धगधगाने वाला तूफ़ान थमा, पूर्व सूबेदार जगन्नाथजी गवई ने लिया अंतिम विदा
चांदूर रेलवे। (बंडू आठवले ) मिलिंद नगर के पूर्व सूबेदार एवं नगर परिषद के उपाध्यक्ष जगन्नाथजी गवई का 91 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वे संघर्ष से उठने वाले, अन्याय के विरुद्ध डटकर खड़े होने वाले, सेवानिवृत्त फौजी और समाजसेवी थे।
जगन्नाथ गवई के पिता का 1952 में निधन हो गया था। मात्र 19 वर्ष की उम्र में परिवार की ज़िम्मेदारी संभालते हुए उन्होंने अपने मित्र पुंडलिकराव आठवले के साथ 1954 में सेना में भर्ती ली। वहीं से उन्होंने अपनी देश सेवा की शुरुआत की और सूबेदार मेजर के पद तक पहुंचे। 1962 और 1965 के भारत-पाक युद्ध में उन्होंने बहादुरी से हिस्सा लिया। 1972 में सेवानिवृत्त होकर उन्होंने समाज सेवा का नया सफ़र शुरू किया।
अपने छोटे भाई शेषरावजी गवई के निधन के बाद 1986 में हुए उपचुनाव में वे नगरसेवक चुने गए और लगातार दो बार नगर परिषद के उपाध्यक्ष रहे। नगर परिषद में अपनी बुलंद आवाज़ और आक्रामक कार्यशैली के लिए वे जाने जाते थे। मटन मार्केट का मुद्दा उन्होंने दिल्ली तक उठाया और 10 वर्षों तक नगरसेवक के रूप में जनसेवा की।
कोरोना काल में उन्होंने अपनी पेंशन से ज़रूरतमंदों को राशन वितरित किया। एक सच्चे फौजी और दानवीर के रूप में उनकी छवि रही। पूर्व पार्षद बंडु आठवले ने कहा, “मामा हमारे बीच नहीं रहे, लेकिन उनका शूरवीर व्यक्तित्व हमेशा याद रहेगा। हम हमेशा उनकी प्रेरणा लेकर उनके विचारो पर चलेंगे.सुभेदार को NEWS की और से भावपूर्ण श्रद्धांजलि।”