नवाज आक्रामक रुख अपनाने के इच्छुक नहीं
कराची.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के अध्यक्ष नवाज शरीफ को राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक में लिए गए फैसलों के बारे में जानकारी दी। यह बैठक भारत द्वारा सिंधु जल संधि को सस्पेंड करने के बाद बुलाई गई थी। भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद ये सख्त कदम उठाया था।
‘फॉल्स फ्लैग ऑपरेशन’
शहबाज शरीफ ने नवाज शरीफ से मुलाकात के दौरान बताया कि ये एक ‘फॉल्स फ्लैग ऑपरेशन’ था. इसका मतलब कि भारतीयों द्वारा ये जान-बूझकर किया गया ताकि क्षेत्र में अस्थिरता फैलाई जा सके। शहबाज शरीफ ने कहा कि भारत के इस एकतरफा कदम ने दोनों देशों के बीच युद्ध के खतरे को और बढ़ा दिया है। इस बैठक में पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज भी मौजूद थीं।
शहबाज शरीफ ने कही ये बात
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान शांति के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन देश की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। एक सूत्र ने कहा कि नवाज शरीफ चाहते हैं कि उनकी सरकार दोनों देशों के बीच शांति बहाल करने के लिए बातचीत से हल निकाले। नवाज आक्रामक रुख अपनाने के इच्छुक नहीं हैं।
आयोग गठित करने की पेशकश
इससे पहले रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भारत को इस घटना की जांच के लिए अमेरिका, ईरान, चीन, रूस और ब्रिटेन के अधिकारियों सहित एक अंतरराष्ट्रीय आयोग गठित करने की पेशकश की थी। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा होता है तो पाकिस्तान दुनिया के सामने तथ्य सामने लाएगा। उन्होंने कहा, “हम जानते हैं कि ये सिर्फ एक नाटक था, लेकिन इस झूठ से पर्दा उठाने के लिए हम किसी भी आयोग के साथ काम करने को तैयार हैं। हालांकि, अगर भारत कोई दुस्साहस करता है तो हम भी पीछे नहीं हटेंगे।