Tag: नागपुर अपराध

  • दहेज की बलि चढ़ी एक और ज़िंदगी

    दहेज की बलि चढ़ी एक और ज़िंदगी

    कब रुकेगा यह क्रूर सिलसिला?
    नागपुर.
    दहेज की क्रूरता ने एक और परिवार की खुशियां छीन ली। उसे आत्महत्या के लिए उकसाने वाले पति के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। मृतक संगीता बिसेन (32), छोटी तरोड़ी स्थित वंदे कृष्ण सोसायटी निवासी थी। उसका मायका मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के महलपुर में है। अप्रैल 2014 में उसकी शादी श्यामराव श्रीपाद बिसेन (42) से हुई। 19 अप्रैल 2016 से मायके से पैसे लाने के लिए श्यामराव उसे शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना दे रहा था। दहेज को लेकर आए दिन होने वाली कलह से त्रस्त होकर 24 जुलाई 2025 को शाम करीब 4 बजे संगीता ने फांसी लगा ली।

    यह लाखों महिलाओं की कहानी
    संगीता की कहानी कोई नई नहीं है; यह उन लाखों महिलाओं की कहानी है, जिन्हें शादी के बाद पैसे और लालच के लिए शारीरिक और मानसिक यातनाएं दी जाती हैं। यह घटना हमारी व्यवस्था पर कई सवाल खड़े करती है। 2014 में शादी होने के बाद 2016 से संगीता को दहेज के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था। आखिर इतने सालों तक यह सब क्यों चलता रहा? क्या परिवार ने पुलिस में शिकायत करने की कोशिश नहीं की? या फिर सामाजिक दबाव और ‘परिवार की इज्जत’ जैसे मिथकों के कारण वह चुप रही? अक्सर ऐसे मामलों में, पीड़िता का परिवार सामाजिक बहिष्कार के डर से चुप्पी साध लेता है, और यह चुप्पी ही अपराधी का हौसला बढ़ाती है।

    सोच में बदलाव लाना होगा
    वाठोड़ा पुलिस ने संगीता के पति के खिलाफ भले ही अब मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन यह कार्रवाई तब हुई, जब एक ज़िंदगी खत्म हो चुकी थी। यह दिखाता है कि हमारी कानूनी और सामाजिक व्यवस्थाएँ ऐसे मामलों में कितनी धीमी और प्रतिक्रियात्मक हैं। हमें एक ऐसी व्यवस्था चाहिए जो अपराध होने से पहले उसे रोक सके। यह सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है कि ऐसी घटनाएँ फिर न हों। इसके लिए कड़े कानूनी प्रावधानों के साथ-साथ समाज को भी अपनी सोच में बदलाव लाना होगा। जब तक हम सब मिलकर इस बुराई के खिलाफ आवाज नहीं उठाएंगे, तब तक ऐसी और भी संगीताएँ इसकी बलि चढ़ती रहेंगी।

  • कलयुगी बेटा…मां असहाय, पिता की पिटाई

    कलयुगी बेटा…मां असहाय, पिता की पिटाई

    पुलिस की चेतावनी के बाद भी शिकायत से इनकार
    नागपुर.
    नागपुर के शांति नगर में एक परेशान करने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक युवक अपनी मां के सामने अपने बुजुर्ग पिता के साथ मारपीट करता दिख रहा है। इस घटना ने समाज में चिंता पैदा कर दी है और लोगों के बीच बहस छेड़ दी है। वायरल वीडियो में, बुजुर्ग पिता सोफे पर बैठे दिखाई दे रहे हैं, जबकि उनका बेटा, टी-शर्ट और बरमूड़ा पहने हुए है, उन्हें बार-बार थप्पड़ मार रहा है, उनके बाल खींच रहा है, कान मरोड़ रहा है और गर्दन पकड़ रहा है। इस दौरान, मां पास में ही बैठी है और वह असहाय दिख रही है।

    पिता ने घटना से किया इनकार
    शांति नगर पुलिस ने वीडियो के आधार पर घर की पहचान कर ली और पिता से मुलाकात की। हालांकि, पिता ने दावा किया कि ऐसी कोई घटना कभी नहीं हुई। अधिकारियों ने उन्हें शिकायत दर्ज कराने की सलाह दी, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया और कहा कि वह इस मामले को आगे नहीं बढ़ाना चाहते। जब पुलिस ने परिवार से पूछताछ की, तो मां ने भी पुलिस से कहा, “यह हमारा पारिवारिक मामला है। हममें से किसी ने शिकायत नहीं की, तुम यहाँ कैसे आ गए?” बावजूद इसके, पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया, क्योंकि वायरल वीडियो ने लोगों में चिंता पैदा कर दी थी। पुलिस ने बेटे को कड़ी चेतावनी दी कि वह अपने माता-पिता के साथ इस तरह का व्यवहार दोबारा न करे। पुलिस ने साफ कहा कि सार्वजनिक रूप से या घर पर माता-पिता के साथ इस तरह की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यह घटना हमारे समाज में बुजुर्गों के प्रति बढ़ती हिंसा और उनके प्रति बेरुखी को दर्शाती है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।

  • 73 का वार्डन, 17 की किशोरी : यौन उत्पीड़न

    73 का वार्डन, 17 की किशोरी : यौन उत्पीड़न

    प्रतिष्ठित स्कूल में शर्मनाक घटना
    नागपुर.
    नागपुर के एक प्रतिष्ठित स्कूल के छात्रावास में एक 17 वर्षीय किशोरी के साथ यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया है, जिसने पूरे शहर को शर्मसार कर दिया है। यह घटना न केवल उस छात्रा के लिए भयावह है, बल्कि यह हमारे समाज की सुरक्षा और नैतिक मूल्यों पर भी एक गहरा सवाल खड़ा करती है। जब माता-पिता अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा के लिए छात्रावास भेजते हैं, तो वे उन संस्थानों पर पूरा भरोसा करते हैं, लेकिन जब ऐसे सुरक्षित माने जाने वाले स्थानों पर ही बच्चों के साथ ऐसी घिनौनी हरकतें होती हैं, तो यह विश्वास टूट जाता है।

    वासना की विकृत मानसिकता
    एक 73 वर्षीय व्यक्ति, जिसे बच्चों का मार्गदर्शक और संरक्षक होना चाहिए, उसी ने अपने पद का दुरुपयोग किया और एक किशोरी को कई महीनों तक यौन प्रताड़ित किया। यह दिखाता है कि वासना और विकृत मानसिकता की कोई उम्र नहीं होती। यह घटना केवल एक व्यक्ति का कुकृत्य नहीं है, बल्कि यह उस व्यवस्था की भी विफलता है, जिसने ऐसे व्यक्ति को इतने संवेदनशील पद पर बिठाया। छात्रावास प्रबंधन की लापरवाही और जवाबदेही पर गंभीर सवाल उठते हैं। क्या उन्होंने कभी वार्डन के व्यवहार पर ध्यान दिया? क्या वहां छात्राओं की सुरक्षा के लिए कोई निगरानी व्यवस्था थी?

    सख्त सजा की मांग
    इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए तत्काल और कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है। पुलिस को इस मामले में त्वरित और निष्पक्ष जांच करनी चाहिए और पोक्सो व एट्रासिटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर दोषी को सख्त से सख्त सजा दिलानी चाहिए। साथ ही, छात्रावासों और स्कूलों को अपने कर्मचारियों की पृष्ठभूमि की गहन जांच करनी चाहिए और सुरक्षा मानकों को और भी मजबूत बनाना चाहिए। बच्चों को ‘गुड टच’ और ‘बैड टच’ के बारे में जागरूक करना और उन्हें अपनी आवाज उठाने के लिए प्रोत्साहित करना भी बेहद ज़रूरी है।

  • विधायक के नाम पर फर्जीवाड़ा

    विधायक के नाम पर फर्जीवाड़ा

    नौकरी के नाम पर साढ़े चार लाख की ठगी
    नागपुर.
    नागपुर में नेताओं के नाम पर धोखाधड़ी का एक और मामला सामने आया है। इस बार विधान परिषद सदस्य संदीप जोशी के नाम का इस्तेमाल कर एक युवक को नौकरी दिलाने का झांसा देकर साढ़े चार लाख रुपये ठग लिए गए हैं। यह घटना नागपुर में सक्रिय एक बड़े गिरोह की ओर इशारा करती है, जो राजनीतिक रसूख का फायदा उठाकर भोले-भाले लोगों को अपना शिकार बना रहा है।

    संदीप जोशी का करीबी बताया
    पीड़ित नीलेश ने अपनी पत्नी के लिए मनपा (नागपुर महानगरपालिका) में नौकरी पाने के लिए अभय नामक व्यक्ति को 4.5 लाख रुपये नकद दिए थे। अभय खुद को विधायक संदीप जोशी का करीबी बताकर लोगों को झांसा देता था। जब नीलेश की पत्नी को नौकरी नहीं मिली और उसने अपने पैसे वापस मांगे, तो अभय टाल-मटोल करने लगा। इससे नीलेश को संदेह हुआ और उसने सीधे विधायक संदीप जोशी से संपर्क किया। विधायक जोशी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत पुलिस की क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने स्पष्ट किया है कि अभय नाम के किसी भी व्यक्ति से उनका कोई संबंध नहीं है और उन्होंने जनता से ऐसे धोखेबाजों से सावधान रहने की अपील की है।

    इसके पहले भी घटनाएं
    यह पहला मामला नहीं है जब नागपुर में इस तरह की धोखाधड़ी हुई है। इससे पहले भी विधायक प्रवीण दटके और पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले के नाम पर सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर ठगी की शिकायतें सामने आ चुकी हैं। यह दिखाता है कि एक सुनियोजित गिरोह सक्रिय है, जो नेताओं के नाम का दुरुपयोग कर जनता को ठग रहा है। पुलिस को सिर्फ इस एक मामले तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि इस पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच करनी चाहिए।

    कड़ी कार्रवाई की दरकार
    पुलिस की जांच में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या अभय जैसे लोग सिर्फ मोहरे हैं और इस ठगी के पीछे कोई बड़ा चेहरा है? क्या यह गिरोह और कितने लोगों को ठग चुका है? पुलिस को इस मामले में त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए और इस गिरोह के सभी सदस्यों को पकड़कर कड़ी सजा देनी चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।

  • पिता की मौत का बदला लेने के लिए शराब की दुकानों में चोरी

    पिता की मौत का बदला लेने के लिए शराब की दुकानों में चोरी

    चोरी का अजीबोगरीब मामला उजागर
    नागपुर.
    नागपुर की पांचपावली पुलिस ने मयूरी सावजी बार एंड रेस्टोरेंट में हुई 40 हजार रुपये की चोरी का खुलासा करते हुए एक चोर को गिरफ्तार किया है। आरोपी राजा खान उर्फ राजा अमरावती सलीम खान (21) है, जिसने एक अनोखे मकसद से चोरी की वारदात को अंजाम दिया। वह शराब की दुकानों को इसलिए निशाना बनाता था, क्योंकि उसका मानना था कि उसके पिता की मौत अत्यधिक शराब पीने से हुई थी।

    8 मामले दर्ज हैं
    राजा खान अपने पिता सलीम खान की मौत का बदला लेना चाहता था। उसका मानना था कि शराब बेचने वाले लोग पैसे कमाने के साथ-साथ लोगों को मौत भी बेचते हैं। इसी वजह से उसने बीयर बार और वाइन शॉप्स में ही चोरियां करना शुरू कर दिया। उसके खिलाफ सदर, अंबाझरी और हुडकेश्वर में भी वाइन शॉप और बीयर बार में चोरी के 8 मामले पहले से ही दर्ज हैं।

    मकसद ने किया हैरान
    पांचपावली पुलिस ने रानी दुर्गावती चौक स्थित मयूरी सावजी बार में हुई चोरी की जांच के दौरान राजा खान को पकड़ा। पूछताछ में उसने अपने अजीब मकसद का खुलासा किया। यह घटना एक अनूठे मनोवैज्ञानिक पहलू को दर्शाती है, जहां एक व्यक्ति अपने दुख और गुस्से को एक असामान्य तरीके से व्यक्त करता है। पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है।

    लेकिन तरीका गलत था
    यह मामला अपराध के पीछे के मानसिक और भावनात्मक कारणों को दर्शाता है। जहां एक तरफ यह अपराध की श्रेणी में आता है, वहीं दूसरी तरफ यह शराब के सेवन से होने वाले सामाजिक और पारिवारिक नुकसान का एक दुखद उदाहरण भी है। राजा खान का अपने पिता की मौत का बदला लेने का तरीका गलत था, लेकिन यह दिखाता है कि कैसे शराब की लत एक परिवार को तबाह कर सकती है।

  • डेढ़ साल में नौकरानी ने उड़ाए 26 लाख के गहने, नकदी

    डेढ़ साल में नौकरानी ने उड़ाए 26 लाख के गहने, नकदी

    घर के मालिक को भनक तक नहीं लगी
    नागपुर.
    नागपुर के फ्रेंड्स कॉलोनी में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक घर में काम करने वाली नौकरानी ने करीब डेढ़ साल की अवधि में 26.45 लाख रुपये की नकदी और गहने चुरा लिए। खास बात यह है कि घर के मालिक को इस चोरी की भनक तक नहीं लगी। गुरुवार को इस मामले में गिट्टीखदान थाने में केस दर्ज किया गया।

    गोल्ड लोन लिया था
    गया राम जनकसिंह (68) के घर में झारखंड की बेबीदेवी केवल झा (50) बच्चों की देखभाल का काम करती थी। डेढ़ साल पहले, जब गया राम ने अपना घर बदला और गोल्ड लोन लिया, तब उन्होंने अपने बेडरूम की अलमारी का लॉकर खोला तो उनके होश उड़ गए। लॉकर से 1 लाख रुपये नकद और लाखों के सोने-चांदी के आभूषण गायब थे। कुल मिलाकर, 26.45 लाख रुपये का माल चोरी हो चुका था। यह चोरी 1 नवंबर 2023 से 9 मई 2025 के बीच हुई।

    इसलिए शक गहराया
    शक की सुई बेबीदेवी पर गई, क्योंकि घटना का खुलासा होने पर वह अपने गांव चली गई थी। परिवार ने जब उससे पूछताछ की, तो मामला थाने पहुंचा। प्रभारी निरीक्षक प्रशांत पांडे के मार्गदर्शन में पुलिस मामले की जांच कर रही है। यह घटना इस बात की पुष्टि करती है कि घरेलू नौकरों को काम पर रखते समय अत्यधिक सावधानी बरतनी चाहिए और उनकी पूरी तरह से जांच-पड़ताल कर लेनी चाहिए।

    अंधाधुंध भरोसा ठीक नहीं
    यह घटना शहरी जीवन में बढ़ते भरोसे और उसके दुरुपयोग को उजागर करती है। घर के नौकर अक्सर परिवार के सदस्य की तरह हो जाते हैं, लेकिन यह मामला दिखाता है कि इस भरोसे को अंधाधुंध नहीं करना चाहिए। लोगों को अपने घर में काम करने वाले कर्मचारियों का रिकॉर्ड ठीक से रखना चाहिए, उनकी पृष्ठभूमि की जांच करनी चाहिए, और कीमती सामानों को सुरक्षित रखने के लिए अधिक सतर्क रहना चाहिए।

  • शादी से इनकार करने पर प्रेमिका पर चाकू से हमला

    शादी से इनकार करने पर प्रेमिका पर चाकू से हमला

    पत्नी को दे चुका था तलाक
    नागपुर.
    नागपुर के खापरखेड़ा में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक नाराज प्रेमी ने शादी से इनकार करने पर अपनी प्रेमिका के गले और शरीर पर चाकू से कई वार कर दिए। आरोपी रोशन सोनेकर (32) ने अपनी पत्नी को तलाक दे दिया था, लेकिन जब उसकी प्रेमिका आशा (20) ने उससे शादी करने से मना कर दिया, तो उसने यह खौफनाक कदम उठाया। घटना गुमथी गांव के हनुमान मंदिर में हुई, जहां आशा पूजा कर रही थी।

    स्कूल के दिनों से प्रेम संबंध थे
    रोशन और आशा के स्कूल के दिनों से प्रेम संबंध थे। रोशन का विवाह हो जाने के बाद, आशा ने उसकी पत्नी से मिलकर कहा कि वह उससे शादी करेगी। इसके बाद, रोशन ने 2023 में अपनी पत्नी को तलाक दे दिया। हालांकि, आशा ने बाद में शादी करने से साफ इनकार कर दिया, जिससे उनके बीच झगड़ा बढ़ गया। यह मामला पहले कोराडी थाने भी पहुंचा था, जहां रोशन पर छेड़छाड़ का केस दर्ज हुआ था।

    बहस के बीच तैश में आया
    रोशन, आशा द्वारा तलाक दिलवाने और फिर शादी से इनकार करने के साथ-साथ उस पर केस दर्ज करवाने से काफी नाराज था। गुरुवार को जब आशा मंदिर में पूजा कर रही थी, तो दोनों के बीच फिर से बहस हुई। गुस्से में आकर रोशन ने अपनी जेब से चाकू निकाला और आशा के गले और शरीर पर ताबड़तोड़ कई वार किए। घटना के बाद वह मौके से फरार हो गया। पुलिस ने आशा को गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया और रोशन को गिरफ्तार कर लिया है।

    रिश्तों में बढ़ती क्रूरता
    यह घटना रिश्तों में बढ़ती क्रूरता और असहिष्णुता को उजागर करती है। किसी भी रिश्ते में सहमति और आपसी सम्मान सर्वोपरि होता है, लेकिन यहां एकतरफा भावनाओं के कारण एक व्यक्ति ने दूसरे की जान लेने की कोशिश की। यह मामला यह भी दिखाता है कि जब रिश्तों में दरार आती है, तो कैसे हिंसा और प्रतिशोध हावी हो जाते हैं।

  • हिस्ट्रीशीटर की निर्मम हत्या

    हिस्ट्रीशीटर की निर्मम हत्या

    ईंट-पत्थर और बेसबॉल की स्टीक से बुरी तरह मारा गया
    नागपुर.
    नागपुर के यशोधरा नगर में राजीव गांधी उड़ान पुल के पास वर्चस्व की लड़ाई और पैसों के लेन-देन को लेकर हुए विवाद में एक हिस्ट्रीशीटर समीर शेख उर्फ समीर येडा (30) की हत्या कर दी गई। गुरुवार सुबह करीब 5 से 5.30 बजे के बीच हुई इस वारदात में हिस्ट्रीशीटर को धारदार हथियार, ईंट-पत्थर और बेसबॉल की स्टीक से बुरी तरह मारा गया। वारदात के बाद सभी आरोपी मौके से फरार हो गए।

    कई मामले दर्ज थे
    समीर शेख, यशोधरा नगर का निवासी था और उसके खिलाफ 31 आपराधिक मामले दर्ज थे, जिनमें हत्या का प्रयास, मारपीट, गांजा तस्करी और एमडी बिक्री जैसे गंभीर आरोप शामिल थे। वह और आरोपी अस्सू उर्फ अफसर, दोनों ही मादक पदार्थों की बिक्री में सक्रिय थे और उनके बीच पैसों के लेन-देन और इलाके में वर्चस्व को लेकर काफी समय से विवाद चल रहा था।

    फरार आरोपियों की तलाश
    पुलिस के अनुसार, गुरुवार सुबह समीर अपनी ससुराल मोमिनपुरा से बुलेट पर घर लौट रहा था, तभी आरोपी अस्सू ने अपने साथियों के साथ उसे घेर लिया और हमला कर दिया। यशोधरा नगर पुलिस को सूचना मिलने पर वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक रमेश खुणे मौके पर पहुंचे और खून से लथपथ समीर को मेयो अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मो. शहजाद समशेर खान की शिकायत पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और फरार आरोपियों की तलाश में कई टीमें बनाई हैं। पुलिस ने अस्सू के 4-5 संदिग्ध साथियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।

    अपराधियों में कानून का डर कम
    नागपुर में यह हिंसक घटना शहर की बिगड़ती कानून-व्यवस्था का एक और उदाहरण है। खुलेआम और बेखौफ होकर एक हिस्ट्रीशीटर की हत्या, यह दिखाती है कि अपराधियों में कानून का डर कम होता जा रहा है। जिस तरह से यह हत्या सरेआम की गई, वह यह भी दर्शाता है कि अपराधी गैंगवार और व्यक्तिगत दुश्मनी को सुलझाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं।

  • ढोंगी बाबाओं ने 8.56 लाख के गहने ठगे

    ढोंगी बाबाओं ने 8.56 लाख के गहने ठगे

    परिवार की परेशानियों को दूर करने का दिया था झांसा
    नागपुर.
    नागपुर के वाठोडा इलाके में दो ढोंगी बाबाओं ने एक परिवार को घर की परेशानियां दूर करने का झांसा देकर करीब 8.56 लाख रुपये की धोखाधड़ी की। आत्मा का साया और हो रही परेशानी का हल निकालने के नाम पर ढोंगी बाबा पूजापाठ करने के बहाने 170 ग्राम सोना और चांदी के जेवरात लेकर रफूचक्कर हो गए। यह मामला वाठोड़ा थाना क्षेत्र में सामने आया। पीड़ित परिवार के मुखिया जगदीश परसराम जामगड़े (60) ने वाठोडा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने आरोपी इंद्रपाल भोयर, पारशिवनी और उसके साथी विलास भोयर उर्फ उज्जैन के महाराज पर ठगी का मामला दर्ज कर लिया है।

    ऐसे लिया झांसे में
    कथित आरोपियों में पारसिवनी निवासी इंद्रपाल भोयर और विलास भोयर उर्फ उज्जैन वाले महाराज का समावेश है। जगदीश बिडगांव परिसर में ही खेती करते हैं। विगत 18 जुलाई को जगदीश घर के बाहर खड़े थे। इसी दौरान साधू के भेस में इंद्रपाल उनके पास आया। उसने जगदीश को मृत बेटे के बारे में कुछ बातें बताई। दूसरे बेटे को भी नशे की लत होने के बारे में जानकारी दी। जगदीश को उस पर विश्वास हो गया। जगदीश ने उसे घर के भीतर बुलाया। उनकी पत्नी ने इंद्रपाल को बुरे नींद न आने और रात बुरे सपने आने की जानकारी दी। इंद्रपाल ने सारी परेशानियां और दोष दूर करने का विश्वास दिलाकर अपना मोबाइल नंबर दिया। 20 जुलाई की दोपहर इंद्रपाल अपने साथ विलास भोयर उर्फ उज्जैन के महाराज के साथ उनके घर पर आया।

    170 ग्राम सोना और 50 ग्राम चांदी के जेवरात चोरी
    उसने सारी बाधाएं दूर करने के लिए जगदीश और उनकी पत्नी को घर के सारे जेवरात लाकर रखने को कहा। इसके बाद उसने मंत्र का जाप शुरु किया। भगवान के सामने अगरबत्ती लगाकर प्रार्थना करने को कहा। रात करीब 2 बजे, जब जामगड़े दंपति आँखें मूंदकर प्रार्थना कर रहे थे, तब मौका पाकर दोनों आरोपी करीब 170.5 ग्राम सोने और 50 ग्राम चांदी के गहने लेकर फरार हो गए। चुराए गए गहनों में 6 गोफ, 8 अंगूठी, दो मंगलसूत्र, टॉप्स, नथ और चांदी के पैर के पट्टे शामिल थे, जिनकी कुल कीमत 8,56,500 रुपये थी। जब पीड़ित परिवार ने आरोपियों से गहने वापस मांगे, तो उन्होंने अपना फोन बंद कर दिया। इस मामले में वाठोडा पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है।

  • पुलिस के घर में चोरी, सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    पुलिस के घर में चोरी, सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    अपराधी बेखौफ, आम लोगों की हिफाजत कौन करे
    नागपुर.
    शहर में एक पुलिसकर्मी के घर में चोरी की घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। यह एक ऐसी घटना है, जो न केवल चौंकाने वाली है, बल्कि यह भी दिखाती है कि अपराधी अब कितने बेखौफ हो गए हैं। जब शहर की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने वाले पुलिसकर्मी का घर ही सुरक्षित नहीं है, तो आम नागरिक खुद को कैसे सुरक्षित महसूस कर सकते हैं?

    बेटी के साथ हॉल में टीवी देख रहे थे
    हुडकेश्वर थानांतर्गत, हर्षल नगर निवासी संजय रामकृष्ण सोनवने (56) ने 2 अगस्त की रात को हुई चोरी की शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि रात करीब 9:40 से 9:55 बजे के बीच चोर उनके घर में घुसे, जबकि वे अपनी बेटी के साथ हॉल में टीवी देख रहे थे। चोर पीछे के खुले दरवाजे से बेडरूम में घुसे और अलमारी से 1.44 लाख रुपये नकद और सोने के गहने चुरा लिए, जिनकी कुल कीमत 5.24 लाख रुपये है। पुलिस उपनिरीक्षक साकोरे ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच कर रहे हैं।

    सुरक्षा पर विचार की जरूरत
    यह घटना यह भी बताती है कि पुलिस को अपनी सुरक्षा के साथ-साथ शहर की सुरक्षा पर भी फिर से विचार करने की आवश्यकता है। यह घटना इस बात की याद दिलाती है कि अपराधियों को पकड़ने के लिए और भी सख्त कदम उठाने होंगे। साथ ही, आम लोगों को भी अपने घरों की सुरक्षा के प्रति अधिक जागरूक और सतर्क रहने की जरूरत है। पुलिस को इस मामले की गंभीरता से जांच करनी चाहिए और अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ना चाहिए, ताकि आम लोगों का कानून व्यवस्था पर भरोसा बना रहे।