Category: राष्ट्रिय

  • पाक पर फिर बरसे पीएम मोदी

    पाक पर फिर बरसे पीएम मोदी

    कहा- ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से आएगी शर्मनाक हार की याद
    जम्मू.
    पहलगाम आतंकी हमले के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर के दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कटरा में पाकिस्तान पर जमकर हमला बोला है। पीएम मोदी ने कहा कि आज से ठीक एक महीने पहले पाकिस्तान में कयामत बरसी थी। अब पाकिस्तान कभी भी ऑपरेशन सिंदूर का नाम सुनेगा तो उसे अपनी शर्मनाक शिकस्त याद आएगी। हमले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह इंसानियत पर हमला था। हमारा पड़ोसी मानवता का विरोधी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उसका इरादा भारत में दंगे कराने का था, कश्मीर के मेहनतकश लोगों की कमाई रोकने का था। पीएम मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर का नौजवान अब आतंकवाद को मुंहतोड़ जवाब देने का मन बना लिया है।

    आज दुनिया कर रही चर्चा
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, आपने देखा है कि ऑपरेशन सिंदूर ने कैसे आत्मनिर्भर भारत की ताकत दिखाई है। आज दुनिया भारत के डिफेंस इकोसिस्टम की चर्चा कर रही है। इसके पीछे सिर्फ एक वजह है। हमारी सेना का मेक इन इंडिया पर भरोसा। हर भारतीय को वही दोहराना है जो सेना ने किया है। इस साल के बजट में हमने मिशन मैन्यूफैक्चरिंग की घोषणा की है। मैं जम्मू-कश्मीर के युवाओं से इस मिशन से जुड़ने का आग्रह करना चाहता हूं। आपके विचार और कौशल भारत की अर्थव्यवस्था और सुरक्षा को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।

    मां भारती का मुकुट है जम्मू कश्मीर
    प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर, मां भारती का मुकुट है। ये मुकुट एक से बढ़कर एक खूबसूरत रत्नों से जड़ा हुआ है। ये अलग-अलग रत्न, जम्मू कश्मीर का सामर्थ्य हैं। यहां की पुरातन संस्कृति, यहां के संस्कार, यहां की आध्यात्मिक चेतना, प्राकृति का सौंदर्य, यहां की जड़ी बूटियों का संसार, फलों और फूलों का विस्तार, यहां के युवाओं में जो कौशल है वो मुकुट मणि की तरह चमकता है।

    ब्रिज बनेंगे समृद्धि का जरिया
    पीएम मोदी ने कहा कि चिनाब ब्रिज हो या फिर अंजी ब्रिज हो ये जम्मू-कश्मीर की समृद्धि का जरिया बनेंगे। इससे टूरिज्म तो बढ़ेगा ही इकोनॉमी के दूसरे सेक्टर्स को भी लाभ होगा। जम्मू कश्मीर की रेल कनेक्टिविटी दोनों क्षेत्रों के कारोबारियों के लिए नए अवसर बनाएगी। इससे यहां की इंडस्ट्री को गति मिलेगी।

  • राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा की भव्यता अद्वितीय

    राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा की भव्यता अद्वितीय

    सूरत के कारोबारी ने दान किए हीरे जड़ित सोने-चांदी के आभूषण
    अयोध्या.
    अयोध्या में स्थित श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में आज गुरुवार को राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा का भव्य आयोजन किया गया। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम अभिजीत मुहूर्त में शुरू हुआ, जिसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम दरबार का पूजन किया। राम दरबार की स्थापना मंदिर की पहली मंजिल पर की गई है, जहां भगवान श्रीराम, मां सीता, उनके तीनों भाई – लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमानजी की मूर्तियां विराजमान हैं। इस कार्यक्रम का आयोजन 11:25 से 11:40 बजे तक हुआ, और इस दौरान सभी धार्मिक अनुष्ठान पूरी श्रद्धा के साथ किए गए।

    आभूषणों में एक हजार कैरेट का हीरा
    राम दरबार के लिए खास आभूषणों का दान सूरत के प्रमुख कारोबारी मुकेश पटेल ने किया है, जिन्होंने हीरे, सोने और चांदी के आभूषण दान किए। इन आभूषणों में एक हजार कैरेट का हीरा, 30 किलो चांदी, 300 ग्राम सोना, और 300 कैरेट रुबी से बने 11 मुकुट शामिल हैं। साथ ही, गले का हार, कान के कुंडल, माथे का तिलक और धनुष-बाण भी दान किए गए हैं। विशेष रूप से, चारों भाइयों के लिए बड़े और छोटे धनुष-बाण बनाए गए हैं, इसके अलावा तुणीर, गदा और चांवर भी दान किए गए हैं। ये सभी आभूषण विशेष रूप से चार्टर्ड प्लेन के माध्यम से अयोध्या लाए गए। इन आभूषणों को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर ट्रस्ट को दान दिया गया।

    विहिप के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष ने किया दान का खुलासा
    विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिनेश नेवादिया ने आभूषणों के दान की जानकारी दी और बताया कि इन आभूषणों को सूरत के ग्रीन लैब के मालिक मुकेश पटेल ने श्रद्धा पूर्वक श्रीराम मंदिर के लिए दान किया। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान भी मुकेश पटेल द्वारा दान किए गए मुकुट को रामलला ने धारण किया था।

    350 लोगों को आमंत्रित किया गया
    पिछले साल रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में जहां देश भर के बड़े कारोबारी, फिल्मी हस्तियां और धार्मिक प्रतिनिधि शामिल हुए थे, वहीं इस बार राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा में करीब 350 लोगों को आमंत्रित किया गया। इनमें श्रीराम जन्मभूमि मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारी, साधु-संत और धार्मिक प्रतिनिधि शामिल हैं।

    राम दरबार की मूर्तियों का निर्माण

    राम दरबार की मूर्तियां जयपुर में तैयार की गई हैं और ये मकराना के सफेद संगमरमर से बनी हैं। भगवान श्रीराम और मां सीता सिंहासन पर विराजमान हैं, जबकि भरत और हनुमानजी श्रीराम के चरणों में बैठे हुए हैं।

    6 घंटे तक अयोध्या में रहे योगी
    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा में शिरकत की और पूरे कार्यक्रम की सफलता के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं। वह अयोध्या में करीब छह घंटे तक रहे। इस दौरान राम दरबार के साथ-साथ सात अन्य उप मंदिरों में स्थापित मूर्तियों की भी प्राण प्रतिष्ठा की गई। इन उप मंदिरों में शिवलिंग, श्रीगणेश, हनुमानजी, सूर्य, मां भगवती, माता अन्नपूर्णा के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा शामिल है।

    सप्त मंडपम में मूर्तियों की प्रतिष्ठा

    इसके अलावा, सप्त मंडपम में महर्षि वाल्मीकि, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, महर्षि वशिष्ठ, निषादराज, अहिल्या और शबरी की मूर्तियां स्थापित की गई हैं। इन मूर्तियों की प्रतिष्ठा के लिए अनुष्ठान 3 जून से शुरू हो चुका था और आज इसका समापन हुआ। इस धार्मिक और ऐतिहासिक कार्यक्रम में अयोध्या ने एक बार फिर से रामभक्ति और श्रद्धा की मिसाल प्रस्तुत की, और यह आयोजन भारतीय संस्कृति और श्रद्धा के प्रतीक के रूप में इतिहास में दर्ज हो गया।

  • महुआ ने 65 साल के पिनाकी मिश्र संग गुपचुप रचाई शादी

    महुआ ने 65 साल के पिनाकी मिश्र संग गुपचुप रचाई शादी

    जर्मनी में एक निजी समारोह में दोनों एक-दूजे के हुए
    नई दिल्ली.
    जर्मनी से प्राप्त एक तस्वीर में महुआ मोइत्रा और पिनाकी मिश्रा को शादी के परिधानों में देखा गया। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कई यूजर्स ने इस खबर को साझा किया, जिसमें दावा किया गया कि दोनों ने गोपनीय तरीके से शादी की। एक पोस्ट में कहा गया कि पिनाकी मिश्रा ने 2019 के अपने हलफनामे में 117 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की थी और उनकी पहली शादी 1984 में हुई थी, जिससे उनके दो बच्चे हैं।

    राजनीतिक पृष्ठभूमि और विवाद
    महुआ मोइत्रा, जो कि पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर से टीएमसी की सांसद हैं, अपनी बेबाक टिप्पणियों और राजनीतिक सक्रियता के लिए जानी जाती हैं। दूसरी ओर, पिनाकी मिश्रा ओडिशा के पुरी से बीजद के पूर्व सांसद रह चुके हैं।

    2019 में पहुंची लोकसभा
    महुआ मोइत्रा पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर से सांसद हैं। वह 2019 में पहली बार तृणमूल की टिकट पर लोकसभा पहुंची थी। इससे पहले उन्होंने साल 2016 के विधानसभा चुनावों में करीमपुर सीट से जीत भी दर्ज की थी।

    कांग्रेस के बाद किया ज्वाइन
    महुआ कोलकाता में पैदा हुई। हायर एजुकेशन की पढ़ाई के लिए अमेरिका चली गईं। इसके बाद उन्होंने लंदन की प्रतिष्ठित बैंकिंग कंपनी में नौकरी करने लगी। फिर सब कुछ छोड़कर उन्होंने भारतीय राजनीति में कदम रखा। महुआ साल 2009 में भारत लौटीं। वह कांग्रेस में शामिल हो गईं, लेकिन कुछ दिनों में ही उनका कांग्रेस से मोहभंग हो गया। फिर वह पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस से जुड़ गईं।

    आधिकारिक पुष्टि का इंतजार
    सोशल मीडिया पर शादी की चर्चा तेज है हालांकि, इस शादी के बारे में अभी तक महुआ मोइत्रा या पिनाकी मिश्रा की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

  • 21 जुलाई से 12 अगस्त तक चलेगा संसद का मानसून सत्र

    21 जुलाई से 12 अगस्त तक चलेगा संसद का मानसून सत्र

    ऑपरेशन सिंदूर’ समेत अनेक मुद्दों पर होगी चर्चा
    नई दिल्ली.
    संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से शुरू होगा और 12 अगस्त, 2025 को समाप्त होगा। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने घोषणा की। तीन महीने से अधिक के अंतराल के बाद, 21 जुलाई को सुबह 11 बजे राज्यसभा और लोकसभा दोनों ही सत्र बुलाए जाएंगे। रिजिजू ने कहा कि सत्र की तारीखों की सिफारिश रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाली संसदीय मामलों की कैबिनेट समिति ने की है।

    विपक्षी नेताओं की मांग
    बजट सत्र 31 जनवरी को शुरू हुआ और 4 अप्रैल को समाप्त हुआ, जब दोनों सदनों को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया, जो 2025 के पहले संसद सत्र का समापन था। यह घोषणा विपक्षी नेताओं द्वारा ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए एक विशेष सत्र की मांग के बीच की गई है, जो एक हालिया सैन्य अभ्यास है, जिसमें भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था। इन मांगों का जवाब देते हुए, रिजिजू ने कहा कि संसदीय नियमों के अनुसार मानसून सत्र के दौरान सभी मुद्दों को उठाया जा सकता है।

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ मुख्य मुद्दा
    मानसून सत्र की तारीख की घोषणा ऐसे वक्त में हुई है जब विपक्षी नेता ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा के लिए अभी इसी वक्त संसद का विशेष सत्र बुलाने पर जोर दे रहे हैं। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ आतंकियों के खिलाफ एक सैन्य अभियान था। इसके तहत भारत ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में 9 आतंकवादी स्थलों पर हमला किया था। भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में 6 मई की देर रात ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए थे। पहलगाम आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गाए थे।

  •  2,000 करोड़ के घोटाले में फंसे सिसोदिया-जैन

     2,000 करोड़ के घोटाले में फंसे सिसोदिया-जैन

    ‘आप’ने कहा- यह राजनीतिक साजिश है

    नई दिल्ली.

    आम आदमी पार्टी के दो वरिष्ठ नेता और दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन 2,000 करोड़ रुपये के कथित घोटाले में फंसते नजर आ रहे हैं। मामला दिल्ली सरकार के स्कूलों में कक्षा कक्ष निर्माण से जुड़ा है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने दोनों नेताओं को समन भेजकर पूछताछ के लिए तलब किया है। सिसोदिया को 9 जून और जैन को 6 जून को पेश होने के लिए कहा गया है।

     

    पूरा मामला यह है

    दरअसल, एसीबी ने अप्रैल 2025 में दर्ज एफआईआर में दावा किया है कि अरविंद केजरीवाल सरकार के कार्यकाल में दिल्ली के स्कूलों में 12,748 कक्षों के निर्माण में भारी वित्तीय अनियमितताएं हुईं। इस परियोजना में कुल 2,892 करोड़ रुपये खर्च हुए, जिससे एक कक्षा की लागत 24.86 लाख रुपये तक पहुंच गई। जबकि सरकारी मानकों के अनुसार यह लागत लगभग पांच लाख रुपये होनी चाहिए थी।

     

    एसीबी के ये हैं आरोप

    भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो का आरोप है कि यह निर्माण कार्य ऐसे 34 ठेकेदारों को सौंपा गया, जिनमें से अधिकांश ‘आप’ से कथित रूप से जुड़े थे। यही नहीं, निर्माण में जिस अर्ध-स्थायी ढांचे का उपयोग किया गया। उसकी अनुमानित उपयोग अवधि 30 साल है, लेकिन इसकी लागत पक्के आरसीसी ढांचे जितनी ही बताई गई, जिसकी आयु लगभग 75 साल होती है। ऐसे में लागत और गुणवत्ता में स्पष्ट असमानता देखी गई।

     

    जांच में खुली घोटाले की परतें

    एसीबी के अनुसार, परियोजना की शुरूआत में अनुमानित लागत 860.63 करोड़ रुपये थी, जो बाद में 17% से बढ़कर 90% तक अधिक हो गई। इस बढ़ी हुई लागत में से लगभग 205 करोड़ रुपये ‘ज्यादा विनिर्देशों’ के चलते सीधे खर्च हुए, जो मूल निविदा मूल्य का 24% हिस्सा थे। लेकिन सीवीसी के दिशा-निर्देशों के अनुसार ऐसी बढ़ोतरी पर नई निविदा आमंत्रित की जानी चाहिए थी, जो नहीं की गई। इतना ही नहीं, कुछ स्कूलों में करीब 42.5 करोड़ रुपये का कार्य बिना उचित निविदा प्रक्रिया अपनाए पुराने अनुबंधों के आधार पर कराया गया। एसीबी ने यह भी बताया कि इस परियोजना में सलाहकार और वास्तुकारों की नियुक्ति भी बिना पारदर्शी प्रक्रिया के की गई।

     

    खुलासे से सियासी पारा हाई

    एसीबी के अनुसार, सीवीसी के मुख्य तकनीकी परीक्षक ने अपनी रिपोर्ट में सीपीड्ब्ल्यूडी नियमावली 2014, जीएफआर 2017 और सीवीसी गाइडलाइंस के गंभीर उल्लंघन की ओर इशारा किया था। लेकिन यह रिपोर्ट लगभग तीन साल तक दबाकर रखी गई, जिससे संदेह और भी गहरा हो गया। इस मामले ने राजनीतिक गलियारों में भी तूफान खड़ा कर दिया है। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने मांग की है कि एसीबी इस मामले में दिल्ली के तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की भूमिका की भी जांच करे। भाजपा नेताओं हरीश खुराना, कपिल मिश्रा और नीलकंठ बख्शी की शिकायतों को आधार बनाकर यह जांच शुरू हुई है।

     

    साख पर भी सवाल

    एसीबी ने स्पष्ट किया है कि यह जांच केवल दो नेताओं तक सीमित नहीं है, बल्कि ‘आप’ से जुड़े अज्ञात अधिकारियों, ठेकेदारों और अन्य लोगों की भूमिका की भी गहनता से जांच की जाएगी।  पूरे मामले में मिलीभगत और साजिश की परतें खुलने पर ही दोषियों को कानून के शिकंजे में लाया जाएगा। यह मामला सिर्फ एक घोटाले की जांच नहीं, बल्कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों की शिक्षा प्रणाली और उसमें पारदर्शिता की साख पर भी सवाल खड़े करता है। अब देखना होगा कि जांच में क्या निष्कर्ष निकलते हैं और इसके राजनीतिक और कानूनी परिणाम क्या होंगे?

     

    आम आदमी पार्टी ने बताया राजनीतिक साजिश

    दूसरी ओर आम आदमी पार्टी ने स्कूलों में दो हजार करोड़ रुपये के घोटाले पर कहा कि यह राजनीतिक साजिश है। स्कूलों में कोई घोटाला नहीं किया गया।  जब आम आदमी पार्टी की सरकार दिल्ली में थी, तब भाजपा ने एसीबी की शक्तियां छीनकर उसे कमजोर कर दिया। अब उसी कमजोर संस्था का इस्तेमाल आम आदमी पार्टी के नेताओं के खिलाफ हो रहा है। आम आदमी पार्टी का आरोप है कि भाजपा सिर्फ ‘आप’ नेताओं को निशाना बना रही है, ताकि वह अपने झूठ के दम पर सरकार चला सके।

  • पांच जून को न आएं राम मंदिर

    पांच जून को न आएं राम मंदिर

    ट्रस्ट ने कहा- राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा की जानी है
    अयोध्या.
    उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। मंदिर में अब राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा की जानी है। भगवान राम की रामलला के स्वरुप की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को की गई थी। वहीं अब पांच जून को भी राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। पांच जून को ही गंगा दशहरा भी आयोजित होगा। राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा मंदिर में ही की जानी है। हालांकि प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद भी भक्तों को दर्शन करने की सुविधा नहीं मिलेगी।

    किसी खास गणमान्य को आमंत्रण नहीं
    वहीं मंदिर प्रशासन ने ये अपील की है कि पांच जून को श्रद्धालु अयोध्या ना आएं। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने भक्तों से अपील की है कि पांच जून को वो अयोध्या ना आएं। पांच जून को प्राण प्रतिष्ठा की जानी है। ऐसे में इस दिन अयोध्या ना आएं। मौसम के कारण इस दौरान कोई खास कार्यक्रम नहीं किया जा रहा है। इस प्राण प्रतिष्ठा में किसी खास गणमान्य को भी नहीं बुलाया गया है।

    सीएम योगी आदित्यनाथ होंगे चीफ गेस्ट
    सोशल मीडिया के जरिए जानकारी दी गई है। उन्होंने कहा कि लोग नियमित तौर से दर्शन कर सकेंगे। राम मंदिर के पहले तल पर राम दरबार के साथ परकोटे के बाकी छह मंदिरों की प्राण प्रतिष्ठा होगी। जिन मंदिरों की प्राण प्रतिष्ठा होनी है उसमें गणेश, शिव, देवी भगवती, हनुमान जी, भगवान सूर्य, देवी अन्नपूर्णा और शेष अवतार के विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इन प्राण प्रतिष्ठा के लिए तीन जून से ही अनुष्ठान शुरू होंगे। इन अनुष्ठानों में मुख्य अतिथि के तौर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आमंत्रित किया गया है। बता दें कि अनुष्ठान सुबह पांच बजे से शुरू होंगे। इस दौरान 11.30 बजे अभिजीत मुहूर्त में प्राण प्रतिष्ठा की जानी है। इस दौरान सीएम योगी भी एक बजे तक मंदिर में रहेंगे।

  • पाक सीमा से सटे राज्यों में होने वाला मॉक ड्रिल स्थगित

    पाक सीमा से सटे राज्यों में होने वाला मॉक ड्रिल स्थगित

    सुरक्षा कारणों से यह फैसला लिया
    जम्मू.
    केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के गुरुवार से शुरू हो रहे दो दिवसीय जम्मू व पुंछ दौरे को देखते हुए प्रस्तावित मॉक ड्रिल को स्थगित कर दिया गया है। यह माक ड्रिल गुरुवार को होनी थी। इसे लेकर बुधवार शाम को जम्मू जिला प्रशासन की ओर से सभी संबंधित विभागों की बैठक बुलाई गई जिसमें अमित शाह के दौरे के मद्देनजर मॉक ड्रिल को स्थगित करने का फैसला लिया गया। जम्मू के डिप्टी कमिश्नर की अध्यक्षता में यह बैठक हुई जिसमें पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी व सिविल डिफेंस के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। उधर सांबा जिला प्रशासन ने भी माक ड्रिल स्थगित करने का फैसला लिया।

    चारों राज्यों में मॉक ड्रिल स्थगित
    पाकिस्तान की सीमा से लगे राज्यों में गुरुवार, 29 मई को होने वाला नागरिक सुरक्षा अभ्यास ऑपरेशन शील्ड प्रशासनिक कारणों से गुजरात, राजस्थान, चंडीगढ़, जम्मू और हरियाणा में स्थगित कर दिया गया है। अधिकारियों ने सीमावर्ती राज्यों में मॉक ड्रिल को स्थगित करने के निर्णय के पीछे प्रशासनिक कारणों का हवाला दिया। आधिकारिक सूत्रों के हवाले से बताया कि कल 29 मई 2025 को होने वाला नागरिक सुरक्षा अभ्यास ऑपरेशन शील्ड हरियाणा में स्थगित कर दिया गया है।

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद गृहमंत्री का पहला दौरा
    केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर गुरुवार शाम को शरदकालीन राजधानी जम्मू पहुंच रहे हैं। शुक्रवार दोपहर बाद दिल्ली लौटने से पूर्व वह एकीकृत मुख्यालय में जम्मू-कश्मीर के सुरक्षा परिदृश्य, सीमा पर घुसपैठरोधी तंत्र और श्री अमरनाथ की तीर्थयात्रा के सुरक्षा कवच का जायजा लेने के अलावा पुंछ में गोलबारी पीड़ितों से भी मिलेंगे। पिछले दो माह के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री का यह जम्मू-कश्मीर का तीसरा और ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहला दौरा है।

  • देश में कोरोना से फिर होने लगी मौत

    देश में कोरोना से फिर होने लगी मौत

    1010 एक्टिव केस, देश में सबसे ज्यादा 430 मामले केरल से
    नई दिल्ली.
    कोरोना वायरस एक बार फिर देश में तेजी से फैल रहा है। भारत के कई बड़े शहरों और राज्यों में कोविड-19 के नए केस लगातार सामने आ रहे हैं और अब मौतों का आंकड़ा भी बढ़ने लगा है। दिल्ली, महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में संक्रमण की रफ्तार में अचानक तेजी आई है।

     

    14 लोगों की जान जा चुकी है
    ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में एक्टिव कोरोना केस की संख्या बढ़कर 1010 हो गई है। अब तक इसके संक्रमण के कारण 14 लोगों की जान जा चुकी है। देश में सबसे ज्यादा 430 एक्टिव मामले केरल से सामने आए हैं, जबकि महाराष्ट्र 210 मामलों के साथ दूसरे स्थान पर है। उत्तर प्रदेश के रहने वाले एक व्यक्ति की चंडीगढ़ में इलाज के दौरान मौत हो गई। वह व्यक्ति पंजाब के लुधियाना में काम करता था और सांस लेने में तकलीफ के चलते चंडीगढ़ रेफर किया गया था। वहां जांच में उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई। अबतक महाराष्ट्र में 3, केरल में 2 और एक कर्नाटक में मौत हुई है। इसी के साथ देश में कुल मृतकों की संख्या 6 हो गई है।

     

    पीएम मोदी के दौरे को लेकर विभाग अलर्ट
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी 29-30 मई के यूपी और बिहार दौरे को देखते हुए संबंधित राज्यों का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। प्रशासन ने निर्देश दिए हैं कि पीएम की सुरक्षा के लिए उनके 100 मीटर के दायरे में रहने वाले सभी व्यक्तियों की कोविड-19 जांच की जाएगी। बता दें कि भारत में कोरोना वायरस के चार नए वैरिएंट की पहचान हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि भले ही ये नए वैरिएंट पहले के मुकाबले तेजी से फैल सकते हैं, लेकिन इनसे होने वाली बीमारी की गंभीरता फिलहाल कम आंकी जा रही है। फिर भी, स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सतर्कता बरतने और मास्क पहनने, भीड़ से बचने व हाथ धोने जैसे कोविड नियमों का पालन करने की सलाह दी गई है।

  • पाक को लेकर नई तैयारी में भारत

    पाक को लेकर नई तैयारी में भारत

    राजस्थान, गुजरात, पंजाब और जम्मू कश्मीर में कल होगी मॉक ड्रिल
    नई दिल्ली.
    भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अभी खत्म नहीं हुआ है। पहलगाम आतंकी हमला के जवाब में भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ। इससे बौखलाकर पाकिस्तान ने कई भारतीय शहरों पर ड्रोन्स और मिसाइलों से हमले किए, जिन्हें भारत ने नाकाम कर दिया। जवाब में भारत ने पाकिस्तानी सैन्य ठिकाओं पर हमले करते हुए काफी नुकसान किया। दोनों देशों के बीच अब सीज़फायर का पालन किया जा रहा है, लेकिन इसी बीच एक ऐसी खबर आई है, जिससे कुछ बड़ा होने का अंदेशा लगाया जा रहा है।

    चार राज्यों में होगी मॉक ड्रिल
    पाकिस्तान बॉर्डर से लगे 4 राज्यों राजस्थान , गुजरात, पंजाब और जम्मू और कश्मीर में गुरुवार, 29 मई को मॉक ड्रिल होगी। इस दौरान लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। चारों राज्यों में शाम को मॉक ड्रिल होगी। अचानक से पाकिस्तान बॉर्डर से लगे चार राज्यों में मॉक ड्रिल के फैसला कुछ हद तक हैरान करने वाला भी है। इससे मन में सवाल आना स्वाभाविक है कि क्या एक बार फिर कुछ बड़ा होने वाला है? क्या भारत, पाकिस्तान के खिलाफ कुछ बड़ा करने की तैयारी में है? आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पिछली बार 7 मई को मॉक ड्रिल करने का फैसला लिया गया था और उसी दिन तड़के सुबह भारतीय सेना ने पाकिस्तान के खिलाफ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च करते हुए 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था, जिनमें 100 से ज़्यादा आतंकी मारे गए थे।

  • ‘जो सिंदूर मिटाएगा, उसका मिटना तय है’

    ‘जो सिंदूर मिटाएगा, उसका मिटना तय है’

    पीएम बोले- आतंक फैलाने वालों ने सपनों में भी यह हश्र नहीं सोचा होगा
    दाहोद.
    दाहोद में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब कोई हमारी बहनों के सिन्दूर को मिटाएगा, तो उसका भी मिटना तय हो जाता है। आतंक फैलाने वालों ने सपनों में भी नहीं सोचा होगा मोदी से मुकाबला कितना मुश्किल होता है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने जो किया, उसके बाद क्या भारत चुप बैठ सकता था? क्या मोदी चुप बैठ सकते थे? जब कोई हमारी बहनों और माताओं के माथे से सिंदूर मिटाता है, तो उसका मिटाना भी पक्का हो जाता है।

    यह सिर्फ सैन्य कार्रवाई नहीं
    मोदी ने साफ तौर पर कहा कि ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ़ सैन्य कार्रवाई नहीं है, यह भारतीयों के मूल्यों और भावनाओं की अभिव्यक्ति है। आतंकवाद फैलाने वालों ने शायद कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि मोदी से दुश्मनी कितनी कठिन हो सकती है। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों ने 140 करोड़ भारतीयों को चुनौती दी थी। इसलिए मोदी ने वही किया, जिसके लिए देशवासियों ने मुझे प्रधान सेवक की जिम्मेदारी दी है।

    तीनों सेनाओं को खुली छूट दी
    उन्होंने कहा कि मोदी ने अपनी तीनों सेनाओं को खुली छूट दी और हमारे शूरवीरों ने वो कर दिखाया, जो दुनिया ने पिछले कई दशकों से नहीं देखा था। हमने सीमापार चल रहे 9 आतंकी ठिकानों को ढूंढ निकाला और 22 तारीख को उन्होंने जो खेल खेला था, 6 तारीख की रात को 22 मिनट में हमने उन्हें मिट्टी में मिला दिया। उन्होंने कहा कि भारत की इस कार्रवाई से बौखलाकर जब पाकिस्तानी सेना ने दुस्साहस दिखाया, तो हमारी सेनाओं ने पाकिस्तानी फौज को भी धूल चटा दी।

    हम लगन से काम कर रहे हैं
    प्रधानमंत्री ने कहा कि विभाजन के बाद, नवगठित देश का एक ही लक्ष्य था – भारत से नफरत करना और हमारी प्रगति को रोकने की कोशिश करना। लेकिन हमारा एक ही लक्ष्य है – आगे बढ़ते रहना, गरीबी को खत्म करना और विकसित भारत का निर्माण करना है। वास्तव में विकसित भारत तभी संभव है जब हमारी सशस्त्र सेनाएँ मजबूत हों – और हमारी अर्थव्यवस्था भी मजबूत हो। और हम पूरी लगन और दृढ़ संकल्प के साथ लगातार उस दिशा में काम कर रहे हैं।