शिंदे सेना की बड़ी चुनावी तैयारी, फर्जी मतदाताओं पर पैनी नजर

“मेगा प्लान” पर काम कर रही है पार्टी
नागपुर.
नागपुर में आगामी निकाय चुनावों की तैयारियों के बीच, शिवसेना (शिंदे) ने मतदाता सूची पर विशेष ध्यान केंद्रित करते हुए एक “मेगा प्लान” पर काम करना शुरू कर दिया है। यह कदम ऐसे समय में आया है जब कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल अक्सर मतदान और मतदाता सूची में गड़बड़ी के आरोप लगाते रहते हैं। सत्ताधारी दल होने के बावजूद, शिवसेना शिंदे की यह सक्रियता दर्शाती है कि वे चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता और अपनी चुनावी संभावनाओं को लेकर कितने गंभीर हैं।

बूथ स्तर पर प्रशिक्षित कार्यकर्ताओं की टीम होगी
पार्टी का मुख्य लक्ष्य बूथ स्तर पर प्रशिक्षित कार्यकर्ताओं की एक टीम तैयार करना है। इन टीमों का काम मतदाता पंजीकरण से संबंधित बाधाओं को दूर करना और ‘बोगस मतदान’ की संभावना को रोकना होगा। यह एक महत्वपूर्ण पहल है, क्योंकि एक सटीक और अपडेटेड मतदाता सूची निष्पक्ष चुनाव की नींव होती है। मुंबई से शिवसेना शिंदे की एक टीम, जिसमें युवा सेना के कार्यकारी अध्यक्ष पूर्वेश सरनाइक और अन्य पदाधिकारी शामिल होंगे, नागपुर आकर विशेष प्रशिक्षण अभियान को गति देगी। इस अभियान में नगर निगम, ज़िला परिषद, नगर परिषद और अन्य स्थानीय निकायों के चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों को भी अहम ज़िम्मेदारी दी जाएगी, जो उनके लिए एक तरह का चुनावी प्रशिक्षण भी होगा।

विशेष ऐप लांच किया जाएगा
इस पहल का एक और अभिनव पहलू मतदाता सूची से संबंधित एक विशेष ऐप का विकास है। इस ऐप को जल्द ही नागपुर में लॉन्च किया जाएगा और यह नए मतदाता पंजीकरण, मृत मतदाताओं की जानकारी, मतदान प्रक्रिया और यहां तक कि मतदान संख्या की जानकारी भी प्रदान करेगा। यह डिजिटल पहल मतदाता प्रबंधन में पारदर्शिता और दक्षता लाने में सहायक हो सकती है। युवा सेना का विस्तार भी इसी सप्ताह होने की उम्मीद है, जिसके बाद मतदाता सूची निगरानी कार्य को और गति मिलेगी। इसके लिए शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में कंप्यूटराइज्ड कार्यालय भी खोले जाएंगे।

मतदाता सूची की शुचिता पर ध्यान
शिवसेना शिंदे के संगठक (विदर्भ) किरण पांडव के अनुसार, यह अभियान संगठन की सदस्यता बढ़ाने और मतदाता सूची को पारदर्शी रखने सहित चुनाव की व्यापक तैयारी का हिस्सा है। पार्टी आधार को मतदाता से जोड़ने की मांग भी कर रही है, जो मतदाता सूची की सटीकता सुनिश्चित करने में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है। कुल मिलाकर, शिवसेना शिंदे की यह रणनीति न केवल चुनावी तैयारियों का संकेत है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि वे लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक, मतदाता सूची की शुचिता को बनाए रखने के लिए तकनीकी और संगठनात्मक दोनों स्तरों पर गंभीर प्रयास कर रहे हैं।

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