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एक तरफ शहर को सजाने रोजगार मिला तो दूसरी और दुकानदारों को बेरोजगार किया -अपनी बात पर अटल रहे , उग्र आंदोलन करने मजबूर ना करें – डीएएम

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एक तरफ शहर को सजाने रोजगार मिला तो दूसरी और दुकानदारों को बेरोजगार किया
-अपनी बात पर अटल रहे , उग्र आंदोलन करने मजबूर ना करें – डीएएम
प्रेस क्लब नागपुर – नागपुर शहर में जी 20 के कारण शहर में फुटपाथ पर बसे दुकानदारों को हटाने की मुहिम चल रही है।एक तरफ शहर को सजाने रोजगार मिल रहा है तो दूसरी और दुकाने हटाकर रोजगार छीना जा रहा है।कोई बेरोजगार न हो इस पर सरकार ने ध्यान देने मांग दुकानदार एकता मंच ने सोमवार को प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार परिषद में कई।

आगे कहा कि हम आखरी दम तक लड़ेंगे । हम सभी ( 10 दुकानदार ) बीते 50 से 55 वर्षों से मॉडल मिल चौक , गणेशपेठ , नागपुर , महाराष्ट्र में नजुल की जगह पर अपना व्यवसाय चला रहे है । हम में से किसी की पंचर की दुकान , कोई गाड़ी का सामान बेच रहा है , किसी की फेब्रिकेशन की दुकान है , कोई फोटो कॉपी की दुकान आदि का व्यवसाय कर रहा है । हम यहां 10 दुकानदार है,हम सभी नजूल विभाग को जगह का किराया , महानगर पालिका को जगह का टैक्स देते आ रहे है , बिजली का मीटर भी है जिसका बिल हम भरते आ रहे है , उद्योग आधार और गोमस्ता आदि दस्तावेज भी हमारे पास है ।

जगह नजूल की होने के चलते 1984 में नजूल विभाग ने हमे जगह के किराए के रूप में नोटिस भेजा जिसके बाद कई बार नजूल विभाग को रिजर्व बैंक के जरिए पैसा दिया गया । 1988 में मालिकाना हक के पट्टे के लिए भी नजूल विभाग को दस्तावेज सुपुत किए और साथ ही रिजर्व बैंक के जरिए नजूल विभाग द्वारा बताई गई रकम भरे । और उसके बाद भी कई सालो तक नजूल विभाग को किराए के रूप में पैसे दिए गए ।

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बीती दिनांक 6/10/2021 को NHAI की ओर से हमे दुकान खाली करने का नोटिस आया जिस पर सड़क के चौड़ीकरण की बात कही गई , अधिकारियों ने प्रोजेक्ट रिपोर्ट व् मैप के आधार पर बताया की , सड़क के मध्य से 12 मीटर रोड चौड़ा होगा । जिसके बाद हम लोग दुकान के बदले दुकान की मांग को लेकर 26/10/21 को कोर्ट गए , अब 16 महीने बाद अधिकारी 11/2/2023 को अचानक हमारे पास आए और कहा की ” कोर्ट के बाहर ही विषय को निपटालो आप लोग बुजुर्ग और गरीब लोग हो , क्यों कोर्ट के झंझट में पड़ते , तुम लोगो की 15-15 फिट की है दुकान है , सड़क के लिए 12 मीटर की जरूरत है उसके बाद भी तुम लोगो के पास 3-4 फिट जगह बचेगी , जिसमे तुम दुकानदारी कर सकते हो , कोर्ट का रास्ता मुश्किल का है ”

” जिसके बाद हम अधिकारियों की बातों में आकर , और दोनों ही पक्ष के वकीलों के समक्ष आपसी सहमति कर , 14/2/2023 को हमने हमारे हात से दुकाने तोड़ दिए , अब किसी के हिस्से में 3 फिट तो किसी के हिस्से में 2.50 फिट जगह आई है । अब 9/3/2023 को NHAI ने फिर बची हुई दुकान को 2 दिन में खाली करने का नोटिस भेजा है । प्रशासन एवम अधिकारियों की ईस धोकेबाजी के कारण अब हमारे सामने जीवन – मरण का प्रश्न खड़ा हो गया है ।

बेरोजगारी के इस दौर में सरकार हम को अपाहिज करने का काम कर रही है । हम 10 दुकानदार और हमारे परिवार , उसके साथ हमारे यहां कुछ लेबर और उनके परिवार मिलाकर 100 से 110 के करीब लोगो के भुके मरने की नौबत आ चुकी है । NHAI अगर नही मानती है तो हमे उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दुकानदार एकता मंच , ने प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार परिषद में दी।

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