नागपुर पुलिस ने साइबर अपराधियों को गुजरात से ढूंढ निकाला
नागपुर.
साइबर अपराधियों ने एक बार फिर अपनी खतरनाक चाल चली है और इस बार उनका शिकार बने हैं नागपुर के एक शिक्षक। एक चौंकाने वाली घटना में, एक शिक्षक के बैंक खाते से 10 लाख रुपये उड़ाने वाले दो साइबर अपराधियों, आनंद डढाडिया (29) और रिजवान शेख (30) को गुजरात से गिरफ्तार कर नागपुर लाया गया है। इन्हें 19 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है, क्योंकि पुलिस उनसे इस बड़े गिरोह के बारे में अहम जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है।
चौंकाने वाला खुलासा
पूछताछ में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि यह सिर्फ दो लोगों का काम नहीं है, बल्कि यह एक संगठित साइबर अपराध गिरोह है। इस गिरोह के सदस्य मोबाइल हैकिंग, बैंक लेन-देन, पैसे निकालने और उनके वितरण जैसे कामों में माहिर हैं। हर सदस्य को एक खास काम सौंपा जाता है, जिससे यह धोखाधड़ी की चेन पूरी होती है। इस जानकारी के आधार पर, पुलिस को इस मामले में और भी गिरफ्तारियां होने की उम्मीद है।
लिंक भेजकर फांसा
पुलिस के अनुसार, जरीपटका इलाके में ट्यूशन क्लास चलाने वाले पीड़ित शिक्षक के पास बड़ी संख्या में छात्र हैं। जालसाजों ने उन्हें केवाईसी अपडेट करने के लिए एक लिंक भेजा। लिंक पर क्लिक करते ही मोबाइल पूरी तरह से हैक हो गया। साइबर अपराधियों ने उनके मोबाइल पर नियंत्रण कर लिया और इसी का फायदा उठाकर शिक्षक के बैंक खाते से 10 लाख रुपये की बड़ी रकम अपने खाते में ट्रांसफर कर ली।
लोकेशन ढूंढ निकाला
जब शिक्षक बैंक पहुंचे, तब उन्हें इस धोखाधड़ी का पता चला। उन्होंने तुरंत साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक बलिराम सुतार के निर्देश पर, साइबर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और तकनीकी जांच के माध्यम से आरोपियों की लोकेशन गुजरात के जूनागढ़ में पाई। नागपुर साइबर पुलिस की एक टीम तुरंत जूनागढ़ पहुंची और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर नागपुर ले आई।
सभी के लिए चेतावनी
यदि आपको किसी भी प्रकार की साइबर धोखाधड़ी का संदेह होता है या आप इसके शिकार होते हैं, तो तुरंत स्थानीय पुलिस या साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराएं। सभी के लिए एक बड़ी चेतावनी है कि साइबर अपराधी हमेशा नए-नए तरीकों से लोगों को ठगने की फिराक में रहते हैं। ऑनलाइन दुनिया में सुरक्षित रहने के लिए सतर्कता और जागरूकता ही सबसे महत्वपूर्ण हथियार हैं।
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