26 लाख लाभार्थियों की जांच शुरू
मुंबई.
महाराष्ट्र सरकार की महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से शुरू की गई लाडली बहन योजना पर फर्जीवाड़े के आरोप लग रहे हैं। राज्य में इस योजना के करीब 26 लाख लाभार्थियों की जांच शुरू हो गई है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, सरकार को संदेह है कि बड़ी संख्या में महिलाओं ने अवैध या फर्जी दस्तावेजों के आधार पर इस योजना का लाभ उठाया है। कुछ मामलों में यह भी सामने आया है कि पुरुषों ने भी इस योजना का लाभ उठाया है, जिससे योजना की पारदर्शिता और विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला स्तरीय समितियों को जांच के आदेश दिए हैं। यदि आरोप सही साबित होते हैं तो दोषी लाभार्थियों पर वसूली और योजना से बाहर करने जैसी सख्त कार्रवाई की जा सकती है।
विपक्ष ने बोला हमला
विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विजय वडेट्टीवार ने सरकार पर योजना लागू करने में लापरवाही और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि यह योजना महिलाओं के लिए है, लेकिन अगर पुरुष इसका लाभ उठा रहे हैं तो यह सरकार की नीयत पर सवाल उठाता है। वडेट्टीवार ने यह भी कहा कि कई वास्तविक लाभार्थी महिलाएं जांच के नाम पर परेशान होने से डर रही हैं। यह घटनाक्रम सरकार की छवि को नुकसान पहुंचा सकता है और विपक्ष इसे आगामी चुनावों में एक बड़ा मुद्दा बना सकता है। सरकार के लिए यह जरूरी है कि वह इस मामले की निष्पक्ष जांच कराए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे, ताकि जनता का विश्वास बहाल हो सके।