कोर्ट ने सुनाई 6 साल की सजा
इंडियाना.
अमेरिका के इंडियाना में अजीबोगरीब मामला सामने आया है। वहां की एक महिला, जिसका वजन 153 किलो है, अपने 10 साल के सौतेले बेटे पर बैठ गई, जिससे उसकी जान निकल गई। इस मामले में वहां की अदालत ने उसे 6 साल की सजा सुनाई है।
5 मिनट तक उसके ऊपर बैठी रही
10 साल के बच्चे का नाम डकोटा लेवी स्टीवंस था। घटना अप्रैल 2024 में हुई थी। सौतेली मां जेनिफर ली विल्सन पर आरोप था कि वह उसे मारती-पीटती थी। गुस्से में एक दिन उसके ऊपर बैठ गई। पुलिस के मुताबिक, डकोटा घर से भागकर पड़ोसी के पास गया था और कह रहा था कि उसके माता-पिता उसे मारते हैं। इसके बाद जेनिफर उसे वापस लाई, लेकिन उसने फिर भागने की कोशिश की। जेनिफर का कहना था कि डकोटा ‘शरारत’ कर रहा था और जमीन पर लेट गया। उसे रोकने के लिए वो उसके पेट पर करीब 5 मिनट तक बैठ गई। डकोटा चुप हो गया, जेनिफर को लगा वो नाटक कर रहा है। उसने पूछा, “क्या तू नाटक कर रहा है?” फिर देखा कि उसकी आँखें पीली पड़ गईं।
साँस रुकने से मौत
जेनिफर ने सीपीआर शुरू किया और 911 बुलाया। अस्पताल में 27 अप्रैल को डकोटा की मौत हो गई। पोस्टमॉर्टम में पता चला कि उसकी साँस रुकने से (मैकेनिकल अस्फिक्सिया) मौत हुई, जो हत्या थी। डकोटा का वजन 41 किलो (91 पाउंड) था, तो फोस्टर मदर (पालन-पोषण करने वाली माँ) जेनिफर का वजन 340 पाउंड यानी 153 किलो से भी ज्यादा का। जेनिफर को जनवरी 2025 में 6 साल की सजा हुई, जिसमें 1 साल प्रोबेशन पर है।
153 किलो की ‘माँ, बैठ गई 10 साल के बेटे पर, निकल गई जान

1
/
1276


आज होळी दहन, उद्या धुलीवदंन मात्र हुडदंग घालणाऱ्यांनो सावधान, वाडी पीआई राजेश तटकरे यांचा ईशार!

महाबोधी महाविहार मुक्ती साठी वंचीत ने काढला जिल्हाधिकारी कार्याल्यावर मोर्चा | WH News Nagpur

महाबोधी महाविहार मुक्ती के लिए बिहार में बसपा विधायको ने उठाया था मामला - सुनील डोंगरे | WH News

Mahabodhi mahavihar विहार मुक्ती के लिए भीमसेना का तिसरे दिन आंदोलन जारी! | Nagpur

Mahabodhi mahavihar आंदोलन, अब लेकर रहेंगे हमारा विहार हम.!

महाबोधी महाविहार मुक्ती के लिए नागपूर में भन्ते संघ उत्तरे मैदान में, नागपूर में होंगा बडा आंदोलन!
1
/
1276
