भीलवाड़ा.
राजस्थान और मध्य प्रदेश की सीमा से सटे उपरमाल क्षेत्र के जंगलों में पिछले दो दिनों से भीषण आग का तांडव जारी है। सोमवार देर रात तेज हवा के कारण यह आग रावडदा, सामरिया और चरछा ब्लॉक के जंगलों तक फैल गई। इस भीषण आग से 175 हेक्टेयर वन क्षेत्र जलकर खाक हो गया। इस आग से जंगल में रहने वाले हिरण, खरगोश, सांप, पक्षियों सहित कई वन्यजीवों के जलने की आशंका जताई जा रही है। इसके अलावा, बड़ी संख्या में दुर्लभ वनस्पतियां और पेड़ भी आग की चपेट में आ गए।
अलग-अलग चर्चा जारी है
आग पहले भीलवाड़ा जिले के आरोली और साईमाला संरक्षित वन क्षेत्र में भड़की और फिर फैलते हुए चित्तौड़गढ़ जिले के बेगूं क्षेत्र के संरक्षित जंगलों तक पहुंच गई। शुरुआती जानकारी के अनुसार, यह आग गर्म मौसम और तेज हवाओं के कारण तेजी से फैली। वहीं, कुछ स्थानीय लोगों का कहना है कि अवैध रूप से लकड़ी कटाई करने वालों या शिकारियों द्वारा आग लगाने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। स्थानीय ग्रामीणों ने वन विभाग से इस तरह की आग की घटनाओं को रोकने के लिए सतर्कता बढ़ाने और जंगलों की निगरानी के लिए अतिरिक्त उपाय करने की मांग की है।