जम्मू.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों से जुड़े आतंकवादियों द्वारा सीमा पार से घुसपैठ की जांच के सिलसिले में बुधवार को जम्मू में 12 स्थानों पर तलाशी ली। अधिकारियों ने बताया कि जिन लोगों के यहां छापेमारी की जा रही है, उनमें आतंकवादी समूहों के समर्थक और ओवरग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) भी शामिल हैं, जो भारत में घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों को रसद, छिपने के स्थान और सुरक्षित मार्ग उपलब्ध कराने में मदद करते हैं।
मिली गोपनीय जानकारी
संघीय एजेंसी ने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े सक्रिय आतंकवादियों के अंतर्राष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा (एलओसी) के माध्यम से भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ के संबंध में सूचना के आधार पर पिछले साल 24 अक्टूबर को घुसपैठ संबंधी घटनाओं में मामला दर्ज किया था। एक अधिकारी ने कहा, “ये घुसपैठ जम्मू क्षेत्र के गांवों में स्थित ओजीडब्ल्यू और अन्य आतंकवादी सहयोगियों द्वारा सुगम बनाई गई थी, जो आतंकवादियों को रसद सहायता, भोजन, आश्रय, धन उपलब्ध कराने में लगे हुए थे। संदिग्ध हाइब्रिड आतंकवादी और ओजीडब्ल्यू प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों की नवगठित शाखाओं और सहयोगियों से जुड़े हुए हैं।
Category: क्राइम
-
जम्मू में एनआईए की 12 स्थानों पर छापेमारी
-
‘कब्र’ पर सियासत, नागपुर में नफरत की आग
-गंगा-जमुनी तहजीब हुई तार-तार
-सड़कों पर पड़े पत्थर दे रहे गवाही
नागपुर.
मुगल शासक औरंगजेब की कब्र को लेकर उठीं नफरत की लपटों में सोमवार रात सेंट्रल नागपुर झुलस गया। एक अफवाह से फैली हिंसा में दंगाइयों ने जमकर उत्पात मचाया। अफवाह थी कि कुछ लोगों ने एक धार्मिक किताब को जला दिया है। यह अफवाह उस प्रदर्शन के दौरान फैली, जो दक्षिणपंथी समूहों ने किया था। वे औरंगजेब के मकबरे को हटाने की मांग कर रहे थे। अचानक दो समुदायों के लोग आपस में भिड़ गए। दर्जनों गाड़ियां स्वाहा कर दी गईं। हाथों में पत्थर लिए भीड़ ने पुलिस को भी नहीं बख्शा। उपद्रवी घर के अंदर तक घुसे और तोड़फोड़ की।
इसके बाद पथराव और तोड़फोड़
बताया जा रहा है कि विश्व हिंदू परिषद ने गोबर के कंडों से भरा एक हरे रंग का कपड़ा जला दिया। उनके मुताबिक, ये औरंगजेब की प्रतीकात्मक कब्र थी। इस घटना का वीडियो वायरल होते ही देर शाम 7:30 बजे महाल इलाके में हिंसा भड़क गई। इसके बाद पथराव और तोड़फोड़ शुरू हो गई। उपद्रवियों ने घरों पर पथराव किया और सड़क पर खड़े दर्जनों वाहनों में तोड़फोड़-आगजनी की। पुलिस पर भी हमला किया गया। डीसीपी निकेतन कदम कुल्हाड़ी के हमले से घायल हो गए। कानून-व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए बल प्रयोग करने के साथ ही आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। रात 10.30 बजे से 11.30 बजे के बीच ओल्ड भंडारा रोड के पास हंसपुरी इलाके में एक और झड़प हुई।
सोची समझी साजिश को आरोप
अब चर्चा तेज है कि क्या यह एक सोची समझी साजिश थी? ये सवाल इसलिए उठ रहा है, क्योंकि वहां पत्थरों का ढेर मिला है। सियासत गर्म है, शिवसेना और बीजेपी नेता इसे सुनियोजित साजिश बता रहे हैं। सीएम देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में बताया कि नागपुर हिंसा को लेकर 5 एफआईआर दर्ज की गई है। घटना में 31 पुलिसकर्मी और 7 नागरिक घायल हुए हैं। सीएम देवेंद्र फडणवीस नागपुर हिंसा को लेकर बेहद सख्त हैं। वहीं, डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे को इसमें साजिश की बू आ रही है।
उपद्रवियों को बख्शा नहीं जाएगा : शिंदे
उप-मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि औरंगजेब का समर्थन करने वाले देशद्रोही हैं, उपद्रवियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि यह घटना पूरी प्लानिंग के तहत हुई है। पेट्रोल बॉम्ब का इस्तेमाल हुआ है। 4 डीसीपी और कई पुलिस वाले घायल हैं। आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। नागपुर पुलिस ने अबतक हिंसा में शामिल 50 से ज्यादा लोगों को अरेस्ट कर लिया है। इलाके में कर्फ्यू लगा हुआ है। उधर, दूसरे पक्ष की शिकायत के आधार पर पुलिस ने विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कर ली है।
जो प्रत्यक्षदर्शियों ने देखा
परिसर को लोगों का कहना है कि भीड़ ने योजना बनाकर हमला किया था। वे हमारे इलाके में आए और पत्थर फेंके। 8 गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई। दो गाड़ियों को आग लगा दी गई। इस भीड़ में लोग मुखौटे पहने हुए थे। स्थानीय लोगों ने यह भी दावा किया है कि उनके पास पेट्रोल बम भी थे। सुबह जब विरोध प्रदर्शन हुआ तो पुलिस ने हस्तक्षेप किया। रात में महाराज की मूर्ति वाले स्थान और अन्य क्षेत्रों पर पत्थर फेंके गए और गाड़ियों में आग लगा दी गई। अग्निशमन कर्मियों और कर्मचारियों के साथ मारपीट की गई।
पुलिस ने बताया क्या हुआ
पुलिस कमिश्नर रवींद्र सिंगल के अनुसार, शहर के 11 इलाकों कोतवाली, गणेशपेठ, तहसील, लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाड़ा, यशोधरानगर और कपिलनगर में में कर्फ्यू लगाया गया है। वहीं, मंत्री योगेश कदम ने मंगलवार को बताया कि 47 लोगों को हिरासत में लिया गया है। 12 से 14 पुलिस कर्मियों को चोटें आई हैं, 2-3 नागरिक भी घायल हैं। हिंसा के कारणों की जांच की जा रही है। अब मुंबई के मुस्लिम बहुल इलाकों में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: -
बर्डी पुलीस मारपीट मामला..पुलीस की जांच धिमी!पीडित जायेगा मानवधिकार आयोग, लेंगा पत्रकार परिषद.! -बर्डी का डिबी स्कॉट आ सकता मुश्किल में.! -बिहारी नेता भी मामले को उठायेंगे!
बर्डी पुलीस मारपीट मामला..पुलीस जांच धिमी!
-पीडित जायेगा मानवधिकार आयोग, लेंगा पत्रकार परिषद.!
-बर्डी का डिबी स्कॉट आ सकता मुश्किल में.!
-बिहारी नेता भी मामले को उठायेंगे!नागपूर 17 मार्च –बर्डी पुलीस स्टेशन के डिबी स्कॉट ने 20जनवरी को सुनीलकुमार राय, बिहार निवासी की जमकर पिटाई की हैं. जिसकी खबर WH NEWS ने प्रमुखतासे प्रकाशित की, जिसपर डीसीपी राहुल मदने ने जांच बिठाई. लेकिन जांच कच्छूआ गती से धिमी चल रही हैं.अबतक जांच सामने नही जाने से अब पीडित सुनील मानवधिकार आयोग को शिकायत करने वाला हैं, फिर पत्रकार परिषद लेकर मामले की जानकारी देंगे.इस मामलेको अब नागपूर में बिहारी नेता भी उठायेंगे.
सूत्र के जानकारी अनुसार पुलीस ने सुनील को बयान देने एसीपी कार्यालय बुलाया गया लेकिन सुनील आ नही रहा, बता दे की सुनील एक मुसाफिर हैं जिस तरह पुलीस ने उसकी पीटाई की जिसके कारण सुनील बहुत डरा हुआ हैं.उसके मन आज भी पुलीस का ख्वाब हैं.सुनील को ढुंडकर बयान ले सकती हैं लेकिन पुलीस ऐसा नही कर रही हैं.
अब कुछ ‘ बिहारी ‘समाजिक संघटन सामने आकार सुनील को न्याय दिलाने के लिए आगे आयेंगे.और सुनील को लेकर पत्रकार परिषद लेंगे.
अब और यह मामला सामने आयेगा, सुनील अपनी हकीकत प्रेस मीडिया के सामने जल्द ही बतायेगा.यह जानकारी सुनील ने हमारे संवाददाता को दी.– एक मामले में मानवधिकार आयोग ने पीडिता को 5लाख रुपये देने का आदेश!
अंबरनाथ शिवाजी नगर पुलीस थाने में ऐसा ही एक मामला मारपीट का सामने आया. जिसमे पीडित ने मानवधिकार आयोग को शिकायत की थी. जिसमे आयोग ने 5लाख रुपये पीडिता को देने का आदेश दिया गया. वैसा ही मामला बर्डी थाने में हुआ. मामला मानवधिकार गया तो पुलीस की मुश्किले बढ सकती हैं.
Acp जांच कर रहें हैं.
इस मामले की जांच acp को दी गई हैं, जांच कर रहें हैं
-राहुल मदने डिसिपी
-
देश में घुसे 12 बांग्लादेशी गिरफ्तार, नहीं बचेंगे मददगार
नई दिल्ली.
दिल्ली पुलिस ने साउथ ईस्ट और साउथ दिल्ली से एक ऑपरेशन के दौरान 12 से ज़्यादा बांग्लादेशियों को गिरफ़्तार किया है। दिल्ली पुलिस के अनुसार, दो बांग्लादेशी सदर बाजार क्षेत्र से पकड़े गए हैं, जबकि तीन आरोपियों को बाहरी जिले से गिरफ्तार किया गया है। अवैध रूप से राजधानी में रह रहे इन बांग्लादेशियों ने अपने दस्तावेज भी बनवा लिए थे। दरअस, बीतें 28 फरवरी को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली में कानून व्यवस्था की समीक्षा की थी। इस दौरान उन्होंने दिल्ली में अवैध रूप से घुसे बांग्लादेशी और रोहिंग्याओं पर सख्त एक्शन लेने का आदेश दिया था। बैठक में केंद्रीय मंत्री ने कहा था “दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे एक-एक बांग्लादेशी और रोहिंग्या को गिरफ्तार किया जाए।
गुप्त सूचना पर कार्रवाई
दरअसल, मंगलवार को दिल्ली पुलिस ने बताया था कि बीते सात मार्च को गुप्त सूचना के तहत 7816/8 नई बस्ती, फिल्मिस्तान सदर बाजार से 55 साल बांग्लादेशी नागरिक पकड़ा गया था। पूछताछ में आरोपी ने मोहम्मद बिलाल पुत्र मोहम्मद सिकंदर थाना मरोलगंज जिला खुलना बांग्लादेश के रूप में अपनी पहचान बताई। पुलिस को उसके पास से भारतीय वोटर कार्ड भी मिला था। पुलिस अब यह पता लगा रही है कि अवैध रूप से भारत में घुसे बांग्लादेशी का निर्वाचन कार्ड बनाने में क्या प्रक्रिया अपनाई गई या किसने मदद की। इसके बाद बीते 10 मार्च यानी सोमवार को दिल्ली पुलिस ने एक 26 साल के युवक को भी गिरफ्तार किया। इसकी पहचान मोहम्मद फारुख पुत्र बिलाल मोहम्मद के रूप में हुई। फारुख बांग्लादेश के जिला पेरिसपुर के गांव बलीपारा का रहने वाला है। फारुख अपने पिता बिलाल के साथ मकान नंबर 7816/8, इलियास बिल्डिंग, पांचवीं मंजिल नई बस्ती दिल्ली में रह रहा था।
-
पीडित सुनील राय मारपीट मामला गरमाया, डीसीपी ने बिठाई जांच… पानठेला वाले की अब होंगी जांच!
पीडित सुनील राय मारपीट मामला गरमाया, डीसीपी ने बिठाई जांच
-WH NEWS के ‘खबर का असर’
-ऑनलाईन पैसे लेनेवाले पानठेला वाले की अब होंगी जांच
-कई साल से पुलीस के साथ मिलकर पैसे लेने देने का करता हैं धंदा ![embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=l2xLGVGLTmc[/embedyt]
नागपूर :(विजय खवसे ) 20 फरवरी को सुबह तडके 10 बजे के दौरान बिहारी सुनील कुमार राय की सीताबर्डी थाने के डिबी स्कॉड ने जमकर पिटाई का मामला सामने आया.
1 मार्च को WH NEWS ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया था. इस पर पुलीस प्रशासन गंभीर नही हुआ. फिर पीडित सुनीलकुमार राय को ढुंढ निकाला और संविधान चौक पर इंटरव्हिव्यू लेकर 5 मार्च को समुचा घटनाक्रम दर्शक को के सामने रखा. इस खबर को शहर के डीसीपी राहुल मदने ने गंभीरता से लेकर जांच के आदेश एसीपी नांदणवार को दिए.जांच शुरु भी हुई.सुनील राय को भी बयान दर्ज करने बुलाया.उधर सीताबर्डी थाने में लगे सीसीटीव्ही फुटेज को खंगालने में पीआई राजपूत लगे.मामले के पीडित सुनील ने पीएसआई विनोद तिवारी का नाम बताया . उनके साथ और 3 पुलीस कर्मी होने की जानकारी प्राप्त हैं. पुलीस ने नि:पक्ष जांच की तो सत्य सामने आयेगा.
तिवारी के कहने के अनुसार, सुनील चोर हैं. वह शहर में चोरी करता हैं. एक बार उसे गाव भी छोड दिया. फिर भी शहर में आया. उल्लेखनीय बात यह है कि, सुनील के खिलाफ एक भी FIR दर्ज नही हैं.-सुनील के परिवार से मांगी ऑनलाईन रक्कम, पानठेला चलाने वाले के खाते में
सुनील ने बताया की, मेरी पिटाई करने के बाद घर पर पुलीस ने फोन किया व 15 हजार रुपये ऑनलाईन मांगे. रामदास पेठ स्थित एक पानठेले वाले के खाते पर यह रक्कम भेजी गई. सूत्र ने बताया की, पानठेले वाले के साथ पुलीस की सांठ-गांठ हैं. पुलीस की मेहरबानी से देर रात तक यह पानठेले शुरु रहता हैं. पैसे की लेन-देन वही करता हैं. समुचे अवैध ट्रांजेक्शन इन महाशय के ही बँक खाते में जाने कि जानकारी है. बडे साहब को हवाई जहाज का सफर करना हो या अन्य मेहमान नवाजी, तो पानठेला वाले का नाम जुबां पे रहता है. बडे अधिकारी कि हवाई यात्रा की तिकीट उसने ही निकालकर देने की जानकारी सूत्र ने दी.
सुनील के मामले में अब पानठेले वाले की जांच होंगी.उसके बॅंक के खाते की जांच की तो सारा सच सामने आने की संभावना जताई जा रही हैं.
-देर रात तक कैसे चलता पानठेला!रामदास पेठ अस्पतालो से भरा क्षेत्र हैं. कही बडे-बडे होटल भी हैं. लेकिन कानून की बात कि जाये तो रात 11 बजे तक ही दुकाने चलाना चाहिए. लेकिन पानठेला देर रात तक चलता हैं. किसकी मेहरबानी से चलता यह सवाल उठ रहा हैं. अब इस पर भी सीपी, डीसीपी व नये पी आई साहब एक नजर डालीये. निपक्ष जांच करें,जो कही राज और तत्थ्य सामने आयेंगे.सुनील को न्याय मिलेंगा, गैर कानूनी काम करने वाले पुलीस को सबक मिलेंगा, अब देखना यह हैं की जांच अधिकारी कबतक मामले का सत्य बहार लाते या आपने ही पुलीस को बचाते, इसकी और सभी की नजरे लगी हैं.
-
शाळेची स्लॅब कोसळून विद्यार्थी जखमी ◾️गोरेगाव तालुक्यातील साईटोला येथील घटना ◾️पालक व गावकऱ्यांमध्ये रोष
शाळेची स्लॅब कोसळून विद्यार्थी जखमी
◾️गोरेगाव तालुक्यातील साईटोला येथील घटना
◾️पालक व गावकऱ्यांमध्ये रोष
गोंदिया : तिसर्या वर्गात अध्ययनरत असलेल्या विद्यार्थ्यांच्या अंगावर शाळेची जीर्ण झालेली स्लॅब (छत) कोसळल्याने तीन विद्यार्थी जखमी झाल्याची घटना मंगळवार (ता.2 ) दुपारच्या सुमारास घडली. यात एका विद्यार्थ्याच्या डोक्याला व हाताला जखम झाली असून दोन विद्यार्थी किरकोळ जखमी झाले आहेत. लखन नरेश रहांगडाले असे डोक्याल्या जखम झालेल्या व चेतन रामेश्वर कावळे, महेन महेंद्र सोनवाने इयत्ता 3 री असे किरकोळ जखमी झालेल्या विद्यार्थ्यांचे नाव आहे.
गोरेगाव तालुक्यातील हिरापूर ग्राम पंचायत अंतर्गत साईटोला येथे जिल्हा परिषदेची इयत्ता 1 ते 4 पर्यंत शाळा असून 11 मुले व 5 मुली असे 16 विद्यार्थी अध्ययनरत आहेत. तर या विद्यार्थ्यांमागे एकच शिक्षक देण्यात आले असून मुख्याध्यापक पदाची जबाबदारीही त्यांच्यावरच आहे. त्यातच शाळेत एका षटकोनी इमारतीसह दोन जुन्या जिर्ण इमारती आहेत, जे कधीही जमीनदोस्त होण्याच्या मार्गावर आहेत. त्यामुळे, सर्व इयत्ता 1 ते 4 पर्यंतच्या विद्यार्थ्यांना षटकोनी इमारतीत बसविण्यात येते. तर ही इमारतही जिर्णावस्थेत आहे. दरम्यान, आज दुपारच्या सुमारास इयत्ता तिसरीचे सहा विद्यार्थी मुख्याध्यापक रविंद्र अटरे यांच्या जवळ उभे राहून शालेय गणवेश पाहत असताना त्यांच्या अंगावर अचानकच स्लॅब (कॉंक्रीट) कोसळला त्यामुळे लखन रहांगडाले या विद्यार्थ्याच्या डोक्याला व उजव्या हाताला दुखापत झाली. तर इतर दोन विद्यार्थी किरकोळ जखमी झाले.
यावेळी मुख्याध्यापक अटरे यांनी जखमी विद्यार्थ्यांना स्थानिक डॉक्टरांकडे घेऊन जात प्रथमोपचार केले व विद्यार्थ्यांना घरी पाठवले. मात्र, सदर जखमी विद्यार्थ्यांना ग्रामीण रुग्णालय किंवा पुढील उपचारासाठी इतरत्र हलविण्यात आले नाही. त्यामुळे पालकवर्गात प्रचंड संताप पसरलेला आहे. तर चार वर्ग असूनही विद्यार्थ्यांना बसण्यासाठी इमारत नसल्याने जोपर्यंत नवीन इमारतीचे निर्माण होणार नाही तोपर्यंत आपल्या पाल्यांना शाळेत पाठविणार नाही, व शाळेला कुलूप लावण्याचा इशारा पालक व गावकऱ्यांनी दिला आहे.
◼️तर..आपल्या पाल्याला दुसर्या शाळेत पाठवणार…
सुदैवाने मोठा अनर्थ टळला मात्र, माझा मुलगा लखन याच्या डोक्याला मार लागलेला आहे. अशी घटना पुढेही होण्याची शक्यता नाकारता येत नाही. त्यामुळे उद्या शाळेला कुलूप लावणार, तर लवकरात लवकर शाळेला नवीन इमारत देण्यात यावी, अन्यथा आपण आपल्या पाल्यांना दुसऱ्या शाळेत पाठवणार
– नरेश पुरणलाल रहांगडाले, पालक, साईटोला (हिरापूर)
◼️जिल्हा परिषद प्रशासनाचे दुर्लक्ष….
अनेकदा जिल्हा परिषदचे अधिकारी व पदाधिकाऱ्यांकडे शाळेच्या नवीन इमारतीसाठी मागणी केली आहे. मात्र, याकडे नेहमीच दुर्लक्ष करण्यात आले. शाळेच्या परिसरात तीन इमारती आहेत. मात्र, तिन्ही इमारत जिर्ण झालेल्या आहेत. त्यातच, शासनाच्या रेकॉर्डनुसार साईटोला येथे अंगणवाडी असली तरी अंगणवाडीची देखील इमारत नाही. त्यामुळे लवकरात लवकर साईटोला शाळेकरीता इमारत मंजूर करून बांधकाम करण्यात यावे. यापुढे काही अनर्थ घडल्यास त्याची सर्वस्वी जबाबदारी जिल्हा परिषद प्रशासनाची राहील.
– विजय बिसेन, माजी सरपंच साईटोला, (हिरापूर)मला बैठकीला जायचे होते, त्यामुळे विद्यार्थ्यांना दुपारी 3 वाजता सुट्टी दिली. व होमवर्क देत असताना अचानकच स्लॅब कोसळले, यात मला देखील किरकोळ दुखापत झाली. दरम्यान, लखनच्या डोक्याला दुखापत झाल्याने त्याला कुर्हाडी येथील प्राथमिक आरोग्य केंद्रात घेऊन गलो. यावेळी तेथील डॉक्टरांनी प्रथमोपचार करून त्यास घरी नेण्यास सांगितले. यावर सदर विद्यार्थ्याला घरी सोडून दिले.
– रविंद्र कुशनलाल अटरे, मुख्याध्यापक, जि.प. शाळा साईटोला
-
लाचखोर कंत्राटी गृहनिर्माण अभियंत्यासह दोघे एसीबीच्या जाळ्यात ◼️10 हजार रुपयांची लाच घेताना रंगेहात अटक
लाचखोर कंत्राटी गृहनिर्माण अभियंत्यासह दोघे एसीबीच्या जाळ्यात
◼️10 हजार रुपयांची लाच घेताना रंगेहात अटक
गोंदिया : घरकुल लाभार्थ्याकडून 10 हजार रुपयाच्या लाचेची मागणी करणाऱ्या कंत्राटी कनिष्ठ अभियंता व त्याच्या दोन साथीदाराला लाच लुचपत प्रतिबंधक विभागाच्या पथकाने आज (ता. 1) लाच स्विकारताना रंगेहाथ पकडले. कंत्राटी गृहनिर्माण अभियंता
प्रमोद बीरसिंग उपवंशी ( वय 38, पंचायत समिती गोंदिया, रा.शारदा कॉलोनी, कुडवा), ग्रामपंचायत शिपाई धनंजय मुन्नालाल तांडेकर (वय 45 रा. कामठा, ता. जि. गोंदिया ), खाजगी ईसम विश्वनाथ गोविंदराव तरोणे (वय 62, रा. लहरी आश्रम रोड कामठा) असे अटक करण्यात आलेल्या आरोपींची नावे आहे.तक्रारदार हे शेतमजुरी करीत असून त्यांना प्रधानमंत्री आवास योजनेअंतर्गत घरकुल मंजूर झाले आहे. दरम्यान, घरकुलाच्या अनुदानाचा पहिला हप्ता 15 हजार रुपये त्यांच्या खात्यात वळती झाल्याचे आरोपी धनंजय तांडेकर याने तक्रारदारास कळविले. या आधारावर त्यांनी घरकुलाचे बांधकाम चालू केले व पायाभरणीचे काम पूर्ण झाल्यानंतर आरोपी धनंजय तांडेकर यास कळविले. यानंतर 27 नोव्हेंबर 2024 रोजी आरोपी कंत्राटी गृहनिर्माण अभियंता प्रमोद उपवंशी व ग्रापं शिपाई धनंजय तांडेकर यांनी तक्रारदाराच्या घरी येऊन घराच्या बांधकामाचे फोटो काढले व तक्रारदाराच्या मुलास घरकुलाच्या अनुदानाची उर्वरित रक्कम वर्ग करणार असून त्याच्या मोबदल्यात 10 हजार रुपयाची मागणी केली. व 21 डिसेंबर 2024 रोजी तक्रारदारास फोन करून अनुदानाच्या दुसर्या हप्त्याचे 70 हजार तक्रारदाराच्या खात्यात वर्ग
केल्याचे सांगून 10 हजार आरोपी तांडेकर याच्याकडे देण्यास सांगितले होते.मात्र, तक्रारदार यांना लाच देण्याची ईच्छा नसल्याने तक्रारदार यांनी लाच लुचपत प्रतिबंधक विभाग गोंदिया येथे तक्रार दिली.
लाच मागणी पडताळणीदरम्यान आरोपी उपवंशी याने प्रधानमंत्री आवास योजनेअंतर्गत अनुदान तक्रारदार यांच्या पोस्टातील खात्यात वर्ग करण्याच्या मोबदल्यात 10 हजार रुपये लाचेची पंचासमक्ष मागणी केली व आरोपी तांडेकर याने लाच मागणीस प्रोत्साहन दिले. सापळा कारवाईदरम्यान आरोपी क्रमांक उपवंशी व तांडेकर यांच्या सांगण्यावरून आरोपी हॉटेल चालक विश्वनाथ तरोणे याने तक्रारदार यांचेकडून पंचासमक्ष 10 हजार रुपये लाच रक्कम स्वीकारली. दरम्यान, लाच रकमेसह आरोपींना ताब्यात घेण्यात आले असून या प्रकरणी रावणवाडी पोलीस ठाण्यात गुन्हा नोंद केला आहे.◾️यांनी केली कारवाई….
सदरची कारवाई लाच लुचपत प्रतिबंधक विभाग नागपूर परिक्षेत्राचे पोलीस अधीक्षक डॉ. दिगंबर प्रधान, अपर पोलीस अधीक्षक सचिन कदम, संजय पुरंदरे, पर्यवेक्षक अधिकारी पोलीस उप अधीक्षक विलास काळे यांच्या मार्गदर्शनात पोलीस निरीक्षक उमाकांत उगले, सहायक फौजदार चंद्रकांत करपे, पोलीस हवालदार संजय कुमार बोहरे, मंगेश काहालकर, नायक पोलीस शिपाई संतोष शेंडे, संतोष बोपचे, अशोक कापसे, प्रशांत सोनेवाने, महिला नायक पोलीस शिपाई संगीता पटले , रोहिणी डांगे, चालक नायक पोलीस शिपाई दिपक बाटबर्वे यांनी केली.
-
रानडुकराची शिकार करून मास विक्री करणारे तिघे ताब्यात ◼️अर्जुनी मोरगाव वन विभागाची कारवाई : दोन आरोपी फरार
रानडुकराची शिकार करून मास विक्री करणारे तिघे ताब्यात
◼️अर्जुनी मोरगाव वन विभागाची कारवाई : दोन आरोपी फरार
गोंदिया : अर्जुनी-मोरगाव तालुक्यातील अर्जुनी वनपरिक्षेत्रात रानडुकराची शिकार करून मास विक्री करणाऱ्या पाच पैकी तीन आरोपींना वन विभागाच्या पथकाने रविवार 29 डिसेंबर रोजी रंगेहाथ पकडले. दरम्यान दोन आरोपी फरार झाले असून अटक करण्यात आलेल्या तिन्ही आरोपींना 12 जानेवारीपर्यंत न्यायालयीन कोठडी ठोठावण्यात आली आहे. या प्रकरणी वन विभागाच्या पथकाने आरोपींकडून 1 भरमार बंदुक, 10 बारूद गोळा, दोन कासवाचे कवच असा मुद्देमाल जप्त करण्यात आला आहे.
रानडुकराची शिकार करून मास विक्री होत असल्याची गुप्त माहिती वनपरिक्षेत्र कार्यालय अर्जुनी मोरगावला मिळाली. या माहितीच्या आधारे चौकशी केली असता आरोपी सोनूसिंग शैलेंद्रसिंग टाक ( रा. सिंगलटोली, अर्जुनी मोरगाव) यांच्या घरी घटनेतील आरोपी शिकार केलेल्या रानडुक्कराचे 50 किलो मांस विक्री करताना दिसून आले. दरम्यान, घटनेची अधिक चौकशी केली असता आशिक उर्फ लक्ष्मण राजकुमार मेश्राम (रा. येरंडी देवी) यांच्या घरून एक भरमार बंदूक, 10 बारुद गोळे, कासवाचे दोन कवच व इतर हत्यार जप्त करण्यात आले आहेत.
यातील सोनूसिंग शैलेंद्रसिंग टाक व बिरुसिंग निर्मलसिंग टांक दोघेही रा. सिंगलटोली, अर्जुनी मोरगाव, हे फरार असून मांस घेणारे ग्राहक आरोपी होमेंद्र जिजराम राकडे व नरेश रामजी खोब्रागडे दोघेही रा. पिंपळगाव /खांबी तर शिकारीचे साहित्य मिळालेल्या आशिक उर्फ लक्ष्मण राजकुमार मेश्राम रा. येरंडी/देवी या पाचही आरोपींवर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 अंतर्गत कलम 2 (16), 9, 39, 44, 48,51 कलमान्वये वन गुन्हा जारी करण्यात आला आहे. घटनेचा तपास उपवनसंरक्षक प्रमोद पंचभाई, प्रकाष्ट निष्कासन अधिकारी अविनाश मेश्राम यांच्या मार्गदर्शनात वनपरिक्षेत्राधिकारी राजेंद्रसिंह बहुरे अर्जुनी मोरगाव करीत आहेत. दरम्यान तीन आरोपींना 12 जानेवारीपर्यंत न्यायालयीन कोठडी सुनावण्यात आली असून त्यांची भंडारा कारागृहात रवानगी करण्यात आली आहे. तर ईतर दोन फरार आरोपींचा शोध वन विभागाकडून करण्यातयेत आहे.
-
3 वर्षीय चिमुकलीचा संशयास्पद मृत्यू ◼️मृत चिमुकलीची आई संशयाच्या भोवऱ्यात ◼️ पोलिसांनी 24 तासानंतर पुरलेले मृतदेह बाहेर काढले
3 वर्षीय चिमुकलीचा संशयास्पद मृत्यू
◼️मृत चिमुकलीची आई संशयाच्या भोवऱ्यात
◼️ पोलिसांनी 24 तासानंतर पुरलेले मृतदेह बाहेर काढले
गोंदिया : गोरेगाव तालुक्यातील हेटी येथे तीन वर्षीय चिमुकलीचा मृत्यू झाल्याची खळबळजनक घटना शुक्रवार (ता. 27) उघडकीस आली. या प्रकरणी मृत चिमूकलीच्या मोठ्या आईच्या तक्रारीवरून गोरेगाव पोलिसात गुन्हा नोंद करण्यात आला असून मृत मानसीची आईच संशयाच्या भोवऱ्यात आहे. दरम्यान, संशयाच्या आधारे पोलिसांनी 24 तासानंतर खड्ड्यात पुरलेले मृतदेह बाहेर काढून उत्तरीय तपासणीसाठी पाठवलेले आहे. मानसी ताराचंद चामलाटे (वय 3) असे मृत चिमुकलीचे नाव आहे.
मानसी ही आई गुनिता ताराचंद चामलाटे सोबत नागपूर जिल्ह्यातील खापरखेडा परिसरातील नांदा येथे वास्तव्यास होती. यातच गुरुवार 26 डिसेंबर रोजी सायंकाळच्या सुमारास मानसीचा मृत्यू झाला. यावेळी मुलीचे मृतदेह घेऊन मानसीची आई गुनिता चामलाटे ही आपल्या स्वगावी पालेवाडा हेटी येथे आली. यावेळी गावकऱ्यांना विश्वासात घेऊन प्रकृती बरी नसल्याने मानसीचा मृत्यू झाला असे तिने सांगितले. दरम्यान, शुक्रवार 27 डिसेंबर रोजी दुपारी 12 ते 1 वाजताच्या सुमारास गावातीलच समशानभूमीत मानसीचा दफनविधी कार्यक्रम पार पडला. मात्र, मानसीच्या मृत्यू मागे काहीतरी गुढ असावे असा संशय तिच्या नातेवाईकांनी व्यक्त केल्यानंतर मृत मानसीची मोठी आई कलाबाई ताराचंद चामलाटे यांनी 27 डिसेंबर रोजी रात्री अकरा वाजताच्या सुमारास गोरेगाव पोलिसात तक्रार दाखल केली. या तक्रारीची दखल घेत शुक्रवार 28 डिसेंबर रोजी गोरेगाव पोलिसांनी तहसीलदार गोरेगाव व उपविभागीय अधिकारी तिरोडा यांच्या समक्ष हेटी येथील स्मशानभूमीत पुरण्यात आलेले मृतदेह बाहेर काढले. व घटनास्थळाचा पंचनामा करून मृतदेह शव विच्छेदनासाठी गोंदिया येथील केटीएस रुग्णालय पाठवले.यासंदर्भात गोरेगाव पोलिसात मर्ग नोंद करण्यात आला असून तपास सुरू आहे. मृत मानसीची आई गुनिता ताराचंद चामलाटे यांना ताब्यात घेतले आहे.
◼️ पुढील कारवाई उत्तरीय तपासणी अहवालानंतर …
शुक्रवारी रात्री मृत मानसीची मोठी आई फिर्यादी कलाबाई ताराचंद चामलाटे यांनी गोरेगाव पोलिसांना माहिती दिली की, मृत मानसी आई गुनीता ताराचंद चामलाटे हिच्यासोबत नागपूर जिल्ह्यातील नांदा परिसरात राहत होती. मात्र, तिथेच तिचा मृत्यू झाला व काल, शुक्रवारला तिचा मुळ गाव हेटी येथे दफनविधी करण्यात आला. मात्र, दफनविधी करतेवेळी मानसीच्या शरिरावर काही व्रण दिसून आले. त्यामुळे तिच्या आईने मारहाण किंवा इतर कारणाने तिचा मृत्यू झाला असावा असा संशय व्यक्त केला. यावर गोरेगाव पोलिसांनी घटनेची रितसर नोंद घेऊन मर्ग दाखल केला असून उपविभागीय अधिकारी यांच्या परवानगीने मुलीचा प्रेत बाहेर काढून उत्तरीय तपासणीसाठी पाठविण्यात आलेला आहे. दरम्यान, पुढील कारवाई उत्तरीय तपासणी अहवालानंतर करण्यात येणार आहे.तर सदर घटना पोलीस ठाणे खापरखेडा (नागपूर ग्रामीण) च्या हद्दीतील असल्याने हे प्रकरण पोलीस स्टेशन खापरखेडाकडे वर्ग करण्यात येणार आहे.
: प्रमोद मडामे (उपविभागीय पोलीस अधिकारी, आमगाव)
-
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का दिल्ली के एम्स में निधन. किया आखरी सलाम, 92 वे साल में निधन
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का दिल्ली के एम्स में निधन. किया आखरी सलाम, 92 वे साल में निधन
दिल्ली ब्युरो – देश के पूर्व प्रधानमंत्री और भारत के प्रख्यात अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह का गुरुवार देर रात निधन हो गया. उन्होंने 92 साल की उम्र में आखिरी सांस ली. देर शाम तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें एम्स के इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया गया था. डॉ. मनमोहन सिंह के नाम कई उपलब्धियां हैं. आर्थिक उदारीकरण में उनका विशेष योगदान रहा.
डॉ. मनमोहन सिंह ने वित्त मंत्री के रूप में कार्य करते हुए साल 1991 में शुरू किए गए आर्थिक उदारीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. इसमें सरकारी नियंत्रण को कम करना, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) को बढ़ाना और स्ट्रक्चरल रिफॉर्म्स को लागू करना शामिल था, जिसने भारत की अर्थव्यवस्था को वैश्विक बाजारों के लिए खोल दिया था.
मनमोहन सिंह की जीवनी.!
डॉ.मनमोहन सिंह(२६ सप्टेंबर, १९३२ – २६ डिसेंबर, २०२४) २२ मे २००४ से २६ मे २०१४तक भारत के पंतप्रधान थे . वे १४वे पंतप्रधान the. वह काँग्रेस पक्ष के सदस्य और राज्यसभा में आसाम के प्रतिनिधित्व करते the. इसके पहले वे इ.स. १९९१ को पी.व्ही. नरसिंहराव मंत्रिमंडल में केंद्रीय अर्थमंत्री रहें . उस वक्त उनोने किए आर्थिक सुधारणा तबसे आर्थिक स्थिती में सुधार होणे से उनकी प्रतिमा राजनीतिक तौर पर बडी बनी.जन्मतारीख: २६ सप्टेंबर, १९३२
जन्मस्थळ: गाह,पाकिस्तान, पाकिस्तान
शिक्षण: नफील्ड कॉलेज (१९६०–१९६२), सेंट जॉन्स कॉलेज (१९५६–१९५७) ·पहले पदे: राज्यसभा सदस्य (२०१९–२०२४), भारताचे परराष्ट्रमंत्री (२००५–२००६) ·
पुरस्कार: इंदिरा गांधी शांती पुरस्कार .
वंशज: उपिंदर सिंग, अमरीत सिंग, दमन सिंगसंस्था स्थापना: इंडियन इन्स्टिट्यूट ऑफ सायन्स एज्युकेशन अँड रिसर्च ·