Category: क्राइम

  • पाकिस्तान कर सकता है बड़ा साइबर अटैक

    पाकिस्तान कर सकता है बड़ा साइबर अटैक

    सरकार ने दी चेतावनी, खुद को रखें सेफ
    नई दिल्ली.
    भारत-पाकिस्तान में बढ़ रहे तनाव के बीच सरकार ने साइबर अटैक को लेकर एडवाइजरी जारी की है। सीईआरटी –इन ने सभी संवेदनशील वेबसाइट्स से लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को अपनी साइबर सुरक्षा स्ट्रांग करने की सलाह दी है। ऐसे में आपको भी इस साइबर अटैक से अलर्ट रहने की जरूरत है।

    साइबर सुरक्षा स्ट्रांग करें
    केंद्र सरकार की कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (सीईआरटी –इन) ने सोशल मीडिया से लेकर फाइनेंशियल और भी अन्य क्रिटिकल सेक्टर को अपनी साइबर सुरक्षा स्ट्रांग करने की सलाह दी है। ऐसे में आम नागरिक को भी इससे सुरक्षित रहने और अलर्ट रहने की जरूरत है, क्योंकि, हो सकता है कि आपको भी साइबर अटैक जैसी परेशानी झेलनी पड़ सकती है।

    भूल कर भी न शेयर करें पर्सनल जानकारी
    जिस तरह की स्थिति अभी देश में चल रही है इसका फायदा स्कैमर्स उठा कर आपसे किसी भी बहाने से पर्सनल जानकारी लेने की कोशिश करेंगे। ऐसे में कुछ भी हो जाए किसी के साथ अपने पर्सनल डिटेल्स जैसे आधार-पैन नंबर, बैंक डिटेल्स या फिर ओटीपी शेयर न करें। अगर कॉल पर सामने वाला सरकारी प्रोसेस का नाम लेकर आपसे बात करें तो एक बार पूरी तरह से जांच-पड़ताल करने के बाद ही कोई कदम उठायें। बिना सोचे-समझे कोई भी जानकारी न शेयर करें।

    हमेशा स्ट्रांग पासवर्ड का करें इस्तेमाल
    सोशल मीडिया से लेकर किसी भी साइट पर हमेशा स्ट्रांग पासवर्ड का इस्तेमाल करें. आसान पासवर्ड को हैक करना हैकर्स के लिए बहुत ही आसान है। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने पासवर्ड को लेकर सचेत रहें। अगर आप भी अपने डेट ऑफ बर्थ या किसी भी नॉर्मल नंबर जैसे आसान पासवर्ड का इस्तेमाल करते हैं तो फिर अभी ही अपना पासवर्ड बदल दें और कुछ कठिन सा पासवर्ड सेट कर दें। स्ट्रांग पासवर्ड बनाने के लिए आप अपने पासवर्ड में बड़े और छोटे अक्षरों के साथ नंबर्स और स्पेशल कैरेक्टर्स जैसे का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस तरह के पासवर्ड को हैक करना ठगों के लिए आसान नहीं होगा।

    अनजान लिंक या मेल पर क्लिक न करें
    आज के समय में हैकर्स के लिए सबसे आसान तरीका है फर्जी लुभाने वाले मैसेज। इन मैसेज, मेल में अक्सर लोगों को झांसे में फंसाने वाली बात (बेहतरीन ऑफर्स, नौकरी और लोन) लिखी होती है। ऐसे में भूल कर भी इस तरह के लिंक पर क्लिक न करें, क्योंकि, आपके क्लिक करते ही लिंक में छुपा वायरस आपके कंप्यूटर या फोन में आ सकता है, जिससे आपके पर्सनल डेटा चोरी हो सकते हैं।

    ऑन रखें टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन
    बैंकिंग से लेकर ईमेल हो या फिर कोई भी सोशल मीडिया अकाउंट हमेशा उसके टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन को ऑन करके रखें। टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन यानी 2एफए एक सिक्योरिटी फीचर है जो आप तक स्कैमर्स और ठगों को पहुंचने नहीं देता। इस फीचर से आपको यह फायदा होगा की जब भी कोई आपके अकॉउंट को हैक करने की कोशिश करेगा तो आपको पता चल जाएगा। क्योंकि, इस फीचर के ऑन करने के बाद अगर कोई आपके अकाउंट में लॉगिन करने की कोशिश करेगा तो पहले आपके पास एक ओटीपी या नोटिफिकेशन आएगा, जिससे आपको पता चल जाएगा कि कोई आपके अकाउंट को कोई हैक करने की कोशिश कर रहा है।

    पब्लिक वाइ-फाइ से रहें दूर
    मॉल, कैफे, रेलवे स्टेशन या फिर कहीं और के वाइफाई का अगर आप इस्तेमाल कर रहे हैं तो फिर आप बड़ी परेशानी में फंस सकते हैं। दरअसल, हैकर्स आसानी से इस तरह के नेटवर्क से जुड़ सकते हैं और आपका पर्सनल डेटा (बैंक डिटेल्स, पासवर्ड या चैट) चोरी कर सकते हैं। ऐसे में अगर आप बाहर वाइफाइ का इस्तेमाल कर रहे हैं तो फिर बैंकिंग, ऑनलाइन शॉपिंग या कहीं भी संवेदनशील साइट पर लॉगिन करने से बचें।

    टाइम टू टाइम अपडेट करें ऐप्स
    स्मार्टफोन और लैपटॉप में समय-समय पर सिस्टम अपडेट करने के ऑप्शन आते हैं। साथ ही स्मार्टफोन में आप जो ऐप्स रखते हैं उन्हें भी समय-समय पर अपडेट करने का नोटिफिकेशन आता है. ऐसे में इन अपडेट्स को नजरअंदाज न करें। समय-समय पर अपने फोन, ऐप्स और लैपटॉप को अपडेट करते रहें। अगर आप ज्यादा लंबे समय तक इन्हें अपडेट नहीं करते हैं तो फिर आपके डिवाइस के पुराने बग्स का फायदा उठाकर हैकर्स साइबर अटैक को आसानी से अंजाम दे सकते हैं।

  • रेप का आरोप में आईपीएल खिलाड़ी गिरफ्तार

    रेप का आरोप में आईपीएल खिलाड़ी गिरफ्तार

    जोधपुर की युवती ने लगाया है आरोप
    जोधपुर.
    आईपीएल फ्रेंचाइज़ी मुंबई इंडियंस के पूर्व खिलाड़ी शिवालिक शर्मा को जोधपुर पुलिस ने दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। जोधपुर की कुड़ी भगतासनी थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए क्रिकेटर को गुजरात के वडोदरा से गिरफ्तार किया। शिवालिक शर्मा पर पीड़िता ने शादी का झांसा देकर यौन शोषण करने का गंभीर आरोप लगाया है। जोधपुर पुलिस ने पुष्टि की कि युवती की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए आरोपी शिवालिक शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है। युवती का मेडिकल परीक्षण कराया गया और मजिस्ट्रेट के समक्ष धारा 164 के तहत बयान दर्ज करवाए गए हैं। पुलिस अब साक्ष्य जुटाकर केस को आगे बढ़ा रही है।

    क्या है रेप का पूरा मामला?
    दरअसल, 2 जनवरी 2024 को जोधपुर की एक युवती ने कुड़ी भगतासनी थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी कि गुजरात के वडोदरा निवासी क्रिकेटर शिवालिक शर्मा (27) ने उसे शादी का झांसा देकर दुष्कर्म किया और फिर शादी से इनकार कर दिया। युवती का कहना है कि फरवरी 2023 में वडोदरा यात्रा के दौरान उसकी शिवालिक से मुलाकात हुई थी, जिसके बाद दोनों के बीच बातचीत बढ़ी और फिर नजदीकियां बढ़ती गईं। अगस्त 2023 में शिवालिक अपने परिवार के साथ जोधपुर आया और दोनों की सगाई भी हुई।

    खिलाड़ी पर दुष्कर्म के गंभीर आरोप
    युवती के मुताबिक 27 मई 2023 को जब शिवालिक उसके घर आया और घर में कोई नहीं था, तब उसने जबरन शारीरिक संबंध बनाए। विरोध करने पर उसने शादी का वादा किया। इसके बाद वह 3 जून तक युवती के घर ही रुका और कई बार गलत संबंध बनाए। इसके बाद शिवालिक उसे मेहंदीपुर बालाजी, जयपुर और उज्जैन भी घुमाने ले गया। युवती का आरोप है कि इन जगहों पर भी उसने संबंध बनाए और बार-बार शादी का वादा दोहराया। लेकिन जून 2023 में, जब युवती उसकी शादी की बात करने वडोदरा पहुंची, तो शिवालिक के परिजनों ने सगाई तोड़ने की बात कही और युवती को घर से निकाल दिया। युवती का आरोप है कि वहां उसके साथ धक्का-मुक्की भी की गई।

    कौन हैं शिवालिक शर्मा?
    शिवालिक शर्मा का जन्म 28 नवंबर 1998 को बड़ौदा में हुआ था। शिवालिक ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत 2016 में बीनू अंडर-19 ट्रॉफी से की। इसके बाद, 2018-19 रणजी ट्रॉफी सीजन में उन्होंने बड़ौदा के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में डेब्यू किया। शर्मा को मुंबई इंडियंस ने उन्हें 2024 में 20 लाख रुपये में खरीदा। हालांकि, हाल के समय में उन्होंने क्रिकेट से दूरी बना ली थी और इस सीजन से पहले मुंबई इंडियंस ने उन्हें रिलीज कर दिया। अब बलात्कार के इस गंभीर मामले में गिरफ्तारी ने उनके भविष्य पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

  • पति के साथ ‘तीसरी’ को देख मची खलबली

    पति के साथ ‘तीसरी’ को देख मची खलबली

    एक साथ दो पत्नियां पहुंचीं ससुराल
    रसूलपुर.

    उत्तर प्रदेश में झंगहा के रहने वाले एक युवक ने पहली पत्नी के रहते हुए दो और शादियां कर लीं। इसके बाद तीसरी पत्नी के साथ घर रहने लगा। गुरुवार को पहली और दूसरी पत्नी के ससुराल पहुंचने मामला खुल गया। विरोध करने पर युवक ने अपने साथियों के साथ मिलकर दोनों को भगा दिया।

    प्रताड़ित कर घर से भगाया
    पहली पत्नी पुष्पा ने एसडीएम चौरी चौरा को प्रार्थना पत्र देकर शिकायत की है। बोली, रहने के लिए जगह नहीं दे रहे हैं। एसडीएम ने झंगहा पुलिस को जांच कर कार्रवाई का निर्देश दिया है। पुष्पा ने बताया कि वर्ष 2017 में उसकी शादी झंगहा के रसूलपुर नंबर दो नेकवार के पवन गुप्ता से हुई थी। उसे एक बेटा और एक बेटी है। चार वर्ष पहले पति ने प्रताड़ित करते हुए उसे घर से भगा दिया। शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई की। कई बार दोनों के बीच समझौता हुआ, लेकिन वह रखने को तैयार नहीं हुआ।

    दूसरी पत्नी को इधर-उधर रखता रहा
    इसी बीच बिना तलाक लिए पति ने दो जुलाई, 2021 को चिलुआताल थाना के जमुनिया मानीराम की एक युवती से शादी कर लिया। काफी दिनों तक उसे इधर-उधर रखा। बाद में घर ले गया, लेकिन छह महीने बाद उसे भी भगा दिया।

    जान से मारने की धमकी दी
    इसके बाद उसने दो वर्ष पहले देवरिया के गौरी बाजार थाना इंदुपुर टोला लेढ़या की एक युवती से शादी की, जबकि उसकी शादी पहले से हो रखी थी और उसे एक बच्चा भी था। पुष्पा ने बताया कि गुरुवार वह ससुराल गई थी, इसी बीच दूसरी पत्नी भी वहां आ गई। दोनों पवन को बुलाया तो उसकी तीसरी पत्नी बाहर आकर भगाने लगी। जब दोनों ने विरोध किया को पति ने जान से मारने की धमकी देते हुए भगा दिया।

  • बजरंग दल नेता की बेरहमी से हत्या

    बजरंग दल नेता की बेरहमी से हत्या

    बीच सड़क पर घातक हथियार से वार
    बंगलुरु.
    कर्नाटक के मंगलुरु शहर में गुरुवार रात बजरंग दल के पूर्व सदस्य और गौरक्षा प्रमुख सुहास शेट्टी की अज्ञात हमलावरों ने बर्बरतापूर्वक हत्या कर दी। यह घटना देर रात उस समय हुई, जब सुहास शेट्टी शहर के एक इलाके में थे। हमलावरों ने उन पर घातक हथियारों से ताबड़तोड़ वार किए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

    मौके से फरार हो गए
    पुलिस सूत्रों के अनुसार, सुहास शेट्टी, जो पहले बजरंग दल से जुड़े थे और 2022 के फाजिल हत्याकांड में मुख्य आरोपी थे, पर गुरुवार रात एक समूह ने हमला किया। हमलावरों ने तेज धार वाले हथियारों से सुहास पर कई वार किए, जिसके बाद वे मौके से फरार हो गए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।

    इलाके में तनाव
    इस हत्याकांड के बाद मंगलुरु और आसपास के इलाकों में तनाव का माहौल है। स्थानीय लोगों और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं में आक्रोश देखा जा रहा है। सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर गुस्सा जाहिर किया जा रहा है। एक एक्स पोस्ट में यूजर ने लिखा, “मंगलुरु में बजरंग दल के गौरक्षा प्रमुख सुहास शेट्टी की गौ तस्करों द्वारा बर्बर हत्या। क्या आरोपियों में पुलिस का कोई डर नहीं है? सख्त कार्रवाई की जरूरत है।”

    अतिरिक्त बल तैनात
    पुलिस ने इलाके में अतिरिक्त बल तैनात कर दिया है और तनाव को नियंत्रित करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। मंगलुरु पुलिस आयुक्त ने कहा, “हम मामले की गहन जांच कर रहे हैं। सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूतों की मदद से हमलावरों की पहचान की कोशिश की जा रही है। जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा।”

    राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
    घटना पर स्थानीय बीजेपी विधायक वाई. भारत शेट्टी ने दुख जताते हुए कहा, “यह एक निंदनीय और कायरतापूर्ण कृत्य है। सुहास शेट्टी की हत्या ने पूरे समाज को झकझोर दिया है। हम सरकार से मांग करते हैं कि दोषियों को तुरंत पकड़ा जाए और उन्हें कड़ी सजा दी जाए।”

  • मध्य प्रदेश में शराब कारोबारियों पर ईडी का छापा

    मध्य प्रदेश में शराब कारोबारियों पर ईडी का छापा

    एक साथ 11 ठिकानों पर कार्रवाई
    भोपाल.
    मध्यप्रदेश में 49 करोड़ रुपए के आबकारी फर्जी बैंक चालान घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को सुबह अलग अलग कारोबारियों के 11 ठिकानों पर एक साथ प्रदेशभर में कार्रवाई की है। ये कार्रवाई इंदौर, जबलपुर, भोपाल और मंदसौर में चल रही है। इन पर ट्रेजरी चालान में जालसाजी और हेरफेर कर सरकार को करोड़ों का चूना लगाने के आरोप हैं।

    49 करोड़ का फर्जी बैंक चालान घोटाला
    49 करोड़ के फर्जी बैंक चालान घोटाले का आरोप योगेंद्र जायसवाल और विजय श्रीवास्तव पर लगा है। इनके ठिकानों पर सुबह से कार्रवाई चल रही है। बताया जा रहा है कि जब संजीव दुबे आबकारी आयुक्त थे, तब यह चालान घोटाला हुआ था, वहीं चालान घोटाले में अब तक 22 करोड़ की रिकवरी हो चुकी थी।

    इंदौर में छापेमारी
    इंदौर में बसंत विहार कालोनी, तुलसी नगर समेत अन्य ठिकानों पर ईडी की टीम जमा है। इंदौर के तुलसी नगर में रहने वाले सुरेंद्र चौकसे के घर पर ईडी की टीम पहुंची है। फिलहाल, चौकसे के घर ए-296 पर ईडी की टीम दस्तावेजों की पड़ताल कर रही है। सुरेंद्र चौकसे आबकारी अधिकारी के पद से सेवा निवृत्त हुए हैं। सीआरपीएफ के जवान उनके बंगले के बाहर तैनात हैं। खास बात ये है कि, इस कार्रवाई से स्थानीय प्रशासन को भनक तक नहीं लगी। शिकायतकर्ता राजेंद्र गुप्ता ने ईडी को साक्ष्य और बयान दिए थे। 6 मई को ईडी ने प्राथमिकी दर्ज की थी और आबकारी आयुक्त से 5 बिन्दुओं पर जानकारी मांगी गई थी, लेकिन जो ईडी को जानकारी मिली वो अधूरी थी।

    मंदसौर में भी रेड
    इधर, मंदसौर शहर की जनता कॉलोनी में रहने वाले शराब कारोबारी अनिल त्रिवेदी के ठिकानों पर तड़के 4 बजे ईडी की रेड पड़ी। त्रिवेदी की 10 साल साल गैंगवार में हत्या कर दी गई थी। ये पूर्व में आबकारी विभाग में पदस्थ था। हत्या मंदसौर-प्रतापगढ़ रोड पर हुई थी। शुरुआती सूचना अनुसार, दस साल पूर्व करीब 25 करोड़ रुपए के किसी लेन-देन के मामले में ईडी ने आकर परिवार के सदस्यों से पूछताछ कर रही है। इसका बेटा राजस्थान में निंबाहेड़ा-उदयपुर में रहता है।

    इस आधार पर हुई जांच
    ईडी ने वित्तीय वर्ष 2015-16 से वित्तीय वर्ष 2017-18 के दौरान ट्रेजरी चालान में जालसाजी और हेराफेरी के जरिए सरकारी राजस्व को करोड़ों का चूना लगाने का मामला पकड़ा था। इस मामले में करीब 50 करोड़ रुपए से ज्यादा का सरकार को नुकसान पहुंचाया गया। इसके लिए अवैध रूप से शराब अधिग्रहण के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) हासिल की गई। इस मामले में ईडी ने शराब ठेकेदारों के खिलाफ दर्ज एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की है।

    ऐसे की जाती थी जालसाजी
    मामले की जांच के अनुसार, आरोपी शराब ठेकेदार छोटी-छोटी रकम के चालान तैयार कर बैंक में जमा करते थे। चालान के निर्धारित प्रारूप में ‘रुपए अंकों में’ और ‘रुपए शब्दों में’ लिखे होते थे। मूल्य अंकों में भरा जाता था, हालांकि ‘रुपए शब्दों में’ के बाद खाली जगह छोड़ दी जाती थी। धनराशि जमा करने के बाद जमाकर्ता बाद में उक्त रिक्त स्थान में बढ़ी हुई धनराशि को लाख हजार के रूप में लिख देता था। साथ ही, ऐसी बढ़ी हुई धनराशि के तथाकथित चालान की प्रतियां संबंधित देशी शराब गोदाम में या विदेशी शराब के मामले में जिला आबकारी कार्यालय में जमा कर देता था।

    अवैध रूप से एनओसी बनाई
    जांच में सामने आया कि इन हेराफेरी किए गए चालानों के आधार पर शराब खरीद के लिए नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट भी अवैध रूप से हासिल किए गए थे। इसके चलते सरकार को भारी वित्तीय नुकसान उठाना पड़ा। फिलहाल, इस मामले में सभी ठिकानों पर ईडी की जांच चल रही है। आगे कई बड़े खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।

  • सफाई कर्मचारियों को पिकअप ने रौंदा, सात की मौत

    सफाई कर्मचारियों को पिकअप ने रौंदा, सात की मौत

    दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर भीषण हादसा
    नई दिल्ली.
    हरियाणा के गुरुग्राम से सटे नूंह जिले में शनिवार सुबह दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हो गया। इस हादसे में सफाई कार्य कर रहे छह कर्मचारियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पांच अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। वहीं हादसे के बाद आरोपी पिकअप चालक मौके से फरार हो गया। जिसकी तलाश जारी है। हादसे में छह सफाई कर्मियों की मौके पर मौत हो गई, जबकि एक सफाई कर्मी ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

    सफाई का काम कर रहे थे
    प्राप्त जानकारी के अनुसार, नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका थाना क्षेत्र के गांव इब्राहिमवास के पास शनिवार सुबह करीब 10 बजे सफाई कर्मचारी दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर सफाई का कार्य कर रहे थे। तभी एक तेज रफ्तार पिकअप वाहन अनियंत्रित होकर सफाई कर्मचारियों को कुचलता हुआ निकल गया। टक्कर इतनी भीषण थी कि छह कर्मचारियों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। जबकि पांच अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद आसपास चीख-पुकार मच गई और राहगीरों ने तुरंत पुलिस और एम्बुलेंस को सूचना दी। हादसे में सात सफाई कर्मचारियों की जान गई है। बताया जा रहा है कि सुबह लगभग 10 बजे के आसपास 11 सफाईकर्मी एक्सप्रेसवे पर सफाई कर रहे थे। इनमें 10 महिलाएं और एक पुरुष शामिल था।

    हाईवे पर बिखरे शव
    प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसे का दृश्य बेहद भयावह था। हाईवे पर चारों ओर शवों के टुकड़े बिखरे पड़े थे। पुलिस, एम्बुलेंस और सड़क सुरक्षा एजेंसी की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया। मृतकों की अभी तक पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल भेज दिया है।

    आरोपी चालक की तलाश
    हादसे के बाद पिकअप चालक वाहन छोड़कर मौके से फरार हो गया। पुलिस आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से फरार आरोपी की तलाश में जुटी है। साथ ही, आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हादसे के चलते दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर लंबा जाम लग गया। पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद यातायात को सामान्य कराया। इस दौरान एक्सप्रेसवे से गुजरने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

    छह महिलाओं की मौके पर मौत
    शनिवार सुबह दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर तेज रफ्तार पिकअप वाहन ने सफाई कर्मचारियों को कुचल दिया। हादसे में छह महिला सफाईकर्मियों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। जबकि हादसे में घायल पांच अन्य कर्मचारियों को गंभीर अवस्था में नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान एक और सफाईकर्मी ने दम तोड़ दिया। इस तरह अब तक इस भयावह हादसे में कुल सात लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।

    सड़क सुरक्षा पर फिर उठे सवाल
    गौरतलब है कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर इससे पहले भी कई हादसे तेज रफ्तार, घने कोहरे और लापरवाही के चलते हो चुके हैं। ताजा घटना ने एक बार फिर से सड़क सुरक्षा प्रबंधों और एक्सप्रेसवे पर कार्यरत कर्मचारियों की सुरक्षा इंतजामों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासन और पुलिस की टीमें मौके पर पहुंच गईं। एक्सप्रेसवे पर यातायात को नियंत्रित किया गया और घटनास्थल को खाली कराया गया। साथ ही घायलों के इलाज और मृतकों के परिजनों को सूचित करने की प्रक्रिया तेजी से जारी है।

  • दहला सहारनपुर, पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट

    दहला सहारनपुर, पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट

    तीन की मौत, विस्फोट से कांप उठा इलाका
    सहारनपुर.
    सहारनपुर के देवबंद में एक पटाखा फैक्ट्री में भीषण हादसा हो गया। एक के बाद एक हुए कई विस्फोटों ने आसपास के इलाके को भी दहला दिया। इस दुर्घटना में कई लोगों के हताह होने की आशंका है। प्रशासन ने तीन मौत की पुष्टि की है। दमकल कर्मियों की टीम मौके पर आग को बुझाने में लगी हुई हैं। फॉरेन्सिक टीम फैक्ट्री के इर्द गिर्द पड़े मरने वालों के अवशेषों को तलाश रही है। दुर्घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने मुजफ्फरनगर सहारनपुर स्टेट हाईवे जाम किया हुआ है।

    गुस्साए ग्रामीणों ने किया स्टेट हाइवे जाम
    डीएम एसएससी फोर्स के साथ मौके पर मौजूद है। घायलों को एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। दुर्घटना के कारणों का पता अभी तक नहीं चल सका है। यह दुर्घटना लोकनिर्माण विभाग मंत्री बृजेश सिंह के गाँव के पास हुई। स्थानीय लोगों के अनुसार धमाके इतने तेज थे की फैक्ट्री की छत भी उड़ गई और चारों तरफ दूर तक मरने वालों के अवशेष फैल गए।

    दो घण्टे बाद आने वाली थी 20 से अधिक लड़कियां
    स्थानीय लोगों का कहना है कि यह विस्फोट सुबह 6:30 बजे हुआ। अगर यही दुर्घटना 2 घंटे बाद होती तो 8:00 बजे यहां बड़ी संख्या में आसपास के गांव की लड़कियां और महिलाएं काम करने के लिए पहुंचने वाली थी। ऐसे में यह और भयंकर दुर्घटना हो सकती थी। अभी तक तीन लोगों के मरने की पुष्टि हुई है, जबकि जाम लगाने वाले ग्रामीणों का कहना है कि दुर्घटना के समय फैक्ट्री के अंदर कम से कम 9 लोग थे। ग्रामीण इन सभी की मौत होने की आशंका बता रहे हैं लेकिन अभी तक इंतजार में कोई जानकारी नहीं मिली है जिला प्रशासन का कहना है की मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका इसलिए नहीं है, क्योंकि बाकी अन्य को ज्यादा गंभीर चोटें नहीं आई हैं। मरने वालों के नाम विशाल, विकास और राहुल बताए जा रहे हैं। तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है। इनके नाम नफीस, कासिम और नदीम बताए गए हैं।

  • 300 नक्सलियों को 4000 जवानों ने घेरा, 48 घंटे से फायरिंग

    300 नक्सलियों को 4000 जवानों ने घेरा, 48 घंटे से फायरिंग

    अब तक का सबसे बड़ा नक्सल एनकाउंटर
    बीजापुर.
    छत्तीसगढ़ के बीजापुर और तेलंगाना बॉर्डर पर सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन लॉन्च किया है। इसमें 4000 से अधिक जवान शामिल हैं। यहां पर 300 से अधिक नक्सलियों को जवानों ने घेरा हुआ है, जिसमें नक्सल लीडर हिड़मा, देवा, सुधाकर भी शामिल हैं। यहां कारगेट्टा, नाड़पल्ली, पुजारी कांकेर की पहाड़ी पर जवानों ने नक्सलियों को घेरा है।

    अभियान में 3 राज्यों की पुलिस शामिल
    लगभग 48 घंटे से ये ऑपरेशन चल रहा है। दोनों तरफ से रुक-रुक कर फायरिंग हो रही है। इस ऑपरेशन में तीन राज्यों की पुलिस तेलंगाना, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ के जवान शामिल हैं। ये इलाका नक्सलियों का सेफ और कोर जोन माना जाता है। जवानों की सबसे बड़ी चुनौती यहां प्लांट आईइडी है। इसी की वजह से जवान सावधानी पूर्वक कदम रख रहे हैं।

    आईइडी सबसे बड़ी चुनौती
    ये भी माना जा रहा है कि इस इलाके में नक्सलियों की बटालियन नंबर 1 और 2 सहित नक्सलियों की अन्य कंपनियां भी हैं। जवानों के सामने भारी गर्मी और नक्सलियों के द्वारा लगाई गई आईइडी सबसे बड़ी चुनौती है। इस एनकाउंटर में लगातार ड्रोन और चौपर से नजर रखी जा रही है। सूत्रों की माने तो जवान एक हफ्ते का राशन लेकर इस ऑपरेशन में गए हुए हैं।

    ऑपरेशन तेलंगाना से मॉनिटर
    ये एक लंबे क्षेत्रफल में फैला हुआ पहाड़ी क्षेत्र है जहां जवानों को गर्मी, आईडी के साथ साथ इन पहाड़ों पर चढ़ना पड़ रहा है। इस पूरे ऑपरेशन को तेलंगाना से मॉनिटर किया जा रहा है। बस्तर आईजी सुंदरराज पी और बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव नजर लगातार बनाए हुए हैं। इस ऑपरेशन में कई हाइटेक समानों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। प्रदेश के गृह मंत्री लगातार इस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं। यह ऑपरेशन तीन राज्यों के समन्वित रणनीति के तहत लॉन्च किया गया है।

    सुरक्षा बलों ने नेटवर्क को तोड़ा
    जिस इलाके में यह ऑपरेशन लॉन्च किया गया है, वहां पर्वत की श्रृंखलाएं हैं, जिनका क्षेत्रफल 280 वर्ग किलोमीटर बताया जा रहा है। इस इलाके के आसपास पढ़ने वाले गांव से ही नक्सलियों को रसद की आपूर्ति होती रही है, लेकिन अब सुरक्षा बलों ने इस नेटवर्क को तोड़ दिया है । नक्सलियों के सामने राशन और मेडिकल की समस्या उत्पन्न हो गई है। नक्सलियों को पूर्व में मालूम था कि फोर्स अब इस इलाके की ओर आगे बढ़ेगी, इसलिए ऐसी इलाके के चारों तरफ नक्सलियों ने आईइडी प्लांट किया और इस बात की सूचना ग्रामीणों को भी दी ।

  • जीशान सिद्दीकी को डी-कंपनी से धमकी

    जीशान सिद्दीकी को डी-कंपनी से धमकी

    लिखा- पिता जैसा हाल करेंगे…,’
    मुंबई.
    एनसीपी नेता जीशान सिद्दीकी को ईमेल के जरिए जान से मारने की धमकी मिली है। यह ईमेल उनके पर्सनल ईमेल आईडी पर भेजा गया है, जिसमें धमकी दी गई है कि जैसे उनके पिता बाबा सिद्दीकी की हत्या की गई थी, वैसे ही उनकी भी हत्या की जाएगी। साथ ही ईमेल में 10 करोड़ रुपये की फिरौती की भी मांग की गई है। ईमेल के आखिरी में डी-कंपनी लिखा हुआ है, जिससे पूरे मामले में नया मोड़ आ गया है।

    पुलिस को दी जानकारी
    पूर्व विधायक जीशान सिद्दीकी ने धमकी भरा ईमेल मिलते ही मुंबई पुलिस को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस की एक टीम तुरंत उनके निवास पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की। पुलिस फिलहाल यह पता लगाने में जुटी है कि ईमेल कहां से भेजा गया और डी-कंपनी से इसका क्या संबंध है? हालांकि, ईमेल के अंडरवर्ल्ड से जुड़े होने को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

    पिता को जैसे खत्म किया, वैसे ही तुझे…
    यह घटना इसलिए भी बेहद संवेदनशील मानी जा रही है, क्योंकि जीशान के पिता वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर 2024 को निर्मम हत्या कर दी गई थी। यह वारदात मुंबई के निर्मल नगर में एनसीपी नेता के दफ्तर के पास हुई थी, जिसमें तीन हमलावर शामिल थे। इस हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली थी। लॉरेंस गिरोह से जुड़े कथित शूटरों ने पूछताछ में बताया है कि जीशान सिद्दीकी भी उनके निशाने पर थे। इसके बाद मुंबई पुलिस ने जीशान की सुरक्षा को बढ़ा दिया।

    ई-मेल में दी चेतावनी
    मुंबई पुलिस के मुताबिक, ईमेल भेजने वाले ने आगे कहा कि वह हर छह घंटे में ऐसे ईमेल भेजेगा। ईमेल में साथ ही कहा गया है कि अगर जीशान फिरौती के पैसे देने के लिए तैयार हैं, तो उन्हें लोकेशन के बारे में बताया जाएगा। फिलहाल संदिग्ध की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। हालांकि मुंबई पुलिस साइबर क्राइम यूनिट की मदद से छानबीन कर रही है।

  • झारखंड में करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष की हत्या

    झारखंड में करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष की हत्या

    समर्थकों ने किया हंगामा
    जमशेदपुर.
    झारखंड के जमशेदपुर में रविवार रात करणी सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और झारखंड प्रदेश अध्यक्ष विनय सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना मानगो बालीगुमा क्षेत्र में मिनी पंजाब होटल के पास एक गली में हुई। मोबाइल लोकेशन के जरिए पुलिस ने उनका शव बरामद किया है। उनके सिर पर गोली लगी थी और बाएं हाथ में पिस्तौल थी। विनय सिंह के हाथ और पैर में भी चोट के कई निशान भी मिले है।

    कार्यकर्ताओं में आक्रोश
    विनय सिंह की मौत के बाद क्षत्रिय समाज और करणी सेना कार्यकर्ताओं में आक्रोश फैल गया। प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-33 और डिमना चौक को जाम कर हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। पुलिस ने इसे सुनियोजित हत्या करार देते हुए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है और सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी है। करणी सेना के नेताओं ने 48 घंटे में हत्यारों की गिरफ्तारी न होने पर उग्र आंदोलन और झारखंड बंद की चेतावनी दी है।

    अज्ञात हमलावरों ने मारी गोली
    पुलिस अधिकारी ने घटना को लेकर कहा कि विनय सिंह कुछ अन्य लोगों के साथ घर लौट रहे थे, तभी अज्ञात हमलावरों ने एनएच-33 पर एक होटल के पास गोलीबारी की, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। फिलहाल हमलावरों को गिरफ्तार करने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया है और जांच जारी है।

    दो घंटे तक सड़क पर पड़ा रहा शव
    वहीं करनी सेना के प्रदेश अध्यक्ष विनय सिंह की हत्या की खबर मिलने के बाद मौके पर पुलिस पहुंच गई। हालांकि एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं कर पाने के कारण करीब दो घंटे तक शव सड़क पर ही पड़ा रहा। इससे मौजूद लोगों में आक्रोश पैदा हो गया और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आक्रोशित लोगों ने शव को बिना एंबुलेंस के उठाने से रोक दिया। बाद में करीब रात 12 बजे एंबुलेंस के आने के बाद शव को एमजीएम अस्पताल ले जाया गया। इस दौरान नेशनल हाइवे-33 पर लंबा जाम लग गया और यातायात व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई।

    जांच में जुटी पुलिस
    पुलिस सभी पहलुओं से जांच कर रही है, लेकिन हत्या के पीछे का कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। हालांकि कुछ लोग इसे राजनीतिक तनाव या निजी दुश्मनी से जोड़कर देख रहे हैं।