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पत्रकार बनना चाहते थे शरद पवार!

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किया खुलासा, कहा- बालासाहेब ठाकरे के साथ मैग्जीन शुरू करना चाहता था
मुंबई.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के प्रमुख शरद पवार ने हाल ही में अपनी ज़िंदगी का एक दिलचस्प वाकया बयान किया है। उन्होंने खुलासा किया कि वे और शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे के साथ कभी पत्रकारिता के मैदान में उतरने वाले थे, लेकिन उनका यह सपना पूरा नहीं हो सका।

अधूरी पत्रकारिता का सपना
पवार ने अखिल भारतीय मराठी पत्रकार परिषद के एक कार्यक्रम में बताया कि उन्होंने और बालासाहेब ठाकरे ने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर एक मासिक मैगज़ीन शुरू करने का इरादा किया था। हर शख्स ने इसके लिए 5,000 रुपये का हिस्सा लगाया था और उनका इरादा था कि यह मैगज़ीन अंग्रेजी की मशहूर पत्रिका ‘टाइम’ की तरह होगी। पवार ने मज़ाकिया लहजे में बताया, “पहला अंक छापा गया, जिसके बारे में उन्हें उम्मीद थी कि यह इतना शानदार होगा कि हर जगह इसकी चर्चा होगी। मगर हकीकत में वह अंक इसके बाद कभी नज़र ही नहीं आया। वह अंक इतना ‘मशहूर’ हुआ कि फिर कभी दिखाई ही नहीं दिया।”

पत्रकारिता पर विचार
पवार ने यह भी कहा कि पत्रकारिता का पेशा लोकतंत्र में बेहद मुश्किल और ज़िम्मेदारी भरा है। उन्होंने सम्मान पाने वाले पत्रकारों से कहा कि वे अपनी लेखनी से लोकतंत्र को और मजबूत करें। इस कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार मधुकर भावे को ‘बालशास्त्री जंभेकर लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड’ से नवाजा गया, जबकि भरत जाधव को ‘विशेष सम्मान’ दिया गया। इसके अलावा, कई अन्य पत्रकारों को भी उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया।

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