बढ़ी हलचल…राज्य प्रभारियों और महासचिव के अब 700 जिलाध्यक्षों को बुलाया दिल्ली
नई दिल्ली.
हरियाणा, महाराष्ट्र और दिल्ली में चुनाव हारने के बाद कांग्रेस पार्टी एक्टिव हो गई है। इस साल के अंत तक बिहार में विधानसभा चुनाव होने है और 2027 में गुजरात में भी विधानसभा चुनाव है। लगातार एक के बाद एक राज्य हारने के बाद पार्टी अब अपने संगठन को मजबूत करने के लिए कदम उठा रही है। कांग्रेस ने अपनी जिला कमेटियों को केंद्र बिंदु बनाने की दिशा में कदम उठाया है।
दिल्ली में जिलाध्यक्षों की होगी बैठक
दिल्ली में कांग्रेस अपने 700 जिलाध्यक्षों की तीन दिवसीय बैठक का आयोजन कर रही है। यह बैठक 27-28 मार्च और 3 अप्रैल को होगी। बताया जा रहा है कि करीब 16 साल बाद कांग्रेस अपने जिलाध्यक्षों के साथ इस तरह की बैठक का आयोजन कर रही है। बैठक में जिलाध्यक्षों से फीडबैक लिया जाएगा। इसका उद्देश्य संगठन को मंजबूत करना और आगामी रणनीतियों पर चर्चा करना है। वहीं बैठक में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी शामिल हो सकते है।
महासचिवों और राज्य प्रभारियों की हुई बैठक
इससे पहले मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में महासचिवों और राज्य प्रभारियों की एक बैठक हुई। इस बैठक में 8 और 9 अप्रैल को अहमदाबाद में पार्टी का होने वाले अधिवेशन को लेकर चर्चा की गई। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बताया कि बैठक में 33 प्रभारी और इंचार्ज मौजूद थे।
कांग्रेस में कुछ बड़ा होने वाला है
