महत्वाकांक्षी योजना में भारी फर्जीवाड़ा
मुंबई.
महाराष्ट्र सरकार की महत्वाकांक्षी ‘मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिण योजना’ में एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। यह योजना, जिसे पिछले साल जुलाई में शुरू किया गया था और जो नवंबर 2024 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की जीत में एक प्रमुख कारण मानी जाती है, अब सवालों के घेरे में है। खुलासा हुआ है कि आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं के लिए बनाई गई इस योजना का हजारों पुरुष धोखाधड़ी कर लाभ उठा रहे थे। महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने खुद इसकी पुष्टि की है, जिससे सरकार की लाभार्थियों की पहचान प्रक्रिया पर सवाल खड़े हो गए हैं।
लाभ अस्थायी रूप से स्थगित
रिपोर्ट्स के मुताबिक, लगभग 14,000 पुरुष फर्जी दस्तावेजों के जरिए लाडली बहिण योजना का फायदा ले रहे थे। इसके अलावा, जांच में यह भी सामने आया है कि लगभग 26.34 लाख लाभार्थी अपात्र होते हुए भी योजना का लाभ उठा रहे थे। इनमें कुछ लाभार्थी एक से अधिक योजनाओं का लाभ ले रहे थे, कुछ परिवारों में दो से अधिक लाभार्थी पाए गए, और कुछ स्थानों पर पुरुषों द्वारा आवेदन किए जाने की बातें भी सामने आई हैं। इन सभी अपात्र आवेदकों का लाभ अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया गया है।
सख्त निगरानी की जरूरत
उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजित पवार ने स्पष्ट किया है कि धोखाधड़ी कर लाभ उठाने वाले पुरुषों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और उन्हें दी गई राशि वसूल की जाएगी। यह घटना दर्शाती है कि सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में सख्त निगरानी और सत्यापन तंत्र की आवश्यकता है ताकि वास्तविक लाभार्थियों तक ही लाभ पहुंच सके और फर्जीवाड़े को रोका जा सके।
