बढ़ती आपराधिक गतिविधियों ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए
नागपुर.
नागपुर में अपराधों का बढ़ता ग्राफ चिंता का विषय बनता जा रहा है। वाठोडा इलाके में एक सुरक्षा गार्ड, लक्ष्मण रामदास मुले (48) की निर्मम हत्या ने शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
दिन-दहाड़े अपराध
जानकारी के अनुसार, वाठोडा में निर्माणाधीन एक इमारत में चोरी के इरादे से घुसे तीन आरोपियों ने विरोध करने पर सुरक्षा गार्ड लक्ष्मण मुले की धारदार हथियार से हत्या कर दी। गिरफ्तार आरोपियों, कुणाल वानखेड़े (20) और घनश्याम उर्फ धनुष वंजारी (23), का आपराधिक रिकॉर्ड है और ये मजदूरों व गरीब लोगों को लूटने के लिए जाने जाते हैं। इस वारदात से पहले भी इन्होंने एक पिज्जा डिलीवरी बॉय को लूटा था। गश्त कर रहे दो बीट मार्शल, पुलिस हवलदार चंद्रकांत और सिपाही किरण गवई ने सूझबूझ और बहादुरी से आरोपियों की पहचान की और लगभग 5 घंटे के भीतर उन्हें धर दबोचा।
नेटवर्क मजबूत करने की जरूरत
वाठोडा परिसर में विकास कार्यों के कारण सीसीटीवी कैमरों का बंद होना और अंधेरे का फायदा उठाना अपराधियों के लिए आसान हो जाता है। यह बुनियादी ढाँचे की कमी और सुरक्षा व्यवस्था में खामियों को उजागर करता है। अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस को अपनी गश्त और सूचना नेटवर्क को और मजबूत करना होगा, विशेषकर उन इलाकों में जहाँ विकास कार्य चल रहे हैं या जहाँ सीसीटीवी कैमरे अनुपलब्ध हैं। इसके साथ ही, सामुदायिक पुलिसिंग पर भी जोर देना चाहिए, ताकि नागरिक भी अपनी सुरक्षा में सक्रिय भूमिका निभा सकें।
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