Tag: इजरायल

  • नेतन्याहू सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट

    नेतन्याहू सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट

    पश्चिम एशिया की तरफ बढ़े अमेरिकी वॉरशिप
    नई दिल्ली.
    इजरायल के हमले के जवाब में ईरानी सेना ने तेल अवीव में तबाही मचाना शुरू कर दिया है। ईरान ने इजरायल पर 150 बैलेस्टिक मिसाइलों से हमला किया है। इनमें से छह मिसाइलें राजधानी तेल अवीव में गिरी, जिसमें एक महिला की मौत हो गई। वहीं 63 अन्य घायल हो चुके हैं। ईरानी मीडिया रिपोर्ट में इजरायली रक्षा मंत्रालय को भ निशाना बनाए जाने का दावा किया गया है। वहीं खबर है कि ईरान के एयर डिफेंस सिस्टम ने इजरायल के एफ 35 विमान को मार गिराया है। खबर तो ये भी है कि ईरान इजरायल पर एक साथ 1800 मिसाइलों से हमला कर सकता है, जिससे इजरायल में भारी तबाही मचने की संभावना है। इतनी बड़ी संख्या में मिसाइलों को मार गिराना इजरायली एयर डिफेंस सिस्टम के लिए भी बड़ी चुनौती होगी।

    तेहरान में सड़कों पर जश्न
    इजरायल पर हमले के बाद ईरान की राजधानी तेहरान में लोग सड़कों पर जश्न मनाने के लिए उतर आए। ईरानी युवा राष्ट्रीय झंडा हाथों में लेकर बाइकों पर घूमते नजर आए। महिलाओं और पुरुषों ने ईरान के सपोर्ट में नारेबाजी की। वहीं खबर तो ये भी है कि ईरानी एयर डिफेंस सिस्टम ने इजरायली ड्रोनों को हवा में ही मार गिराया है। ईरान के मिसाइल हमले के बाद पूरे इजरायल में सायरन बजने लगे। पूरे य़ेरुशलम में विस्फोटों की गर्गराहट सुनी जा सकती है। ईरानी हमले के बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिया गया। इजरायल के टीवी स्टेशनों ने भी मिसाइल हमले के बाद तेल अवीव में धुएं के गुबार उठते दिखे।

    बैलिस्टिक मिसाइलों से सटीक हमला
    आधी रात को ईरानी सेना यानी आईआरजीसी की तरफ से बयान जारी किया गया। इसमें कहा गया कि ईरानी मिसाइल और ड्रोन इकाइयों ने उन इजरायली सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, जिनका इस्तेमाल ईरान पर हमले शुरू करने के लिए किया गया था। साथ ही इजरायल के औद्योगिक हथियार निर्माण औरअन्य सैन्य स्थलों को भी निशाना बनाया गया। सैटेलाइट इमेजनरी के माध्यम से एकत्र की गई खुफिया जानकार से पता चला है कि दर्जनों बैलिस्टिक मिसाइलों ने अपने लक्ष्यों पर सटीक हमला किया है।

    अमेरिका में बैठकों का दौर
    ईरान के ठिकानों पर किये गए हमले के बाद खाड़ी देश की ओर से जवाबी कार्रवाई किये जाने की आशंका के मद्देनजर अमेरिका अपने युद्धपोतों सहित सैन्य संसाधनों को पश्चिम एशिया की ओर स्थानांतरित कर रहा है। अमेरिका के दो अधिकारियों ने यह जानकारी दी। नौसेना ने विध्वंसक पोत यूएसएस थॉमस हडनर को पूर्वी भूमध्य सागर की ओर बढ़ने का निर्देश दिया है तथा दूसरे विध्वंसक पोत को भी आगे बढ़ने का निर्देश दिया गया है, ताकि व्हाइट हाउस द्वारा अनुरोध किए जाने पर वे उपलब्ध हो सकें। एक अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप स्थिति पर चर्चा करने के लिए अपने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रमुखों के साथ बैठक कर रहे हैं।

  • इज़रायली हमलों में 64 फिलिस्तीनियों की मौत

    इज़रायली हमलों में 64 फिलिस्तीनियों की मौत

    गाज़ा पर हवाई हमले जारी
    नई दिल्ली.
    इज़रायल और फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के बीच चल रही जंग में इज़रायली सेना लगातार गाज़ा और आसपास के फिलिस्तीनी इलाकों पर हमले कर रही है। इज़रायली सेना की कार्रवाई से फिलिस्तीनियों में हाहाकार मचा हुआ है। गाज़ा में लोग डर के साये में जी रहे हैं। हालांकि हमास ने युद्ध-विराम की इच्छा जताई है, लेकिन अभी तक दोनों पक्षों में समझौता नहीं हुआ है। इसी बीच शुक्रवार को इज़रायली सेना ने फिर से गाज़ा में अलग-अलग जगहों पर हवाई हमले किए।

    करीब 64 लोगों की मौत
    इज़रायली हवाई हमलों में गाज़ा में अलग-अलग जगहों पर करीब 64 लोगों की मौत हो गई। गाज़ा में सिविल डिफेंस ने इस बारे में जानकारी दी। इज़रायली हमले में आवासीय इमारतों, शरणार्थियों के टैंट्स को भी निशाना बनाया गया। मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। हमलों की वजह से गाज़ा में कई लोग घायल भी हो गए। घायलों को अस्पतालों और चिकित्सा शिविरों में भर्ती कराया गया है, जहाँ उनका इलाज चल रहा है। कुछ घायलों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।

    इज़रायली सेना का पीछे हटने का नहीं है विचार
    इज़रायली सेना ने साफ कर दिया है कि फ़िलहाल उनका पीछे हटने का कोई विचार नहीं है। गाज़ा में छिपे हमास आतंकियों को मार गिराने के लिए इसी तरह हमले जारी रहेंगे, जिससे हमास का सफाया हो सके। इसके लिए इज़रायली सेना न सिर्फ हवाई हमले कर रही है, बल्कि ज़मीनी हमले भी कर रही है। हालांकि इज़रायल की इस सैन्य कार्रवाई में निर्दोष फिलिस्तीनी भी अपनी जान गंवा रहे हैं।

  • इजरायल के हर स्कूल में जिस्मफरोशी, कम से कम 5 लड़कियां के धंधे में

    इजरायल के हर स्कूल में जिस्मफरोशी, कम से कम 5 लड़कियां के धंधे में

    हमास और हूती हमले के बीच उभरा बड़ा खतरा
    यरुशलम.
    इजरायल इस समय चौतरफा खतरों से लड़ रहा है। अब इजरायल के अंदर भी एक खतरा बढ़ रहा है, जो इस यहूदी देश की लड़कियों को अपना शिकार बना रहा है। हजारों किशोर इजरायली लड़कियां वेश्यावृत्ति के दुष्चक्र में फंस चुकी हैं, जहां से उनके लिए निकलना मुश्किल हो गया है।

    किशोरावस्था में बन रहीं शिकार
    एक 25 वर्षीय युवती ने बताया कि सेक्स वर्कर के रूप में उसका रास्ता बहुत पहले ही शुरू हो गया था, जब वह किशोरावस्था में थी। युवती ने बताया कि वह खुद को अदृश्य महसूस करती थी। ‘मुझे लगा कि नियंत्रण का एक स्रोत मिल गया है- मेरा शरीर’। उसने कहा कि यह ऐसा नहीं था कि वेश्यावृ्त्ति से पैसे कमाने हैं। यह कुछ इस तरह था। हम साथ में ड्रग्स लेते हैं और फिर मेरे पास सोने के लिए जगह होगी।

    बचाने के लिए आश्रय स्थल
    एक अन्य युवती ने बताया कि एक ग्राहक के साथ हिंसक मुठभेड़ के बाद पहली बार उसके मन में इसे छोड़ने का ख्याल आया। उसने कहा, अंत तभी आया जब मुझे मौत का अहसास हुआ। आज उसकी कहानी को सफलता के रूप में दिखाया जाता है। इन लड़कियों बचाने के लिए आश्रय स्थलों का निर्माण किया गया है। अल्मा उनमें से एक है, जिसे कल्याण मंत्रालय वित्त पोषित करता है।

    बेहद कम उम्र में शुरू होता है शोषण
    रिपोर्ट के अनुसार, कई नाबालिग लड़कियां बेहद कम उम्र में वेश्यावृत्ति में प्रवेश करती हैं। इनमें कुछ की उम्र तो 13 साल तक ही होती है। वर्षों की जागरूकता के बावजूद इस घटना का सही दायरा काफी हद तक अनिर्दिष्ट है। इजरायली कल्याण मंत्रालय ने 2016 में किए गए अंतिम आधिकारिक सर्वेक्षण में वेश्यावृत्ति में शामिल 1300 नाबालिगों की पहचान की गई थी। लेकिन तस्करी विरोधी टास्क फोर्स ने नए अनुमान जारी किए, जो इस संख्या को 3000 के करीब बताते हैं।

    हर स्कूल में 5 लड़कियां शिकार
    कल्याण मंत्रालय में वेश्यावृत्ति और तस्करी पीड़ितों के लिए सेवाओं की प्रमुख अमीर बार-ऑन ने कहा, ‘इजरायल के हर स्कूल में कम से कम पांच लड़कियां और दो लड़के जोखिम में हैं।’ टास्क फोर्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि वेश्यावृत्ति में शामिल कई वयस्क महिलाएं नाबालिग होने पर इसमें फंस गई थीं। एक पीड़िता ने कहा, यह कोई पेशा या एक बार का काम नहीं है। यह ऐसा अनुभव है, जो किसी के मानसिक, शारीरिक और मेंटल हेल्थ को गहराई से प्रभावित करता है।