हमारा WH वेब न्यूज़ चैंनल है। आम जनता की समस्याओं पर प्रकाश डालने का कार्य करता है। हर तबको की खबरें प्रमुखता से प्रकाशित करने का दायित्व निभाते। देश की एकता अखण्डता रखने के लिए हर प्रयास करते है। किसान,बेरोजगारी,शिक्षा,व्यापार,की ख़बर प्रमुखतासे दिखाने प्रयास करते है। किसी भी जाती धर्म की भावनाओं को ठेच पहुँचानी वाली खबरों से हम दूर रहते है। देश की एकता ,अखंडता को हम हमेशा कायम रखने के लिए कार्य करेंगे। तो हमारे WH News को भारी मात्रा में सब्स्क्राइब कर हमें प्रोत्साहित करें।

दिल्ली में मूसलधार बारिश

spot_img

14, 15, और 16 मई तक मौसम का बड़ा अपडेट
नई दिल्ली.
दिल्लीवासियों के लिए आज का दिन कुछ खास रहा, जब अचानक मौसम ने करवट ली और राजधानी में मूसलधार बारिश शुरू हो गई। कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है, जबकि कुछ इलाकों में बादल गहरे होने के साथ बारिश की संभावना बढ़ गई है। वहीं, दिल्ली से सटे नोएडा में धूप खिली हुई है, और वहां मौसम कुछ अलग ही दिखाई दे रहा है। मौसम विभाग ने आगामी दो दिनों के लिए और बारिश का अलर्ट जारी किया है।

आगे क्या है मौसम का हाल?
मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में 13 मई तक हवा 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती है। इसके साथ ही आसमान में बादल छाए रह सकते हैं। राजधानी में खराब मौसम का यह सिलसिला 16 मई तक जारी रह सकता है। 14, 15, और 16 मई के दौरान आसमान में आंशिक बादल छा सकते हैं, लेकिन हवा की रफ्तार धीमी हो सकती है।

दिल्ली में पिछले 24 घंटों का मौसम
पिछले 24 घंटों में दिल्ली में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं हुआ। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 36.7 डिग्री और न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 2 से 5 डिग्री कम था। पालम हवाई अड्डे पर भी हल्की बारिश हुई और हवाएं 37 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलीं।

Advertisements

पूर्वी भारत में गर्म हवा
मौसम विभाग के मुताबिक, पूर्वी भारत में 10 मई से गर्म हवा का नया दौर शुरू हो सकता है। अगले 4 से 5 दिनों तक उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में गरज-चमक के साथ बारिश और बिजली गिरने की संभावना बनी हुई है। 10 से 13 मई के बीच पूर्वोत्तर भारत में भी भारी बारिश और बिजली गिरने की संभावना है।

मानसून की दिशा
मानसून को लेकर भी एक अहम अपडेट आया है। मौसम विभाग का कहना है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून 13 मई के आस-पास दक्षिणी अंडमान सागर, दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों और निकोबार द्वीप समूह तक पहुंच सकता है।