बुझाने पहुंची सेना, चार घंटे से धधक रहा
प्रयागराज.
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ में टेंट सिटी बसाने वाले लल्लूजी के गोदाम में भीषण आग लग गई। गोदाम में रखे सामान धूं-धूं कर जलने लगे। आग की लपटें तीन किलोमीटर की दुरी से दिखाई दे रही हैं। गोदाम में रखें बांस-बल्ला, रजाई-तोसक, बिस्तर जब जलकर खाक हो गए हैं। गोदाम में रखे सिलेंडर फटने लगे हैं और आग ने विकराल रूप धारण कर लिया है।
बुलानी पड़ी सेना
आग की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि आग को बुझाने के लिए सेना बुलानी पड़ी है। मौके पर फायर ब्रिगेड की 18 गाड़ियां तैनात हैं। इसके अलावा आसपास के जिलों से फायर टेंडर बुलाये गए हैं। दमकल कर्मियों को आग बुझाने के लिए ढाल का सहारा लेना पड़ रहा है।
दो किलोमीटर का एरिया सील
आग की तपिश इतनी है कि दमकल कर्मियों के शरीर पर छाले पड़ने लगे हैं। भारी मात्रा में पुलिस बल को मौके पर तैनात किया गया है। इलाके के दो किलोमीटर तक के एरिया को सील कर दिया गया है। आसपास के इलाके को भी अलर्ट कर दिया गया है। प्रयागराज जिलाधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। आग लगने की जांच की जा रही है।
कैसे लगी आग ?
शास्त्री ब्रिज के बीच काली सड़क पर स्थित एक गोदाम में सुबह 6:30 बजे उस समय आग लग गई जब मजदूर वहां छोटे सिलेंडर पर खाना बना रहे थे और सिलेंडर फट गया। धमाके के साथ आग तेजी से फैल गई। लपटें उठती देख गोदाम में सो रहे कर्मचारी और आसपास के लोग तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने बाल्टियों और पाइप से पानी डालकर आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन जब आग काबू से बाहर होती दिखी, तो लोगों ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी।
104 सालों से कर रहे हैं काम
महाकुंभ में इस बार भी टेंट लगाने की जिम्मेदारी लल्लूजी एंड संस को दी गई थी। यह कंपनी पिछले 104 वर्षों से रेत पर तंबुओं का विशाल शहर बसाने का काम करती आ रही है। कुंभ मेले में इसके योगदान को देखते हुए इसे ‘कुंभ का विश्वकर्मा’ कहा जाता है।