पीडित सुनील राय मारपीट मामला गरमाया, डीसीपी ने बिठाई जांच
-WH NEWS के ‘खबर का असर’
-ऑनलाईन पैसे लेनेवाले पानठेला वाले की अब होंगी जांच
-कई साल से पुलीस के साथ मिलकर पैसे लेने देने का करता हैं धंदा !
नागपूर :(विजय खवसे ) 20 फरवरी को सुबह तडके 10 बजे के दौरान बिहारी सुनील कुमार राय की सीताबर्डी थाने के डिबी स्कॉड ने जमकर पिटाई का मामला सामने आया.
1 मार्च को WH NEWS ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया था. इस पर पुलीस प्रशासन गंभीर नही हुआ. फिर पीडित सुनीलकुमार राय को ढुंढ निकाला और संविधान चौक पर इंटरव्हिव्यू लेकर 5 मार्च को समुचा घटनाक्रम दर्शक को के सामने रखा. इस खबर को शहर के डीसीपी राहुल मदने ने गंभीरता से लेकर जांच के आदेश एसीपी नांदणवार को दिए.जांच शुरु भी हुई.
सुनील राय को भी बयान दर्ज करने बुलाया.उधर सीताबर्डी थाने में लगे सीसीटीव्ही फुटेज को खंगालने में पीआई राजपूत लगे.मामले के पीडित सुनील ने पीएसआई विनोद तिवारी का नाम बताया . उनके साथ और 3 पुलीस कर्मी होने की जानकारी प्राप्त हैं. पुलीस ने नि:पक्ष जांच की तो सत्य सामने आयेगा.
तिवारी के कहने के अनुसार, सुनील चोर हैं. वह शहर में चोरी करता हैं. एक बार उसे गाव भी छोड दिया. फिर भी शहर में आया. उल्लेखनीय बात यह है कि, सुनील के खिलाफ एक भी FIR दर्ज नही हैं.
-सुनील के परिवार से मांगी ऑनलाईन रक्कम, पानठेला चलाने वाले के खाते में
सुनील ने बताया की, मेरी पिटाई करने के बाद घर पर पुलीस ने फोन किया व 15 हजार रुपये ऑनलाईन मांगे. रामदास पेठ स्थित एक पानठेले वाले के खाते पर यह रक्कम भेजी गई. सूत्र ने बताया की, पानठेले वाले के साथ पुलीस की सांठ-गांठ हैं. पुलीस की मेहरबानी से देर रात तक यह पानठेले शुरु रहता हैं. पैसे की लेन-देन वही करता हैं. समुचे अवैध ट्रांजेक्शन इन महाशय के ही बँक खाते में जाने कि जानकारी है. बडे साहब को हवाई जहाज का सफर करना हो या अन्य मेहमान नवाजी, तो पानठेला वाले का नाम जुबां पे रहता है. बडे अधिकारी कि हवाई यात्रा की तिकीट उसने ही निकालकर देने की जानकारी सूत्र ने दी.
सुनील के मामले में अब पानठेले वाले की जांच होंगी.उसके बॅंक के खाते की जांच की तो सारा सच सामने आने की संभावना जताई जा रही हैं.
-देर रात तक कैसे चलता पानठेला!
रामदास पेठ अस्पतालो से भरा क्षेत्र हैं. कही बडे-बडे होटल भी हैं. लेकिन कानून की बात कि जाये तो रात 11 बजे तक ही दुकाने चलाना चाहिए. लेकिन पानठेला देर रात तक चलता हैं. किसकी मेहरबानी से चलता यह सवाल उठ रहा हैं. अब इस पर भी सीपी, डीसीपी व नये पी आई साहब एक नजर डालीये. निपक्ष जांच करें,जो कही राज और तत्थ्य सामने आयेंगे.सुनील को न्याय मिलेंगा, गैर कानूनी काम करने वाले पुलीस को सबक मिलेंगा, अब देखना यह हैं की जांच अधिकारी कबतक मामले का सत्य बहार लाते या आपने ही पुलीस को बचाते, इसकी और सभी की नजरे लगी हैं.