Category: क्राइम

  • दो हत्याओं से सिहरा नागपुर

    दो हत्याओं से सिहरा नागपुर

    रंजिश और शराब के विवादों ने ली जान
    नागपुर.
    नागपुर में आपराधिक गतिविधियां थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ढाई घंटे के भीतर शहर में हुई दो हत्याएं इस बात का कड़वा सच बयां करती हैं। रंजिश और शराब के विवादों ने जिस तरह से दो जिंदगियां छीन लीं, वह न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि समाज में बढ़ती असहिष्णुता और हिंसा की प्रवृत्ति को भी दर्शाता है।

    दो लोगों को मौत के घाट उतारा
    पहली घटना में, जूनी मंगलवारी के हर्षल अनिल सौदागर (26) को गुजरी चौक में एक मामूली विवाद के बाद धारदार हथियारों से घेरकर मौत के घाट उतार दिया गया। यह दर्शाता है कि छोटे-मोटे झगड़े भी किस तरह खूनी रूप ले सकते हैं। दूसरी घटना कॉटन मार्केट के पास हुई, जहां शराब पीने-पिलाने को लेकर हुए विवाद में अमोल पैकूजी बनकर (36) की जान चली गई। आरोपी ने उन्हें लात मारी, जिससे उनके सिर में गंभीर चोट आई और अस्पताल ले जाते समय उनकी मृत्यु हो गई।

    सड़कों पर अब असुरक्षा का माहौल
    इन घटनाओं से स्पष्ट है कि नागपुर की सड़कों पर अब असुरक्षा का माहौल है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया है। हालांकि, यह पर्याप्त नहीं है। ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए पुलिस प्रशासन को और अधिक सक्रिय और दृढ होना होगा। गश्त बढ़ानी होगी, संदिग्ध गतिविधियों पर पैनी नज़र रखनी होगी और त्वरित न्याय सुनिश्चित करना होगा, ताकि अपराधियों में डर का माहौल बना रहे। साथ ही, समाज को भी अपनी भूमिका निभानी होगी। युवाओं में बढ़ती हिंसा की प्रवृत्ति पर अंकुश लगाने के लिए परिवारों और शैक्षणिक संस्थानों को नैतिक मूल्यों और संयम का पाठ पढ़ाना होगा। नागपुर को फिर से शांतिपूर्ण और सुरक्षित शहर बनाने के लिए पुलिस, प्रशासन और नागरिकों के संयुक्त प्रयास आवश्यक हैं।

  • सुरक्षा गार्ड की हत्या ने दी पुलिस को नई चुनौती

    सुरक्षा गार्ड की हत्या ने दी पुलिस को नई चुनौती

    बढ़ती आपराधिक गतिविधियों ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए
    नागपुर.
    नागपुर में अपराधों का बढ़ता ग्राफ चिंता का विषय बनता जा रहा है। वाठोडा इलाके में एक सुरक्षा गार्ड, लक्ष्मण रामदास मुले (48) की निर्मम हत्या ने शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

    दिन-दहाड़े अपराध
    जानकारी के अनुसार, वाठोडा में निर्माणाधीन एक इमारत में चोरी के इरादे से घुसे तीन आरोपियों ने विरोध करने पर सुरक्षा गार्ड लक्ष्मण मुले की धारदार हथियार से हत्या कर दी। गिरफ्तार आरोपियों, कुणाल वानखेड़े (20) और घनश्याम उर्फ धनुष वंजारी (23), का आपराधिक रिकॉर्ड है और ये मजदूरों व गरीब लोगों को लूटने के लिए जाने जाते हैं। इस वारदात से पहले भी इन्होंने एक पिज्जा डिलीवरी बॉय को लूटा था। गश्त कर रहे दो बीट मार्शल, पुलिस हवलदार चंद्रकांत और सिपाही किरण गवई ने सूझबूझ और बहादुरी से आरोपियों की पहचान की और लगभग 5 घंटे के भीतर उन्हें धर दबोचा।

    नेटवर्क मजबूत करने की जरूरत
    वाठोडा परिसर में विकास कार्यों के कारण सीसीटीवी कैमरों का बंद होना और अंधेरे का फायदा उठाना अपराधियों के लिए आसान हो जाता है। यह बुनियादी ढाँचे की कमी और सुरक्षा व्यवस्था में खामियों को उजागर करता है। अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस को अपनी गश्त और सूचना नेटवर्क को और मजबूत करना होगा, विशेषकर उन इलाकों में जहाँ विकास कार्य चल रहे हैं या जहाँ सीसीटीवी कैमरे अनुपलब्ध हैं। इसके साथ ही, सामुदायिक पुलिसिंग पर भी जोर देना चाहिए, ताकि नागरिक भी अपनी सुरक्षा में सक्रिय भूमिका निभा सकें।

  • मोबाइल हैक कर शिक्षक के 10 लाख उड़ाए

    मोबाइल हैक कर शिक्षक के 10 लाख उड़ाए

    नागपुर पुलिस ने साइबर अपराधियों को गुजरात से ढूंढ निकाला
    नागपुर.
    साइबर अपराधियों ने एक बार फिर अपनी खतरनाक चाल चली है और इस बार उनका शिकार बने हैं नागपुर के एक शिक्षक। एक चौंकाने वाली घटना में, एक शिक्षक के बैंक खाते से 10 लाख रुपये उड़ाने वाले दो साइबर अपराधियों, आनंद डढाडिया (29) और रिजवान शेख (30) को गुजरात से गिरफ्तार कर नागपुर लाया गया है। इन्हें 19 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है, क्योंकि पुलिस उनसे इस बड़े गिरोह के बारे में अहम जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है।

    चौंकाने वाला खुलासा
    पूछताछ में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि यह सिर्फ दो लोगों का काम नहीं है, बल्कि यह एक संगठित साइबर अपराध गिरोह है। इस गिरोह के सदस्य मोबाइल हैकिंग, बैंक लेन-देन, पैसे निकालने और उनके वितरण जैसे कामों में माहिर हैं। हर सदस्य को एक खास काम सौंपा जाता है, जिससे यह धोखाधड़ी की चेन पूरी होती है। इस जानकारी के आधार पर, पुलिस को इस मामले में और भी गिरफ्तारियां होने की उम्मीद है।

    लिंक भेजकर फांसा
    पुलिस के अनुसार, जरीपटका इलाके में ट्यूशन क्लास चलाने वाले पीड़ित शिक्षक के पास बड़ी संख्या में छात्र हैं। जालसाजों ने उन्हें केवाईसी अपडेट करने के लिए एक लिंक भेजा। लिंक पर क्लिक करते ही मोबाइल पूरी तरह से हैक हो गया। साइबर अपराधियों ने उनके मोबाइल पर नियंत्रण कर लिया और इसी का फायदा उठाकर शिक्षक के बैंक खाते से 10 लाख रुपये की बड़ी रकम अपने खाते में ट्रांसफर कर ली।

    लोकेशन ढूंढ निकाला
    जब शिक्षक बैंक पहुंचे, तब उन्हें इस धोखाधड़ी का पता चला। उन्होंने तुरंत साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक बलिराम सुतार के निर्देश पर, साइबर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और तकनीकी जांच के माध्यम से आरोपियों की लोकेशन गुजरात के जूनागढ़ में पाई। नागपुर साइबर पुलिस की एक टीम तुरंत जूनागढ़ पहुंची और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर नागपुर ले आई।

    सभी के लिए चेतावनी
    यदि आपको किसी भी प्रकार की साइबर धोखाधड़ी का संदेह होता है या आप इसके शिकार होते हैं, तो तुरंत स्थानीय पुलिस या साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराएं। सभी के लिए एक बड़ी चेतावनी है कि साइबर अपराधी हमेशा नए-नए तरीकों से लोगों को ठगने की फिराक में रहते हैं। ऑनलाइन दुनिया में सुरक्षित रहने के लिए सतर्कता और जागरूकता ही सबसे महत्वपूर्ण हथियार हैं।

  • सौतेला पिता ने 4 साल की बेटी की हत्या कर समुद्र में फेंका

    सौतेला पिता ने 4 साल की बेटी की हत्या कर समुद्र में फेंका

    मोबाइल की लत के कारण था परेशान, बना हैवान
    मुंबई.
    मुंबई से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है। एंटॉप हिल इलाके में एक सौतेले पिता ने अपनी 4 साल की मासूम बेटी की बेरहमी से हत्या कर दी, क्योंकि वह मोबाइल चलाने की आदत के कारण देरी से सोती थी, जिसके चलते 40 वर्षीय आरोपी को अपनी पत्नी के साथ समय बिताने का मौका नहीं मिल रहा था। आरोपी इमरान शेख (40) अपनी पत्नी नाजिया और चार साल की सौतेली बेटी के साथ मध्य मुंबई के एंटॉप हिल इलाके में रहता था। शेख और बच्ची की मां नाजिया ने बेटी की गुमशुदगी को लेकर एंटॉप हिल थाने में शिकायत दर्ज कराई थी।

    अपहरण का मामला दर्ज हुआ
    अधिकारियों ने बताया कि सोमवार रात करीब पौने एक बजे बच्ची के लापता होने की सूचना उसकी मां नाजिया और सौतेले पिता इमरान शेख ने दी थी, जिसके बाद पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर तलाश शुरू कर दी। नाजिया घरेलू सहायिका का काम करती है। बच्ची को रात में मोबाइल पर देर तक गेम खेलना पसंद था, जिससे परेशान होकर इमरान ने क्रूरता की सारी हदें पार कर दीं। उसने बच्ची का गला घोंटकर उसकी हत्या की और फिर पकड़े जाने से बचने के लिए शव को अरब सागर में फेंक दिया। पुलिस ने बताया कि इमरान शेख ने बच्ची की हत्या करने के बाद किसी को शक न हो, इसलिए उसका शव कुलाबा इलाके में समुद्र में फेंक दिया। लेकिन अगले ही दिन सुबह करीब साढ़े आठ बजे दक्षिण मुंबई में ससून डॉक के पास मासूम का शव समुद्र में तैरता हुआ पाया गया।

  • दोस्त की पत्नी का यौन उत्पीड़न

    दोस्त की पत्नी का यौन उत्पीड़न

    पुलिसकर्मी ने किया विश्वासघात
    नागपुर.
    महाराष्ट्र के नागपुर जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक पुलिस कांस्टेबल की पत्नी के यौन उत्पीड़न के आरोप में मुंबई पुलिस के एक सब-इंस्पेक्टर के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। आरोपी और पीड़ित महिला का पति बचपन के दोस्त हैं, लेकिन इस भरोसे के रिश्ते को पुलिस सब-इंस्पेक्ट ने शर्मसार कर दिया। यह घटना बचपन की दोस्ती और भरोसे पर एक गहरा आघात है।

    बचपन की दोस्ती को किया शर्मसार
    कोंढाली पुलिस थाने में दर्ज शिकायत के अनुसार, आरोपी पीएसआई ने फरवरी में एक पारिवारिक पिकनिक के दौरान नागपुर के पास एक रिसॉर्ट में महिला का यौन उत्पीड़न किया। यह घटना एक सुखद पारिवारिक आयोजन को भयावह अनुभव में बदल गई। सिर्फ यही नहीं, आरोपी की हिम्मत इतनी बढ़ गई कि उसने 13 मई को नागपुर जिले के हिंगना इलाके स्थित पीड़िता के घर पर भी फिर से वही घिनौनी हरकत की। पीड़िता और उसका पति मूल रूप से गड़चिरोली जिले के निवासी हैं।

    डर से खामोश रही
    शुरुआत में, पीड़िता ने समाज में बदनामी और अपने परिवार की प्रतिष्ठा को लेकर डर के मारे किसी को कुछ नहीं बताया। यह सामाजिक दबाव और बदनामी का डर अक्सर यौन उत्पीड़न के मामलों में पीड़ितों को चुप करा देता है। हालांकि, हाल ही में पीड़िता ने साहस दिखाते हुए अपने पति को पूरी घटना के बारे में बताया। पति-पत्नी दोनों ने मिलकर इस अन्याय के खिलाफ खड़े होने का फैसला किया, जिसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

    मामले की जांच जारी
    पुलिस ने आरोपी पीएसआई के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता और अनुसूचित जाति एवं जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है। आरोपी वर्तमान में मुंबई के विनोबा भावे नगर थाने में तैनात है। आरोपी सब-इंस्पेक्टर को गिरफ्तार करने के लिए एक विशेष टीम को मुंबई भेजा गया है। इस त्वरित कार्रवाई से यह सुनिश्चित होने की उम्मीद है कि आरोपी को जल्द ही कानून के दायरे में लाया जाएगा। मामले की जांच जारी है और जल्द ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। यह घटना पुलिस बल के भीतर भी नैतिकता और भरोसे के मुद्दों पर सवाल उठाती है। यह उन सभी महिलाओं के लिए एक चेतावनी भी है कि वे ऐसे मामलों में चुप न रहें और न्याय के लिए आगे आएं।

  • काकांचे अमानवी कृत्य – वडिलोपार्जित घरावर ताबा मिळवण्यासाठी पुतणीला घराबाहेर फेकले, शिवीगाळ-धमकीप्रकरण midc पोलीस ठाण्यात

    काकांचे अमानवी कृत्य – वडिलोपार्जित घरावर ताबा मिळवण्यासाठी पुतणीला घराबाहेर फेकले, शिवीगाळ-धमकीप्रकरण midc पोलीस ठाण्यात

    काकांचे अमानवी कृत्य – वडिलोपार्जित घरावर ताबा मिळवण्यासाठी पुतणीला घराबाहेर फेकले, शिवीगाळ-धमकीप्रकरण midc पोलीस ठाण्यात
    नागपूर | WH NEWS
    वडिलांचे छत्र हरपल्यानंतर आधार बनण्याऐवजी पुतणीला घराबाहेर काढण्याचा अमानवी प्रयत्न काकांकडून झाल्याची धक्कादायक घटना एम.आय.डी.सी पोलीस स्टेशन अंतर्गत रमाबाई नगर जयताळा परिसरात समोर आली आहे. आरोपी काका मोरेश्वर नितनवरे आहे त्यांच्यावर bns कलम 115(2), 352 अंतर्गत गुन्हा दाखल करण्यात आला.

    वडिलोपार्जित घरावर ताबा मिळवण्यासाठी काका मोरेश्वर नितनवरे व रामेश्वर नितनवरे यांनी पुतणी व तिच्या भावंडांना धमकावून, घरातील सामान बाहेर फेकून दिल्याचा प्रकार घडला आहे. या प्रकरणी पोलीस ठाण्यात तक्रार दाखल झाली असून पुढील कारवाईसाठी न्यायालयाचा मार्ग दाखविण्यात आला आहे.


    प्राप्त माहितीनुसार, अर्जदार ही प्रगती नितनवरे यांची बहिण असून ती सध्या नागपूर येथील एम.आय.डी.सी परिसरात आपल्या भावासह वडिलोपार्जित घरात राहत आहे. सदर जागेचे हिस्सेवाटप अद्याप झाले नसल्याने न्यायालयात वाद सुरू आहे. या घराची खरेदी अर्जदार हिच्या वडिलांनी केली होती. त्या अनुषंगाने तिला हक्काचा वाटा मिळावा यासाठी तिने न्यायालयात दावा दाखल केला आहे.
    दरम्यान, काही दिवसांपूर्वी प्रगती नितनवरे ही बहिणीस भेटण्यासाठी घरी आली असता, काका रामेश्वर नितनवरे यांनी अचानक घरी येऊन ‘हे माझ्या वडिलांचे घर आहे, तुला इथे राहायचं नाही’ अशी धमकी दिली. त्याचप्रमाणे शिवीगाळ व धक्काबुक्की करत घरातून बाहेर जाण्यास भाग पाडले. यावेळी समज देण्याचा प्रयत्न केला असता त्यांनी कोणतीही समज न घेता पुन्हा अपमानजनक वर्तन केले.


    या प्रकरणी सहाय्यक पोलीस निरीक्षक किशोरी माने यांनी सदर प्रकार हा चडखलपात्र असून अर्जदारास कलम 115(2), 352 BNS नुसार कोर्टात दाद मागण्याचा सल्ला दिला आहे.
    याशिवाय, काका मोरेश्वर नितनवरे यांनी घरातील वस्तू अक्षरशः बाहेर फेकून दिल्या व दुसऱ्या काकाने – रामेश्वर नितनवरे – पुतणीच्या भावाला घरी येऊन धमकी दिली की “आम्ही तुला इथे राहू देणार नाही,

    विशेष म्हणजे, हे दोन्ही काका त्यांच्या वडिलांच्या (म्हणजे पुतणीच्या आजोबांच्या) दुसऱ्या घराबाबतही त्याच पद्धतीने पुतणीच्या भावंडांना फसवून, विश्वासात न घेता नावावर करून घेऊन आता त्यावरही हक्क हिरावून घेत आहेत.
    पुतणी प्रगती थूल, मीनाक्षी बोरकर, व भाऊ अमृत ज्ञानेश्वर नितनवरे यांचा दावा आहे की वडिलांच्या मृत्यूनंतर काकांनी मदत करायची सोडून उलट त्रास देण्यास सुरुवात केली. आधी दोन्ही काकांमध्ये वाद होता, मात्र आता एकत्र येऊन पुतणीच्या कुटुंबास त्रास देत आहेत.
    या प्रकरणी MIDC पोलिस स्टेशनमध्ये पूर्वीही एकमेकांवर तक्रारी दाखल झाल्या होत्या, मात्र आता पुतणीला प्रत्यक्ष धमकी देणे, मारहाण करणे, घराबाहेर काढणे यामुळे प्रकरण गंभीर बनले आहे.

  • शादी का वादा कर बनाता रहा संबंध

    शादी का वादा कर बनाता रहा संबंध

    रबड़ी में मिलाकर खिला दी गर्भपात की गोली, फिर शादी से इनकार
    पुणे.
    पुणे जिले के हिंजवड़ी क्षेत्र से एक धोखाधड़ी और यौन शोषण का गंभीर मामला सामने आया है। यहां एक इंजीनियर युवक ने अपनी प्रेमिका का धोखे से गर्भपात कर दिया। उसने रबड़ी में गर्भपात की गोलियां मिलाकर जबरन गर्भपात करा दिया। पीड़िता की शिकायत पर हिंजवड़ी पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है। हालांकि अभी तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। पीड़िता पेशे से इलेक्ट्रिकल कॉन्ट्रैक्टर है। उसने पुलिस में दी शिकायत में बताया कि उसकी आरोपी आदर्श वाल्मीक मेश्राम से कॉलेज के दिनों से जान-पहचान थी। दोनों का प्रेम संबंध 2018 से चल रहा था। आदर्श पुणे की एक निजी आईटी कंपनी में इंजीनियर है।

    शादी करने से किया इनकार
    पीड़िता के मुताबिक, आरोपी आदर्श ने कई बार शादी का वादा कर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। पीड़िता ने बताया कि जब भी शादी की बात आती, वह टाल-मटोल करता रहा। पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि 2024 में एक होटल में आदर्श ने उसका यौन शोषण किया। जब उसने विरोध किया तो उसके साथ मारपीट की गई। 23 जून 2025 को आदर्श के जन्मदिन पर पीड़िता यवतमाल से पुणे आई थी। इस दौरान आदर्श के मोबाइल में अन्य लड़कियों से रिश्तों के सबूत मिले, जिससे उसे ठगा हुआ महसूस हुआ। वह पहले ही गर्भवती हो चुकी थी, लेकिन जब उसने शादी की बात की तो आदर्श ने साफ इनकार कर दिया।

    रबड़ी में मिलाकर दी गर्भपात की दवा
    पीड़िता का दावा है कि 3 जुलाई को आदर्श ने रबड़ी में गर्भपात की दवा मिलाकर उसे खिला दी, जिससे उसका गर्भपात हो गया। इसके बाद पीड़िता ने इलाज कराया और फिर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पीड़िता का यह भी कहना है कि आदर्श अन्य कई लड़कियों से भी संबंध में था। उसकी एक पूर्व प्रेमिका ने भी बताया कि उसके साथ भी शादी का झांसा देकर यौन शोषण किया गया था।

  • शौचालय में खून के धब्बे, मासिक धर्म चेक करने छात्राओं के उतरवाए कपड़े

    शौचालय में खून के धब्बे, मासिक धर्म चेक करने छात्राओं के उतरवाए कपड़े

    आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
    ठाणे.
    ठाणे जिले के एक स्कूल में मासिक धर्म की जांच के लिए छात्राओं के कपड़े उतरवाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। अधिकारियों ने बताया कि कक्षा 5 से 10 कक्षा तक की लड़कियों को यह जांचने के लिए कपड़े उतरवाए गए कि उन्हें मासिक धर्म हो रहा है या नहीं।

    छात्राओं के अभिभावकों में आक्रोश फैल गया
    पुलिस ने बताया कि यह घटना मंगलवार को कस्बे के आर.एस. दमानी स्कूल में हुई जब शौचालय में खून के धब्बे पाए गए। इससे छात्राओं के अभिभावकों में आक्रोश फैल गया और उन्होंने बुधवार को स्कूल परिसर में विरोध प्रदर्शन किया और इस घटना में शामिल प्रबंधन और शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

    अभिभावक ने दर्ज कराई शिकायत
    एक छात्रा के अभिभावक द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, कक्षा 5 से 10 कक्षा तक की लड़कियों को स्कूल के कन्वेंशन हॉल में बुलाया गया और उन्हें प्रोजेक्टर के माध्यम से शौचालय और फर्श पर खून के धब्बों की तस्वीरें दिखाई गईं और पूछा गया कि क्या उनमें से किसी को मासिक धर्म हो रहा है। इसके बाद इन लड़कियों को दो समूहों में बांट दिया गया। जिन लड़कियों ने कहा कि उन्हें मासिक धर्म हो रहा है, उनसे शिक्षकों को अपने अंगूठे के निशान देने को कहा गया। लेकिन जिन लड़कियों ने कहा कि उन्हें मासिक धर्म नहीं हो रहा है, उन्हें एक-एक करके शौचालय ले जाया गया और एक महिला शिक्षिका ने उनके गुप्तांगों की जांच की।

    स्कूल की प्रधानाचार्या, चार शिक्षिकाओं पर मामला दर्ज
    पुलिस ने बताया कि शिकायत के आधार पर स्कूल की प्रधानाचार्या, चार शिक्षिकाओं, परिचारिका और दो ट्रस्टियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। ठाणे ग्रामीण के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल जाल्टे ने कहा कि जब अभिभावकों को छात्राओं की इस तरह की जांच के बारे में पता चला, तो वे स्कूल में इकट्ठा हो गए और संबंधित शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। शाहपुर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक मुकेश धागे ने बताया कि इस सिलसिले में अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।

  • नागपुर में सोनम रघुवंशी जैसा कांड

    नागपुर में सोनम रघुवंशी जैसा कांड

    पति हुआ अपाहिज तो आसिफ से इश्क लड़ा बैठी दिशा, फिर सुला दी मौत की नींद
    नागपुर.
    नागपुर के तरुड़ी खुर्द इलाके में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। एक 30 साल की महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की जान ले ली। मृतक चंद्रसेन रामटेके (38) पिछले एक साल से बिस्तर पर थे और चल-फिर नहीं सकते थे। वह पैरालिसिस से पीड़ित थे। चंद्रसेन की बीमारी के दौरान उनकी पत्नी दिशा का एक 28 साल के शख्स असिफ उर्फ राजाबाबू टायरवाला के साथ इश्क परवान चढ़ा। जब चंद्रसेन को इस रिश्ते का पता चला तो घर में तनाव बढ़ गया। इस बेवफाई ने आखिरकार एक खतरनाक साजिश को जन्म दिया।

    लव, अफेयर और खौफनाक कत्ल
    पुलिस के मुताबिक, दिशा ने अपने प्रेमी असिफ के साथ मिलकर चंद्रसेन को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। प्लान के मुताबिक, चंद्रसेन का मारने के लिए शुक्रवार को दिन चुना गया। आरोप है कि जब दिशा अपने प्रेमी के साथ अपने पति को मौत के घाट उतारने गई तो उसने चंद्रसेना का हाथ पकड़ा था और उसके प्रेमी आसिफ ने ताकिए से दम घोंट दिया। कत्ल के बाद दिशा ने दावा किया कि चंद्रसेन की मौत बीमारी की वजह से हुई, मगर पोस्टमॉर्टम में उसके दावे झूठे साबित हुए। जब पुलिस ने दिशा से सख्ती से पूछताछ की, तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। वाथोडा पुलिस स्टेशन के अधिकारी ने बताया कि दिशा और असिफ को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों के खिलाफ कत्ल का मामला दर्ज किया गया है।

  • दो बार तलाक, तीसरी बार शादी का वादा कर रेप

    दो बार तलाक, तीसरी बार शादी का वादा कर रेप

    पुणे में पति को कोर्ट ने किया बरी
    पुणे.
    महाराष्ट्र में एक अजीब मामला सामने आया है। यहां पुणे की एक अदालत ने एक आदमी को बरी कर दिया है। उस पर उसकी पूर्व पत्नी ने आरोप लगाया था कि उसने तलाक के बाद उससे दोबारा शादी करने का वादा करके बलात्कार किया। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश एसआर सालुंखे ने पिछले हफ्ते आदमी को बरी करने का आदेश दिया। अदालत ने महिला के लगाए गए आरोपों को खारिज कर दिया। अदालत ने कहा कि दोनों के बीच शारीरिक संबंध आपसी सहमति से थे।

    पर्याप्त सबूत नहीं
    जज ने अपने आदेश में कहा कि अभियोजन पक्ष आईपीसी की धारा 376(2)(एन) के तहत अपराध साबित नहीं कर पाया है। ऐसा अपराध साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत भी नहीं हैं। मान लीजिए कि शिकायतकर्ता और आरोपी के बीच कोई शारीरिक संबंध था, तो भी वे अपराध नहीं माने जाएंगे। क्योंकि वे सहमति से थे और शादी के बहाने नहीं थे। इसका कानूनी नतीजा यह है कि आरोपी को दोषी नहीं ठहराया जा सकता। इसलिए, वह बरी होने का हकदार है।

    2012 में हुई दूसरी शादी
    फैसले के बाद महिला ने कहा कि वह बॉम्बे हाई कोर्ट में अपील करेगी। अभियोजन पक्ष के अनुसार, शिकायतकर्ता महिला और आदमी ने 2002 में शादी की थी और उनकी दो बेटियां हैं। हालांकि, आरोपी 2010 में महिला को छोड़कर चला गया और 2012 में दोबारा शादी कर ली। 2015 में एक अदालत ने उन्हें तलाक दे दिया।

    महिला की दूसरी शादी 5 महीने चली
    तलाक के बाद महिला ने दूसरे आदमी से शादी की, लेकिन उनकी शादी सिर्फ पांच महीने तक चली। अभियोजन पक्ष ने कहा कि आरोपी 2019 में फिर से महिला के संपर्क में आया। अभियोजन पक्ष ने तर्क दिया कि आरोपी ने महिला को फिर से शादी करने का आश्वासन दिया। इसके बाद उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। जब महिला ने आरोपी से शादी के बारे में पूछा, तो उसने कथित तौर पर उससे शादी करने से इनकार कर दिया। इसके बाद उसने 2020 में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

    अभियोजन पक्ष का तर्क
    पुलिस ने प्रारंभिक जांच की और बाद में आदमी को आईपीसी की धारा 376(2)(एन) के तहत गिरफ्तार कर लिया। अभियोजन पक्ष ने तर्क दिया कि आरोपी ने बार-बार महिला की सहमति के बिना, उससे दोबारा शादी करने का झूठा वादा करके बलात्कार किया। आरोपी का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील मिलिंद पवार ने तर्क दिया कि शिकायत झूठी थी। यह आरोपी द्वारा महिला के खिलाफ जबरन वसूली के लिए दर्ज कराई गई एक और शिकायत का नतीजा थी।