‘गरुड़ दृष्टि’से सोशल मीडिया पर पैनी नजर

पुलिस को एक सशक्त हथियार
नागपुर.
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि आज के डिजिटल युग में, सोशल मीडिया जहां एक तरफ सूचना और अभिव्यक्ति का मंच बन गया है, वहीं दूसरी तरफ यह नफरत, फर्जी खबरों और सांप्रदायिक तनाव फैलाने का एक प्रभावी माध्यम भी बन गया है। असामाजिक तत्व इस प्लेटफॉर्म का उपयोग समाज में दंगे भड़काने और वित्तीय धोखाधड़ी करने के लिए कर रहे हैं। महाराष्ट्र पुलिस द्वारा विकसित ‘गरुड़ दृष्टि’ टूल इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए एक क्रांतिकारी कदम है। यह तकनीक उन लोगों का पता लगाने में मदद करेगी जो ऑनलाइन घृणा फैलाते हैं और उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई करेगी।

200 पीड़ितों को ठगे गए 10 करोड़ वापस दिलवाए
‘गरुड़ दृष्टि’ प्रणाली की सबसे बड़ी ताकत इसका डिजिटल फुटप्रिंट का पता लगाने की क्षमता है। यह ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी पर भी प्रभावी ढंग से लगाम लगाएगी। हालिया उदाहरण नागपुर में देखने को मिला, जहां पुलिस ने धोखाधड़ी के शिकार 200 पीड़ितों को उनके ठगे गए 10 करोड़ वापस दिलवाए। मुख्यमंत्री ने नागरिकों से अपील भी की कि वे किसी भी ऑनलाइन प्रलोभन का शिकार न हों और संदिग्ध गतिविधि की सूचना हेल्पलाइन नंबरों पर दें। यह पहल पुलिस और जनता के बीच सहयोग को बढ़ावा देती है और साइबर अपराध के खिलाफ एक मजबूत मोर्चा खड़ा करती है।

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