Category: क्राइम

  • जस्टिस यशवंत के घर पहुंची जांच टीम

    जस्टिस यशवंत के घर पहुंची जांच टीम

    -कैश मामले की हो रही जांच
    नई दिल्ली.
    चीफ जस्टिस की ओर से गठित इंटरनल कमेटी जस्टिस यशवंत वर्मा के घर पर जांच के लिए पहुंची। करीब 45 मिनट तक टीम उनके आवास पर रही। हालांकि इस बात की जानकारी नहीं मिल पाई है कि जांच टीम की जस्टिस यशवंत से कोई बातचीत हुई या नहीं। 3 सदस्यी जांच कमेटी में कर्नाटक हाई कोर्ट के जज भी शामिल हैं। कैश मामले की जांच के लिए जांच कमेटी की टीम जस्टिस यशवंत वर्मा के घर पर पहुंची थी।
    सीजेआई ने गठित की है टीम
    दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश यशवंत वर्मा के आवास पर 14 मार्च की रात आग लगने की घटना के दौरान सबसे पहले प्रतिक्रिया देने वालों में शामिल पांच पुलिसकर्मियों ने अपने फोन दिल्ली पुलिस मुख्यालय को सौंप दिए हैं। उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि इन उपकरणों का इस्तेमाल भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना द्वारा गठित न्यायाधीशों की तीन सदस्यीय समिति द्वारा की जा रही जांच में किया जाएगा, जिसका गठन आग लगने के दौरान कथित तौर पर नकदी पाए जाने के मद्देनजर किया गया है।
    पांचों पुलिसकर्मी तलब
    तुगलक रोड थाने के स्टेशन हाउस ऑफिसर समेत पांच पुलिसकर्मियों को दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा ने अपने कार्यालय में बुलाया। पता चला है कि अरोड़ा ने उनसे जांच में सहयोग करने और कोई भी जानकारी देने में संकोच न करने को कहा। पांच पुलिसकर्मियों में एसएचओ, एक सब-इंस्पेक्टर, दो हेड कांस्टेबल और एक कांस्टेबल शामिल हैं। हेड कांस्टेबल में से एक जांच अधिकारी (आईओ) भी है।

  • करोड़ों का मालिक पत्नी के अवैध संबंध से परेशान

    करोड़ों का मालिक पत्नी के अवैध संबंध से परेशान

    -खुला राज तो अब कर रही प्रताड़ित, सरकार से मांगी मदद
    नई दिल्ली.
    रिप्पलिंग के को-फाउंडर प्रसन्ना शंकर इन दिनों अपनी निजी जिंदगी को लेकर काफी चर्चाओं में है। उन्होंने अपनी पत्नी पर प्रताड़ित करने और बच्चे का अपहरण करने का आरोप लगाया है। इसके अलावा उन्होंने पत्नी के अफेयर के भी राज खोले है। प्रसन्ना शंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए अपनी कहानी शेयर की है। प्रसन्ना शंकर ने पत्नी पर चेन्नई पुलिस के साथ मिलकर परेशान करने का आरोप लगाया है।
    10 साल पहले हुई थी शादी
    बता दें कि प्रसन्ना शंकर और दिव्या शशिधर की मुलाकात नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, तिरुचिरापल्ली (एनआईटी त्रिची) में हुई थी। उनकी शादी 10 साल पहले हुई थी और उनका एक 9 साल का बेटा है, जिसकी कस्टडी को लेकर पूरा विवाद चल रहा है। प्रसन्ना शंकर ने कहा कि उसकी पत्नी उसे चिट कर रही है और 6 महीने से अनूप नाम के व्यक्ति के साथ रिश्ते में है। उन्हें इस अफेयर के बारे में अनूप की पत्नी से पता चला। अनूप की पत्नी ने ही उन दोनों के बीच हुई बातचीत के सबूत भेजे। शंकर ने एक्स पर चैट के स्क्रीनशॉट भी शेयर किए है।
    फर्जी शिकायत दर्ज करने का लिया फैसला
    उन्होंने बताया कि इसके बाद हम इस बात पर बातचीत कर रहे थे कि तलाक के तौर पर मुझे उसे कितने मिलियन डॉलर देने होंगे। वह नाखुश थी और उसने मेरे खिलाफ फर्जी पुलिस शिकायत दर्ज़ करवाने का फ़ैसला किया कि मैंने उसे मारा है। शंकर ने पत्नी पर अपने 9 वर्षीय बेटे का अपहरण करने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया दिव्या ने उनसे एक बड़ा समझौता करने के प्रयास में भारत में नहीं, बल्कि संयुक्त राज्य अमेरिका में तलाक का मामला दायर किया। फिर उसने उनके बेटे का ‘अपहरण’ किया और उसे अमेरिका ले गई। प्रसन्ना शंकर सैन फ्रांसिस्को स्थित एचआर टेक कंपनी रिपलिंग के सह-संस्थापक हैं। वे चेन्नई के रहने वाले है जो अब सिंगापुर में रहते हैं।

  • फिर मुठभेड़, चार नक्सली ढेर

    फिर मुठभेड़, चार नक्सली ढेर

    – बीजापुर–दंतेवाडा के सरहदी जंगल में भिड़ंत
    बीजापुर.
    बीजापुर–दंतेवाडा के सरहदी जंगल में एक बार फिर जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ चल रही है। दोनों तरफ से हुई गोलीबारी में 4 से ज्यादा नक्सला मारे गए है। हालांकि, इसकी अधिकारी पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस अफसरों का कहना है कि बड़ा ऑपरेशन है। जल्द ही जानकारी देंगे। नक्सलियों की मौजूदगी की खुफिया सूचना पर पुलिस रवाना हुई थी। वही बताया जा रहा है कि मृत नक्सलियों की संख्या और बढ़ सकती है।
    सुबह करीब 8 बजे आमने-सामने
    बस्तर पुलिस के अनुसार, सुरक्षा बलों की एक टीम ने दंतेवाड़ा-बीजापुर के अंतर-जिला वन सीमा क्षेत्र में माओवादियों की मौजूदगी के बारे में विशेष खुफिया जानकारी के आधार पर माओवादी विरोधी अभियान शुरू किया। सुबह करीब 8 बजे माओवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें तीन माओवादी मारे गए। घटनास्थल से विस्फोटकों के अलावा हथियारों का एक बड़ा जखीरा भी बरामद किया गया। मुठभेड़ अभी भी जारी है।
    इलाके में अभी भी अभियान जारी
    इलाके में अभी भी अभियान जारी है और विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है। 2025 में 100 से अधिक नक्सली मारे जाएंगे इस मुठभेड़ के साथ ही वर्ष 2025 में छत्तीसगढ़ के विभिन्न हिस्सों में मुठभेड़ों में 100 से अधिक नक्सली मारे जा चुके हैं। इस वर्ष 1 मार्च तक करीब 83 नक्सली मारे जा चुके हैं। गौरतलब है कि वर्ष 2024 में छत्तीसगढ़ में 200 से अधिक नक्सली मारे गए थे।

  • हैबिटेट स्टूडियो में तोड़फोड़, 11 शिवसैनिक गिरफ्तार

    हैबिटेट स्टूडियो में तोड़फोड़, 11 शिवसैनिक गिरफ्तार

    -डिप्टी सीएम शिंदे पर की थी टिप्पणी
    मुंबई.
    कॉमेडियन कुणाल कामरा ने अपने शो में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री व शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे का नाम लिए बिना उन्हें ‘गद्दार’ कहा और आपत्तिजनक टिप्पणी की। इसका वीडियो सामने आने के बाद शिवसैनिक भड़क गए और मुंबई स्थित हैबिटेट स्टूडियो में तोड़फोड़ कर दी, जहां विवादित शो की शूटिंग हुई थी। इस मामले में अब मुंबई पुलिस ने शिवसेना नेता समेत 11 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है।
    अधिकारियों ने बताया
    अधिकारियों ने बताया कि राहुल कनाल और 19 अन्य के खिलाफ बीती रात हैबिटेट स्टैंडअप कॉमेडी सेट पर तोड़फोड़ करने के आरोप में खार पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है। उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और आगे की कार्रवाई जारी है।
    पिक्चर अभी बाकी है
    तोड़फोड़ को लेकर अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर पर शिवसेना युवा सेना (शिंदे गुट) के महासचिव राहुल कनाल ने कहा, “यह कानून को हाथ में लेने की बात नहीं है। यह पूरी तरह से आपके आत्मसम्मान की बात है। जब बात बुजुर्गों या देश के सम्मानित नागरिकों की आती है… जब आपके बुजुर्गों को निशाना बनाया जाता है, तो आप उस मानसिकता के किसी व्यक्ति को निशाना बनाएंगे… इससे संदेश (कुणाल कामरा के लिए) स्पष्ट है कि ‘अभी तो यह ट्रेलर है, पिक्चर अभी बाकी है।’ जब भी आप मुंबई में होंगे, आपको शिवसेना स्टाइल में अच्छा सबक सिखाया जाएगा।”
    किसी को भी अपमानित करने का अधिकार नहीं- मंत्री
    वहीँ, कॉमेडियन कुणाल कामरा विवाद पर महाराष्ट्र सरकार के गृह (शहरी) मंत्री योगेश कदम ने कहा कि संविधान ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता प्रदान की है। लेकिन संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों का अपमान करने का अधिकार नहीं दिया गया है। उन्होंने शिवसैनिकों के तोड़फोड़ पर कहा, “जो भी कार्रवाई जरुरी होगी वह की जाएगी। बता दें कि वायरल वीडियो में कामरा ने सत्तारूढ़ महायुति में शामिल तीनों दलों- बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी का मजाक उड़ाया।
    संजय राउत ने सरकार को घेरा
    कॉमेडियन कुणाल कामरा के खिलाफ कार्रवाई पर शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा है। राउत ने कहा, कुणाल कामरा को मैं पहले से जानता हूं। उसने हम पर भी इसी प्रकार से पहले टिप्पणी की है। उन्होंने अगर व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं की है, तो कार्रवाई की जरुरत नहीं है। यही लोकतंत्र की खूबसूरती है, लेकिन कामरा का ऑफिस और स्टूडियो तोड़ दिया गया। यह गुंडागर्दी है।

  • जस्टिस यशवंत वर्मा को नहीं सौंपा जाएगा न्यायिक कार्य

    जस्टिस यशवंत वर्मा को नहीं सौंपा जाएगा न्यायिक कार्य

    -सुप्रीम कोर्ट का बड़ा एक्शन, दिल्ली हाईकोर्ट ने जारी किया सर्कुलर
    नई दिल्ली.
    दिल्ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीके उपाध्याय ने सोमवार को एक अहम फैसला लेते हुए जस्टिस यशवंत वर्मा को तत्काल प्रभाव से सभी न्यायिक जिम्मेदारियों से हटा दिया है। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब उनके आवास से कथित तौर पर बड़ी मात्रा में नकदी मिलने की बात सामने आई है। यह फैसला सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना के निर्देश के बाद दिल्ली हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश देवेंद्र कुमार उपाध्याय ने लिया है। दरअसल, भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना ने दिल्ली हाईकोर्ट को निर्देश दिया था कि जस्टिस यशवंत वर्मा को तब तक कोई भी न्यायिक कार्य न सौंपा जाए। जब तक इस मामले में कोई फैसला नहीं आ जाता है।
    दिल्ली हाईकोर्ट ने जारी किया आधिकारिक सर्कुलर
    सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की संस्तुति मिलने पर दिल्ली हाईकोर्ट की ओर से सोमवार को एक आधिकारिक सर्कुलर जारी किया गया। इसमें कहा गया है “हाल की परिस्थितियों को देखते हुए, माननीय श्री यशवंत वर्मा से न्यायिक कार्य तुरंत प्रभाव से वापस लिया जाता है, जब तक अगला आदेश न आ जाए।” इससे पहले खबर थी कि सोमवार के लिए दिल्ली हाई कोर्ट की कॉजलिस्ट में जस्टिस यशवंत वर्मा को कोर्ट में मामलों की सुनवाई के लिए डिवीजन बेंच नंबर-3 के प्रमुख के रूप में दिखाया गया है। हालांकि अब कोर्ट ने स्पष्ट कर दिया है कि जस्टिस वर्मा किसी भी सुनवाई में शामिल नहीं होंगे।
    जांच के लिए बनी तीन सदस्यीय कमेटी
    इस मामले की गंभीरता को देखते हुए भारत के प्रधान न्यायाधीश संजीव खन्ना ने शनिवार को एक तीन सदस्यीय इन-हाउस जांच समिति गठित की। समिति में पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश शील नागू, हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जीएस संधावालिया और कर्नाटक हाईकोर्ट की न्यायाधीश अनु शिवरामन को शामिल किया गया है।
    14 मार्च की रात आग और भारी नकदी का मामला आया सामने
    जस्टिस वर्मा तब चर्चा में आए जब 14 मार्च की रात करीब 11:35 बजे दिल्ली के तुगलक रोड स्थित उनके आधिकारिक आवास में आग लग गई। दिल्ली अग्निशमन सेवा ने तेजी से पहुंचकर आग पर काबू पाया। माना जा रहा है कि बचाव अभियान के दौरान दिल्ली अग्निशमन सेवा दल और संभवतः पुलिस कर्मियों को स्टोर रूम में बड़ी मात्रा में नकदी मिली, जिनमें कुछ नोट जले हुए भी थे। उस समय जस्टिस वर्मा और उनकी पत्नी भोपाल में मौजूद थे।
    सिर्फ ट्रांसफर नहीं, जांच भी जरूरी: कॉलेजियम
    20 मार्च को सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने सर्वसम्मति से जस्टिस वर्मा को उनके मूल कोर्ट यानी इलाहाबाद हाईकोर्ट ट्रांसफर करने की सिफारिश की। हालांकि कॉलेजियम के दो सदस्यों ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि केवल ट्रांसफर ही पर्याप्त नहीं है। इस मामले की निष्पक्ष आंतरिक जांच भी होनी चाहिए, ताकि लोगों का न्यायिक प्रणाली पर विश्वास बना रहे। दूसरी ओर जस्टिस यशवंत वर्मा ने शनिवार को दिल्ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश देवेंद्र कुमार उपाध्याय को पत्र लिखकर अपना पक्ष रखा है।
    जस्टिस यशवंत वर्मा ने की जांच की मांग
    जस्टिस वर्मा ने अपने पत्र में सवाल उठाया कि आखिर कोई बाहर के कमरे में इतना मोटा कैश क्यों रखेगा? जहां तक कोई भी आसानी से पहुंच जाए और कैश पा सके। चौथे तर्क में जस्टिस वर्मा ने लिखा “दिसंबर 2024 में मेरे खिलाफ सोशल मीडिया पोस्ट हुई थीं। शायद उसी साजिश का हिस्सा है, जिसका एक रूप ऐसे सामने आया है। अपने तर्क में जस्टिस यशवंत वर्मा ने लिखा है “इस केस की जांच करा ली जाए। इससे पूरी बात साफ हो जाएगी। इससे मेरी गरिमा भी बहाल होगी और न्यायपालिका की छवि के लिए भी ऐसा करना बेहतर होगा।
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  • गरजा बुलडोजर, फहीम का घर जमींदोज

    गरजा बुलडोजर, फहीम का घर जमींदोज

    -नागपुर हिंसा मामले में एक्शन, भारी पुलिस बल तैनात
    नागपुर.- 
    नागपुर हिंसा के मुख्य आरोपी फहीम खान के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है। नागपुर महानगर पालिका ने सोमवार सुबह फहीम के घर पर बुलडोजर चलाकर अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया। नागपुर हिंसा के कथित मास्टरमाइंड फहीम खान का घर प्रभाग 3 में संजय बाग नागसेनवन इलाके में है। अधिकारियों ने बताया कि अवैध अतिक्रमण के खिलाफ यह कार्रवाई की गई है। 38 वर्षीय फहीम अभी पुलिस की हिरासत में है। प्रशासन की आज की कार्रवाई नागपुर हिंसा के अन्य आरोपियों के लिए कड़ी चेतावनी मानी जा रही है।
    पहले नोटिस भेजा
    जानकारी के मुताबिक, महानगर पालिका ने 21 मार्च को फहीम खान के परिवार को अवैध निर्माण हटाने की नोटिस भेजा था। इसके बाद सोमवार सुबह 10 बजे बुलडोजर कार्रवाई शुरू की गई। बताया जा रहा है यह मकान फहीम खान की मां के नाम पर था और बिना वैध मंजूरी के बनाया गया था। बुलडोजर एक्शन से पहले ही रात में फहीम के परिवार ने घर खाली कर दिया था।
    इलाके में भारी पुलिस बल तैनात
    कार्रवाई के दौरान यशोधरा नगर, नागसेनवन संजयबाग इलाके में भारी पुलिस बंदोबस्त तैनात किया गया। सुरक्षा के लिए स्थानीय पुलिस के साथ एसआरपीएफ की दो टुकड़ियां भी मौके पर मौजूद है। इससे पहले नागपुर पुलिस ने फहीम खान की पार्टी एमडीपी से जुड़े हिंसा आरोपियों की दो दुकानों को सील कर दिया था। अब बुलडोजर एक्शन शुरू कर सरकार ने दंगाइयों को कड़ा संदेश दिया है।
    अधिकारी ने कहा- अवैध है फहीम का घर
    महानगर पालिका के अधिकारियों ने 20 मार्च को निरीक्षण के बाद पाया था कि फहीम खान का घर महाराष्ट्र क्षेत्रीय और नगर नियोजन अधिनियम, 1966 का उल्लंघन कर बनाया गया है। घर का कोई आधिकारिक निर्माण प्लान मंजूर नहीं था, इसलिए इसे अवैध निर्माण घोषित कर कार्रवाई शुरू की गई।
    सीएम ने दिए थे बुलडोजर एक्शन के संकेत
    नागपुर हिंसा पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “यह घटना जिस दिन घटी उस दिन सुबह औरंगजेब की प्रतीकात्मक कब्र  जलाई गई थी और उसे जलाने के बाद कुछ लोगों ने पुलिस में शिकायत की। पुलिस ने कार्रवाई भी की लेकिन बाद में कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाईं कि जो चादर जलाया गया, उस पर कुरान की आयतें लिखी थीं, लेकिन यह पूरी तरह झूठ था। सीएम फडणवीस ने कहा, महाराष्ट्र में हम अपने तरीके से कार्रवाई करते हैं। जहां बुलडोजर की जरूरत होगी, वहां उसका इस्तेमाल किया जाएगा। गलत कामों को रौंदा जाएगा। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। नुकसान की भरपाई दंगाईयों से करवाई जाएगी और अंतिम आरोपी की गिरफ्तारी तक कार्रवाई जारी रहेगी।

  • 700 से ज्यादा वेबसाइट्स संदिग्ध

    700 से ज्यादा वेबसाइट्स संदिग्ध

    -साइबर अपराधी सट्टा, जुआ और वेश्यावृत्ति जैसे काले कारोबार में भी कर रहे इस्तेमाल
    भोपाल.
    साइबर फ्रॉड के बाद अब साइबर अपराधी सट्टा, जुआ और वेश्यावृत्ति जैसे काले कारोबार में भी वेबसाइट और एप्लीकेशन का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस पर नजर रखने के लिए भोपाल पुलिस साइबर पेट्रोलिंग भी कर रही है। पिछले 6 महीने से इंटरनेट पर कड़ी निगरानी के बाद 700 से ज्यादा वेबसाइट और एप्लीकेशन को चिन्हित किया गया है। यह विभिन्न अपराधों में लिप्त पायी गयी हैं। पुलिस ने वेबसाइट की होस्टिंग और डोमेन प्रोवाइडर को इस संबंध में पत्र लिखा है। इसके बाद कुछ संदिग्ध वेबसाइट और एप्लिकेशन बंद हुई हैं।
    ऐसे की जाती है साइबर पेट्रोलिंग
    साइबर क्राइम की एक टीम इंटरनेट पर लगातार वेबसाइट और एप्लीकेशन को सर्च करती है, फिर इन एप्लीकेशन की लिस्टिंग कर उन पर कार्रवाई के लिए पत्र लिखा जाता है। कई एप्लीकेशन और वेबसाइट देश के बाहर से ऑपरेट होती हैं। इन पर कार्रवाई के लिए भी पत्र लिखा जाता है। इनमें फर्जी खातों का इस्तेमाल होता है। इजी लोन, अर्न मनी, शेयर इंवेस्टमेंट, लोन एप्लीकेशन, स्कॉट सर्विस जैसे अपराधों को बढ़ावा देने वाली एप्लिकेशन और वेबसाइट को चिन्हित किया गया। इनकी संख्या करीब 10 है।
    अब आगे क्या?
    संदिग्ध वेबसाइट और एप्लीकेशन को चिन्हित होने के बाद आगे क्या और बेहतर कार्रवाई की जा सकती है, उस पर विचार चल रहा है। फिलहाल, डोमेन नेम प्रोवाइडर को इन्हें बंद करने के लिए पत्र लिखा गया है। आगे चल कर दिल्ली स्थित संबंधित विभागों को भी इनकी जानकारी दी जाएगी।

  • शांतता भंग करणाऱ्या* *दंगलखोरांविरुद्ध कडक कारवाई करा– देवेंद्र फडणवीस   संचारबंदी टप्प्याटप्याने हटवणार  आक्षेपार्ह पोस्ट संदर्भात सहआरोपी करणार  नुकसानीचे पंचनामे, तीन दिवसात मदत  नागपूरची शांतता भंग होणार नाही, दक्षता घेणार  दंगेखोरांकडून नुकसान भरपाई वसूल करणार

    शांतता भंग करणाऱ्या* *दंगलखोरांविरुद्ध कडक कारवाई करा– देवेंद्र फडणवीस  संचारबंदी टप्प्याटप्याने हटवणार  आक्षेपार्ह पोस्ट संदर्भात सहआरोपी करणार  नुकसानीचे पंचनामे, तीन दिवसात मदत  नागपूरची शांतता भंग होणार नाही, दक्षता घेणार  दंगेखोरांकडून नुकसान भरपाई वसूल करणार

    शांतता भंग करणाऱ्या* *दंगलखोरांविरुद्ध कडक कारवाई करा– देवेंद्र फडणवीस

     संचारबंदी टप्प्याटप्याने हटवणार
     आक्षेपार्ह पोस्ट संदर्भात सहआरोपी करणार
     नुकसानीचे पंचनामे, तीन दिवसात मदत
     नागपूरची शांतता भंग होणार नाही, दक्षता घेणार
     दंगेखोरांकडून नुकसान भरपाई वसूल करणार

    नागपूर, दि. 22: नागपूर हे धार्मिक, सामाजिक व सांस्कृतिक शहर म्हणून ओळखले जाते. या शहराची वेगळी संस्कृती आहे. कायदा व सुव्यवस्थेचा प्रश्न निर्माण होईल, अशा प्रकारच्या घटना बरेच वर्षानंतर पहिल्यांदाच घडली आहे. भविष्यात अशा प्रकारच्या घटना घडणार नाही यादृष्टीने शांतता भंग करणाऱ्या दंगलखोरांविरुद्ध अत्यंत कठोर कारवाई करा, असे निर्देश मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस यांनी आज दिलेत.

    नागपूर शहरातील कायदा व सुव्यवस्थेसंदर्भात मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस यांनी वरिष्ठ पोलीस अधिकारी, जिल्हाधिकारी, महानगरपालिका आयुक्त तसेच वरिष्ठ पोलीस अधिकाऱ्यांसोबत शहरात घडलेल्या घटनेसंदर्भात आढावा घेतला. त्यानंतर मार्गदर्शन करताना ते बोलत होते.
    पोलीस आयुक्तालयाच्या सभागृहात आयोजित बैठकीस राज्याचे महसूलमंत्री तथा पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुळे, पोलीस आयुक्त डॉ.रविंद्र सिंगल, नागपूर परिक्षेत्राचे पोलीस महानिरीक्षक दिलीप पाटील-भुजबळ, जिल्हाधिकारी डॉ.विपीन इटनकर, महानगरपालिका आयुक्त डॉ. अभिजित चौधरी, सहपोलीस आयुक्त निसार कांबळी, अतिरिक्त पोलीस आयुक्त संजय पाटील, प्रमोद शेवाळे, शिवाजी राठोड, पोलीस अधीक्षक हर्ष पोद्दार, पोलीस उपायुक्त लोहीत मतानी, राहुल मदने, महेक स्वामी, विशेष शाखेचा पोलीस उपायुक्त श्वेता खेडकर, अश्विनी पाटील आदी उपस्थित होते.

    शांतताप्रिय शहर म्हणून नागपूरची ओळख आहे. या शहराला अशांत करणाऱ्यांविरुद्ध कठोर कारवाई करण्यात येणार असल्याचे सांगताना मुख्यमंत्री श्री.फडणवीस म्हणाले की, औरंगजेबासंदर्भात दुपारी आंदोलन करणाऱ्यांविरुद्ध पोलीसांनी कारवाई केल्यानंतरही समाजकटंकांकडून सायंकाळी दंगा भडकविण्यात आला. दंगलखोरांना नियंत्रणात आणण्यासाठी पोलीस विभागाने तत्काळ कारवाई करुन दंगल आटोक्यात आणली. परंतु या दंगलीमध्ये मोठ्या प्रमाणात वाहनांची जाळपोळ व संपत्तीचे नुकसान झाले आहे. पोलिसांवरही दगडफेक केल्यामुळे 34 पोलीस जखमी झाले आहेत. अशा प्रकारच्या घटना शहराच्या कुठल्याही भागात घडणार नाही यादृष्टीने पोलीस विभागाने सतर्क राहून कठोर कारवाई करावी, असे निर्देश यावेळी दिले.

    शहराच्या अकरा पोलीस स्टेशनच्या परिसरात जमावबंदी आदेश लागू करण्यात आले आहे. या संदर्भात 13 गुन्हे दाखल झाले असून 104 आरोपींना अटक करण्यात आली आहे. त्यापैकी 12 विधी संघर्ष बालक आहेत. शहरातील सीसीटीव्ही कॅमेरे तसेच जनतेकडून प्राप्त झालेल्या कव्हरेज (व्हिडीओ क्लीप) च्या आधारे दंगलखोरांना शोधून त्यांच्याविरुद्ध कडक कारवाईचा सूचना देण्यात आल्या असून एकही दंगलखोर यामधून सुटणार नाही, अशी सूचना करताना मुख्यमंत्री म्हणाले की, दंगल भडकविण्यासाठी कारणीभूत ठरलेल्या विविध समाज माध्यमांवरील पोस्टची तपासणी करुन अशा प्रकारच्या 250 पोस्ट शोधण्यात आल्या आहेत. या पोस्ट टाकणाऱ्या 62 लोकांविरुद्ध गुन्हा नोंदविण्यात आला आहे. तर दोन लोकांना अटक करण्यात आली आहे.

    अशा पोस्ट टाकणारे व शेअर करणाऱ्यांविरुद्ध दंगल भडकविल्याबद्दल सहआरोपी करण्याचे निर्देश यावेळी मुख्यमंत्र्यांनी दिले.
    झालेल्या नुकसानीची दंगलखोरांकडून भरपाई
    दंगलीमध्ये मालमत्तेचे तसेच वाहनांचे मोठ्या प्रमाणात नुकसान झाले आहेत. नुकसानीसंदर्भात पंचनामे करुन येत्या तीन ते चार दिवसात नुकसान भरपाई देण्याच्या सूचना करताना मुख्यमंत्री म्हणाले की, संपूर्ण नुकसानीची भरपाई दंगलखोरांकडून करण्यात येईल. नुकसान भरपाई करताना दंगलखोरांच्या मालमत्तेची विक्री करुन संपूर्ण भरपाई वसूल करण्यात येईल. यासाठी महानगरपालिका, जिल्हा प्रशासन व पोलीस विभागातर्फे संयुक्त कारवाई करण्याचे निर्देश यावेळी दिले.

    दंगलीमध्ये 71 वाहनांचे तसेच विविध मालमत्तेचे मोठ्या प्रमाणात नुकसान झाले आहे. नुकसानी संदर्भात जिल्हा प्रशासनाने पंचनामे सुरु केले आहे. वाहनांच्या नुकसानी संदर्भात विमा कंपन्यांना आवश्यक असलेले दस्ताऐवज उपलब्ध करुन देण्यासबंधी तत्काळ कारवाई करावी, अशी सूचना यावेळी केली.
    शांतता राखण्यासाठी सहकार्य करा – मुख्यमंत्र्यांचे आवाहन
    शहरात आगामी काळात विविध समुदयांकडून सण व उत्सव आयोजित करण्यात येतात. अशा उत्सवाच्या प्रसंगी कुठलाही अनूचित प्रकार घडणार नाही याची प्रशासनाने दक्षता घ्यावी. तसेच सण व उत्सवाच्या काळात शांतता भंग होणार नाही यादृष्टीने जनतेनेही प्रशासनाला सहकार्य करावे, असे आवाहन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस यांनी जनतेला केले आहे. शांतता भंग करणाऱ्यांविरुद्ध पोलिस विभागाने तात्काळ दखल घेऊन कठोर कारवाई करण्याचे निर्देश यावेळी त्यांनी दिले.
    प्रारंभी पोलिस आयुक्त डॉ.रविंद्र सिंगल यांनी शहराच्या काही भागात भरलेल्या घटनेसंदर्भातील माहिती सादरीकरणाद्वारे दिली. या घटनेतील दोषी असणाऱ्या सर्वांविरुद्ध कठोर कारवाई करण्यात येईल, अशी ग्वाही दिली.

     

  • केंद्रीय मंत्री के दो भांजों में गोलीबारी, एक की मौत

    केंद्रीय मंत्री के दो भांजों में गोलीबारी, एक की मौत

    पटना.
    बिहार में केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय के भांजे की गोली लगने से मौत हो गई। दरअसल, पानी की बात को लेकर विवाद हो गया और भाई-भाई में गोली चल गई। घटना में एक की मौत हो गई, जबकि एक अन्य घायल हो गया। पूरी घटना भागलपुर के नवगछिया के परबत्ता थाना क्षेत्र अंतर्गत जगतपुर की है।
    पानी को लेकर हुआ विवाद
    पुलिस के मुताबिक दो भाइयों विश्वजीत और जयजीत के बीच पानी को लेकर हुए विवाद में गोलीबारी हो गई। इस घटना में विश्वजीत की मौत हो गई और जयजीत गंभीर रूप से घायल हो गया। वहीं बीच-बचाव करने आई मां हिना देवी भी घायल हो गई। हिना देवी के हाथ में गोली लगी है। घटना की जानकारी मिलने के बाद एसएचओ मौके पर पहुंचे। दोनों भाइयों की मां को भी गोली लगने की सूचना है। उनका भी इलाज जारी है।
    मां भी घायल, इलाज जारी
    बता दें कि विश्वजीत और जयजीत दोनों एक ही मकान में रहते थे। विश्वजीत बड़ा और जयजीत छोटा था। विवाद बढ़ने पर जयजीत ने विश्वजीत पर फायरिंग कर दी, इसके जवाब में विश्वजीत ने भी फायरिंग कर दी। घटना में दोनों घायल घायल हो गए। हालांकि अस्पताल ले जाते समय विश्वजीत ने दम तोड़ दिया। घायल जयजीत और हिना देवी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल पूरे मामले को लेकर पुलिस छानबीन में जुट गई है। सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों को भी खंगाला जा रहा है।

  • 60 साल में दूसरी शादी, बेटे ने घर में घुसने नहीं दिया, तो जहर खा लिया

    60 साल में दूसरी शादी, बेटे ने घर में घुसने नहीं दिया, तो जहर खा लिया

    पटना.
    बिहार के मुंगेर जिले के धरहरा थाना क्षेत्र के दशरथपुर गांव में 60 साल के मुसहरु यादव ने होली के मौके पर दूसरी शादी रचाई। 15 मार्च 2025 को होली के दिन मुसहरु यादव ने गांव की ही एक महिला, जो फंटुश मंडल की पत्नी थी, के साथ बौरना पहाड़ के शिवालय मंदिर में गुपचुप तरीके से शादी कर ली। मुसहरु की पहली पत्नी की मृत्यु 15 साल पहले हो चुकी थी और उनके तीन बेटे व एक बेटी हैं। उनकी नई पत्नी के भी एक बेटा और एक बेटी हैं, और उसका पति फंटुश मजदूरी करता है। शादी के बाद दोनों 16 मार्च तक गायब रहे और 17 मार्च को मुसहरु अपनी नई दुल्हन के साथ घर लौटा।
    बेटे का गुस्सा और घर में घुसने से रोक
    जैसे ही मुसहरु अपनी दूसरी पत्नी के साथ घर पहुंचे, उनके बेटे सूरज का गुस्सा फूट पड़ा। सूरज ने पिता की इस शादी को बर्दाश्त नहीं किया और उन्हें घर में घुसने से रोक दिया। घंटों तक पिता और पुत्र के बीच तीखी बहस और ड्रामा चलता रहा। इस बीच परिवार का माहौल तनावपूर्ण हो गया। झगड़े के बीच मुसहरु ने गुस्से में आकर कीटनाशक दवाई पी ली। यह देखकर बेटे और गांव वालों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में उन्हें धरहरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। हालत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने उन्हें मुंगेर के सदर अस्पताल रेफर कर दिया, जहां उनका इलाज चल रहा है। इस घटना ने पूरे गांव को सकते में डाल दिया।
    मुसहरु की आपबीती
    अस्पताल में मुसहरु ने अपनी आपबीती सुनाई। उन्होंने कहा, “मैंने एक फसल काटने वाली महिला से शादी की थी। इस बात पर मेरे बेटे से झगड़ा हो गया। गुस्से में मैंने जहर खा लिया। मेरी पहली पत्नी का निधन 15 साल पहले हो चुका है। मेरे तीन बेटे और एक बेटी हैं। मेरी नई पत्नी का भी एक बेटा और एक बेटी है, और उसका पति मजदूरी करता है। झगड़े के बाद वह अपने घर चली गई। मुसहरु की बातों से साफ था कि यह शादी उनके लिए भावनात्मक जरूरत थी, लेकिन बेटों की नाराजगी ने उन्हें टूटने की कगार पर पहुंचा दिया।
    प्रेम की पुरानी कहानी और पड़ोस का विवाद
    ग्रामीणों के अनुसार, मुसहरु और फंटुश मंडल पड़ोसी हैं। कई सालों से मुसहरु और फंटुश की पत्नी एक-दूसरे के संपर्क में थे। इस रिश्ते को लेकर फंटुश और उसकी पत्नी के बीच पहले भी झगड़ा हो चुका था। कुछ महीने पहले फंटुश ने अपनी पत्नी के साथ मारपीट की थी, जिसके बाद वह मायके चली गई थी। एक महीने पहले दोनों के बीच सुलह हुई थी, लेकिन होली से पहले उसने अचानक मुसहरु के साथ शादी कर ली। जब वह मुसहरु के घर आई, तो बेटों के विरोध और मारपीट के बाद वह फिर अपने घर लौट गई।
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