कहा- मुझ पर उंगली उठती है, एक्शन को मजबूर न करें, कायदे में रहें
मुंबई.
महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री और शिवसेना के बड़े नेता एकनाथ शिंदे ने अपनी पार्टी के लोगों को सख्त संदेश दिया है। उन्होंने पार्टी के मंत्रियों, विधायकों और पदाधिकारियों को अनुशासन में रहने को कहा है। शिंदे ने कहा कि वह लोग गड़बड़ करते हैं और सुनना उन्हें पड़ता है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर वे नहीं माने तो उन्हें कार्रवाई करनी पड़ेगी।
कम बोलो, काम ज्यादा करो
एकनाथ शिंदे ने कहा, ‘पिछले कुछ दिनों में कुछ ऐसी घटनाएं हुई हैं, जिनसे लोग आप पर नहीं, मुझ पर उंगली उठा रहे हैं। वे मुझसे पूछ रहे हैं कि आपके विधायक क्या कर रहे हैं? आप सब मेरे अपने लोग हैं। हम एक परिवार हैं। आपकी बदनामी मेरी बदनामी है। अपनी ऊर्जा बेकार की बातों में बर्बाद मत करो। कम बोलो, काम ज्यादा करो।’
‘अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं’
शिंदे ने कहा, ‘कुछ मंत्रियों को जनता के विरोध के कारण इस्तीफा देना पड़ा। मुझे अपने परिवार के सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई करना पसंद नहीं है। लेकिन मुझे ऐसा करने के लिए मजबूर मत करो। मैं आप सभी से अनुशासन और जवाबदेही की उम्मीद करता हूं।’ शिंदे यह साफ कर रहे हैं कि वे किसी भी गलत काम को बर्दाश्त नहीं करेंगे। अगर कोई मंत्री या विधायक गलत काम करता है, तो उसे पद से हटाया जा सकता है।
‘बॉस की तरह व्यवहार नहीं करता लेकिन…’
एकनाथ शिंदे ने यह भी कहा, ‘मैं बॉस की तरह व्यवहार नहीं करता। मुझे गुस्सा नहीं आता। मैं एक कार्यकर्ता की तरह काम करता हूं – और आपको भी ऐसा ही करना चाहिए। अपनी सफलता को अपने सिर पर मत चढ़ने दो। चाहे आप कितने भी ऊंचे पदों पर हों, हमेशा याद रखें, आप सबसे पहले एक कार्यकर्ता हैं।’ शिंदे अपनी पार्टी के लोगों को याद दिला रहे हैं कि वे सभी जनता के सेवक हैं। उन्हें हमेशा विनम्र और जमीन से जुड़े रहना चाहिए।
‘हमें बदनाम करने की कोशिश’
उप मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हमने बहुत कम समय में बहुत कुछ हासिल किया है। लोग हमारे साथ हैं – और इसी वजह से कुछ लोग अब हमें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। सतर्क और सावधान रहें। आने वाला समय हमारी परीक्षा लेगा। सार्वजनिक जीवन में अनुशासन की आवश्यकता होती है। हमें इसे बनाए रखना चाहिए।’
संजय गायकवाड़ और संजय राठौड़ ने बढ़ाई मुसीबत
शिंदे की यह चेतावनी ऐसे समय में आई है जब सामाजिक न्याय मंत्री संजय शिरसाट और मिट्टी और जल संरक्षण मंत्री संजय राठौड़ पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। इसके अलावा, शिवसेना की आलोचना तब भी हुई जब बुलढाणा से पार्टी विधायक संजय गायकवाड़ ने विधायक कैंटीन के कर्मचारियों को बासी खाना परोसने के लिए पीटा था।
एकनाथ शिंदे सेना की खराब हो रही छवि
शिरसाट पर विपक्ष ने तब हमला बोला जब उनके बेडरूम में नकदी से भरा बैग रखने का एक वीडियो वायरल हो गया। दूसरी ओर, राठौड़ को उनके विभाग में तबादलों के दौरान भारी मात्रा में पैसे के लेन-देन के लिए निशाना बनाया गया है। बागवानी मंत्री भरत गोगावले को भी निशाना बनाया गया, जब एक वायरल वीडियो में उन्हें एक ‘तांत्रिक’ (जादूगर) के साथ कुछ रस्में करते हुए दिखाया गया। इन सभी घटनाओं से शिवसेना की छवि खराब हुई है, और शिंदे इसे सुधारना चाहते हैं।