ढोल और ढोल पर राष्ट्रगान की प्रस्तुति, पुणे के युवाओं का देश में पहला प्रयोग

ढोल और ढोल पर राष्ट्रगान की प्रस्तुति, पुणे के युवाओं का देश में पहला प्रयोग

पुणे : देश का अमृत महोत्सव स्वतंत्रता दिवस के इस मौके पर महाराष्ट्र के प्रिय वाद्य ढोल-ताशा का राष्ट्रगान आज दर्शकों के सामने आया है. यह ओंकार भस्मे की अवधारणा और रचना है और यह देश में अपनी तरह का पहला प्रयोग है। इस वीडियो को आज सोशल मीडिया पर शेयर किया गया है और देखा जा रहा है कि इसे सहज प्रतिक्रिया मिल रही है.

यह वीडियो पिचरवाला प्रोडक्शंस की ओर से बनाया गया है और यह वीडियो आज स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रसारित किया गया। देश के राष्ट्रगान को अब तक कई अलग-अलग चैनलों के जरिए जनता के बीच लाया जा चुका है. परंतु महाराष्ट्रढोल ताशा के पारंपरिक वाद्य यंत्र की आवाज में राष्ट्रगान पहली बार दर्शकों के सामने आया है।

राष्ट्रगान ढोल ताशा वाद्य यंत्र
अवधारणा और उत्पादन: ओंकार दिगंबर भस्मे
संगीत रचना: ओंकार सूर्यवंशी
ताल पर्यवेक्षण: गणेश Bojji
प्रोग्रामिंग: नवनीत जैन
वादक: ओंकार सूर्यवंशी, गणेश बोज्जी, ओंकार घडगे, संकेत सतपुते, शुभम नितनवारे, अजिंक्य गायकवाड़
दृश्य: ओंकार मरकले

स्वतंत्रता दिवस पर पुणे में 75 विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से स्वच्छता अभियान
आजादी का अमृत महोत्सव इस साल भारत में मनाया जा रहा है। आज 15 अगस्त 2022, इस साल भारत ने आजादी के 75 साल पूरे कर लिए हैं। स्वतंत्रता दिवस की भावना पूरे देश में देखी जा रही है। इस वर्ष देश में स्वच्छता के महत्व को ध्यान में रखते हुए पुणे75वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के हिस्से के रूप में कारा (पुणे) ने दिन भर में 75 जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया है। इसमें दो एनजीओ शामिल हैं। स्वच्छ और सुंदर पुणे का सपना दो संगठनों ‘स्वच्छ’ और ‘सारे जहां से अच्छा’ के माध्यम से साकार होगा। इसके तहत कचरा संग्रहण, सार्वजनिक स्थलों का सौंदर्यीकरण और वृक्षारोपण अभियान चलाया जाता है।

महत्वपूर्ण खबर:

.

Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

More posts