बासी खाना परोसने वाले कैंटीन कर्मचारी की ली खबर
मुंबई.
शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ का एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में वो मुंबई के एमएलए हॉस्टल में एक कैंटीन कर्मचारी को मारते हुए दिख रहे हैं। इस घटना से नया विवाद शुरू हो गया है। शिवसेना (उबाठा) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने यह वीडियो शेयर किया है। वीडियो में गायकवाड़ कैंटीन कर्मचारी को कथित तौर पर बासी खाना परोसने के लिए मुक्का मारते हुए दिखाई दे रहे हैं।
सोशल मीडिया पर लिखा
चतुर्वेदी ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘मिलिए शाह सेना के एमएलए संजय गायकवाड़ से। पिछले साल, उन्होंने राहुल गांधी की जीभ काटने वाले को 11 लाख रुपये देने की घोषणा की थी। अब ये एक गरीब, बेबस कैंटीन कर्मचारी को पीट रहे हैं। लेकिन रुकिए-यहां कोई टीवी न्यूज़ चैनल हंगामा नहीं करेगा, क्योंकि वो भाजपा के सहयोगी हैं।’
विधायक बोले- कोई पछतावा नहीं
गायकवाड़ ने कहा कि यहां पूरे राज्य से लोग आते हैं, कर्मचारी, अधिकारी, सभी लोग खाना खाने आते हैं। यह एक सरकारी कैंटीन है, इसलिए यहां खाने की क्वॉलिटी अच्छी होनी चाहिए। मैंने किया उस पर मुझे कोई पछतावा नहीं है। मैं एक जन प्रतिनिधि हूं। जब कोई लोकतांत्रिक भाषा नहीं समझता है तो मुझे यही भाषा इस्तेमाल करनी पड़ती है। मैंने उसे यह देखकर नहीं पीटा कि वो मराठी बोलता है या हिंदी। मैंने संबंधित अधिकारियों से कई बार शिकायत की थी। मैं इसे दोहराऊंगा।’
‘मुझे दाल खाकर उल्टी हो गई’
गायकवाड ने कहा, ‘मैं हमेशा घर पर ही खाता हूं। मैंने अपने कमरे में दाल और चावल मंगवाए थे। मैंने थोड़ा सा खाया और मुझे बुरा लगा। जब मैंने दूसरा निवाला खाया, तो मुझे उल्टी हो गई। मैंने कैंटीन के कर्मचारियों से इस बारे में बात की। उन्होंने माना कि खाना खाने लायक नहीं था।’
’10 दिन पुराना चिकन परोसते हैं’
गायकवाड़ ने अपने कार्यों को सही ठहराते हुए कहा, ‘वे बासी खाना परोसकर लोगों की जान से खेल रहे हैं।’ उन्होंने बालासाहेब ठाकरे की शिक्षाओं का हवाला दिया। उन्होंने यह भी कहा, ‘मैं एक विधायक हूं, लेकिन मैं एक फाइटर भी हूं।’ गायकवाड़ ने यह भी आरोप लगाया कि कैंटीन के ठेकेदार का इतिहास खराब गुणवत्ता वाला खाना परोसने का रहा है। उन्होंने दावा किया, ‘वे चार दिन पुरानी दाल और 10 दिन पुराना चिकन परोसते हैं। बार-बार शिकायत करने के बावजूद उन्होंने नहीं सुनी, इसलिए मुझे उन्हें अपनी शैली में जवाब देना पड़ा।’ उन्होंने कहा कि वे इस मुद्दे को एफडीए अधिकारियों और विधानसभा में भी उठाएंगे।
राहुल गांधी को लेकर दिया था विवादित बयान
बुलढाणा के विधायक गायकवाड़ पहली बार विवादों में नहीं आए हैं। पिछले हफ्ते ही, हिंदी को थोपने के मुद्दे पर उन्होंने एक बहस छेड़ दी थी। उन्होंने सवाल किया था कि क्या छत्रपति शिवाजी महाराज और अन्य लोग बेवकूफ थे जो कई भाषाएं सीखते थे। सितंबर 2024 में उन्होंने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की जीभ काटने वाले को 11 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी। यह घोषणा उन्होंने आरक्षण प्रणाली पर राहुल गांधी की टिप्पणी के विरोध में की थी। अप्रैल 2021 में गायकवाड़ ने यह कहकर भी सुर्खियां बटोरी थीं कि वह देवेंद्र फडणवीस के गले में कोरोनावायरस डालना चाहते हैं। उन्होंने तत्कालीन विपक्षी नेता पर महामारी का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया था। इस बयान के बाद बुलढाणा में शिवसेना और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प हुई थी।