Category: राजनीती

  • बालमुकुंदाचार्य ने मस्जिद की सीढ़ियों पर लातें मारी

    बालमुकुंदाचार्य ने मस्जिद की सीढ़ियों पर लातें मारी

    भड़के विधायक रफीक खान, पीएम मोदी से की शिकायत
    जयपुर.
    जयपुर के जौहरी बाजार स्थित जामा मस्जिद के बाहर शुक्रवार मध्यरात्रि को माहौल तनावपूर्ण हो गया। पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में प्रदर्शन के दौरान स्थानीय बीजेपी विधायक बाबा बालमुकुंदाचार्य ने मस्जिद की सीढ़ियों पर पोस्टर चस्पा किए, जिससे मुस्लिम समुदाय में आक्रोश फैल गया।

    एफआईआर दर्ज
    इस घटना के बाद भारी संख्या में लोग मस्जिद के बाहर एकत्र होकर नारेबाजी करने लगे। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने भारी बल तैनात किया और मामले को शांत किया। शिकायत के आधार पर विधायक बालमुकुंद आचार्य के खिलाफ धार्मिक भावनाएं आहत करने और सौहार्द बिगाड़ने के आरोप में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। वहीं, इस घटना से संबंधित वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। देर रात प्रदर्शनकारियों ने विधायक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है और चेतावनी दी है कि यदि शनिवार तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो वे जामा मस्जिद के बाहर ही दोपहर की नमाज अदा करेंगे। हालांकि, पुलिस ने विधायक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

    रफीक खान ने पीएम मोदी से की ये मांग
    आदर्श नगर विधानसभा से कांग्रेस विधायक रफीक खान ने कहा कि जयपुर हमेशा से अपनायत का शहर रहा है, अफ़सोस कि आज कुछ लोग इसे बिगाड़ने पर तुले हैं। कल जामा मस्जिद, जौहरी बाज़ार की सीढ़ियों पर चढ़कर मुस्लिम समाज को उकसाने-चिढ़ाने एवं धार्मिक भावनाएं भड़काने का जो कुत्सित प्रयास विधायक बालमुकुंदाचार्य ने किया है, वह घोर आपत्तिजनक है, इसकी जितनी निन्दा की जाए कम है।

    यह स्थिति नजर आई
    पहलगाम के कायरना आतंकी हमले के कारण पूरा देश दुःखी है, आतंकवाद के खिलाफ़ एकजुट है। मगर कुछ लोग सिर्फ़ हिन्दू-मुसलमान करके देश को अंदर से कमज़ोर करने में लगे हैं। ऐसे लोगों को बता दूं कि परसों ही कश्मीर में आतंकवादियों से एनकाउंटर में सेना के हवलदार “झंटू अली शेख़” शहीद हुए हैं। देश की सुरक्षा में, देश की मजबूती में सभी का खून मिला है, इस खून में भेदभाव करना बंद कीजिए। पूरा जयपुर शहर गवाह है कि कल विधायक बालमुकुंदाचार्य ने भीड़ के साथ जामा मस्जिद के सामने आकर नारे लगाए, उसके बाद मस्जिद की सीढ़ियों पर चढ़कर वहां पोस्टर लगाए, और मस्जिद की सीढ़ियों पर लातें मारी! ये बेहद अशोभनीय और आपराधिक है। विधायक बनने के बाद शपथ ली जाती है कि किसी वर्ग या समुदाय से भेदभाव नहीं करूंगा, यह उसका भी उल्लंघन है।

  • पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक 3 की तैयारी शुरू’

    पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक 3 की तैयारी शुरू’

    डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे का बड़ा बयान
    मुंबई.
    जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार के अगले कदम का इंतजार है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कड़ी कार्रवाई के संदेश दिए। इस बीच महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री और शिवसेना के अध्यक्ष एकनाथ शिंदे ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक 3 की तैयारी शुरू है।

    बड़े एक्शन की तैयारी है
    एकनाथ शिंदे ने कहा कि जो घटना हुई है, वह निंदनीय है। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसकी कड़ी निंदा की है। मोदी ने अब एक्शन लेना शुरू किया है। बड़े एक्शन की तैयारी है। मोदी और अमित शाह जरूर बड़ा कदम उठाएंगे। सर्जिकल स्ट्राइक 3 की तैयारी शुरू है। इसके आगे पाकिस्तान के साथ कोई खेल नहीं होना चाहिए। भारत पाकिस्तान मैच भी नहीं होनी चाहिए। पाकिस्तान की एक भी फिल्म रिलीज नहीं करने देंगे। सभी रिश्ते खत्म होने चाहिए।’ आतंकी हमले के बाद विपक्ष ने सुरक्षा को लेकर सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। इसपर शिंदे ने कहा, ”जो लोग आलोचना कर रहे हैं, उनके ऊपर अब कुछ नहीं बोलेंगे, यह बात टीका टिप्पणी करने की नहीं है। एक साथ रहने की है।

  • 25 अप्रैल को देश भर में कैंडल मार्च निकालेगी कांग्रेस

    25 अप्रैल को देश भर में कैंडल मार्च निकालेगी कांग्रेस

    कहा- पाकिस्तान ने रची साजिश
    नई दिल्ली.
    पहलगाम आतंकवादी हमले में 26 लोगों की जान जाने के दो दिन बाद, कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) ने गुरुवार को एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने के लिए आतंकवादियों द्वारा हिंदुओं को जानबूझकर निशाना बनाए जाने की निंदा की गई। शांति की अपील करते हुए, सीडब्ल्यूसी ने केंद्रीय गृह मंत्रालय पर भी हमला किया और केंद्र पर भारी सुरक्षा विफलता और खुफिया चूक का आरोप लगाया। सीडब्ल्यूसी ने आगे दावा किया कि पर्यटकों पर हमला उस जगह पर हुआ, जहां हमेशा तीन-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था रही है।

    आतंकवादी हमले की निंदा
    सीडब्ल्यूसी के प्रस्ताव में कहा गया कि सीडब्ल्यूसी ने पहलगाम में हुए जघन्य आतंकवादी हमले पर गहरा दुख व्यक्त किया और इसकी निंदा की। उन्होंने कहा कि पहलगाम में कायराना आतंकी हमले की साजिश पाकिस्तान ने रची। सीडब्ल्यूसी ने कहा कि देशभर में भावनाएं भड़काने के लिए हिंदुओं को जान-बूझकर निशाना बनाया जा रहा है; हम इस गंभीर उकसावे के बावजूद शांति की अपील करते हैं। प्रस्ताव में कहा गया है कि खुफिया विफलताओं, सुरक्षा खामियों का व्यापक विश्लेषण जरूरी है।

    अमरनाथ यात्रा में सुरक्षा की मांग
    पहलगाम हमले पर सीडब्ल्यूसी प्रस्ताव में कहा गया कि यह चौंकाने वाली बात है कि भाजपा इस त्रासदी का इस्तेमाल अविश्वास और ध्रुवीकरण को बढ़ावा देने के लिए कर रही है, जबकि एकजुट होने की सबसे ज्यादा जरूरत है। इसमें कहा गया है कि अमरनाथ यात्रा के श्रद्धालुओं की सुरक्षा को निश्चित रूप से राष्ट्रीय प्राथमिकता मिलनी चाहिए; मजबूत, पारदर्शी, सक्रिय व्यवस्थाएं लागू की जानी चाहिए। के. सी. वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस पहलगाम हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए 25 अप्रैल को देशभर में कैंडल मार्च निकालेगी।

    आपात बैठक में ये शामिल
    कांग्रेस नेताओं ने गुरुवार को पहलगाम आतंकवादी हमले पर विचार-विमर्श के लिए पार्टी कार्यसमिति की एक आपात बैठक की। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी और राहुल गांधी, महासचिव के सी वेणुगोपाल, जयराम रमेश, प्रियंका गांधी वाड्रा सहित अन्य नेताओं ने यहां पार्टी के 24, अकबर रोड कार्यालय में कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में भाग लिया। बैठक की शुरुआत नेताओं द्वारा हमले के पीड़ितों की याद में एक मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि देने के साथ हुई।

  • महाराष्ट्र में फिर होगा खेला, शरद पवार से मिले अजित पवार

    महाराष्ट्र में फिर होगा खेला, शरद पवार से मिले अजित पवार

    एक पखवाड़े में तीसरी बार चाचा-भतीजा की मुलाकात पर चर्चा तेज
    पुणे.
    राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (सपा) के प्रमुख शरद पवार और उनके भतीजे, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने सोमवार को एक पखवाड़े में तीसरी बार मंच साझा किया। इस बार यह कृषि और चीनी उद्योग में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के उपयोग पर चर्चा करने के लिए था। पुणे के शिवाजीनगर स्थित चीनी आयुक्तालय में आयोजित यह बैठक डेढ़ घंटे से अधिक समय तक चली और इसमें वसंतदादा चीनी संस्थान के अधिकारियों ने भाग लिया।

    एआई का लाभ उठाने की अपील
    बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए अजित पवार ने कहा कि बैठक में कृषि उत्पादकता बढ़ाने, मिट्टी की उर्वरता में सुधार लाने और रासायनिक उर्वरकों के उपयोग को कम करने के लिए एआई का लाभ उठाने जैसे विषयों पर चर्चा की गई। उन्होंने कहा, “हमने चर्चा की कि कैसे एआई कृषि उत्पादन बढ़ाने, मिट्टी के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और रासायनिक उर्वरकों पर निर्भरता कम करने में मदद कर सकता है। माइक्रोसॉफ्ट जैसी फर्म इस क्षेत्र में पहल का समर्थन कर रही हैं। कृषि विभाग ने अपने कुछ चल रहे प्रयासों को भी साझा किया और चीनी उत्पादन को बेहतर बनाने के सर्वोत्तम तरीकों पर चर्चा की गई।”

    सियासी गलियारों में सुगबुगाहट
    हाल के हफ्तों में वरिष्ठ पवार के साथ उनकी तीसरी मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर, जिसकी शुरुआत उनके बेटे जय की सगाई से हुई थी, उपमुख्यमंत्री ने इन बैठकों के राजनीतिक महत्व को कमतर आंकते हुए कहा कि सगाई जैसे अवसरों पर परिवार एक साथ आते हैं, और उन्हें किसी अन्य परिप्रेक्ष्य से व्याख्या करने की कोई आवश्यकता नहीं है। सीपीआई सांसद डी राजा ने कहा कि जब यह महाराष्ट्र के हित में है, तो वे दो अलग-अलग खेमों में क्यों हैं। उन्हें महाराष्ट्र के लोगों को यह बताना चाहिए कि वे वास्तव में क्या करने की कोशिश कर रहे हैं।

    अभी दोनों खेमे अलग-अलग
    शरद पवार और उनके भतीजे अजित पवार, जो राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख हैं, महाराष्ट्र में प्रतिद्वंद्वी गठबंधन का हिस्सा हैं, क्योंकि अजित पवार ने 2023 में अपने चाचा के खिलाफ विद्रोह किया था और तत्कालीन भाजपा-शिवसेना सरकार में शामिल हो गए थे। अजित पवार ने हाल ही में सतारा में रयत शिक्षण संस्था में उनकी संयुक्त उपस्थिति पर भी टिप्पणी की, जहां उनके चाचा अध्यक्ष हैं और वह एक ट्रस्टी हैं।

  • ‘इस जन्म में तो बीजेपी बंगाल में सफल नहीं हो सकती’

    ‘इस जन्म में तो बीजेपी बंगाल में सफल नहीं हो सकती’

    मुर्शिदाबाद हिंसा के बीच पप्पू यादव का बड़ा दावा
    पूर्णिया.
    पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने बड़ा दावा करते हुए कहा है कि इस जन्म में बीजेपी बंगाल में सफल नहीं हो सकती। भाजपा ममता बनर्जी को चुनौती नहीं दे सकती। यादव ने अपना हमला जारी रखते हुए यह भी कहा कि भाजपा भारत में कभी भी अकेले चुनाव नहीं जीत सकती। वे किसी के कंधे पर बंदूक रखकर ही जीत सकते हैं। जहां भी भाजपा सरकार नहीं बनाएगी, वहां वह राष्ट्रपति शासन के तहत शासन करना चाहती है।

    भाजपा ने लगाए हैं गंभीर आरोप
    बता दें कि बंगाल में मुर्शिदाबाद हिंसा को लेकर भाजपा ममता बनर्जी की सरकार पर हमलावर है। ममता बनर्जी पर भाजपा तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगा रही है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर राज्य के मुर्शिदाबाद जिले में हाल ही में हुई हिंसा को लेकर तीखा हमला किया और उन पर धर्मनिरपेक्षता की आड़ में तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया। मंगलवार को धामी ने कहा कि बंगाल में जिस तरह के मुद्दे हो रहे हैं, उससे पूरा देश आंदोलित है। धर्मनिरपेक्षता के नाम पर ममता बनर्जी जिस तरह की तुष्टिकरण की राजनीति कर रही हैं, वह हमें 1947-48 की याद दिलाती है।

    यह नया भारत है : धामी
    एक चैनल से बात करते हुए धामी ने आगे कहा कि ऐसा लगता है कि वे भूल गए हैं कि आज का भारत 1947 का भारत नहीं है। जल्द ही लोग ममता बनर्जी को उखाड़ फेंकेंगे। सोमवार को ओडिशा पुलिस ने मुर्शिदाबाद जिले में हुई हिंसा से जुड़े छह लोगों को गिरफ्तार किया। आरोपियों को झारसुगुड़ा में उनके ठिकाने से पकड़ा गया। अधिकारी ने कहा, “छह लोगों को झारसुगुड़ा में उनके ठिकाने से गिरफ्तार किया गया है। वे मुर्शिदाबाद के जंगीपुर पुलिस जिले के समसेरगंज के जाफराबाद और बेतबोना गांवों में आगजनी और दंगे के मामलों में शामिल थे और घटना के बाद ओडिशा भाग गए थे।”

    ममता पर भाजपा का पलटवार
    वहीं, भारतीय जनता पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने सोमवार को मुर्शिदाबाद जिले के हिंसा प्रभावित शमशेरगंज का दौरा किया, जहां उन्होंने स्थानीय लोगों से बातचीत की और प्रभावित क्षेत्र का दौरा नहीं करने के लिए प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना की। केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री मजूमदार ने पूछा, ‘‘10 दिन हो गए हैं, फिर भी मुख्यमंत्री नहीं आई हैं। अगर पीड़ित हिंदू समुदाय के नहीं होते तब भी क्या उनका रवैया ऐसा ही होता?’’ भाजपा नेता ने 11-12 अप्रैल की घटना के दौरान क्षतिग्रस्त या लूटे गए धार्मिक स्थलों का दौरा किया। धर्म के प्रति सच्चा सम्मान सभी धर्मों का सम्मान करने में निहित है।

  • पंजा की जगह लुंगी चुनाव चिह्न रख ले कांग्रेस

    पंजा की जगह लुंगी चुनाव चिह्न रख ले कांग्रेस

    असम के सीएम हिमंता बिस्वा ने कसा तंज
    गुवाहाटी.
    असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने धेमाजी और तिनसुकिया जिलों में एनडीए उम्मीदवारों के लिए पंचायत चुनाव प्रचार की शुरुआत की। धेमाजी में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधा और तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस को अब अपना चुनाव चिन्ह ‘हाथ’ छोड़कर ‘लुंगी’ कर लेना चाहिए।” यह टिप्पणी उन्होंने कांग्रेस की नीतियों और नेतृत्व की आलोचना के रूप में की।

    कांग्रेस की नीतियों पर किया सवाल
    मीडिया के अनुसार सरमा का यह बयान कांग्रेस के खिलाफ उनकी लगातार चल रही आलोचना का हिस्सा है। उन्होंने पहले भी कई मौकों पर कांग्रेस की नीतियों और नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं। इस बार उनका यह तंज कांग्रेस के लिए नई मुश्किलें खड़ी कर सकता है, खासकर तब जब देश में लोकसभा चुनाव 2024 की चर्चाएं जोरों पर हैं।

    एक्स पर किया पोस्ट
    हिमंता ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर पोस्ट करते हुए लिखा, “कांग्रेस का चुनाव चिन्ह ‘हाथ’ नहीं, ‘लुंगी’ होना चाहिए!” इस पोस्ट के साथ उन्होंने बीजेपी असम इकाई को टैग किया और एक तस्वीर भी साझा की। उनके इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कांग्रेस की ओर से अभी तक इस बयान पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन माना जा रहा है कि यह विवादास्पद बयान राजनीतिक गलियारों में बहस का विषय बनेगा।

  • महाकुंभ के दौरान योगी को पीएम उम्मीदवार घोषित करने का था प्लान

    महाकुंभ के दौरान योगी को पीएम उम्मीदवार घोषित करने का था प्लान

    अखिलेश यादव का बड़ा दावा
    लखनऊ.
    योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार पर तीखा हमला करते हुए समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा पर धार्मिक महाकुंभ मेले को राजनीतिक तमाशा बनाने का आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस आयोजन को बेहद खराब तरीके से प्रबंधित किया गया और इसे पक्षपातपूर्ण हितों की पूर्ति के लिए फिर से इस्तेमाल किया गया। उन्होंने यहां तक संकेत दिया कि इस उत्सव में अगले प्रधानमंत्री की घोषणा करने की योजना थी।

    महाकुंभ की विफलता के लिए योगी जिम्मेदार
    इस आयोजन को राजनीतिक बताते हुए कन्नौज के सांसद ने प्रयागराज में संवाददाताओं से कहा, जहां वे एक शादी में शामिल होने गए थे। उन्होंने कहा, “महाकुंभ की विफलता के लिए मुख्यमंत्री खुद जिम्मेदार हैं। उन्होंने इसे भाजपा के कार्यक्रम में बदलने का प्रयास किया। प्रधानमंत्री के नाम की घोषणा करने की भी योजना थी। यह धार्मिक कुंभ नहीं था, बल्कि राजनीतिक था। ऐसा सुनने में आ रहा है कि महाकुंभ के दौरान प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर उनके (आदित्यनाथ) नाम की घोषणा करने की योजना थी।”

    कुप्रबंधन का धब्बा
    उन्होंने दावा किया, “क्या आपने कभी कुंभ के दौरान टीवी चैनलों को साक्षात्कार देते देखा है? यहां ऐसी व्यवस्था की गई थी। इस पूरे कुप्रबंधन ने आयोजन के आयोजन पर एक बड़ा धब्बा लगा दिया है।” यादव ने कहा कि भविष्य में, आप और भी बेहतर समझेंगे। कई बातें शायद मुझ तक न पहुंचें, लेकिन आप यहां रहते हैं – आप सच्चाई जानते हैं। सपा प्रमुख ने यह भी कहा कि विपक्षी दल भारत 2027 के यूपी विधानसभा चुनाव में भी जारी रहेगा। उन्होंने भाजपा पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि वह वक्फ (संशोधन) विधेयक के जरिए माफिया की तरह जमीन हड़पने की कोशिश कर रही है।

    सच छुपाने में भाजपा माहिर
    सपा प्रमुख ने दावा किया कि सरकार ने घटना के दौरान हताहतों की संख्या और वित्तीय लाभ के बारे में गलत आंकड़े दिए, और आरोप लगाया कि जनवरी में भगदड़ के दौरान ड्रोन और सीसीटीवी निगरानी विफल रही। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा सच्चे आंकड़े छिपाने और झूठे आंकड़े दिखाने में माहिर है। भाजपा की पूरी सरकार प्रोपेगेंडा पर चल रही है। इस डिजिटल कुंभ में सरकार ने कोई भी डेटा कुछ ही सेकेंडों में उपलब्ध कराने की बात कही थी। ड्रोन से पूरी निगरानी के दावे किए गए थे। इली क्रम में उन्होंने कहा कि 2027 के विधानसभा चुनाव में “पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) भाजपा को राज्य से उखाड़ फेंकेगा”।

  • दिल्ली में मेयर उम्मीदवार नहीं उतारेगी ‘आप’

    दिल्ली में मेयर उम्मीदवार नहीं उतारेगी ‘आप’

    भाजपा से बिना लड़े स्वीकार ली हार
    नई दिल्ली.
    दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने सोमवार को बड़ी घोषणा करते हुए एमसीडी में मेयर चुनाव से किनारा कर लिया। इसके बाद दिल्ली का सियासी पारा एक बार फिर चढ़ गया है। आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज और नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा पर तोड़फोड़ की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली में सत्ता को लेकर भाजपा की डिस्परेशन हम पिछले कई सालों से देख रहे हैं। नौ मार्च 2022 को चुनाव आयोग ने कहा कि पांच बजे शाम को एमसीडी के चुनाव घोषित किए जाएंगे।

    भाजपा पर लगाया गंभीर आरोप
    आप नेता सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा कि भाजपा ने चुनाव आयोग की घोषणा से पहले केंद्र सरकार और एलजी ने राज्य चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस रुकवा दी। तर्क दिया कि अभी हम चुनाव नहीं कराएंगे। इसके पहले हम डिलिमिटेशन करेंगे। दिल्ली की तीनों एमसीडी को एक करेंगे। इसके बाद एक से डेढ़ साल में चुनाव कराएंगे। डिस्परेशन था कि भाजपा एमसीडी में बुरी तरह हारने वाली थी। आम आदमी पार्टी को वोट देने के लिए लोग उतावले थे। इसलिए इसको टाल दिया गया। हदबंदी के दौरान एक-एक वार्ड भाजपा के हिसाब से बनाया गया।

    भाजपा अपना मेयर बना ले
    आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा “इसमें आम आदमी पार्टी के वोटर्स वाले वार्ड बड़े और भाजपा के समर्थक मतदाताओं वाले वार्ड छोटे-छोटे बनाए गए। ताकि एमसीडी में भाजपा पार्षदों की संख्या बढ़ाई जा सके। यह पूरी तरह से भ्रष्ट एक्सरसाइज केंद्र सरकार ने कराई। इसके बावजूद आम आदमी पार्टी को 134 सीटें मिलीं और भाजपा को 104 सीटें मिलीं। इसके बाद स्टैडिंग कमेटी और मेयर के चुनाव में हुआ वो हम सबने देखा। आज जो सीएम बनी हैं रेखा गुप्ता वो माइक तोड़ रही थीं। मेयर पर अटैक किया गया। इसमें सुप्रीम कोर्ट ने हस्तक्षेप किया। इसलिए हम लोगों ने एक फैसला किया कि हम इस बार मेयर के चुनाव में आम आदमी पार्टी का उम्मीदवार खड़ा नहीं करेंगे। भाजपा अपना मेयर बना ले।

    आतिशी ने क्या कहा?
    दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और कालकाजी से आप विधायक आतिशी ने कहा “भाजपा देशभर में जहां-जहां चुनाव हारती है। वहां-वहां पर साम दाम दंड भेद से पिछले दरवाजे से सरकार बनाने की कोशिश करती है। हमनें देश भर में देखा कि ऑपरेशन लोटस के माध्यम से चाहे गोवा हो, कर्नाटक हो, मध्य प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, महाराष्ट्र में दूसरी पार्टियों को तोड़कर भाजपा ने सरकार बना ली।”

  • बीजेपी सांसद दुबे पर चलेगा केस

    बीजेपी सांसद दुबे पर चलेगा केस

    सीजेआई को गृहयुद्ध का जिम्मेदार बताया था
    नई दिल्ली.
    भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे द्वारा सुप्रीम कोर्ट और भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना के खिलाफ की गई विवादास्पद टिप्पणियों ने कानूनी और राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। दुबे ने आरोप लगाया था कि सुप्रीम कोर्ट देश को अराजकता की ओर ले जा रहा है और मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना देश में हो रहे गृहयुद्धों के लिए जिम्मेदार हैं। इन टिप्पणियों के बाद एक वकील ने अटॉर्नी जनरल से आपराधिक अवमानना (क्रिमिनल कॉन्टेम्प्ट) की कार्रवाई शुरू करने की मंजूरी मांगी है।

    पूरा मामला यह है
    20 अप्रैल, 2025 को बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने सुप्रीम कोर्ट और सीजेआई संजीव खन्ना पर निशाना साधते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट अपनी सीमा से बाहर जा रहा है और देश में धार्मिक युद्ध भड़का रहा है। उनकी यह टिप्पणी सुप्रीम कोर्ट द्वारा वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 की संवैधानिकता पर सवाल उठाने और राष्ट्रपति व राज्यपालों को विधेयकों पर निर्णय लेने के लिए समयसीमा तय करने के फैसले के संदर्भ में आई थी। दुबे ने यह भी कहा कि अगर सुप्रीम कोर्ट को कानून बनाना है तो संसद को बंद कर देना चाहिए।

    विपक्ष ने बताया अपमानजनक
    इन बयानों पर तीखी प्रतिक्रिया हुई। विपक्षी दलों, खासकर कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और एआईएमआईएम ने इसे सुप्रीम कोर्ट की गरिमा पर हमला बताया। कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने इसे अपमानजनक करार दिया, जबकि आप की प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने सुप्रीम कोर्ट से स्वत: संज्ञान लेते हुए दुबे के खिलाफ अवमानना कार्रवाई की मांग की।

    कानूनी कार्रवाई की मांग
    सुप्रीम कोर्ट के एक वकील, अनस तनवीर, जो वक्फ अधिनियम मामले में याचिकाकर्ताओं में से एक हैं, ने अटॉर्नी जनरल आर. वेंकटरमणी को पत्र लिखकर निशिकांत दुबे के खिलाफ आपराधिक अवमानना की कार्रवाई शुरू करने की अनुमति मांगी। पत्र में कहा गया कि दुबे की टिप्पणियां बेहद अपमानजनक और खतरनाक रूप से उकसाने वाली हैं। यह भी आरोप लगाया गया कि सांसद ने सुप्रीम कोर्ट की स्वतंत्रता और गरिमा पर हमला किया और जनता में असंतोष भड़काने की कोशिश की। यह याचिका अवमानना अधिनियम, 1971 की धारा 15(1)(बी) के तहत दायर की गई है।

    सुप्रीम कोर्ट का रुख
    अभी तक सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में कोई औपचारिक बयान या स्वत: संज्ञान (सुओ मोटो) कार्रवाई शुरू नहीं की है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने अतीत में अपनी गरिमा और स्वतंत्रता पर हमले को गंभीरता से लिया है। वहीं, बीजेपी ने खुद को इससे अलग कर लिया। पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने 20 अप्रैल, 2025 को एक्स पर पोस्ट कर कहा कि दुबे और एक अन्य बीजेपी सांसद दिनेश शर्मा की टिप्पणियां निजी हैं और पार्टी इनका समर्थन नहीं करती। बीजेपी इन बयानों को पूरी तरह खारिज करती है और दोनों नेताओं को भविष्य में ऐसी टिप्पणियों से बचने का निर्देश दिया गया है। बीजेपी न्यायपालिका का सम्मान करती है और इसे लोकतंत्र का मजबूत स्तंभ मानती है।

  • ‘वक्फ सुधार जन जागरूकता अभियान शुरू

    ‘वक्फ सुधार जन जागरूकता अभियान शुरू

    भाजपा का आज से विशेष मुहिम
    नई दिल्ली.
    वक्फ कानून को लेकर फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए भारतीय जनता पार्टी एक्शन मोड में है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस कानून की खूबियों को मुस्लिम समाज तक पहुंचाने के लिए एक विशेष जागरूकता अभियान शुरू करने का फैसला किया है। पार्टी ने इस पहल को ‘वक्फ सुधार जन जागरूकता अभियान’ नाम दिया है, जो 20 अप्रैल से लेकर 5 मई तक चलेगा।

    देश भर में रखेंगे बात
    भाजपा के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं को इस अभियान के तहत देश भर में भेजा जाएगा, जहां वे मुस्लिम समुदाय के बीच जाकर वक्फ संशोधन अधिनियम की विशेषताओं और इसके संभावित लाभों के बारे में जानकारी देंगे। पार्टी का मानना है कि इस कानून को लेकर समाज में कई तरह की गलतफहमियां फैल गई हैं, जिन्हें दूर करना बेहद जरूरी है।

    गिनाएंगे लाभ
    इस अभियान को लेकर तैयारियों की शुरुआत पहले ही की जा चुकी है। 10 अप्रैल को भाजपा के राष्ट्रीय कार्यालय में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू और अन्य प्रमुख नेताओं ने हिस्सा लिया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य कार्यकर्ताओं को वक्फ कानून के प्रमुख बिंदुओं और उसके लाभों की विस्तार से जानकारी देना था। जेपी नड्डा ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि यह कानून पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने के उद्देश्य से लाया गया है और इसका उद्देश्य वक्फ संपत्तियों का बेहतर प्रबंधन सुनिश्चित करना है।

    सीधे संवाद करेंगे नेता
    कार्यशाला के बाद तय किया गया कि प्रशिक्षित कार्यकर्ताओं को विभिन्न राज्यों में भेजा जाएगा, जहां वे मुस्लिम समाज के बीच संवाद स्थापित करेंगे। भाजपा का यह कदम न केवल कानून को लेकर उठाए गए सकारात्मक प्रयासों को सामने लाने की कोशिश है, बल्कि पार्टी मुस्लिम समाज के साथ बेहतर संबंध स्थापित करने की दिशा में भी इसे एक अहम पहल मान रही है। फिलहाल वक्फ कानून को लेकर मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुका है, जहां इस पर बहस चल रही है।