी है। उन्होंने लिखा, भारत – पाक युद्ध के दौरान ट्रम्प के निर्णायक कूटनीतिक हस्तक्षेप और महत्वपूर्ण नेतृत्व को मान्यता देते हुए पाकिस्तान सरकार ने उन्हें 2026 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए औपचारिक रूप से नामित करने का फैसला लिया है। इस नॉमिनेशन पर प्रतिक्रिया देते हुए अमरीकी राष्ट्रपति ने कहा कि, मैं कितने भी युद्ध रोक लूं, कुछ भी कर लूं, लेकिन मुझे यह पुरस्कार नहीं मिलेगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, मुझे अब तक 4-5 बार शांती पुरस्कार मिल जाना चाहिए था, लेकिन वह लोग मुझे यह पुरस्कार नहीं देंगे क्योंकि वह इसे सिर्फ लिबरल्स को देते है।

    आर्मी चीफ की मेजबानी
    बता दें कि बुधवार को पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर ने वॉशिंगटन में ट्रंप से व्हाइट हाउस में बंद कमरे में मुलाकात की और साथ में कैबिनेट रूम में लंच भी किया। यह पहली बार है जब किसी अमरीकी राष्ट्रपति ने पाकिस्तानी आर्मी चीफ की मेजबानी की है। व्हाइट हाउस की प्रवक्ता एना केली के अनुसार मुनिर ने ट्रम्प को युद्ध रुकवाने का श्रेय दिया था, जिसके बाद उनका धन्यवाद करने के लिए ट्रम्प ने उन्हें लंच पर बुलाया।

    इधर पीएम मोदी ने बाहरी मध्यस्थता को नकारा
    ट्रंप और मुनीर की मुलाकात से कुछ घंटे पहले ही प्रधानमंत्री मोदी ने करीब 35 मिनट तक ट्रंप से फोन पर बातचीत की थी। इस दौरान उन्होंने यह साफ किया था कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद दोनों देशों की सेनाओं की आपसी बातचीत से सीजफायर हुआ है और इसमें किसी बाहरी मध्यस्थता का हाथ नहीं है।

  • तेहरान में बमबारी, अब तक 228 मौतें

    तेहरान में बमबारी, अब तक 228 मौतें

    हाइफ़ा गैस व तेल रिफाइनरी में आग
    नई दिल्ली.
    ईरान की ओर से हाइफ़ा और तेल अवीव पर बैलिस्टिक मिसाइल दागने से इज़राइल के हाइफ़ा शहर में स्थित तेल और गैस रिफाइनरी में आग लग गई। इससे रिफाइनरी परिसर को आंशिक नुकसान पहुंचा है, और क्षेत्र में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। ईरान और इज़राइल के बीच जारी सैन्य संघर्ष ने अब जानलेवा मोड़ ले लिया है। रविवार रात शुरू हुए मिसाइल और ड्रोन हमलों की श्रृंखला में अब तक 228 लोगों की मौत हो चुकी है। इससे पहले, इज़राइल ने तेहरान के शाहरान और रे जिलों में स्थित तेल डिपो और सैन्य ठिकानों पर ड्रोन हमले किए, जिसमें आग लगने से भारी नुकसान हुआ। इन हमलों में ईरान के 220 नागरिकों की मौत हो गई, जिनमें 70 महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।

    खुफिया प्रमुख और दो जनरल भी मारे गए
    रविवार को हुए एक हमले में ईरान की इस्लामिक रिवोल्युशनरी गार्ड कॉर्प्स के खुफिया प्रमुख और दो जनरल भी मारे गए। वहीं, इज़राइल पर ईरानी मिसाइलों की जवाबी कार्रवाई में 8 इज़राइली नागरिकों की मौत की पुष्टि हुई है। तेहरान पर इजराइली हमलों में अब तक 70 महिलाओं व बच्चों सहित 220 से ज़्यादा लोग मारे गए। संभावित खतरों को देखते हुए दो बड़े गैस क्षेत्रों को अस्थायी रूप से सील किया गया है।

    दुश्मनी नए और खतरनाक मोड़ पर
    बहरहाल यह संघर्ष ईरान और इज़राइल के बीच दशकों पुरानी दुश्मनी को नए और खतरनाक मोड़ पर ले गया है, जिसमें अब सीधा बुनियादी ढांचे और नागरिक ठिकानों पर हमला किया जा रहा है। ऊर्जा आपूर्ति और क्षेत्रीय स्थिरता दोनों खतरे में हैं।

  • नेतन्याहू सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट

    नेतन्याहू सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट

    पश्चिम एशिया की तरफ बढ़े अमेरिकी वॉरशिप
    नई दिल्ली.
    इजरायल के हमले के जवाब में ईरानी सेना ने तेल अवीव में तबाही मचाना शुरू कर दिया है। ईरान ने इजरायल पर 150 बैलेस्टिक मिसाइलों से हमला किया है। इनमें से छह मिसाइलें राजधानी तेल अवीव में गिरी, जिसमें एक महिला की मौत हो गई। वहीं 63 अन्य घायल हो चुके हैं। ईरानी मीडिया रिपोर्ट में इजरायली रक्षा मंत्रालय को भ निशाना बनाए जाने का दावा किया गया है। वहीं खबर है कि ईरान के एयर डिफेंस सिस्टम ने इजरायल के एफ 35 विमान को मार गिराया है। खबर तो ये भी है कि ईरान इजरायल पर एक साथ 1800 मिसाइलों से हमला कर सकता है, जिससे इजरायल में भारी तबाही मचने की संभावना है। इतनी बड़ी संख्या में मिसाइलों को मार गिराना इजरायली एयर डिफेंस सिस्टम के लिए भी बड़ी चुनौती होगी।

    तेहरान में सड़कों पर जश्न
    इजरायल पर हमले के बाद ईरान की राजधानी तेहरान में लोग सड़कों पर जश्न मनाने के लिए उतर आए। ईरानी युवा राष्ट्रीय झंडा हाथों में लेकर बाइकों पर घूमते नजर आए। महिलाओं और पुरुषों ने ईरान के सपोर्ट में नारेबाजी की। वहीं खबर तो ये भी है कि ईरानी एयर डिफेंस सिस्टम ने इजरायली ड्रोनों को हवा में ही मार गिराया है। ईरान के मिसाइल हमले के बाद पूरे इजरायल में सायरन बजने लगे। पूरे य़ेरुशलम में विस्फोटों की गर्गराहट सुनी जा सकती है। ईरानी हमले के बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिया गया। इजरायल के टीवी स्टेशनों ने भी मिसाइल हमले के बाद तेल अवीव में धुएं के गुबार उठते दिखे।

    बैलिस्टिक मिसाइलों से सटीक हमला
    आधी रात को ईरानी सेना यानी आईआरजीसी की तरफ से बयान जारी किया गया। इसमें कहा गया कि ईरानी मिसाइल और ड्रोन इकाइयों ने उन इजरायली सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, जिनका इस्तेमाल ईरान पर हमले शुरू करने के लिए किया गया था। साथ ही इजरायल के औद्योगिक हथियार निर्माण औरअन्य सैन्य स्थलों को भी निशाना बनाया गया। सैटेलाइट इमेजनरी के माध्यम से एकत्र की गई खुफिया जानकार से पता चला है कि दर्जनों बैलिस्टिक मिसाइलों ने अपने लक्ष्यों पर सटीक हमला किया है।

    अमेरिका में बैठकों का दौर
    ईरान के ठिकानों पर किये गए हमले के बाद खाड़ी देश की ओर से जवाबी कार्रवाई किये जाने की आशंका के मद्देनजर अमेरिका अपने युद्धपोतों सहित सैन्य संसाधनों को पश्चिम एशिया की ओर स्थानांतरित कर रहा है। अमेरिका के दो अधिकारियों ने यह जानकारी दी। नौसेना ने विध्वंसक पोत यूएसएस थॉमस हडनर को पूर्वी भूमध्य सागर की ओर बढ़ने का निर्देश दिया है तथा दूसरे विध्वंसक पोत को भी आगे बढ़ने का निर्देश दिया गया है, ताकि व्हाइट हाउस द्वारा अनुरोध किए जाने पर वे उपलब्ध हो सकें। एक अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप स्थिति पर चर्चा करने के लिए अपने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रमुखों के साथ बैठक कर रहे हैं।

  • इज़रायली एयर स्ट्राइक्स में ईरानी मेजर जनरल ढेर

    इज़रायली एयर स्ट्राइक्स में ईरानी मेजर जनरल ढेर

    जंग गंभीर हो सकती है, ईरान ने जवाबी करवाई शुरू कर दी है
    तेहरान.
    इज़रायली हमले के बाद अब ईरान ने भी जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है। एक तरह से दोनों देशों के बीच युद्ध शुरू हो गया है। आज, शुक्रवार, 13 जून को तड़के सुबह इज़रायली एयरफोर्स ने ईरान की राजधानी तेहरान में परमाणु ठिकानों के साथ ही सैन्य ठिकानों को भी निशाना बनाते हुए एयरस्ट्राइक्स की। इससे ईरान को काफी नुकसान हुआ है। ऐसे में इज़रायल से बदला लेने के लिए ईरान ने भी 100 से ज़्यादा ड्रोन्स दाग दिए हैं, जिन्हें इज़रायली एयरफोर्स मार गिरा रही है। ईरानी हमलों का इज़रायल पर फिलहाल कोई असर नहीं हुआ है, लेकिन इज़रायली एयरस्ट्राइक्स की वजह से ईरान को काफी नुकसान हुआ है।

    मेजर जनरल घोलम अली रशीद ढेर
    ईरानी स्टेट मीडिया के अनुसार इज़रायली एयरस्ट्राइक्स में ईरानी सेना के मेजर जनरल घोलम अली रशीद की भी मौत हो गई है। रशीद, इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स – आईआरजीसी के खत्म-अल-अनबिया मुख्यालय के कमांडर थे और उन्होंने इराक के खिलाफ ईरान के युद्ध में अहम भूमिका निभाई थी।

    कई दिनों तक जारी रहेगी जंग
    इज़रायल और ईरान के बीच जंग छिड़ तो गई है, लेकिन यह जल्द खत्म नहीं होगी। दोनों देशों के बीच यह जंग कई दिनों तक चल सकती है। इज़रायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ कर दिया है कि ईरान के खिलाफ इज़रायल आने वाले कई दिनों तक अपनी सैन्य कार्रवाई जारी रखेगा। वहीं ईरानी सुप्रीम लीडर अली खामेनेई ने भी इज़रायल से बदला लेने की धमकी दे दी है।

  • अब एअर इंडिया के विमान की थाईलैंड में इमरजेंसी लैंडिंग

    अब एअर इंडिया के विमान की थाईलैंड में इमरजेंसी लैंडिंग

    फुकेट द्वीप से दिल्ली जा रही थी फ्लाइट
    फुकेट.
    थाईलैंड के फुकेट द्वीप से दिल्ली आ रही एअर इंडिया की फ्लाइट को शुक्रवार को बम से उड़ाने की धमकी मिली। इसके बाद आनन फानन में विमान की इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी। एक अधिकारी ने बताया कि सुरक्षापूर्ण तरीके से फ्लाइट एआई-379 लैंड हो गई है। विमान में 156 यात्री सवार थे।

    अंडमान सागर का चक्कर लगाकर लौट आया
    फ्लाइट ट्रैकर फ्लाइटराडार 24 के अनुसार, विमान ने शुक्रवार को सुबह 9.30 बजे (0230 जीएमटी) दिल्ली के लिए फुकेट हवाई अड्डे से उड़ान भरी, लेकिन अंडमान सागर के चारों ओर एक बड़ा चक्कर लगाकर वापस फुकेट आ पहुंचा। इससे पहले लंदन जा रहे एअर इंडिया के एक विमान को तीन घंटे तक हवा में रहने के बाद वापस मुंबई में लैंड कराया गया था। एअर इंडिया ने एक बयान में कहा कि ईरान में स्थिति और उसके एअरस्पेस बंद होने के कारण कई विमानों का मार्ग या तो परिवर्तित किया जा रहा है या फिर विमानों को वापस मूल स्थान पर लैंड कराया जा रहा है।

    विमान हादसे में 265 लोगों की मौत
    बता दें कि कल ही गुरुवार को अहमदाबाद से लंदन जा रही एअर इंडिया की फ्लाइट हादसे की शिकार हो गई। टेक ऑफ के कुछ सेकेंड के बाद ही विमान बी जे अस्पाताल के हॉस्टल से जाकर टकरा गई। विमान में सवार 242 लोगों में से 241 लोगों की मौत हो गई। वहीं, हॉस्टल में मौजूद कई लोगों की भी मौत हो गई। ताजा जानकारी के मुताबिक, कुल 265 लोगों की जान चली गई।

  • ट्रंप, मस्क और जेडी वेंस जहां दिखें वहीं मार दो

    ट्रंप, मस्क और जेडी वेंस जहां दिखें वहीं मार दो

    अलकायदा का धमकी वाला खौफनाक वीडियो आया सामने
    नई दिल्ली.
    इस्लामी आतंकवादी समूह की तरफ से एक परेशान करने वाला वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और कई शीर्ष सलाहकारों की हत्या की बात कही गई है। अरब प्रायद्वीप में अल-कायदा नेता साद बिन अतेफ अल-अवलाकी ने 34 मिनट के भड़काऊ वीडियो में अमेरिकी मुसलमानों से बदला लेने और उन लोगों पर हमला करने का आग्रह किया, जिन्हें उसने काफिर अमेरिकी बताया है। उसने ट्रंप, वेंस के साथ-साथ विदेश मंत्री मार्को रुबियो, रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ और अरबपति एलन मस्क जैसे लोगों का नाम लिया।

    यह आरोप लगाया
    उन्होंने आगे कहा कि गाजा में हमारे लोगों के साथ जो कुछ हो रहा है, उसके बाद कोई सीमा रेखा नहीं है, और सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, ट्रम्प पर हाल ही में हुए यहूदी विरोधी हमलों और पूर्व हत्या के प्रयासों का समर्थन किया है। वीडियो में अमेरिका में यहूदी लोगों के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा देने का व्यापक प्रयास भी शामिल है। यहूदियों के लिए एक भी सुरक्षित जगह न छोड़ें – जैसे उन्होंने फिलिस्तीनियों के लिए कोई घर, आश्रय या रहम नहीं छोड़ी है। यहां तक कि अस्पतालों पर भी बमबारी की जा रही है।

    6 मिलियन अमेरिकी डॉलर का इनाम
    अल-अवलाकी के सिर पर स्टेट डिपार्टमेंट ने 6 मिलियन अमेरिकी डॉलर का इनाम रखा है। अल-अवलाकी का वीडियो नेतृत्व संभालने के बाद पहला वीडियो था और उसने गाजा संघर्ष को लेकर मिस्र, जॉर्डन और खाड़ी देशों के नेताओं को निशाना बनाकर अकेले हमला करने का भी आग्रह किया था। विश्लेषकों के अनुसार, ऐसा प्रतीत होता है कि गाजा में बढ़ते तनाव और यमन में ईरान समर्थित हौथी आंदोलन के बढ़ते प्रभाव के बीच पुनः प्रमुखता हासिल करने का प्रयास कर रहा है।

  • न्यूयार्क, शिकागो समेत कई शहरों में हिंसा और आगजनी

    न्यूयार्क, शिकागो समेत कई शहरों में हिंसा और आगजनी

    लॉस एंजेलिस में पांच दिन से जारी विरोध प्रदर्शनों ने हिंसक रूप लिया
    नई दिल्ली.
    लॉस एंजेलिस में बीते पांच दिन से जारी हिंसक विरोध प्रदर्शनों ने शहर की शांति व्यवस्था को बुरी तरह से झकझोर दिया है। न्यूयॉर्क शिकागो समेत कई शहरों में हालात खराब हो गए हैं। अमेरिकी मीडिया के अनुसार यहां 20 से ज्यादा शहरों में हजारों लोग हिंसक विरोध प्रदर्शनों पर उतर आए हैं।

    1 लाख निवासी प्रभावित
    हालात काबू करने के लिए मेयर करेन बास ने डाउनटाउन क्षेत्र में रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू लगा दिया है। कर्फ्यू का दायरा लगभग 1 वर्ग मील है, जिससे करीब 1 लाख निवासी प्रभावित हो रहे हैं। यह आदेश रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक लागू रहेगा और हालात सामान्य होने तक जारी रह सकता है। प्रदर्शन और आगजनी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। शहर में 4,000 नेशनल गार्ड्स और करीब 700 मरीन स्टैंडबाय पर तैनात हैं, फिर भी शांति बहाल नहीं हो सकी है। प्रदर्शनकारियों ने एप्पल का आउटलेट लूट लिया।

    शिकागो में भीड़ ने डाउनटाउन लूप में मार्च
    लॉस एंजिल्स में प्रदर्शनकारियों ने यातायात रोक दिया है। शिकागो में भीड़ ने डाउनटाउन लूप में मार्च किया, जिसके चलते कुछ समय के लिए यातायात बाधित हो गया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों के ऊपर पुलिस के हेलीकॉप्टर मंडराते रहे। शिकागो ट्रिब्यून ने तत्काल किसी गिरफ्तारी की सूचना नहीं दी है।

    अटलांटा में 1,000 प्रदर्शनकारियों की भीड़ जमा
    न्यूयॉर्क में भी कुछ ऐसे ही हालात देखने को मिले हैं। यहां फेडरल इमिग्रेशन बिल्डिंग के पास लोअर मैनहट्टन से प्रदर्शनकारियों का ग्रुप मार्च कर रहा था। वहीं, अटलांटा में करीब 1,000 प्रदर्शनकारियों की भीड़ बुफोर्ड हाईवे पर जमा हो गई। कई सौ प्रदर्शनकारियों ने डोराविले में मार्च किया, जिससे उनकी स्थानीय पुलिस के साथ तुरंत टकराव की स्थिति बन गई।

    प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ झड़प
    इसके अलावा सैन फ्रांसिस्को, सिएटल, ह्यूस्टन, डलास, सैन एंटोनियो और वाशिंगटन, डीसी में विरोध प्रदर्शन हुए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ झड़प भी देखने को मिली। ऑस्टिन में स्थानीय पुलिस डिपार्टमेंट ने ड्राइवरों को चेतावनी जारी की है कि वह लॉस एंजिल्स के विरोध प्रदर्शन के समर्थन में रैली कर रहे पैदल यात्रियों के बड़े समूहों पर नजर रखें।

    अब तक 378 से अधिक गिरफ्तार
    जानकारी के अनुसार अब तक 378 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस ने मंगलवार की रात “अवैध सभा” के तहत दर्जनों प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया। यह विरोध अब एलए से निकलकर देश के कई अन्य शहरों तक फैल गया है, जिससे सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड में हैं।

    टेक्सास में भी अलर्ट, नेशनल गार्ड तैनात
    टेक्सास के गवर्नर ग्रेग एबॉट ने इस सप्ताह होने वाले विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए टेक्सास नेशनल गार्ड की तैनाती के आदेश दिए हैं। सैन एंटोनियो में शनिवार को प्रस्तावित “नो किंग्स” प्रदर्शन को देखते हुए राज्यभर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। विरोध केवल एलए तक सीमित नहीं है। न्यूयॉर्क, शिकागो, सिएटल, डेनवर, सैन फ्रांसिस्को और अटलांटा जैसे शहरों में भी इसी तरह के प्रदर्शनों की खबरें हैं।

    न्यायिक हस्तक्षेप को झटका
    कैलिफोर्निया की ओर से नेशनल गार्ड और मरीन की तैनाती पर रोक लगाने के लिए दायर याचिका को संघीय न्यायाधीश चार्ल्स आर. ब्रेयर ने खारिज कर दिया है। अब गुरुवार को इस मामले पर सुनवाई की जाएगी। इस बीच, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूसम के बीच टकराव खुलकर सामने आ गया है। ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने सोमवार को न्यूसम से बात की थी, लेकिन गवर्नर ने इसे नकारते हुए कहा कि दोनों की आखिरी बातचीत शुक्रवार को हुई थी। न्यूसम ने ट्रंप पर “लोकतंत्र पर हमला” करने का आरोप लगाया है।

  • सऊदी अरब में वर्क वीजा पर रोक

    सऊदी अरब में वर्क वीजा पर रोक

    14 देशों के नाम शामिल, भारत ने दावे को किया खारिज
    रियाद.
    सऊदी अरब के 14 देशों के नागरिकों के वर्क वीजा पर अस्थायी रूप से रोक लगाने से जुड़ी रिपोर्ट्स को भारत सरकार ने खारिज कर दिया है। कई मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि सऊदी ने भारत, पाकिस्तान समेत 14 देशों के वीजा पर 30 जून तक अस्थाई रोक लगा दी है। सऊदी सरकार के इस फैसले से जुड़ी ये रिपोर्ट ऐसे समय सामने आई, जब देश में हज यात्रा चल रही है। इसने कई तरह की चिंताओं को जन्म दिया। भारत के लोग बड़ी संख्या में सऊदी में काम करते हैं, ऐसे में भारतीयों की चिंता विशेष तौर पर बढ़ गई।

    अलग से कोई रोक नहीं
    भारत के विदेश मंत्रालय ने सऊदी अरब की यात्रा करने वाले भारतीयों पर किसी तरह के प्रतिबंध की खबरों को गलत कहा है। मंत्रालय के सूत्रों ने कहा, ‘सऊदी सरकार के मानव संसाधन और सामाजिक विकास मंत्रालय ने इस तरह की कोई अधिसूचना जारी नहीं की है। हज सीजन के दौरान भीड़भाड़ को रोकने के लिए अल्पकालिक वीजा पर अस्थायी प्रतिबंध लगाने की परंपरा रही है, जो हज के समापन के साथ समाप्त हो जाते हैं। भारतीयों के वर्क वीजा पर अलग से कोई रोक नहीं है।’

    भारतीय कामगारों की चिंता बढ़ी थी
    ऐसी रिपोर्ट सामने आई थी कि सऊदी ने भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नाइजीरिया, मिस्र, अल्जीरिया, सूडान, इथियोपिया, ट्यूनीशिया, इंडोनेशिया, इराक, जॉर्डन, यमन और मोरक्को के वर्क वीजा पर रोक लगाई है। ऐसे में इन देशों के लोगों के लिए सऊदी में कंपनियों को विदेशियों की भर्ती के लिए नए कोटा नहीं मिलेंगे। वहीं पहले से स्वीकृत आवंटन में भी देरी होगी। सऊदी अरब में भारतीय बड़ी तादाद में काम करने जाते हैं। ऐसे में भारतीय कामगारों की चिंता बढ़ गई थी।

    इस समय हज यात्रा चल रही है
    सऊदी अरब में इस समय हज यात्रा चल रही है। इस साल के हज के लिए भारत को 1,75,025 तीर्थयात्रियों का कोटा आवंटित किया गया है। भारतीय हज यात्री इस समय मक्का में हज के अपने अनुष्ठान पूरा कर रहे हैं। वहीं भारतीय कामगार भी अपना काम जारी रखे हुए हैं। मक्का के आसपास के इलाकों में हज के चलते कुछ नियम कड़े किए गए हैं, जो स्थानीय प्रशासन हर साल करता है।