नदियां उफान पर, घरों को नुकसान

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Rivers are in spate, houses are damaged

पूर्वी विदर्भ के लिए रेड अलर्ट जारी
नागपुर.
रविवार से जारी लगातार बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं, तथा घरों को नुकसान पहुंचा है। जानकारी के अनुसार, विदर्भ में तीन लोगों की मौत हो गई। यवतमाल जिले में डूबने से दो लोगों की जान चली गई, जबकि गोंदिया में एक व्यक्ति की पेड़ गिरने से मौत हो गई। विदर्भ के कई जिलों में सड़कें जलमग्न हो गई हैं, नदियां उफान पर हैं और घरों को नुकसान पहुंचा है।

रेड अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने पूर्वी विदर्भ के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। अमरावती, भंडारा, नागपुर और वर्धा में अगले 24 घंटों में भारी बारिश और गरज के साथ बिजली गिरने की संभावना है। उपराजधानी नागपुर में लगातार बारिश से सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है और शहर में नागरिक कमजोरियां उजागर हुई हैं। यवतमाल जिले में लगभग 80% बुवाई पूरी हो गई थी, लेकिन बारिश ने आगे की खेती गतिविधियों को रोक दिया क्योंकि खेत जलमग्न हो गए थे। हालांकि, अकोला में बारिश से किसानों को राहत मिली है क्योंकि इससे उनकी खड़ी फसलें पुनर्जीवित हुई हैं।

बांधों का जलस्तर
निरगुणा बांध पूरी क्षमता पर है, जबकि अन्य जैसे उमा बांध का जलस्तर केवल 6.84% है। चंद्रपुर में मध्यम वर्षा हुई है, जबकि अमरावती में जुलाई के पहले सप्ताह के लिए सामान्य से कम वर्षा हुई है। ऊपरी वर्धा बांध के जलस्तर में वृद्धि के कारण अधिकारियों ने वर्धा नदी के किनारे रहने वाले निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी है, क्योंकि पानी छोड़ने की योजना है।

अस्पताल में पानी भरा
तुमसर के उप-जिला अस्पताल के प्रसूति वार्ड में पानी का रिसाव होने से वार्ड और ऑपरेशन थिएटर में पानी भर गया, जिससे मरीजों और अस्पताल के कर्मचारियों को टखनों तक पानी में चलना पड़ा। नागपुर में पिछले 24 घंटे में जिले के अंदर 67 मिली मीटर से ज्यादा बारिश हुई है। जगह-जगह जलजमाव की स्थिति देखने को मिल रही है। शहर के कामठी रोड पर गद्दी गोदाम स्थित रेलवे अंडरपास की हालत तो बेहद खराब है। पुल के नीचे पानी भरने से सड़कों पर बने गड्ढे नजर नहीं आते, जो किसी भी बड़े हादसे का कारण बन सकते हैं।

गड्ढों से भारी परेशानी
गड्ढों से भरी इन सड़कों पर हर दिन हजारों वाहन गुजरते हैं, लेकिन प्रशासन को इसकी चिंता ही नहीं है। ये केवल किसी एक या दो जगह के नहीं बल्कि पूरे शहर का ही है। मानसून से पहले प्रशासन द्वारा सडकों को ठीक से भरा नहीं गया, साथ ही सड़कों पर साफ-सफाई की कमी और दुर्दशा से अब बरसात में लोग बेहाल हैं। इतना ही नहीं, कई जगह तो फुटपाथों पर भी लोगों ने अवैध कब्जे कर रखे हैं, जिससे पैदल चलना भी दूभर हो गया है। प्रशासन की ये लापरवाही और इन खस्ताहाल सड़कों के कारण इन सडकों से गुजरने वाले लोगों जान भी खतरे में पड़ रही है।

जिला प्रशासन अलर्ट पर
नागपुर में जिला कलेक्टर ने सभी विभागों को स्टैंडबाय पर रहने और सभी आपातकालीन उपकरणों को तैयार रखने का निर्देश दिया है। झीलों और नदियों के पास के पर्यटन स्थलों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है, और किसानों को मौसम और कृषि सलाहों का सख्ती से पालन करने की सलाह दी गई है।

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