भाई मिलन उत्तम, ‘अखंड शिवसेना’अति उत्तम

उठ रही मांग पर गजानन कीर्तिकर ने दिया बड़ा बयान
मुंबई.
उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के बीच सुलह की अटकलों के बीच शिवसेना शिंदे गुट के वरिष्ठ नेता और दिवंगत बालासाहेब ठाकरे के करीबी सहयोगी रहे गजानन कीर्तिकर ने एक बड़ा बयान दिया है। कीर्तिकर ने कहा है कि दोनों शिवसेनाएं एक साथ आनी चाहिए। विभाजन से पार्टी को बड़ा नुकसान हुआ है। यदि यह ताकत एक हो जाती है तो महाराष्ट्र में शिवसेना की शक्ति विशाल होगी। आज भी मुझे लगता है कि एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे को एक साथ आना चाहिए। अगर वे मेरी बात सुन रहे हैं, तो मुझे बात करने के लिए बुलाएं। मैं दोनों से बातचीत करूंगा। मुझे विश्वास है कि वे मेरे अनुभव और उम्र का मान रखेंगे।

पार्टी को बहुत बड़ा नुकसान
उन्होंने कहा, “दोनों शिवसेनाएं एक साथ आनी चाहिए। दो गुट बनने की वजह से पार्टी को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। अब दो-दो स्थापना दिवस मनाए जाते हैं, दो-दो दशहरा रैली होती हैं। यदि शिवसेना के ये दोनों धड़ एकजुट हो जाए, तो महाराष्ट्र में शिवसेना की कितनी बड़ी शक्ति खड़ी हो सकती है। आज भी मुझे लगता है कि दोनों शिवसेनाओं को एक होना चाहिए और इसके लिए मैं जरूर प्रयास करूंगा।”

उद्धव ने छोड़ा हिंदुत्व का रास्ता
गजानन कीर्तिकर ने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें हिंदुत्व का रास्ता नहीं छोड़ना चाहिए था। लाखों शिवसैनिकों के दिलों में आज भी बालासाहेब के विचार बसे हैं। कांग्रेस और एनसीपी के साथ जाने का निर्णय भी गलत था, इसलिए एकनाथ शिंदे को बालासाहेब की विचारधारा वाली शिवसेना अलग को करना पड़ा। आज शिवसेना का चिन्ह धनुष-बाण और नाम एकनाथ शिंदे के पास है, और बालासाहेब के विचारों पर चलने वाली शिवसेना का नेतृत्व वही कर रहे हैं। आगामी महापालिका चुनावों में यह स्पष्ट हो जाएगा।”

भगवा विचार ही मूल आधार
कीर्तिकर ने यह भी कहा कि शिंदे की शिवसेना महाराष्ट्र में बीजेपी के बाद दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है और भगवा विचार ही उसका मूल आधार है। गजानन कीर्तिकर के इस बयान से यह साफ है कि पुराने शिवसैनिकों को आज भी पार्टी के एक होने की उम्मीद है।

Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

More posts