वोक्हार्ट हॉस्पिटल के डॉक्टर ने एंजियोप्लास्टी के लिए नया कैथेटर तैयार किया
नागपुर, 4 सितंबर 2024: वोक्हार्ट हॉस्पिटल्स नागपुर देखभाल और नवीनता की परंपरा वाला एक अग्रणी स्वास्थ्य सेवा प्रदाता है जो इस हॉस्पिटल को मध्य भारत के मरीजों के लिए वरदान बनाता है। क्रिटिकल मरीजों का इलाज करने वाले वोक्हार्ट हॉस्पिटल्स नागपुर में एक वरिष्ठ नागरिक की जान बचाने के लिए एक अभिनव एंजियोप्लास्टी की गई।
(12 साल पहले की गई) बाईपास सर्जरी के बाद उच्च रक्तचाप, मधुमेह से पीड़ित एक 68 वर्षीय व्यक्ति सीने में दर्द और दिल के दौरे की आशंका के साथ शंकर नगर, नागपुर के वोक्हार्ट हॉस्पिटल्स आए और डॉ. नितिन तिवारी (सीनियर इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट) ने उनका मूल्यांकन किया। पिछले 20 वर्षों से वोक्हार्ट हॉस्पिटल्स में कार्यरत डॉ. नितिन तिवारी (सीनियर इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट) ने मरीज का मूल्यांकन करके पहले उनकी एंजियोग्राफी की।
डॉ. नितिन तिवारी (सीनियर इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट) ने एंजियोग्राफी रिपोर्ट से बताया कि, मरीज का एक
ग्राफ्ट (एलआईएमए से एलएडी) ठीक से काम कर रहा था और दूसरे ग्राफ्ट में (एलआरए से ओएम) 99% ब्लॉकेज था। उन्हें एलआरए ग्राफ्ट के लिए डीईबी (ड्रग एल्यूटिंग बैलून) के साथ इमरजेंसी एंजियोप्लास्टी करनी पड़ी। लेकिन ग्राफ्ट को कैनुलेट करने के लिए एक विशेष शॉर्ट कैथेटर (80 सेमी लंबा) की आवश्यकता होती है। एंजियोप्लास्टी के लिए सामान्य कैथेटर 100 सेमी लंबे होते हैं। आमतौर पर आईएमए कैथेटर का उपयोग बाईपास ग्राफ्ट एंजियोप्लास्टी के लिए किया जाता है। यह कैथेटर कहीं भी उपलब्ध नहीं था और मरीज को दिल का दौरा पड़ने का ख़तरा था, इसलिए ज़्यादा देर तक इंतजार करना उचित नहीं था।
ऐसी गंभीर स्थिति में, डॉ. नितिन तिवारी ने एक नया कैथेटर बनाने का निर्णय लिया। उन्होंने एक 6 फ्रेंच कैथेटर के शाफ्ट और अन्य दूसरे 7 फ्रेंच कैथेटर के हब को काटा और उन्हें जोड़कर एक नया हाइब्रिड कैथेटर तैयार किया। इस छोटे कैथेटर का उपयोग एलआईएमए और एलआरए ग्राफ्ट को जोड़ने के लिए किया गया और बाद में ड्रग एल्यूटिंग बैलून को फुलाया गया जिससे मरीज को राहत मिली और उसकी जान बच गई।
डॉ. नितिन तिवारी ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि, “आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है” । डॉ. नितिन तिवारी ने अपने कैथलैब स्टाफ, डॉ. पंकज जैन चौधरी (सीनियर एनेस्थेटिस्ट) को उनके उपयोगी जानकारी के लिए और सेंटर हेड श्री रवी बागली को उनकी मदद के लिए धन्यवाद दिया।
श्री रवी बी., सेंटर हेड, वोक्हार्ट हॉस्पिटल्स नागपूर ने कहा, “यह वास्तव में एक चुनौतीपूर्ण केस थी। लेकिन हमारे विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने बहुत ही सटीकता से एंजियोप्लास्टी की और मरीज की जान बचा ली। इसके लिए हमारी विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम की सराहना की जानी चाहिए। हम अपने डॉक्टरों की टीम और सभी स्टाफ के योगदान के लिए आभारी हैं, जिन्होंने हॉस्पिटल को शिखर पर पहुँचाया और हमें गौरवान्वित महसूस कराया। वोक्हार्ट हॉस्पिटल्स में, जिंदगी हमेशा जीतती है।”