वेलट्रीट अस्पताल को बंद करने गए अधिकारी वापस लौटे…2 मरीज आयुसी में भर्ती थे…अब 22 नवम्बर को होंगी कार्रवाई ...मुख्यधिकारी पर राजनीतिक दबाव… फिर भी अपने अधिकारियों को जांच के लिए भेजा।
अब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो सामाजिक संस्था जनहित याचिका दायर करेगी
वाडी,नागपुर :- सिविल सर्जन ने वाडी स्थित वेलट्रीट मल्टीस्पेशियलिस्ट अस्पताल को बंद करने के आदेश के बावजूद अस्पताल बेधड़क चल रहा है।शुक्रवार को नप अधिकारी कार्रवाई करने गए लेकिन अस्पताल में दो मरीज गंभीर हालत में आयुसीयू में भर्ती होने से सील कार्रवाई नही की।अब 22 नवम्बर को कार्रवाई करेंगे ,कार्रवाई के दौरान स्वास्थ्य अधिकारी व पुलिस रहेंगे यह जानकारी मुख्यधिकारी डॉ. विजय देशमुख़ में दी।
मुख्यधिकारी ने सिविल सर्जन के आदेश पर अस्पताल के संचालक डॉ. राहुल ठवरे को 18 नवम्बर को खुद होकर अस्पताल बन्द करने की नोटिस जारी की थी।लेकिन ठवरे ने सीईओ के पत्र को नहीं माना और अपने अस्पताल का संचालन करते हुए शुक्रवार को नप के अधिकारियों के जांच में पाए गए।2 मरीज आइसीयू तथा 4 मरीज सामान्य वार्ड में भर्ती पाए गए।आदेश के बावजूद अस्पताल बन्द नही किया ,अगर कोई आपदा आती है तो सवाल उठता है कि इसका जिम्मेदार कौन होगा। विजय देशमुख पर अस्पताल सील नही करने राजनीतिक दबाव भी आ रहा है।बावजूद मुख्यधिकारी डॉ. विजय देशमुख वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश का पालन कर रहे हैं।
सूत्र ने बताया कि देशमुख़ को कार्रवाई नही करने फोन पर फोन आ रहे है। फोन करने वाले से देशमुख़ ने साफ कह दिया अगर आप कार्रवाई बंद करना चाहते हैं तो मुझे एक पत्र दें। मुझसे कार्रवाई के संदर्भ में बार-बार कलेक्टर और पत्रकारों द्वारा पूछताछ हो रही है।
डॉ. राहुल ठवरे ने स्वास्थ्य मंत्री की और सीएस के आदेश पर स्थगिति देने के लिए विनंती की।लेकिन नप को अबतक कोई आदेश प्राप्त नही हुए।अब मंगलवार को कार्रवाई के लिए नप ने पुलिस को भी पत्र दिया है।अब कार्रवाई निश्चित होंगी।
सवाल उठ रहा है कि बार-बार अस्पताल बंद करने के आदेश के बावजूद अस्पताल निदेशक राहुल ठवरे नियमों का उल्लंघन क्यों करते हैं और प्रशासन उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं करता अब कार्रवाई नहीं हुई तो एक बड़ी सामाजिक संस्था इस मामले में पहल करेगी और हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करेंगे।
उपमुख्यमंत्री को दिया पत्र..!
उपमुख्याधिकारी देवेंद्र फडनवीस को विशाल खेमचंदानी ने अस्पताल पर कार्रवाई करने दिए पत्र पर उपमुख्यमंत्री ने उसी पत्र पर जिलाधिकारी को लिखा है की अस्पताल पर तुरन्त कार्रवाई करें… अब कार्रवाई तो होंगी लेकिन अस्पताल संचालक ने नप का जो फर्जी प्रामानपत्र बनाकर सीएस का अनुमिति पत्र हासिल किया उसकी भी जांच होने की मांग उठ रही है।