Category: राष्ट्रिय

  • स्पेस स्टेशन जाने से पहले शुभांशु शुक्ला क्वारंटीन

    स्पेस स्टेशन जाने से पहले शुभांशु शुक्ला क्वारंटीन

    बोले- पूरा भरोसा कि मिशन सफल होगा
    नई दिल्ली.
    इंडियन एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला एक्सिओम मिशन के तहत इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) जाने से पहले क्वारंटीन हो गए हैं। उनके साथ मिशन के अन्य तीन एस्ट्रोनॉट ने भी शनिवार को क्वारंटीन में प्रवेश किया। शुभांशु ने कहा- मुझे पूरा भरोसा है कि एक्सिओम मिशन सफल होगा। यह कमर्शियल स्पेस फ्लाइट के लिए मील का पत्थर साबित होगा। एक्सिओम स्पेस ने एक कार्यक्रम में मिशन पर जाने वाले क्रू को विदाई दी।

    14 दिन के लिए जाएंगे
    दरअसल, अंतरिक्ष में जाने से पहले क्वारंटीन एक जरूरी फेज होता है। इसमें पूरे क्रू को आइसोलेशन में रखा जाता है, ताकि वो पूरी तरह से स्वस्थ्य रहे और मिशन के दौरान उन्हें कोई संक्रमण ना हो। एक्सिओम मिशन 4 में चार देशों के चार एस्ट्रोनॉट 8 जून को 14 दिन के लिए स्पेस स्टेशन जाने वाले हैं। नासा और इसरो के बीच हुए एग्रीमेंट के तहत ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को इस मिशन के लिए चुना गया है।

    तीन और एस्ट्रोनॉट होंगे साथ
    शुभांशु के साथ तीन और एस्ट्रोनॉट जाएंगे एक्सिओम 4 मिशन के चालक दल में भारत, पोलैंड और हंगरी के मेंबर शामिल हैं। स्लावोज़ उज़्नान्स्की 1978 के बाद स्पेस में जाने वाले पोलैंड के दूसरे एस्ट्रोनॉट होंगे। टिबोर कापू 1980 के बाद स्पेस में जाने वाले हंगरी के दूसरे एस्ट्रोनॉट होंगे। अमेरिकी की पैगी व्हिटसन का यह दूसरा कॉमर्शियल ह्यूमन स्पेस फ्लाइट मिशन है।

    मूलत: यूपी निवासी हैं
    शुभांशु शुक्ला मूल रूप से उत्तर प्रदेश के लखनऊ के रहने वाले हैं। इनकी की शुरुआती पढ़ाई-लिखाई अलीगंज, लखनऊ के सिटी मॉन्टेसरी स्कूल से पूरी हुई। 12वीं के बाद उन्होंने नेशनल डिफेंस एकेडमी का एंट्रेंस एग्जाम क्लियर किया और यहीं से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की।

  • पाक का जासूस सीआरपीएफ जवान गिरफ्तार

    पाक का जासूस सीआरपीएफ जवान गिरफ्तार

    खुफिया जानकारी जुटा रहा था
    नई दिल्ली.
    राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को दिल्ली से एक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े संवेदनशील मामलों में एक और बड़े खुलासे के रूप में देखी जा रही है। आरोपी जवान की पहचान मोती राम जाट के रूप में हुई है। जो कथित तौर पर पिछले साल 2023 से आईएसआई अधिकारियों के संपर्क में था और उन्हें भारत की सुरक्षा से संबंधित गोपनीय जानकारियां मुहैया करा रहा था।

    पैसे प्राप्त कर रहा था
    एनआईए ने अपने बयान में बताया कि आरोपी जवान भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित ‘क्लासिफाइड इन्फॉर्मेशन’ पाकिस्तान के खुफिया अधिकारियों को साझा कर रहा था। जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि वह इन जासूसी गतिविधियों के बदले अलग-अलग माध्यमों से पैसे भी प्राप्त कर रहा था। एनआईए ने उसे दिल्ली से गिरफ्तार कर सोमवार को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे 6 जून तक एनआईए की कस्टडी में भेज दिया गया है।

    पहलगाम हमले के बाद बढ़ी सख्ती
    हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत और ऑपरेशन सिंदूर के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड में हैं। ऑपरेशन सिंदूर के बाद देशभर में जासूरी नेटवर्क के खिलाफ केंद्र सरकार के आदेश पर कार्रवाई हो रही है। इसी कड़ी में पिछले दिनों हरियाणा की एक चर्चित यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को सुरक्षा एजेंसियों ने गिरफ्तार किया था। ज्योति मल्होत्रा भी पाकिस्तान के लिए भारत में जासूसी कर रही थीं। अब दिल्ली में सीआरपीएफ का जवान भी जासूसी के आरोप में पकड़ा गया है।

    ज्योति मल्होत्रा का यूट्यूबर से जासूसी तक का सफर
    17 मई को हरियाणा की निवासी यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। ‘ट्रैवल विद जो’ नाम से यूट्यूब चैनल चलाने वाली ज्योति के चैनल पर 3.77 लाख से अधिक सब्सक्राइबर हैं। पुलिस के मुताबिक वह दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात एक पाकिस्तानी कर्मचारी दानिश के संपर्क में आई थी और वहीं से उसका पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों से संबंध जुड़ा। जांच के अनुसार, 2023 में वह वीजा के लिए पाकिस्तान उच्चायोग गई थी। जहां उसकी मुलाकात दानिश से हुई। बाद में वह पाकिस्तान भी गई, जहां उसकी मुलाकात खुफिया अधिकारी शाकिर, राणा शाहबाज और अली अहवान से करवाई गई। वहां ठहरने की व्यवस्था भी इन्हीं लोगों ने की थी। वह ‘जट रंधावा’ नाम से शाहबाज का मोबाइल नंबर सेव कर अपने मोबाइल में रखती थी ताकि किसी को शक न हो।

    जांच एजेंसियों की सतर्कता से और खुल सकते हैं मामले
    ज्योति की गिरफ्तारी से पहले पंजाब पुलिस ने मलेरकोटला से एक महिला समेत दो लोगों को भी जासूसी गतिविधियों में संलिप्तता के आरोप में गिरफ्तार किया था। माना जा रहा है कि इस तरह के मामलों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि सुरक्षा एजेंसियां गहराई से जांच कर रही हैं और एक अंतरराष्ट्रीय जासूसी नेटवर्क की परतें खुल रही हैं। यह स्पष्ट होता है कि देश के भीतर भी दुश्मन देश के लिए काम करने वाले तत्व मौजूद हैं, जिन्हें पहचान कर सख्त कार्रवाई करना अब समय की मांग है।

  • 20 राज्यों में मिले नए केस

    20 राज्यों में मिले नए केस

    देश में तेजी से बढ़ रहा कोरोना
    नई दिल्ली.
    देश के कम से कम 20 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कोरोना के नए संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं। इनमें महाराष्ट्र के मुंबई, पुणे, और ठाणे जैसे बड़े शहरों में संक्रमण के मामले सबसे अधिक दर्ज किए जा रहे हैं। वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस के दो नए वेरिएंट एनबी.1.8.1 और एलएफ.7 की पहचान की है। जानकारों की मानें तो दिल्ली, महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में संक्रमण की रफ्तार अचानक तेज हो गई है।

    कोरोना के दो नए वेरिएंट
    देश के कम से कम 20 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कोरोना के नए संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं। इनमें महाराष्ट्र के मुंबई, पुणे, और ठाणे जैसे बड़े शहरों में संक्रमण के मामले सबसे अधिक दर्ज किए जा रहे हैं। वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस के दो नए वेरिएंट एनबी.1.8.1 और एलएफ.7 की पहचान की है। इन नए वेरिएंट्स के कारण संक्रमण की दर में फिर से तेजी आने की संभावना जताई जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि इन वेरिएंट्स की जांच और निगरानी के साथ-साथ सावधानी बरतना आवश्यक है।

    सरकार हाई अलर्ट पर
    कोरोना संक्रमण में फिर से बढ़ोतरी के बीच सरकार ने अस्पतालों को आईसीयू बेड, ऑक्सीजन आपूर्ति और आवश्यक उपकरणों के साथ पूरी तैयारी रखने के निर्देश दिए हैं। संक्रमण की स्थिति पर नजर रखते हुए स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है।

    दिल्ली में तीन साल बाद कोरोना के 23 नए मामले
    राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पिछले तीन सालों में पहली बार 23 कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं। अधिकांश मरीज हल्के लक्षणों के साथ हैं और उन्हें गंभीर समस्या नहीं हुई है।

    कर्नाटक और महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण से हुई मौतें
    कर्नाटक में 84 वर्षीय एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मौत हुई, जिनके पहले से कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं थीं। वहीं, महाराष्ट्र के ठाणे नगर निगम ने बताया कि छत्रपति शिवाजी महाराज कालवा अस्पताल में इलाज़ के दौरान एक 21 वर्षीय कोविड मरीज की मौत हुई।

    मई में केरल में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले
    मई महीने में केरल में कोरोना संक्रमण सबसे ज्यादा दर्ज किए गए हैं, जहां अब तक 273 लोग संक्रमित हो चुके हैं। पड़ोसी राज्य कर्नाटक में भी मामूली वृद्धि देखी गई है, जहां 35 नए मामले सामने आए हैं।

    मुंबई, तमिलनाडु में भी बढ़ रहे कोरोना केस
    मुंबई में मई के महीने में अब तक 95 कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं, जो महाराष्ट्र के कुल कोविड मामलों का बड़ा हिस्सा हैं। तमिलनाडु में भी मई में 66 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जिससे वहां की स्वास्थ्य प्रणाली पर सतर्कता बढ़ गई है।

    दक्षिण एशिया में अचानक बढ़े मामले
    दक्षिण एशिया में कोविड-19 के मामलों में फिर से तेजी से उछाल देखने को मिल रहा है, जिसका प्रमुख कारण ओमिक्रॉन का सब-वैरिएंट जोएन.1 बताया जा रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह वैरिएंट काफी एक्टिव है, लेकिन अभी तक इसे विश्व स्वास्थ्य संगठन (ड्ब्ल्यूएचओ) ने चिंताजनक वैरिएंट की श्रेणी में नहीं रखा है।

    क्या हैं जेएन.1 वैरिएंट के लक्षण
    जेएन.1 वैरिएंट से संक्रमित मरीजों में आमतौर पर हल्के लक्षण देखे जा रहे हैं। ये लक्षण चार दिनों के भीतर सामान्यतः ठीक हो जाते हैं। प्रमुख लक्षणों में बुखार, नाक बहना, गले में खराश, सिरदर्द, थकान, थकावट इत्यादि शामिल हैं।

    भारत में कोरोना के प्रमुख स्ट्रेन की स्थिति
    भारत में वर्तमान में जेएन.1 वैरिएंट प्रमुख स्ट्रेन बना हुआ है, जो जांचे गए सैंपल्स का लगभग 53% हिस्सा है। इसके बाद बीए.2 (26%) और अन्य ओमिक्रॉन सबलाइनेज (20%) का स्थान है।

  • देश में 2 दिन में कोरोना से 2 मौतें, 27 नए केस

    देश में 2 दिन में कोरोना से 2 मौतें, 27 नए केस

    एक्टिव मरीज 363 हुए; नए मामले केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और कर्नाटक में
    नई दिल्ली.
    देश में कोरोना के नए वैरिएंट से 2 दिन में 2 मरीजों की मौत हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक- बेंगलुरु में कोरोना पीड़ित 84 साल के बुजुर्ग ने दम तोड़ दिया है। इससे पहले ठाणे में 21 साल के युवक की मौत हुई थी। बीते दिन शनिवार को 23 नए कोरोना केस सामने आए। महाराष्ट्र के ठाणे में 8, राजस्थान-कर्नाटक में 5, उत्तराखंड-हरियाणा में 3-3, मध्य प्रदेश के इंदौर में 2 और यूपी के नोएडा में एक मामला सामने आया है। कुल एक्टिव केसों की संख्या 363 पहुंच गई है।

    ये अधिकारी थे शामिल
    देशभर में बढ़ते मामलों के बीच शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने समीक्षा बैठक की। इस बैठक में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर), स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग (डीएचआर), डायरेक्टर जनरल हेल्थ सर्विसेज (डीजीएचएस) और नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनडीसीसी) के अधिकारी शामिल हुए। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कोविड के नए मामले केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे राज्यों से सामने आए हैं। हालांकि, ज्यादातर केस हल्के (माइल्ड) हैं और मरीज होम आइसोलेशन में ठीक हो रहे हैं।

    हालांकि ये चिंताजनक नहीं
    भारतीय सार्स-कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम के मुताबिक भारत में कोविड-19 के वेरिएंट एनबी.1.8.1 का एक और एलएफ.7 प्रकार के चार मामले मिले हैं। चीन और एशिया के बढ़ते मामलों में यही वैरिएंट दिख रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इन्हें चिंताजनक नहीं माना है, लेकिन निगरानी में रखे गए वैरिएंट के रूप में कैटेगराइज किया है। हालांकि एनबी.1.8.1 के ए435एस, वी445एच, और टी478 आई जैसे स्पाइक प्रोटीन म्यूटेशन अन्य वेरिएंट की तुलना में तेजी से फैलते हैं। इन पर कोविड के खिलाफ बनी इम्यूनिटी का भी असर नहीं होता।

    देश में ऐसी है स्थिति
    भारत में जेएन.1 वैरिएंट सबसे आम है। टेस्टिंग में आधे से ज्यादा सैंपल में यह वैरिएंट मिलता है। इसके बाद बीए.2 (26 प्रतिशत) और ओमिक्रॉन सबलाइनेज (20 प्रतिशत) वैरिएंट के मामले भी मिलते हैं। गुजरात में 33 एक्टिव केस गुजरात अब तक कुल 40 मामले आ चुके, जिनमें 33 एक्टिव हैं। दिल्ली के हेल्थ मिनिस्टर पंकज सिंह ने बताया कि गुरुवार तक राजधानी में 23 केस दर्ज किए गए हैं। उत्तरप्रदेश के गाजियाबाद में 4 नए मरीज सामने आए। तीन मरीज को आइसोलेशन में रखा गया है, जबकि एक अस्पताल में भर्ती है। वहीं, हरियाणा में 48 घंटे में 5 मरीज मिले हैं। इनमें 2 महिलाएं शामिल हैं। इन सभी मरीजों की कोई इंटरनेशनल ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है।

  • 5 सीटों पर उपचुनाव की तारीखों का ऐलान

    5 सीटों पर उपचुनाव की तारीखों का ऐलान

    चुनाव आयोग ने गुजरात, बंगाल, पंजाब और केरल के लिए जारी किया शेड्यूल
    नई दिल्ली.
    भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने रविवार को गुजरात, केरल, पंजाब और पश्चिम बंगाल की पांच विधानसभा सीटों पर उप-चुनाव का ऐलान कर दिया है। चुनाव आयोग के अनुसार, 19 जून को वोटिंग होगी और 23 जून को परिणाम जारी किया जाएगा। भारत निर्वाचन आयोग ने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर कर चार राज्यों केरल, गुजरात, पंजाब और पश्चिम बंगाल की पांच विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव की घोषणा की है।

    चुनाव आयोग ने जारी किया शेड्यूल
    चुनाव आयोग ने बताया कि गुजरात के कादी (एससी) और विसावदर विधानसभा, केरल की निलंबूर, पंजाब की लुधियाना और पश्चिम बंगाल की कालीगंज विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होगा। चुनाव आयोग ने आगामी उपचुनाव का शेड्यूल जारी करते हुए बताया कि चुनाव प्रक्रिया की शुरुआत 26 मई 2025 (सोमवार) को राजपत्र अधिसूचना जारी होने के साथ होगी। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 2 जून (सोमवार) तय की गई है, जबकि 3 जून (मंगलवार) को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी। उम्मीदवार 5 जून (गुरुवार) तक अपना नाम वापस ले सकेंगे। इसके बाद 19 जून 2025 (गुरुवार) को मतदान कराया जाएगा। मतदान के बाद 23 जून (सोमवार) को वोटों की गिनती होगी। चुनाव आयोग के अनुसार, 25 जून 2025 (बुधवार) तक पूरी चुनाव प्रक्रिया संपन्न कर ली जाएगी।

    चुनाव- तारीख और दिन
    राजपत्र अधिसूचना जारी होने की तारीख: 26 मई 2025 (सोमवार)
    नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख: 2 जून 2025 (सोमवार)
    नामांकन पत्रों की जांच की तारीख: 3 जून 2025 (मंगलवार)
    उम्मीदवारी वापस लेने की आखिरी तारीख: 5 जून 2025 (गुरुवार)
    मतदान की तारीख: 19 जून 2025 (गुरुवार)
    वोटों की गिनती की तारीख: 23 जून 2025 (सोमवार)
    चुनाव प्रक्रिया पूरी होने की अंतिम तारीख: 25 जून 2025 (बुधवार)

    राजनीतिक दलों और मतदाताओं से की ये अपील
    यह उपचुनाव संबंधित क्षेत्र में प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक माना जा रहा है। चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों और मतदाताओं से शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने की अपील की है।

    सभी जगहों पर अलग-अलग पार्टियों की सरकारें
    बता दें कि जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, सभी जगहों पर अलग-अलग पार्टियों की सरकारें हैं। बंगाल में टीएमसी, गुजरात में भाजपा, पंजाब में ‘आप’ और केरल में सीपीआई (एम) की सरकार है।

  • ‘मन की बात’ में सिंदूर का यशोगान

    ‘मन की बात’ में सिंदूर का यशोगान

    पीएम मोदी ने ऑपरेशन की सफलता पर प्रकाश डाला, दिखाए ध्वस्त कोटली और भीमबर के आतंकी कैंप
    नई दिल्ली.
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो शो ‘मन की बात’ के 122वें एपिसोड में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान नष्ट किए गए आतंकी शिविरों की तस्वीरें दिखाईं। बता दें, ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद पीएम मोदी का यह पहला एपिसोड था।

    सशस्त्र बलों की प्रशंसा की
    प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर सटीक हमले करने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों की प्रशंसा की और पीओके में नष्ट किए गए ठिकानों ‘कोटली में गुलपुर और अब्बास कैंप और भीमबर में बरनाला कैंप’ को दिखाया। गुलपुर कैंप जम्मू-कश्मीर के राजौरी और पुंछ क्षेत्रों में सक्रिय लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के आतंकवादियों के लिए एक प्रमुख आधार के रूप में काम करता था, जबकि अब्बास कैंप लश्कर के आत्मघाती हमलावरों को प्रशिक्षित करने के लिए एक केंद्रीय केंद्र के रूप में काम करता था।

    देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट
    प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘जिस सटीकता और सटीकता के साथ हमारे बलों ने सीमा पार आतंकी ठिकानों को नष्ट किया, वह असाधारण है। ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य मिशन नहीं है; यह हमारे संकल्प, साहस और बदलते भारत की तस्वीर है और इस तस्वीर ने पूरे देश में देशभक्ति की भावना भर दी है और इसे तिरंगे के रंग में रंग दिया है। आज पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है, गुस्से और दृढ़ संकल्प से भरा हुआ है।’ प्रधानमंत्री मोदी ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ की भावना का पालन करते हुए मिशन की सफलता का श्रेय भारत की घरेलू रक्षा क्षमताओं को दिया।

    ऑपरेशन सिन्दूर के बारे में जानें
    22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के सीमा पार संबंधों के विश्वसनीय सबूत जुटाने के बाद, भारत ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत सटीक हमले किए और पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों पर हमला किया। इन हमलों में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी समूहों के कई शिविरों को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया गया। इसमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए।

  • रिटायरमेंट के दिन 11 फैसले

    रिटायरमेंट के दिन 11 फैसले

    जस्टिस ओका अंतिम दिन भी करते रहे काम, एक दिन पहले ही हुई मां की मौत
    नई दिल्ली.
    न्यायमूर्ति ए.एस. ओका ने सुप्रीम कोर्ट में अपने अंतिम कार्य दिवस पर 11 फैसले सुनाकर न्याय के प्रति अपने समर्पण का परिचय दिया। उन्होंने यह कार्य अपनी मां के निधन के अगले दिन किया, परंपराओं को तोड़ते हुए आखिरी दिन भी कोर्ट में काम किया। उन्होंने ‘सेवानिवृत्ति’ शब्द को नकारते हुए न्यायिक सेवा को जीवनभर का कर्तव्य माना। उनकी न्यायिक यात्रा, निष्ठा और सेवा भाव आने वाले न्यायाधीशों के लिए प्रेरणास्रोत हैं।

    कर्तव्य को प्राथमिकता दी
    भारत के सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति एएस ओका ने अपने अंतिम कार्य दिवस को भी पूरी निष्ठा और कर्तव्य के साथ बिताया। शुक्रवार 23 मई को उन्होंने कुल 11 मामलों में फैसला सुनाया। उल्लेखनीय है कि उन्होंने ये फैसले अपनी माता के निधन के एक दिन बाद सुनाए। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में फैसले सुनाने के बाद वे अपनी मां के अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए मुंबई रवाना हो गए। यह संवेदनशील परिस्थिति होने के बावजूद उन्होंने पहले अपने कर्तव्य को प्राथमिकता दी।

    परंपरा को चुनौती देने वाला निर्णय
    ज्यादातर न्यायाधीश अपने अंतिम दिन कोर्ट में काम नहीं करते, लेकिन जस्टिस ओका इस परंपरा से सहमत नहीं हैं। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि वे इस चलन को नहीं मानते और अपने आखिरी दिन भी नियमित पीठ में बैठकर निर्णय सुनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “सुप्रीम कोर्ट में यह परंपरा है कि रिटायर होने वाले जज आखिरी दिन बेंच में नहीं बैठते, लेकिन मैं इस सोच से सहमत नहीं हूं। मुझे खुशी है कि मैंने आखिरी दिन भी फैसले सुनाए।” उनका यह दृष्टिकोण न्याय व्यवस्था के प्रति उनकी निष्ठा और कर्मठता को दर्शाता है।

    सेवानिवृत्ति शब्द से असहमति
    जस्टिस ओका ने ‘सेवानिवृत्ति’ शब्द से असहमति जताते हुए कहा कि यह शब्द उन्हें पसंद नहीं। उन्होंने जनवरी 2025 तक जितने अधिकतम मामलों की सुनवाई संभव हो सके, उतनी सुनवाई करने का निर्णय पहले ही ले लिया था। उनका यह नजरिया बताता है कि वे सेवा को केवल कार्यकाल तक सीमित नहीं मानते।

    न्यायिक यात्रा की शुरुआत
    25 मई 1960 को जन्मे न्यायमूर्ति अभय श्रीनिवास ओका ने 1985 में बॉम्बे हाई कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश वीपी टिपनिस के चैंबर से अपने विधिक करियर की शुरुआत की। उन्होंने बॉम्बे विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री प्राप्त की थी। साल 2003 में उन्हें बॉम्बे हाई कोर्ट में अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया और 2005 में वे स्थायी न्यायाधीश बने। इसके बाद 2019 में उन्हें कर्नाटक हाई कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया, जहां से 2021 में उन्हें भारत के सर्वोच्च न्यायालय में स्थानांतरित किया गया।

    सम्मान और प्रतिबद्धता का संगम
    इस सप्ताह की शुरुआत में सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट्स ऑन रिकॉर्ड एसोसिएशन द्वारा जस्टिस ओका को सम्मानित किया गया था। इस कार्यक्रम में उन्होंने फिर दोहराया कि काम के प्रति समर्पण ही उनका सबसे बड़ा मूल्य रहा है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वे कभी पीछे मुड़कर नहीं देखते और हर फैसले को पूरी सोच और ईमानदारी से लेते हैं।

    प्रेरणा देने वाली न्यायिक सेवा
    न्यायमूर्ति एएस ओका का कार्यकाल भारतीय न्यायपालिका में उस समर्पण का उदाहरण है, जो किसी भी न्यायाधीश को केवल कानून का ज्ञाता ही नहीं, बल्कि समाज का मार्गदर्शक भी बनाता है। उनके निर्णय और कार्यशैली आने वाले न्यायाधीशों के लिए प्रेरणास्रोत बनी रहेगी।

  • दिल्ली-एनसीआर में कोरोना की एंट्री

    दिल्ली-एनसीआर में कोरोना की एंट्री

    गुरुग्राम, फ़रीदाबाद में तीन लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए
    नई दिल्ली.
    दक्षिण-पूर्व एशिया में कोविड-19 के मामलों में उछाल के बाद, भारत में भी हाल के हफ्तों में कोविड-19 के नए मामले देखे गए हैं, जिनमें से ज़्यादातर मामले केरल, महाराष्ट्र, गुजरात और तमिलनाडु से रिपोर्ट किए गए थे, लेकिन अब इसकी रीच बढ़ गयी है दिल्ली एनसीआर में भी कोरोना के मरीजों को दर्ज किया गया है। हालाँकि, ज़्यादातर मामले हल्के हैं और गंभीरता या मृत्यु दर से जुड़े नहीं हैं।

    दो मरीज आइसोलेट
    हरियाणा के गुरुग्राम और फरीदाबाद में कोविड-19 के कम से कम तीन मामले सामने आए हैं, एक अधिकारी ने गुरुवार (22 मई) को इसकी पुष्टि की। गुरुग्राम से कोरोना वायरस के दो और फरीदाबाद से एक मामला सामने आया। गुरुग्राम में हाल ही में मुंबई से लौटी 31 वर्षीय महिला में संक्रमण की पुष्टि हुई। बिना किसी यात्रा इतिहास वाले 62 वर्षीय व्यक्ति में भी संक्रमण की पुष्टि हुई। दोनों मरीजों को आइसोलेट कर दिया गया है।

  • सिर्फ कोटा में ही छात्र आत्महत्या क्यों?

    सिर्फ कोटा में ही छात्र आत्महत्या क्यों?

    सुप्रीम कोर्ट ने राजस्थान सरकार को लगाई फटकार
    नई दिल्ली.
    सुप्रीम कोर्ट ने कोटा शहर में छात्रों की आत्महत्याओं में वृद्धि पर राजस्थान सरकार की खिंचाई की और स्थिति को गंभीर बताया। एक मामले की सुनवाई के दौरान, जस्टिस जेबी पारदीवाला और आर महादेवन की पीठ ने कहा कि इस साल अब तक शहर से 14 आत्महत्या के मामले सामने आए हैं। न्यायमूर्ति पारदीवाला ने राजस्थान राज्य का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील से पूछा कि आप एक राज्य के रूप में क्या कर रहे हैं? ये बच्चे आत्महत्या क्यों कर रहे हैं और केवल कोटा में ही क्यों? क्या आपने एक राज्य के रूप में इस पर विचार नहीं किया?

    इस मामले की हो रही सुनवाई
    वकील ने कहा कि आत्महत्या के मामलों की जांच के लिए राज्य में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया था। शीर्ष अदालत आईआईटी, खड़गपुर में पढ़ने वाले 22 वर्षीय छात्र की मौत के मामले की सुनवाई कर रही थी। छात्र 4 मई को अपने छात्रावास के कमरे में लटका हुआ पाया गया था। शीर्ष अदालत एक अन्य मामले की भी सुनवाई कर रही थी, जिसमें एक लड़की नीट की परीक्षा देने वाली थी और कोटा में अपने कमरे में लटकी हुई पाई गई थी, जहां वह अपने माता-पिता के साथ रहती थी।

    कोर्ट ने कहा- यह गंभीर बात
    शीर्ष अदालत ने समझा कि आईआईटी खड़गपुर के छात्र की मौत के संबंध में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी। शीर्ष अदालत ने हालांकि, 8 मई को दर्ज की गई प्राथमिकी में चार दिन की देरी पर सवाल उठाया। “इन बातों को हल्के में न लें। ये बहुत गंभीर बातें हैं। पीठ ने शीर्ष अदालत के 24 मार्च के फैसले का हवाला दिया, जिसमें उच्च शिक्षण संस्थानों में छात्रों की आत्महत्या के बार-बार होने वाले मामलों पर संज्ञान लिया गया था और छात्रों की मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं को दूर करने और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए एक राष्ट्रीय टास्क फोर्स का गठन किया गया था।

  • ज्योति मल्होत्रा के मोबाइल ने उगले राज

    ज्योति मल्होत्रा के मोबाइल ने उगले राज

    पाकिस्तानी अधिकारी को भेजती थी वीडियो
    नई दिल्ली.
    पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के शक में गिरफ्तार ज्योति मल्होत्रा से पूछताछ में सामने आया है कि वह पाकिस्तान से जुड़े वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड करने से पहले इन्हें पाकिस्तान दूतावास के अधिकारी दानिश के पास भेजती थी। दानिश के निर्देशानुसार वह इनको एडिट कर सोशल मीडिया पर अपलोड करती थी। माना जा रहा है कि दानिश उन वीडियो को एडिट या डिलीट करवा देता था, जिनसे पाकिस्तान की छवि को नुकसान पहुंचता हो। वह जांच करता कि पाकिस्तान की सुरक्षा से जुड़ा कोई गोपनीय अंश वीडियो में न जाए।

    चार बैंक खातों में संदिग्ध रकम
    ज्योति के मोबाइल से इस तरह के वीडियो भेजे जाने के साक्ष्य पुलिस को मिले हैं। इस बीच पुलिस ज्योति के खातों की जांच कर रही है। उसके खातों में काफी रकम का खुलासा हुआ है। उसके चार बैंक खाते बताए गए हैँ।

    पड़ोसी और रिश्तेदारों ने बनाई दूरी
    ज्योति की ओर से अभी तक केस लड़ने के लिए कोई वकील नियुक्त नहीं किया गया है। ज्योति के पिता हरीश मल्होत्रा ने कहा कि मेरे पास वकील करने के लिए पैसे नहीं हैं। ज्योति के पिता का कहना है, पिछले पांच दिन से मीडिया और पुलिस के अलावा मेरे घर कोई नहीं आ रहा। पड़ोसी और रिश्तेदारों ने दूरी बना ली है।

    यात्रा का पैटर्न समझ रही एजेंसियां
    पुलिस और केंद्रीय जांच एजेंसियां ज्योति की यात्राओं के पैटर्न को समझने का प्रयास कर रही हैं, जिसमें ज्योति की यात्रा के बाद डाले गए वहां के वीडियो और उन क्षेत्रों में हुई आतंकी घटनाओं के लिंक को जोडऩे की कोशिश की जा रही है। ज्योति की किस-किस यात्रा को किसकी स्पॉन्सरशिप मिली? इस सवाल का जवाब अभी पुलिस तलाश रही है।