मंदिर की दीवार गिरी, 8 लोगों की मौत

0
2
The wall of the temple collapsed, 8 people died

विशाखापत्तनम में दर्शन के दौरान बड़ा हादसा

 विशाखापत्तनम.

आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम स्थित श्री वराहालक्ष्मी नरसिंह स्वामी मंदिर, सिम्हाचलम में चंदनोत्सव के दौरान बुधवार तड़के एक दर्दनाक हादसे में 8 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। मृतकों में 5 पुरुष और 3 महिलाएं शामिल हैं। हादसा तड़के करीब 2:15 बजे हुआ, जब बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए कतार में खड़े थे।

 

कई लोग मलबे में दबे

बताया जा रहा है कि 300 रुपये टिकट लाइन के लिए हाल ही में इसे बनाया गया था। हादसे में कई लोग मलबे में दब गए। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ ने मौके पर राहत कार्य संभाला, जबकि प्रशासन ने दीवार की गुणवत्ता की जांच के आदेश दिए हैं। घटना के कारण श्री वराहालक्ष्मी नरसिंह स्वामी मंदिर सिम्हाचलम में चंदनोत्सव का उल्लास शोक में बदल गया। सात लोगों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई, जबकि एक ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

 

रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटीं टीमें

घटना की सूचना मिलते ही एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। मलबे से सात शव बरामद किए गए और कई घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। मलबे में और किसी के फंसे होने की आशंका के चलते तलाशी अभियान जारी रहा।

 

जिला प्रशासन और सरकार अलर्ट मोड में

जिला कलेक्टर एमएन हरेनधीर प्रसाद और पुलिस आयुक्त शंखब्रत बागची ने घटनास्थल का दौरा कर राहत कार्यों की निगरानी की। आंध्र प्रदेश की गृह मंत्री वंगालापुडी अनिता और विशाखापत्तनम के सांसद एम श्रीभारत भी मौके पर पहुंचे। गृह मंत्री ने बताया कि दीवार हाल ही में बनाई गई थी और उसकी गुणवत्ता की जांच कराई जाएगी। साथ ही घायलों को सर्वोत्तम इलाज देने के निर्देश भी दिए गए।

 

मुख्यमंत्री ने जताया शोक मदद का दिया भरोसा

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक जताया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा ‘यह हादसा अत्यंत दुखद है। हम पीड़ित परिवारों के साथ खड़े हैं।’ मुख्यमंत्री ने राहत कार्यों की समीक्षा की और घायलों को पूरी चिकित्सा सहायता देने तथा मुआवजे की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

 

श्रद्धालुओं के लिए वैकल्पिक व्यवस्था

मंदिर प्रशासन ने तुरंत 300 रुपये टिकट की कतार को दूसरी दिशा में डायवर्ट कर दिया है ताकि दर्शन और अनुष्ठान सुचारु रूप से चलते रहें। मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त इंतजाम किए हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here