तेजस्विनी बहुउद्देदिय संस्था ने की गरीब परिवारों से धोखाधड़ी …एमआईडीसी पुलिस में शिकायत …रोशन कापसे ने की मामला दर्ज करने की मांग
नागपुर –वानाडोंगरी में कार्यरत एक बहुउद्देशीय संस्था ने गरीब लोगों के साथ आर्थिक व्यवहार में धोखाधडी करने का मामला सामने आया।संस्था के खिलाफ एमआईडीसी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज की गई।लेकिन अबतक मामला दर्ज नही होने से मामला दर्ज करने की मांग रोशन कापसे ने की।
एमआईडीसी थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले महाजनवाडी स्थित तेजस्विनी बहुउद्देशीय संस्था विगत सालों से स्थानिक महिला तथा नागरिकों से धोखाधड़ी कर रही है ।मामला तब सामने आया जब मानस ग्रुप जो की जीईजी के तहत 4 महिला उसमें पंजीकृत है। उनके चार सदस्यों से 2800 रुपए अतिरिक्त राशि ली गई तत्पश्चात पहली किस्त के 2500 हजार रूपए लेकर कुल 4 लोगों से 10000 यानी कुल मिलाकर 40 हजार रुपए संस्था की रजनीश उर्फ मामू ने लेने का आरोप शिकायत कर्ताओं ने लिया। गरीबो के साथ धोखाधड़ी होने का संज्ञान आते ही इस विषय की जानकारी शिकायतकर्ता रोशन कापसे ने तेजस्विनी बहुउद्देशीय संस्था के कार्यालय पहुंचकर वैशाली केलकर को दी।
उन्होंने मात्र आश्वासन दिया और कहा कि कार्रवाई हो जाएंगी परंतु 3 बार बताने के बावजूद भी उन्होंने कार्रवाई नहीं की। इसका तात्पर्य की अन्याय करने वाले को संरक्षण वैशाली केलकर दे रही है।
एमआईडीसी पुलिस में शिकायत देंने के बाद भी थानेदार ने कोई कार्रवाई नही की।कापसे ने इस संबंध में मैनेजर प्रशांत से बात की परंतु उसके पश्चात भी तेजस्विनी बहुउद्देशीय संस्था ने यह लापरवाही छुपाई, दूसरी बार भी जाने के बाद भी यह लापरवाही को बढ़ावा दिया उसके पश्चात में शिकायतकर्ता विदर्भ ग्रामीण कोकन बैंक में गए। जहां पर मैनेजर को यह शिकायत की तेजस्विनी संस्था द्वारा अतिरिक्त शुल्क लिया जा रहा है ।परंतु बैंक मैनेजर ने भी इस विषय में ध्यान नहीं दिया।
इंश्योरेंस एवं प्रोसेसिंग फीस के नाम पर 2 हजार 800 रुपए प्रति व्यक्ति ऐसे कुल 11200, एवं 4 महिलाओं से लिए गए, जिस पर बीमा मिलेगा एवं सभी प्रकार के लाभ मिलेंगे ऐसा कहा गया। परंतु कोरोणा काल में एक महिला की मानस ग्रुप में मौत हो गई । पीड़ित महिला का नाम विमल पवार,जोकी वैभव नगर वानाडोंगरी के निवासी है।लेकिन उसे विमा का कोई लाभ नही दिया गया। उनके परिवार को बीमा का कोई भी लाभ नहीं मिला उल्टा मानस ग्रुप के जो महिला सदस्य हैं उनके ऊपर बकाया ब्याज की रकम थमाई।इस संबंध में ग्रुप के जो भी सदस्य हैं उन्होंने जब विदर्भ कोकण ग्रामीण बैंक में संपर्क किया तो वहां के मैनेजर ने बताया कि, उक्त विषय में किसी भी प्रकार की एनओसी हम आपको प्रदान नहीं करेंगे जब तक जिसकी डेथ हुई है उसका लोन आप भरते नहीं एवं जो ब्याज है वह भरते नहीं तब तक किस्त कंप्लीट कि हम एनओसी नहीं दे सकते। यह किस प्रकार का न्याय है यह तो अन्याय है तेजस्विनी बहुउद्देशीय संस्था संभावना है कि अब तक करोड़ों का घोटाला इस संस्था ने किया होगा।
मानस ग्रुप में से 5 महिलाओं का ग्रुप होता है अगर 2800रू के हिसाब से 2500 लोगों से अतिरिक्त शुल्क लिया तो करोड़ों का घोटाला तेजस्विनी बहुउद्देशीय संस्था कर रही है। एमआईडीसी पुलिस स्टेशन को यह मामला तत्काल रुप से शिकायतकर्ता रोशन कापसे ने बताया परंतु एमआईडीसी पुलिस थाना द्वारा कोई भी प्रकार की कार्रवाई की नहीं गई ।जिस विषय में शिकायतकर्ता ने तत्काल डीसीपी से की ।शिकायत की डीसीपी की ओर से जांच होगी ऐसा आश्वासन दिया गया ।परंतु उसके पश्चात भी कोई भी कार्यवाही नहीं की गई।
शिकायतकर्ता ने बताया उक्त विषय गंभीर है शासन प्रशासन की लचर व्यवस्था व निष्क्रिय प्रशासन के चलते धोखाधड़ी के इस गंभीर विषय में अपराध पंजीकृत एमआईडीसी पुलिस स्टेशन द्वारा नहीं हो रहा है। एमआईडीसी थानेदार के ऊपर कठोर कार्रवाई करके उक्त विषय की जांच पुलिस कमिश्नर नागपुर एवं पुलिस उपायुक्त परिमंडल क्रमांक 1 ने करनी चाहिए एवं इससे पूर्व रिजन्ट स्कूल के विषय में दलित के ऊपर प्रिंसिपल ने अन्याय करने के बाद भी थानेदार एमआईडीसी उन्होंने कोई अपराध पंजीकृत नहीं किया था। वह भी विषय सोशल मीडिया पर काफी सुर्खियों में था अभी यह भी विषय काफी बड़ा है परंतु इसके बाद भी यहां का प्रशासन और यहां का पुलिस प्रशासन एवं व्यवस्था इस विषय को हल्के में ले रही है जिस वजह से संस्था के हौसले बढ़ रहे एवं यह दिन प्रतिदिन नागरिकों से धोखाधड़ी कर रही है। शिकायतकर्ता ने शासन तथा सभी न्यूज़ चैनल तथा प्रिंट मीडिया से अनुरोध किया उक्त विषय में गरीबों के साथ एवं जनता के साथ अन्याय किया गया। एवं तेजस्वीनी बहुउद्देशीय संस्था के ऊपर कार्रवाई करके उनका पंजीयन निरस्त करके शासन प्रशासन द्वारा दिए जाने वाले समस्त योजनाएं एवं समस्त उपाययोजनाएं निरस्त करके नाबार्ड द्वारा उचित कार्रवाई करके क्विक पुलिस आयुक्त उन्होंने तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।
शिकायतकर्ता ने यह भी कहा कि अगर कार्रवाई नहीं होती है तो शीघ्र अति शीघ्र प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से लोकतंत्र के चौथे स्तंभ से गुहार लगाई जायेगी।क्योंकि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ स्वतंत्र एवं लोकतंत्र के चौथे स्तंभ में काफी पावर है। और लोकतंत्र के चौथे स्तंभ से उन्होंने अनुरोध किया कि गरीब पीड़ित, दलित जो लोग हैं जिन्होंने अपनी रोज मजदूरी कर के पैसे दिए हैं जो अतिरिक्त शुल्क उन्होंने तेजस्विनी बहुउद्देशीय संस्था को दिया है वह तेजस्विनी बहुउद्देशीय संस्था ने वापस करना चाहिए। तथा जो भी अतिरिक्त शुल्क लिए और जो उन्होंने वादे किए हैं और बीमा के नाम पर जो पैसे लुटे है वह पैसे वापस करके बीमा का लाभ मरने वालों को देना चाहिए। तो जो भी मरने वाले लोग उनको बीमा विदर्भ कोकण बैंक द्वारा तेजस्विनी बहुउद्देशीय संस्था ने देना चाहिए एवं आरोपी वैशाली केड़कर को तत्काल जेल होनी चाहिए ऐसी शिकायतकर्ता रोशन कापसे की मांग है। शिकायतकर्ता ने कहा कि यह व्यवस्था ही ऐसी है यहां पर दलित, पीड़ित, शोषित वर्ग को न्याय मिलने के लिए काफी समय लगता है। यहां पर शिकायतकर्ता एवं शिकायत करने वाले एवं पीड़ित जो रहते हैं उन्हीं के ऊपर अपराध पंजीकृत किए जाते हैं पुलिस प्रशासन कभी भी आरोपी के ऊपर तत्काल कार्यवाही नहीं करते हैं ।
जिस वजह से आरोपी के हौसले बुलंद होते हैं। यहां की व्यवस्था में जो न्याय मांगता है उन्हीं को न्याय के लिए तरसाया जाता है। एवं इस वजह से अपराध बढ़ते हैं एवं इस वजह से अपराध करने की प्रवृत्ति भी बढती है ।और इस वजह से जिस को न्याय नहीं मिलता है वह आत्महत्या एवं सुसाइड करने का प्रयास करते हैं। इस वजह से तत्काल न्याय दिया जाए। आरोपी मामू उर्फ रजनीश तथा आरोपी वैशाली केळकर एवं तेजस्विनी बहुउद्देशीय संस्था के ऊपर कठोर कार्रवाई की जाए ऐसी मांग शिकायतकर्ता रोशन कापसे ने की।इस संदर्भ में जानकारी के लिए एमआईडीसी पीआई भीमा नरके को फोन पर संपर्क करने पर फोन रिसीव नही किया ।
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