स्थान की कमी के कारण संगीत महाविद्यालय प्रारंभ करने में समय न लगे, इसके लिए अस्थाई स्थान की सुविधा उपलब्ध कराकर इस वर्ष न्यूनतम प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम प्रारंभ किया जाए। उसके बाद चरणबद्ध तरीके से डिप्लोमा और डिग्री कोर्स शुरू किए जाएं। यह एक अंतरराष्ट्रीय संगीत महाविद्यालय है। एक ही गुणवत्ता का कॉलेज होना चाहिए और सभी को इसे जल्द से जल्द शुरू करने का प्रयास करना चाहिए। इसका जिक्र मुख्यमंत्री ने भी किया।
इस संबंध में आज मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में एक बैठक हुई। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल, राजस्व मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल, उद्योग मंत्री उदय सामंत, अपर मुख्य सचिव राजस्व विभाग नितिन करीर, प्रमुख सचिव उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग विकास चंद्र रस्तोगी, वरिष्ठ गायिका उषा मंगेशकर, सुरेश वाडकर, समिति के सदस्य एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे
लता दीदी का सपना
भारत रत्न लता मंगेशकर का सपना एक अंतरराष्ट्रीय संगीत महाविद्यालय की स्थापना करना था। लता मंगेशकर का सपना था कि भारत में दीनानाथ मंगेशकर म्यूजिक कॉलेज हो। महा विकास अघाड़ी सरकार ने कलिना परिसर के सामने ऐसा स्कूल स्थापित करने का फैसला पहले ही कर लिया था। इसके लिए एक कमेटी भी बनाई गई थी। उसके बाद इसी कमेटी ने प्रस्ताव रखा कि इंटरनेशनल म्यूजिक कॉलेज का नाम भारत रत्न लता दीनानाथ मंगेशकर रखा जाए।
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