एक अच्छी शुरुआत, लेकिन अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है
नागपुर.
नागपुर महानगरपालिका के लिए यह एक अच्छी खबर है कि स्वच्छता रैंकिंग में उसकी स्थिति सुधरी है। केंद्र सरकार ने मनपा की आपत्तियों को स्वीकार करते हुए उसकी रैंकिंग में सुधार किया है और अब नागपुर को 22-ए स्थान मिला है। यह सुधार मनपा प्रशासन के प्रयासों और शहरवासियों के लिए एक राहत है, लेकिन हमें यह भी समझना चाहिए कि यह केवल एक शुरुआत है, और अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है।
कमियों को स्वीकार करने का परिणाम
पहले जारी की गई रैंकिंग में नागपुर को 27वां स्थान मिला था, जिसके मुख्य कारण थे- डोर-टू-डोर कचरा संकलन में कम अंक (30%) और कचरा अलगीकरण में बेहद कम अंक (1%)। मनपा की आपत्ति के बाद इन दोनों श्रेणियों में उल्लेखनीय सुधार हुआ है, जिससे शहर की रैंकिंग ऊपर आई है। यह साबित करता है कि अगर प्रशासन अपनी कमियों को स्वीकार करता है और उनमें सुधार के लिए प्रयास करता है, तो सकारात्मक परिणाम निश्चित रूप से मिलते हैं।
कचरा संकलन कंपनियों पर नजर जरूरी
मनपा आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी और अतिरिक्त आयुक्त वसुमना पंत के नेतृत्व में शुरू किए गए विभिन्न जनोपयोगी उपक्रम जैसे ‘एक तारीख एक घंटा’, ‘स्वच्छ मोहल्ला स्पर्धा’, और स्कूलों में जनजागृति अभियान सराहनीय हैं। इन प्रयासों से शहर में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ी है। लेकिन, हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि यह रैंकिंग हमें एक आईना दिखाती है, जिसमें हमारी कमियां भी उजागर होती हैं। कचरा प्रबंधन की रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि मनपा को कचरा प्रक्रिया में 100% से घटकर 60% अंक मिले हैं, जो एक चिंता का विषय है। इसके अलावा, कचरा संकलन करने वाली कंपनियों की लापरवाही पर भी ध्यान देने की जरूरत है, जैसा कि हाल ही में उजागर हुआ है।
रैंकिंग को लेकर हैरानी थी
स्वच्छता रैंकिंग को लेकर मनपा सहित जानकारों में हैरानी थी। आखिरकार केंद्र सरकार के पास आपत्ति दर्ज करने का निर्णय लिया गया। डॉ. अभिजीत चौधरी ने केंद्रीय गृहनिर्माण व शहरी व्यवहार मंत्रालय के पास आपत्ति दर्ज कराई। इसके बाद घर-घर कचरा संकलन, कचरा व्यवस्थापन, बैकलेन स्वच्छता, सीएन्डडी वेस्ट, बायोमाइनिंग, कॉम्प्रेस्ड बायो गॅस प्रकल्प का पुर्नमूल्यांकन किया गया। फिलहाल मनपा द्वारा एक तारीख एक घंटा, आरआरआर सेंटर, स्वच्छ मोहल्ला स्पर्धा, स्वच्छ बाजार, इको ब्रिक्स समेत स्कूलों में जनजागृति की जा रही है।
‘टॉप टेन’ को लक्ष्य बनाना होगा
मनपा को अब ‘टॉप टेन’ शहरों में शामिल होने का लक्ष्य रखना चाहिए। इसके लिए, प्रशासन को अपनी कमियों पर और अधिक ध्यान देना होगा। कचरा प्रक्रिया को बेहतर बनाना, कंपनियों की जवाबदेही तय करना और नागरिकों को भी इसमें भागीदार बनाना आवश्यक है। यह केवल मनपा का काम नहीं है, बल्कि हम सभी की जिम्मेदारी है। अगर हम सब मिलकर काम करें, तो नागपुर को देश के सबसे स्वच्छ शहरों में शामिल होने से कोई नहीं रोक सकता।
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