Tag: लाडकी बहिण योजना

  • रक्षाबंधन पर लाडली बहनों को दोहरा तोहफा संभव

    रक्षाबंधन पर लाडली बहनों को दोहरा तोहफा संभव

    दोनों महीनों की किस्तें एक साथ जारी की जा सकती हैं
    मुंबई.
    महाराष्ट्र सरकार की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिण योजना एक बार फिर सुर्खियों में है, और इस बार अच्छी खबर के साथ। जुलाई महीने की राशि अभी तक न मिलने से जहाँ लाडली बहनों में कुछ चिंता थी, वहीं अब रिपोर्ट्स बता रही हैं कि जुलाई और अगस्त दोनों महीनों की किस्तें एक साथ जारी की जा सकती हैं। यह घोषणा रक्षाबंधन के त्योहार से पहले या अगस्त के पहले सप्ताह में होने की संभावना है, जिससे गरीब बहनों को 3000 रुपये का दोहरा लाभ मिलेगा।

    त्योहार के दौरान सरकारी मदद
    यह पहल महाराष्ट्र सरकार की गरीब और जरूरतमंद महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। योजना के तहत 21 से 65 वर्ष की पात्र महिलाओं को हर महीने 1500 रुपये की आर्थिक सहायता मिलती है, और अब तक 2.25 करोड़ से अधिक महिलाएं इससे लाभान्वित हो चुकी हैं। अब तक 12 महीनों में कुल 18000 रुपये मिल चुके हैं, और यह अतिरिक्त राशि त्योहार के अवसर पर निश्चित रूप से उनके लिए एक बड़ी मदद साबित होगी।

    अभी तारीख तय नहीं
    हालांकि सरकार की ओर से कोई आधिकारिक तारीख घोषित नहीं की गई है, लेकिन यह उम्मीद की जा रही है कि यह कदम गरीब बहनों के लिए इस साल की राखी को यादगार बना देगा। यह योजना केवल वित्तीय सहायता प्रदान करने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें सामाजिक रूप से सशक्त करने का भी एक प्रयास है।

  • हजारों पुरुष बने ‘लाडली बहना’, अब सरकार वसूलेगी पैसा

    हजारों पुरुष बने ‘लाडली बहना’, अब सरकार वसूलेगी पैसा

    महत्वाकांक्षी योजना में भारी फर्जीवाड़ा
    मुंबई.
    महाराष्ट्र सरकार की महत्वाकांक्षी ‘मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिण योजना’ में एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। यह योजना, जिसे पिछले साल जुलाई में शुरू किया गया था और जो नवंबर 2024 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की जीत में एक प्रमुख कारण मानी जाती है, अब सवालों के घेरे में है। खुलासा हुआ है कि आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं के लिए बनाई गई इस योजना का हजारों पुरुष धोखाधड़ी कर लाभ उठा रहे थे। महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने खुद इसकी पुष्टि की है, जिससे सरकार की लाभार्थियों की पहचान प्रक्रिया पर सवाल खड़े हो गए हैं।

    लाभ अस्थायी रूप से स्थगित
    रिपोर्ट्स के मुताबिक, लगभग 14,000 पुरुष फर्जी दस्तावेजों के जरिए लाडली बहिण योजना का फायदा ले रहे थे। इसके अलावा, जांच में यह भी सामने आया है कि लगभग 26.34 लाख लाभार्थी अपात्र होते हुए भी योजना का लाभ उठा रहे थे। इनमें कुछ लाभार्थी एक से अधिक योजनाओं का लाभ ले रहे थे, कुछ परिवारों में दो से अधिक लाभार्थी पाए गए, और कुछ स्थानों पर पुरुषों द्वारा आवेदन किए जाने की बातें भी सामने आई हैं। इन सभी अपात्र आवेदकों का लाभ अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया गया है।

    सख्त निगरानी की जरूरत
    उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजित पवार ने स्पष्ट किया है कि धोखाधड़ी कर लाभ उठाने वाले पुरुषों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और उन्हें दी गई राशि वसूल की जाएगी। यह घटना दर्शाती है कि सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में सख्त निगरानी और सत्यापन तंत्र की आवश्यकता है ताकि वास्तविक लाभार्थियों तक ही लाभ पहुंच सके और फर्जीवाड़े को रोका जा सके।