मों रफी साहब के साथ मंच साझा करने का मिला सौभाग्य
संगीत कार्यक्रम में पार्श्वगायक एम.ए. कादर ने साझा की पुरानी यादें
नागपुर ब्यूरो – मुझे पद्मश्री मोहम्मद रफी साहब के साथ दो बार मंच साझा करने सौभाग्य मिला है। बचपन से जिन्हें सुनते-सुनते गायकी का शौक चढ़ा, उनके मंच पर गीतों को प्रस्तुत करना जीवन की बड़ी उपलब्धि है। इसके अलावा मो. रफी के लिए लिखे गए फिल्म ‘हम से बढकर कौन’ का गीत ‘देवा ओ देवा…’को हिंदी से उर्दू शब्दों में भाषांतर करने का मौका मिला। रफी साहब जब नागपुर आये थे तो दो दिन तक उनके साथ रहा। उनके साथ हजरत बाबा ताजुद्दीन की दरगाह गए थे। ऐसी पुरानी यादों काे पार्श्वगायक एम. ए. कादर ने साझा किया। संगीत सरिता परिवार दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर रविवार को पद्मश्री मो. रफी कल्चरल हॉल में गीत-सरिता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रुप में उपस्थित पार्श्वगायक एम.ए. कादर ने अपने जीवन की कुछ यादों को सबके साथ साझा किया। विशेष अतिथि के रुप संजय देशमुख उपस्थित थे। उन्होंने नये कलाकारों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि गीतों को सुनकर लगा ही नहीं कि यह कलाकार शौकिया गाते है। कुछ कलाकारों ने तो प्राफेशनल जैसा गाया है।
‘ऐ मालिक तेरे बंदे हम…’ से हुई शुरुआत
कार्यक्रम की शुरुआत ‘ऐ मालिक तेरे बंदे हम…’ इस गीत से हुई। अतिथियों के हाथों पद्मश्री मो. रफी के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर अभिवादन किया गया। इसके बाद संगीत सरिता की दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर केक काटा गया। पार्श्वगायक एम. ए. कादर ने उपस्थित श्रोताओं की मांग पर माे. रफी द्वारा गाया ‘आपके हसीन रुख पे आज नया नूर है…’ गीत प्रस्तुत किया। श्रोताओं ने उठकर खूप तालियां बजायी। सभी अतिथियों का स्वागत किया गया। कार्यक्रम में 12 से अधिक गायको ने 35 से अधिक एक से बढ़कर एक गीत प्रस्तुत किये। गायक कलाकारों में अतिथि नंदा डोंगरे, शैलेश मुधोलकर, आरती ढाकुलकर, शैलेंद्र कराले, शीतल दहीकर, माधव लोखंडे, गौरी निमजे, राजेश महाजन, बबन सोनकुसरे, सत्यजीत नायक, संजय चरडे, शैलेंद्र खापेकर, पियूष शिंदे, राजेश बिजवे, अशोक सुगंध आदि शामिल थे। विशेष सह्योगी के रुप में स्वर अलंकार ग्रूप व अरविंद कोसारकर ने व तकनीकी सह्याेगी के रुप में विनोद अग्रवाल ने जिम्मेदारी निभायी। अजीज पटेल ने व्यवस्थापन किया। कार्यक्रम का संचालन गायक राज टाकलीकर ने किया। कार्यक्रम में गांधीबाग के लोटस् योग नृत्य परिवार से क्षमा जोशी, अर्चना गुमगांवकर, सोनू दलाल, छाया सरदार, राजेंद्र नागरे, तिलक ठाकुर, मिलिंद मून, अतुल दहीकर, शैलेश कुर्वे, स्मिता नेरकर, वृदा गोटेकर, मनीष सुशीबिने, अविनाश लोखंडे, सुभाष कापसे, जगदीश वाठ, राजेश धकाते समेत बड़ी संख्या में संगीतप्रेमी उपस्थित थे।