बड़े अखबार के निवासी संपादक सुनील हजारी पर मामला दर्ज.!
– आरटीओ एजेंट से खंडनी का मामला…सदर थाने में मामला दर्ज.! नागपुर की पत्रकारिता हुई तार तार..!
नागपुर (विजय खवसे )- पत्रकारिता को तार तार करनेवाली खबर गुरुवार को सामने आई।”आप पढ़ रहे है देश का सबसे विश्वसनीय और न वन अखबार कहने वाले”एक बड़े हिंदी अखबार के सिटी के निवासी संपादक पर खंडनी के आरोप में सदर पुलिस के गुन्हे शाखा ने कार्रवाई करने से नागपुर के पत्रकारिता जगत में खलबली मची।
प्राप्त जानकारी के अनुसार फिर्यादी धनराज उर्फ टिटू साधू राम शर्मा वय 55 वर्ष बाबा दीप सिंग नगर , सुगत नगर नागपुर निवासी आरटीओ एजंट ने आरोपी दैनिक भास्कर के सिटी निवासी संपादक सुनील सुकलाल हजारे उम्र 44 वर्ष राहुल रेसिडेन्सी एसटी बस स्टँड के पास नागपुर निवासी पर धारा 308(2)के तहत मामला दर्ज करने की जानकारी डीसीपी मदने ने WH न्यूज़ को दी।आरोपी सुनील हजारी को सदर पुलिस ने गिरफ्तार किया ।
खबर यह है कि बीते 3 महीने से आरोपी सुनील हजारी फिरयादी को खबर लगाने की धमकी देकर पैसे की उगाई करता था।
आरटीओ को लेकर सुनील हजारी ने खबर प्रकाशित की थी जिसमे कुछ अधिकारियों का निलंबन होने की जानकारी है।उसी मामले में आरटीओ एजेंड शर्मा को नाम से खबर छापने की धमकी देकर आरोपी सुनील ने 10 लाख रुपए की फिरौती मांग की थी।7 लाख में सौदा हुआ।1 लाख रुपए फिरयादी ने 28ऑगस्ट को मेडिकल चौक पर आकर दिए।उतने में हुआ नही तो दूसरे दिन 29 ऑगस्ट गुरुवार को दोपहर दो ढाई बजे के दौरान वीसीए ग्राउण्ड स्थित एक आइसक्रीम के दुकान में फिरयादी से पैसे लेने आरोपी सुनील हजारी पहुंचा।
फिरयादी शर्मा ने सदर पुलिस को खबर की जानकारी दी।पुलिस ने जाल बिछाया ,खंडनी बहाद्दर सुनील हजारी की आइसक्रीम के दुकान में बैठक हुई व शर्मा से 80 हजार रुपए नगद लिए।20 हजार रुपए कब देंगे यह कहते ही पुलिस ने सुनील को धरदबोचा।स्पॉट पर पुलिस ने पंचनामा कर आरोपी सुनील को सदर थाने लाया गया।यह खबर शहर में हवा के जैसी फैल गई।सबसे पहले डिजिटल मीडिया के पत्रकार थाने पहुंचे बड़े अखबार के संपादक का मामला होने से मामला दबेगा यह चर्चा हो रही थी।लेकिन सदर थाने के पीआई मनीष ठाकरे ने किसी के भी दबाव में न आकर मामला दर्ज किया।नागपुर शहर में यह पहला मामला है जो बड़े अखबार के निवासी संपादक पर मामला दर्ज किया। सूत्र ने बताया कि खण्डनीबाज सुनील हजारी ने और भी पांच छह लोगो से इसी तरह धमकाकर फिरौती ली है। लोग सामने आए व इसकी पुलिस ने जांच की तो और भी मामले दर्ज हो सकते है।हजारी की अड़चने बढ़ सकती है।
सुनील हजारी 2017 में नागपुर आया,दैनिक भाष्कर की धौस बताकर करोड़ो का बंगला खरीदने की जानकारी भी सूत्र ने दी।आखिर इतनी माया कैसी जमाई इसकी भी जांच हुई तो सुनील हजारी की अड़चने बढ़ सकती है।पत्रकारिता को शर्मशार करने वाली खबर है।लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को बड़ा झटका है ! सच्चे पत्रकारों ने खंडनी नही सच्ची खबरे देने की कोशिश करना चाहिए।नही करने पर पैसे के लालच में हवालात में जाने की नौबत आती है।जैसे सुनील हजारी पर आई।हजारी को सदर पुलिस ने गिरफ्तार किया।