4 बर्खास्त और 1 निलंबित
नागपुर.
नागपुर शहर पुलिस विभाग के 5 पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है। पुलिस आयुक्त डॉ. रवींद्र कुमार सिंगल के आदेश पर की गई यह त्वरित और कठोर कार्रवाई महकमे में एक स्पष्ट संदेश है कि अनुशासनहीनता और आपराधिक गतिविधियों में संलिप्तता के लिए कोई जगह नहीं है। यह कदम पुलिस बल की शुचिता और जनता के प्रति जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
गंभीर आरोप लगाए गए थे
बर्खास्त किए गए पुलिसकर्मी पंकज यादव और संदीप यादव पर बदनामी का डर दिखाकर लूटपाट करने का गंभीर आरोप था। वहीं, सुभाष सारवे और उमेश आंबेकर पर क्रिकेट सट्टा बुकी के साथ मिलीभगत का आरोप था। प्रशांत बांगर को वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना के लिए निलंबित किया गया है। ये सभी मामले पुलिस की वर्दी की गरिमा को ठेस पहुँचाते हैं और जनता के विश्वास को कमजोर करते हैं।
प्रेमी युगलों को धमकाकर लूटपाट
यह विशेष रूप से चिंताजनक है कि पंकज और संदीप, जो बीट मार्शल की जिम्मेदारी संभालते थे, अपनी ड्यूटी के क्षेत्र से बाहर जाकर भोले-भाले लोगों और प्रेमी युगलों को धमकाकर लूटपाट करते थे। यह न केवल आपराधिक कृत्य है, बल्कि यह पुलिस बल की उस भूमिका के बिल्कुल विपरीत है, जिसमें उन्हें जनता की सुरक्षा करनी होती है। ऐसे कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अत्यंत आवश्यक है, ताकि जनता का पुलिस पर विश्वास बना रहे। यह कदम पुलिस बल को स्वच्छ और जवाबदेह बनाने की दिशा में एक सकारात्मक संकेत है। यह उम्मीद की जाती है कि ऐसी कार्रवाई भविष्य में भी जारी रहेगी ताकि पुलिस अपनी मूल भूमिका – कानून व्यवस्था बनाए रखने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने – को प्रभावी ढंग से निभा सके।
