Category: WH NEWS

  • नागलवाडीत वृक्षारोपण व पत्रकार सत्कार कार्यक्रम उत्साहात 

    नागलवाडीत वृक्षारोपण व पत्रकार सत्कार कार्यक्रम उत्साहात 

    नागलवाडीत वृक्षारोपण व पत्रकार सत्कार कार्यक्रम उत्साहात 
    नागपूर (दि. १९ सप्टेंबर २०२५) :
    उत्कर्ष ज्ञानविकास बहुउद्देशीय संस्था, नागपूर यांच्या वतीने नागलवाडी येथे भव्य वृक्षारोपण कार्यक्रम पार पडला. या उपक्रमामुळे पर्यावरण संवर्धनाचा संदेश दिला गेला.
    कार्यक्रमाचे अध्यक्षस्थान गावच्या सरपंच सौ. हिराबाई साहारे यांनी भूषविले. प्रमुख पाहुणे म्हणून माजी सरपंच नानाभाऊ लापकाळे व संस्थेचे अध्यक्ष जनार्दन भगत उपस्थित होते.


    या कार्यक्रमात जेष्ठ पत्रकार श्री. रमेशभाऊ पाटील (नवभारत व नवराष्ट्र) यांचा निष्पक्ष पत्रकारितेसाठी संस्थेच्या वतीने भव्य सत्कार करण्यात आला. यावेळी त्यांच्या कार्याचा गौरव करत समाजातील सचोटीच्या पत्रकारितेचे महत्व अधोरेखित करण्यात आले.
    आभार प्रदर्शन उत्तम कीडस कॉन्हेटच्या प्राचार्या रजनी बगडे यांनी केले.

    यावेळी उपसरपंच जितुभाऊ साहारे, महादेव मांदाळे, पुनम थोमर, मायाताई सोनुने, किरण कवाडे, रोशन खापेकर, प्रियंका वालदे, एल.आर. पटेल, रागिनी ताजने, माधुरी कोटरूंगे यांच्यासह पालकवर्ग मोठ्या संख्येने उपस्थित होता.
    संस्थेच्या या उपक्रमाचे सर्व स्तरातून कौतुक होत असून पर्यावरण रक्षण व सामाजिक भान जपणाऱ्या उपक्रमांची गरज असल्याचे मत यावेळी व्यक्त करण्यात आले.

  • तनाएरा नवे फेस्टिव्ह कलेक्शन ‘मियारा’ सादर; यंदाच्या सणासुदीत दोन अंकी वाढीचे अनुमान विशेष ऑफर्स आणि अनोखी खरेदी योजना ग्राहकांना मिळणार स्वप्नपूर्तीचा आनंद

    तनाएरा नवे फेस्टिव्ह कलेक्शन ‘मियारा’ सादर; यंदाच्या सणासुदीत दोन अंकी वाढीचे अनुमान विशेष ऑफर्स आणि अनोखी खरेदी योजना ग्राहकांना मिळणार स्वप्नपूर्तीचा आनंद

    तनाएरा नवे फेस्टिव्ह कलेक्शन ‘मियारा’ सादर; यंदाच्या सणासुदीत दोन अंकी वाढीचे अनुमान
    विशेष ऑफर्स आणि अनोखी खरेदी योजना ग्राहकांना मिळणार स्वप्नपूर्तीचा आनंद
    नागपूर, WH NEWS दि. १७ सप्टेंबर २०२५ : महिलांच्या एथनिक वेअर ब्रँड टाटा परिवारातील एक सदस्य असलेल्या तनाश्रयने यंदाच्या सणासुदीत आपले नवे फेस्टिव्ह कलेक्शन ‘मियारा’ सादर केले आहे. पारंपरिकतेला आधुनिक डिझाईन्सची जोड देत आकर्षक एथनिक वेअर महिलांसाठी तयार करण्यात आले असून, यात विविध प्रसंगांसाठी शोभतील असे सुंदर पेहराव उपलब्ध करून देण्यात आले आहेत.

    ‘मियारा’ कलेक्शनची वैशिष्ट्ये :
    • आधुनिक डिझाईन्ससोबत पारंपरिक कलांची झलक
    • उत्सव-लग्न समारंभांसाठी योग्य पेहराव
    • समृद्ध रंगसंगती आणि विविध फॅब्रिक्सची उपलब्धता
    या निमित्ताने तनाश्रयने ग्राहकांसाठी खास ऑफर्स जाहीर केल्या आहेत. १०,००० रुपयांच्या खरेदीवर ग्राहकांना १,००० रुपयांचे रिडीम कूपन, तर १५,००० रुपयांवरील खरेदीवर २,००० रुपयांचे गोल्ड कॉईन मोफत देण्यात येणार आहेत. ही ऑफर २० ऑक्टोबर २०२५ पर्यंत लागू असेल.
    तनाएरा रिटेल प्रमुख अनिर्बान बॅनर्जी म्हणाले, “विशेष ऑफर्स आणि गोल्डन कूपन योजनेमधून आमची इच्छा आहे की, तनाएरा साडी हा यंदाच्या सीझनमधील ग्राहकांची सर्वात सार्थक निवड बनावी. बाजारपेठेत तेजी आहे आणि आमचे अनुमान असे आहे की, या संपूर्ण सणासुदीच्या काळात आमच्या व्यवसायात दोन अंकी वाढ होईल.”

    ‘मियारा’ सोबत सणांचा आनंद दुप्पट करण्यासाठी खास साड्या सुद्धा बाजारात आणल्या आहेत. या साड्यांची किंमत ६,४९९ रुपयांपासून पुढे आहे. स्वतःसाठी खास खरेदी म्हणून, विचारपूर्वक निवडलेल्या या साड्या कायम लक्षात राहतील अशी भेट ठरणार आहे. ग्राहकांना अनुभव मिळवण्याचे आणि हाताने विणलेल्या साड्या स्वतःच्या वॉर्डरोबमध्ये सामील करण्याचे नवे मार्ग तनाएरा ने सादर केले आहेत.
    ग्राहकांसाठी उपलब्ध ठिकाणे :
    तनाश्रय शोरूम – किंग्सवे, स्टेशन रोड, नागपूर

  • विस्फोटक खुलासा : अवंतिका लेकुरवाले का आरोप – “वोट चोरी के बाद अब भूखंड चोरी” • – तहक़ूब ग्रामसभा में पास हुआ फर्जी प्रस्ताव, नकली हस्ताक्षरों से मिली मंज़ूरी • – सरपंच–अधिकारियों की मिलीभगत से 3 एकड़ सरकारी ज़मीन निजी कंपनी को लीज़ पर • -7 दिन में सौदा रद्द न हुआ तो ग्रामीण काँग्रेस करेंगे ग्रामपंचायत का कामकाज बंद और उग्र आंदोलन

    विस्फोटक खुलासा : अवंतिका लेकुरवाले का आरोप – “वोट चोरी के बाद अब भूखंड चोरी” • – तहक़ूब ग्रामसभा में पास हुआ फर्जी प्रस्ताव, नकली हस्ताक्षरों से मिली मंज़ूरी • – सरपंच–अधिकारियों की मिलीभगत से 3 एकड़ सरकारी ज़मीन निजी कंपनी को लीज़ पर • -7 दिन में सौदा रद्द न हुआ तो ग्रामीण काँग्रेस करेंगे ग्रामपंचायत का कामकाज बंद और उग्र आंदोलन

    विस्फोटक खुलासा : अवंतिका लेकुरवाले का आरोप – “वोट चोरी के बाद अब भूखंड चोरी”
    •- तहक़ूब ग्रामसभा में पास हुआ फर्जी प्रस्ताव, नकली हस्ताक्षरों से मिली मंज़ूरी
    • -सरपंच–अधिकारियों की मिलीभगत से 3 एकड़ सरकारी ज़मीन निजी कंपनी को लीज़ पर
    • -7 दिन में सौदा रद्द न हुआ तो ग्रामीण काँग्रेस करेंगे ग्रामपंचायत का कामकाज बंद और उग्र आंदोलन

    नागपूर (विजय खवसे)

    मौजा भुंगांव (सर्वे नं. 8, आराजी 1.72 हे.आर.) की सरकारी भूमि पर बड़ा घोटाला सामने आया है। कांग्रेस नेत्री और जिला परिषद महिला व बाल कल्याण समिति की पूर्व सभापति प्रा. अवंतिका लेकुरवाले ने जिल्हाधिकारी को ज्ञापण सौंपा है.आरोप लगाया है कि इस ज़मीन का 3 एकड़ हिस्सा झाड़ीदार जंगल के नाम पर दर्ज होते हुए भी ‘वैशाली गान फाउंडेशन’ नामक निजी कंपनी को 30 साल की लीज़ पर दे दिया गया।

    लेकुरवाले का आरोप है कि सरपंच नितेश घुबडे, उपसरपंच, ग्रामपंचायत सदस्य, ग्रामविकास अधिकारी और उप–निबंधक अधिकारी की मिलीभगत से यह सौदा किया गया। 30 नवम्बर 2023 को तहक़ूब (स्थगित) ग्रामसभा को फर्जी तरीके से आयोजित दिखाकर, नकली हस्ताक्षर और दबाव में सहमति जुटाकर प्रस्ताव पारित किया गया। इसके आधार पर 7 फरवरी 2024 को लीज़ दस्तावेज़ क्रमांक 1184/2024 नोंदवाया गया—वह भी बिना किसी शासकीय आदेश, वन व राजस्व विभाग की अनुमति के।

    लेकुरवाले ने आरोप लगाया कि यह सीधा–सीधा पद और अधिकार का दुरुपयोग है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सात दिनों के भीतर यह अवैध लीज़ रद्द नहीं की गई तो ग्रामीण ग्रामपंचायत का काम बंद कर तीव्र आंदोलन छेड़ेंगे।
    उन्होंने यह भी कहा कि इसी प्रकार आसलवाड़ा तालाब (70 एकड़) बेचने की कोशिश पहले हो चुकी थी, जिसे कांग्रेस ने रोका था। तरोडी (बु) और कुही तहसील में भी शासकीय ज़मीनें ग़लत तरीके से हड़पी गई हैं।

    लेकुरवाले ने मांग की कि दोषी सरपंच, सदस्य और अधिकारियों को तत्काल बर्खास्त कर उनके खिलाफ मौदा पुलिस थाने में फौजदारी अपराध दर्ज किया जाए। साथ ही राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले से अपील की कि वे अपने ही विधानसभा क्षेत्र में हो रही यह “भूखंड चोरी” तुरंत रोकें.

  • ‘समान सम्मान’ के लिए संघर्ष और तेज़ होगा : डिजिटल पत्रकार संगठन का इशारा  – पत्रकार भवन, प्रेस क्लब, पीआर एजेंसी और जिला सूचना अधिकारी का विरोध

    ‘समान सम्मान’ के लिए संघर्ष और तेज़ होगा : डिजिटल पत्रकार संगठन का इशारा – पत्रकार भवन, प्रेस क्लब, पीआर एजेंसी और जिला सूचना अधिकारी का विरोध



    ‘समान सम्मान’ के लिए संघर्ष और तेज़ होगा : डिजिटल पत्रकार संगठन का इशारा

    – पत्रकार भवन, प्रेस क्लब, पीआर एजेंसी और जिला सूचना अधिकारी का विरोध

    नागपुर, 13 सितंबर 2025: (डॉ.ममता खांडेकर)
    भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र चव्हाण हाल ही में नागपुर आए थे। पार्टी की ओर से संदेश दिया गया कि वे प्रेस क्लब में पत्रकारों से संवाद करेंगे, लेकिन थोड़ी ही देर बाद वह संदेश हटा लिया गया और बैठक स्थगित होने का मैसेज डाला गया। इसके बावजूद प्रेस क्लब अध्यक्ष प्रदीप मैत्रे की पहल पर चुनिंदा पारंपरिक पत्रकारों और संपादकों के साथ बैठक आयोजित हुई, जिसके फोटो भाजपा पदाधिकारियों ने सोशल मीडिया पर वायरल किए।


    इससे नाराज़ होकर डिजिटल मीडिया न्यूज़ पोर्टल संघ ने शनिवार को रविभवन में बैठक लेकर प्रेस क्लब और पत्रकार भवन पदाधिकारियों का विरोध किया। संगठन का आरोप है कि हर बार बड़े नेता नागपुर आते हैं तो प्रेस क्लब चुनिंदा पत्रकारों के लिए बैठक रखते है और डिजिटल पत्रकारों को दूर रखा जाता है। यही स्थिति पहले अजित पवार, प्रफुल्ल पटेल और अलका लांबा के कार्यक्रमों में भी देखी गई थी।
    बैठक में संगठन के अध्यक्ष भीमराव लोणारे की अध्यक्षता में कई ठराव पारित हुए।
    • आगे से डिजिटल पत्रकार प्रेस क्लब और पत्रकार भवन की गतिविधियों का स्थायी बहिष्कार करेंगे।
    • नागपुर में केवल डिजिटल मीडिया के लिए अलग कार्यालय (डिजिटल हाउस) स्थापित किया जाएगा।
    • मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को ज्ञापन देकर प्रेस क्लब जैसी वित्तीय सहायता डिजिटल मीडिया को भी देने की मांग की जाएगी।
    अध्यक्ष भीमराव लोणारे ने कहा कि गरीब और मध्यमवर्गीय यूट्यूबर्स ही सबसे अधिक संघर्ष करते हैं। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी माना कि आज डिजिटल मीडिया का प्रभाव अखबार और चैनलों से ज्यादा है, फिर भी विज्ञापन और राजनीतिक कवरेज में भेदभाव किया जाता है।


    सचिव विजय खवसे ने बताया कि 2021 से डिजिटल मीडिया नीति बनाने की प्रक्रिया केंद्र में शुरू हुई थी, लेकिन अब तक लागू नहीं हुई। इस कारण डिजिटल पत्रकारों की सबसे अधिक उपेक्षा हो रही है।सरकार जल्द ही डिजिटल मीडिया कानून लागू करें.
    बैठक में कुछ पीआर एजेंसियों पर भी गंभीर आरोप लगाए गए कि वे पत्रकारों की आड़ में उपहार और पैसे वसूलते हैं, पर असली पत्रकारों तक लाभ नहीं पहुंचाते। इसलिए स्क्वेअर मीडिया सॉल्यूशन (मंजुषा जोशी), सेवन हिल्स एडवर्टाइजिंग (तरुण निर्बाण) और सुधीर मंगरुळकर द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के बहिष्कार का ठराव पारित किया गया।

    संगठन ने जिला सूचना अधिकारी विनोद रापतवार के भेदभावपूर्ण रवैये की भी निंदा की। आरोप है कि वे डिजिटल पत्रकारों को धमकीभरे लहजे में कहते हैं – “हमारी नजर तुम पर है।”आज तक राप तवार ने डिजिटल मीडिया से संवाद नही साधा.
    बैठक में यह भी स्पष्ट करते हुए सचिव विजय खवसे ने कहा कि
    • डिजिटल मीडिया चलाने वाले पत्रकार किसी जाति, धर्म या पंथ विरोधी समाचार न दें।सच्ची खबर ही दे.
    • हमें भी मुख्यधारा मीडिया जैसा समान सम्मान चाहिए।
    • सब्सक्राइबर लाखों में हैं, फिर भी हमें “यूट्यूबर” कहकर नीचा दिखाया जाता है।
    • प्रेस क्लब लोकतांत्रिक संस्था होकर भी एक ही अध्यक्ष सालों तक बना रहता है, यह तानाशाही है।
    कई पत्रकारों ने कहा कि प्रेस क्लब असल में आमदनी का ज़रिया है – रजिस्ट्रेशन के नाम पर 7 हजार रुपये और चाय-नाश्ते के दाम भी ऊँचे हैं। लेकिन डिजिटल मीडिया अपने दम पर परिवार चलाता है।
    बैठक में यह भी प्रस्ताव आया कि :
    • संगठन हर महीने बैठक करेगा।
    • ज़रूरतमंद सदस्यों के लिए बीमा और आर्थिक मदद योजना बनाई जाएगी।
    • नए यूट्यूबर्स को एडिटिंग से लेकर आधुनिक तकनीक का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
    • भविष्य में नागपुर को डिजिटल हब बनाया जाएगा।
    अंत में अध्यक्ष भीमराव लोणारे ने सभी का आभार व्यक्त किया और कहा –
    “जो हमें सम्मान नहीं देंगे, उनका बहिष्कार होगा। भाजपा के साथ सभी पार्टीयों के नेताओं को भी आत्मचिंतन करना होगा, अन्यथा उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस पर भी डिजिटल संगठन बहिष्कार करेगा।”
    बैठक में डॉ. ममता खांडेकर, नावेद, अमोल तुमसरे, सनी सहारे, प्रणव सातोकर, विक्की सोनकुसळे, रमेश रामटेके, प्रतीक पांडे, राकेश गजभिये, शीतल नंदनवार, अशोक माटे, अमित वांद्रे, अमजद शेख, दिनेश घरडे, भीमराव वानखेडे, सचिन बैस, सतीश कडू, आसिफ खान, रितेश बाजपेयी, नितेश जंगाडे, प्रेम मुंदाफळे, श्रीकांत सहारे, निहाल पाटील, संजय पांडे, अनिल बागडे, संजना तितरमारे, ख्वाजा कबीर आदि पत्रकार उपस्थित रहे।

  • Nagpur। नागपुर में बनेगा ‘डिजिटल हाऊस’, डिजिटल मीडिया ने लिया बड़ा निर्णय

    Nagpur। नागपुर में बनेगा ‘डिजिटल हाऊस’, डिजिटल मीडिया ने लिया बड़ा निर्णय

    नागपुर में बनेगा ‘डिजिटल हाऊस’, डिजिटल मीडिया ने लिया बड़ा निर्णय

    नागपुर : बदलते दौर के साथ अब डिजिटल मीडिया भी ‘एक्शन मोड’ में दिखाई दे रहा है। नागपुर डिजिटल मीडिया न्यूज पोर्टल संघ की ओर से शहर में एक भव्य ‘डिजिटल हाऊस’ बनाने का निर्णय लिया गया है। शनिवार (13 सितंबर) को रविभवन में आयोजित बैठक में यह अहम फैसला लिया गया। बैठक की अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष भीमराव लोणारे ने की, जबकि सचिव विजय खवसे, वरिष्ठ पत्रकार ममता खांडेकर और अमित वानखेडे उपस्थित थे।

    हाल ही में नागपुर प्रेस क्लब में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र चव्हाण की प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के चुनिंदा पत्रकारों के साथ बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में डिजिटल मीडिया के संपादकों को बुलाया ही नहीं गया। दरअसल, नागपुर प्रेस क्लब द्वारा लगातार डिजिटल माध्यमों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। इसी कारण संघ ने निर्णय लिया कि प्रेस क्लब और टिळक पत्रकार भवन में आयोजित होने वाली पत्रकार परिषदों का डिजिटल मीडिया संपादक बहिष्कार करेंगे।

    बैठक में यह भी मांग की गई कि नागपुर के जिला सूचना अधिकारी डिजिटल मीडिया संपादकों का सम्मान करें, महाराष्ट्र सरकार की ओर से डिजिटल मीडिया को विज्ञापन मिले और नागपुर में डिजिटल मीडिया हब के लिए जगह उपलब्ध कराई जाए। इन सभी मांगों का निवेदन हिवाळी अधिवेशन के दौरान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को सौंपा जाएगा।

    इस बैठक में नागपुर के 30 से 40 डिजिटल मीडिया संपादक उपस्थित थे। खास बात यह रही कि ग्रामीण पत्रकार संघ ने भी डिजिटल मीडिया न्यूज पोर्टल संघ का समर्थन किया है। जल्द ही अन्य पत्रकार संगठन भी समर्थन देने वाले हैं, यह जानकारी संघ के अध्यक्ष भीमराव लोणारे ने दी।

  • जीपिकोॅन 2025 मध्ये 500 हून अधिक डॉक्टरांनी एकत्र येऊन, जनरल मेडिसिन आणि गॅस्ट्रोएन्टेरॉलॉजीतील नवीन प्रगतीवर चर्चा केली

    जीपिकोॅन 2025 मध्ये 500 हून अधिक डॉक्टरांनी एकत्र येऊन, जनरल मेडिसिन आणि गॅस्ट्रोएन्टेरॉलॉजीतील नवीन प्रगतीवर चर्चा केली

    जीपिकोॅन 2025 मध्ये 500 हून अधिक डॉक्टरांनी एकत्र येऊन, जनरल मेडिसिन आणि गॅस्ट्रोएन्टेरॉलॉजीतील नवीन प्रगतीवर चर्चा केली

    नागपूर : “गॅस्ट्रोएन्टेरॉलॉजी आणि मेडिसिन क्षेत्रातील नवीन प्रगती आणि ताजी माहिती जाणून घेण्यासाठी 23 ऑगस्ट 2025 रोजी नागपूरच्या जामठा येथील व्हीसीए क्लबमध्ये जनरल प्रॅक्टिशनर्स कॉन्फरन्स – जीपिकोॅन 2025 यशस्वीरित्या पार पडली.
    या परिषदेचा उद्देश जनरल मेडिसिन आणि गॅस्ट्रोएन्टेरॉलॉजी क्षेत्रातील ताज्या प्रगतीबद्दल जागरूकता निर्माण करणे हा होता. अशा प्रकारच्या परिषदांमुळे फॅमिली फिजिशियनना आपले ज्ञान अद्ययावत करण्यास आणि त्यांच्या दैनंदिन वैद्यकीय सेवेत अधिक सुधारणा करण्यास मदत होते. यंदा या कार्यक्रमाला 500 हून अधिक डॉक्टर आणि फॅमिली फिजिशियननी उत्साहाने सहभाग नोंदवला.

    परिषदेचा शुभारंभ पारंपरिक दीपप्रज्वलनाने झाला. हा समारंभ महाराष्ट्र शासनाचे महसूल मंत्री व नागपूर आणि अमरावती जिल्ह्यांचे पालकमंत्री श्री. चंद्रशेखर बावनकुळे यांच्या हस्ते पार पडला. ते या कार्यक्रमाचे सन्माननीय पाहुणे म्हणून उपस्थित होते. यावेळी त्यांच्यासोबत डॉ. श्रीकांत मुकेवार (आयोजन अध्यक्ष – जीपिकोॅन 2025 व व्यवस्थापकीय संचालक, मिडास हॉस्पिटल), डॉ. सौरभ मुकेवार (आयोजन सचिव – जीपिकोॅन 2025 व संचालक, मिडास हॉस्पिटल, वर्धा रोड, नागपूर), तसेच डॉ. शुभंकर गोडबोले(आयोजन सचिव – जीपिकोॅन 2025) आणि डॉ. भूषण बावरे (आयोजन सचिव – जीपिकोॅन 2025) हेही प्रमुख मान्यवर उपस्थित होते.
    महत्त्वाची सत्रे आणि तज्ज्ञ वक्ते

    वैज्ञानिक कार्यक्रमात मेडिसिन आणि गॅस्ट्रोएन्टेरॉलॉजीतील महत्त्वाच्या विषयांवर तज्ज्ञांची सत्रे घेण्यात आली, त्यामध्ये पुढील विषयांचा समावेश होता :
    • हायपरटेन्शन : पॅथोफिजिओलॉजी व उपचार पद्धती – डॉ. देबाशिष बाला
    • अॅनिमिया : तपासणी व उपचारातील महत्त्वाचे मुद्दे – डॉ. रमेश मुंडले
    • डायबिटीज, लठ्ठपणा व फॅटी लिव्हर डिसीज (पॅनेल चर्चा) – डॉ. श्रीकांत मुकेवार, डॉ. निखिल बालंखे, डॉ. अमृत कौर, डॉ. सनोबर शेख
    • अॅसिड पॅप्टिक डिसीज : निदान व उपचार (गोळ्यांपासून शस्त्रक्रियेपर्यंत) – डॉ. अमित कवीमंदन
    • कॉन्स्टिपेशन : फॅमिली फिजिशियनसाठी सोपी उपचार पद्धती – डॉ. श्रीकांत मुकेवार
    • जुलाबाची हाताळणी – डॉ. भूषण भवरे
    • पोटदुखी : जीपींसाठी डायग्नोस्टिक रोडमॅप– डॉ. सौरभ मुकेवार
    • एलएफटी समजून घेणे व पिवळ्या काविळीवर केस – आधारित चर्चा – डॉ. अमृत कौर गहरा
    • शरीरभर होणारी खाज – निदान व उपचार – डॉ. नेली चौधरी
    • ताप आणि ट्रॉपिकल आजारांचे व्यवस्थापन – डॉ. शरद देशमुख
    • किडनी रोगाचे लवकर निदान – डॉ. मोनाली साहू
    • ॲक्यूट पॅन्क्रियाटायटिसचे प्राथमिक पातळीवरील व्यवस्थापन – डॉ. सौरभ मुकेवार
    • सांधेदुखी : फिजिशियनला काय माहित असणे आवश्यक आहे – डॉ. कौस्तुभ बेलापुरकर
    • न समजणारी लक्षणे – त्याकडे कसे पाहावे – डॉ. ईशा अहलुवालिया
    • डोकेदुखी समजून घेणे : डोकेदुखीचे निदान आणि व्यवस्थापन करण्यासाठी एक सामान्य डॉक्टरांचे मार्गदर्शक– डॉ. प्रणित खंडाईत
    • प्रौढ लसीकरणावरील शिफारसी : जागतिक व भारतीय दृष्टिकोन आणि जीआय आजार असलेल्या रुग्णांवर प्रौढ संसर्गाचा परिणाम – डॉ. शुभंकर गोडबोले
    • “जस्ट आस्क मी एनीथिंग” (जामा) संवादात्मक सत्र – डॉ. श्रीकांत मुकेवार आणि टीम मिडास

    या प्रसंगी बोलताना मिडास हॉस्पिटलचे व्यवस्थापकीय संचालक डॉ. श्रीकांत मुकेवार म्हणाले, “जीपिकोॅन 2025 हे केवळ वैद्यकीय ज्ञान वाटण्यासाठीचे व्यासपीठ नसून तज्ज्ञ डॉक्टर आणि फॅमिली फिजिशियन यांच्यातील एक दुवा आहे. ज्यामुळे आरोग्यसेवेतील नवनवीन प्रगती थेट तळागाळातील रुग्णांपर्यंत पोहोचू शकते.”
    डॉ. सौरभ मुकेवार, संचालक, मिडास हॉस्पिटल, वर्धा रोड, नागपूर यांनी सांगितले :“सतत शिकत राहणे हे उत्तम आरोग्यसेवेचे गमक आहे. या परिषदेच्या माध्यमातून आम्ही डॉक्टरांना मेडिसिन आणि गॅस्ट्रोएन्टेरॉलॉजीतील ताज्या माहितीने सक्षम करण्याचा प्रयत्न करत आहोत.”

    प्रमुख पाहुणे श्री. चंद्रशेखर बावनकुळे यांनी अभिमान व्यक्त करताना सांगितले “नागपूरमध्ये मिडास हॉस्पिटलसारखी अत्याधुनिक वैद्यकीय सुविधा उपलब्ध असणे ही अभिमानाची गोष्ट आहे. मिडास हॉस्पिटलने आंतरराष्ट्रीय दर्जाचे उपचार नागपूरमध्ये उपलब्ध करून देण्याचे स्पष्ट ध्येय ठेवले आहे. या परिषदेचा उद्देश म्हणजे आरोग्यसेवेत नवीन तंत्रज्ञान वापरण्यास प्रोत्साहन देणे आणि रुग्णांना उत्तम सेवा व उपचार देण्यासाठी जागरूकता निर्माण करणे.”

    ते पुढे म्हणाले, “मिडास हॉस्पिटल फॅमिली फिजिशियनना नवीन वैद्यकीय माहिती देऊन त्यांना सक्षम बनवण्यात महत्त्वाची भूमिका बजावत आहे, जेणेकरून ते रुग्णांना दर्जेदार उपचार देऊ शकतील. महाराष्ट्राच्या आरोग्यसेवा यंत्रणेला 2029, 2035 आणि 2047 पर्यंत अधिक मजबूत करण्याचे सरकारचे दीर्घकालीन ध्येय आहे. यात रोबोटिक शस्त्रक्रिया आणि रोबोटिक आरोग्यसेवेतील प्रगती महत्त्वाची ठरेल. नागपूरमध्ये इतके प्रगत केंद्र उभारल्याबद्दल मी डॉ. श्रीकांत मुकेवार आणि डॉ. सौरभ मुकेवार यांचे अभिनंदन करतो. तसेच अशा प्रकारच्या परिषदांचे आयोजन विदर्भातील सर्व जिल्हा स्तरावर व्हावे, अशी माझी ठाम सूचना आहे.”
    परिषद डॉ.शुभंकर गोडबोले(आयोजन सचिव – जीपिकोॅन 2025) यांच्या आभार प्रदर्शनाने संपन्न झाली आणि प्रदेशातील वैद्यकीय क्षेत्र व रुग्णसेवा अधिक सक्षम करण्याच्या दिशेने आणखी एक यशस्वी टप्पा गाठला गेला.

  • नागपुरात 8 सप्टेंबरला शिवभोजन धरकांचे धरणे आंदोलन   सहा महिन्यांपासून थकीत बिल; महिला बचत गटांमध्ये नाराजी

    नागपुरात 8 सप्टेंबरला शिवभोजन धरकांचे धरणे आंदोलन  सहा महिन्यांपासून थकीत बिल; महिला बचत गटांमध्ये नाराजी

     


    नागपुरात 8 सप्टेंबरला शिवभोजन धरकांचे धरणे आंदोलन 

    सहा महिन्यांपासून थकीत बिल; महिला बचत गटांमध्ये नाराजी

    नागपूर :WH NEWS
    शिवभोजन थाळी योजना चालविणाऱ्या केंद्र चालकांना सहा महिन्यांपासून प्रलंबित असलेली देयके तात्काळ अदा करण्याच्या मागणीसाठी नागपूर शहर शिवभोजन थाळी केंद्र संचालक संघटनेच्या वतीने 8 सप्टेंबर रोजी दुपारी 2 वाजता संविधान चौकात भव्य धरणे आंदोलन करण्यात येणार आहे.

    शिवभोजन योजना 1 जानेवारी 2020 पासून राज्यभर सुरू असून, दररोज सुमारे दोन लाख गरीब, मजूर, महिला, ज्येष्ठ नागरिक व विद्यार्थ्यांना अल्प दरात जेवण उपलब्ध करून दिले जाते. मात्र, केंद्र चालकांना सहा महिन्यांपासून बिल मिळालेले नाही. त्यामुळे महिला बचत गटांना कर्ज काढून केंद्र चालवावे लागत आहे.

    या संदर्भात मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री आणि मंत्र्यांना वारंवार निवेदन देऊनही तोडगा निघालेला नाही. मंत्रालयाकडे प्रस्ताव प्रलंबित असून अर्थमंत्र्यांकडून मंजुरी न मिळाल्याने बचत गटांमध्ये तीव्र नाराजीचे वातावरण आहे.

    शहर अध्यक्ष तानाजी वनवे, शहर सचिव डॉ. जानबा मस्के, कोषाध्यक्ष किशोर ठाकरे, ग्रामीण अध्यक्ष राजू पोलकुमवार आणि भास्कर पराते यांनी पत्रकार परिषदेत सांगितले की, जर आठ दिवसांत देयके अदा झाली नाहीत, तर हे आंदोलन महाराष्ट्रभर जिल्हा व तालुका स्तरावर उभारले जाईल व शासनाचा निषेध केला जाईल.


     

  • जरांगे पाटील जिंकले, सरकार झुकले, 8मधुन 6 मागण्या मान्य… उपोषण संपले आझाद मैदान केले खाली,आरक्षण लढाई जिंकले, मराठ्यांनी साजरा केले उत्साह

    जरांगे पाटील जिंकले, सरकार झुकले, 8मधुन 6 मागण्या मान्य… उपोषण संपले आझाद मैदान केले खाली,आरक्षण लढाई जिंकले, मराठ्यांनी साजरा केले उत्साह

    जरांगे पाटील जिंकले, सरकार झुकले, 8मधुन 6 मागण्या मान्य… उपोषण संपले आझाद मैदान केले खाली,आरक्षण लढाई जिंकले, मराठ्यांनी साजरा केले उत्साह

    मुंबई (विजय खवसे) – सरकारी नोकऱ्यांमध्ये मराठा समाजाला आरक्षण मिळावे या मागणीसाठी आझाद मैदानावर सुरू असलेले पाच दिवसांचे आंदोलन मंगळवारी संपले. आंदोलक मनोज जरांगे-पाटील यांच्या आठ मागण्यांपैकी राज्य सरकारने सहा मागण्या मान्य केल्या आहेत. हैदराबाद गॅझेटियरच्या आधारे मराठवाडा भागातील मराठा समाजातील लोकांना कुणबी किंवा मराठा-कुणबी किंवा कुणबी-मराठा प्रमाणपत्र देण्याचा निर्णय सरकारने घेतला आहे. मराठा आरक्षणासाठी स्थापन केलेल्या राज्य मंत्रिमंडळाच्या उपसमितीचे अध्यक्ष आणि राज्याचे जलसंपदा मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटील यांनी जरांगे यांची आझाद मैदानात भेट घेतली. त्यांच्यासोबत अनेक मंत्री आणि अधिकारी उपस्थित होते.

    जरांगे म्हणाले की, सरकारने प्रथम सर्व आश्वासनांच्या अंमलबजावणीबाबत सरकारी आदेश (जीआर) जारी करावा. त्यानंतरच मी उपोषण सोडेन. यावर विखे-पाटील यांनी हैदराबाद गॅझेटियर लागू करण्याच्या सरकारी आदेशाचा मसुदा दाखवला. त्यात लिहिले होते की फक्त मराठा समाजातील पात्र लोकांनाच प्रमाणपत्र दिले जाईल. यावर जरांगे-पाटील यांनी सरकारला पात्र हा शब्द काढून टाकण्यास सांगितले. सुमारे एक तासानंतर, एक नवीन सरकारी आदेश जारी करण्यात आला. विखे-पाटील यांनी त्याची प्रत जरांगे-पाटील यांना दिली. त्यानंतर जरांगे-पाटील यांनी त्यांचे उपोषण सोडण्यास सहमती दर्शविली. विखे-पाटील यांनी जरांगे-पाटील यांना लिंबू पाणी देऊन उपोषण सोडण्यास भाग पाडले. मराठा समाजातील लोकांनी आनंद साजरा केला. जरांगे हे इतर मागासवर्गीय (ओबीसी) कोट्यात मराठा समाजाला १०% आरक्षण देण्यासह विविध मागण्यांसाठी २९ ऑगस्टपासून अनिश्चित काळासाठी उपोषण करत होते.

    या मागण्या मान्य झाल्या: – मराठवाड्यातील हैदराबाद गॅझेटियर

    या आधारे मराठा समाजातील व्यक्तींना कुणबी प्रमाणपत्र दिले जाईल. – मराठा आरक्षण आंदोलनात मृत्युमुखी पडलेल्यांच्या कुटुंबियांना आर्थिक मदत आणि सरकारी नोकरी दिली जाईल. जुने प्रलंबित खटले लवकरच निकाली काढले जातील. – मराठा आंदोलकांवर नोंदवलेले खटले मागे घेण्याची प्रक्रिया सप्टेंबर २०२५ पर्यंत पूर्ण केली जाईल. आतापर्यंत सापडलेल्या ५८ लाख मराठ्यांच्या नोंदी सर्व ग्रामपंचायतींच्या सूचना फलकांवर लावल्या जातील. जिल्हा दंडाधिकारी यासंदर्भातील कार्यवाही पूर्ण करतील. – उमेदवाराच्या अर्जापासून ९० दिवसांच्या आत मराठ्यांना जात प्रमाणपत्र आणि जात वैधता प्रमाणपत्र देण्याची प्रक्रिया पूर्ण केली जाईल. – निवृत्त न्यायाधीश संदीप शिंदे यांच्या समितीचा कार्यकाळ ३१ डिसेंबर २०२५ पर्यंत वाढविण्यात आला आहे.

    या मागण्यांवर मिळालेले आश्वासन:- सरकारने सातारा गॅझेटियर लागू केले.

    तेव्हा काय झाले?
    २७ ऑगस्ट – जालन्याच्या मध्यभागी असलेल्या सराटी गावातून जरांगे-पाटील निघाले.

    २८ ऑगस्ट – जरंगे-पाटील रात्री उशिरा अहिल्यानगरमार्गे पुण्यात पोहोचले.

    २९ ऑगस्ट- जरांगे-पाटील यांचे उपोषण सुरू.

    30 ऑगस्ट – शिंदे समितीने जरंगे-पाटील यांची भेट घेतली

    ३१ ऑगस्ट – जरांगे-पाटील म्हणाले- मी मुंबईहून विजय मिळवेन नाहीतर माझी शेवटची यात्रा काढली जाईल

    १ सप्टेंबर – हैदराबाद-सातारा गॅझेटियर लागू करण्याची मागणी.

    २ सप्टेंबर- हैदराबाद गॅझेटियर लागू करण्याचा सरकारी आदेश मंजूर झाल्यानंतर जरांगे यांचे उपोषण संपले.

    मराठा आणि कुणबींच्या एकत्रीकरणाबाबत सरकारी आदेश जारी करण्यासाठी दोन महिन्यांचा कालावधी मागितला.सरकारने मराठा समाजाला न्याय दिला आहे. पण इतर कोणत्याही समाजावर अन्याय होऊ दिला जाणार नाही.

    – एकनाथ शिंदे, उप-मुख्यमंत्री

    मराठा समाजाला त्यांच्या अपेक्षेनुसार न्याय देण्याचा निर्णय सरकारने घेतला आहे. महायुती सरकार मराठा समाजाच्या सामाजिक, शैक्षणिक आणि आर्थिक प्रगतीसाठी वचनबद्ध आहे.

    अजित पवार, उपमुख्यमंत्री

    आमची टीम सरकारच्या आदेशाचा अभ्यास करत आहे. कायदेतज्ज्ञांशीही चर्चा सुरू आहे. त्याचा अभ्यास केल्यानंतरच मी यावर माझे मत देईन.

    छगन भुजबळ, राष्ट्रवादी काँग्रेस (अजित) नेते

  • “सर्वसामान्यांच्या जगण्यातले हुंकार अतिशय संवेदनशील आहेत, याची जाणीव निर्माण करा” – डॉ. – डॉ आसाराम लोमटे

    “सर्वसामान्यांच्या जगण्यातले हुंकार अतिशय संवेदनशील आहेत, याची जाणीव निर्माण करा” – डॉ. – डॉ आसाराम लोमटे

    “सर्वसामान्यांच्या जगण्यातले हुंकार अतिशय संवेदनशील आहेत, याची जाणीव निर्माण करा” – डॉ.
    – डॉ आसाराम लोमटे
    नागपूर wh news – बर्डी येथील और हिंदी मोर भवन मधील मधुरम सभागृहामध्ये शनिवार, दि. 30 ऑगस्ट 2025 ला सायंकाळी सहा वाजता कामगार केसरी आर. एस. रुईकर संस्थेकडून “कामगार केसरी रुईकर स्मृती व्याख्यान” दरवर्षीप्रमाणे आयोजित केले होते. हे व्याख्यान प्रसिद्ध साहित्यिक व पत्रकार डॉ. आसाराम लोमटे यांनी दिले.

    याप्रसंगी बोलताना ते म्हणाले की सर्वसामान्यांच्या जगण्यातले हुंकार अतिशय संवेदनशील आहेत. भारतातील सर्व प्रदेशातील कष्टकऱ्यांचे जग चित्रीत करण्याचे प्रयत्न असता गायब आजचागायत सुरूच आहेत, याची फारशी कल्पना आपणास नाही. त्यात कष्टकऱ्यांच्या खडतर, कठीण व दुरापास्त जगणे लेखणीबद्ध होत आहेत. ‘भाकरीचा तुकडा म्हणजे नसणे म्हणजे तुम्ही गुन्हेगार आहात’ ही भावना अण्णाभाऊ साठे यांनी जगासमोर मांडली. अशा स्थलांतरित मजुरांचे चित्र चितारण्याचे प्रयत्न सातत्याने देशातील समाजाभिमुख साहित्यिकांनी अनेकदा केले आहेत.

    यात राजस्थानी, गुजराती, महाराष्ट्र, पंजाब, ओडिया व दक्षिण अशा अशा सर्व प्रांतात व भाषांमध्ये शब्दबद्ध झाले आहेत. ‘विदेशीया’ सारख्या कलाकृतीत अशाच स्थलांतर करणाऱ्या कष्टकऱ्यांचे जगणे इथे सांगितले जात आहे. त्यांचे जगणे कठीण असले तरी ते शहरी समाजापेक्षा कितीतरी प्रगल्भ आहे, हे समजावे लागेल. ही माणसे जगताना आपली जीवनमूल्य सोडत नाहीत कितीही संकटे येत असली तरीही हे आपली तत्वे सुटू देत नाही. ते आपल्याला अनुसरणीय असायला पाहिजे, असे मत त्यांनी याप्रसंगी व्यक्त केले. आपल्या अनेक लोककथा कष्टकऱ्यांनी रचल्यात. त्या कष्टकऱ्यांचा जो विवेक किंवा बुलंद आवाज आहे, तो वेळप्रसंगी इथल्या देव, धर्म व व्यवस्थेलासुद्धा नाकारत आला आहे, याची दखल आपल्याला घ्यावी लागेल, असेही ते याप्रसंगी म्हणाले.

    स्मृती व्याख्यानाचे अध्यक्षीय भाषण करताना कामगार केसरी आर एस रुईकर संस्थेचे संचालक डॉ. श्रीनिवास खांदेवाले आपले अध्यक्ष भाषण करताना म्हणाले की “आम्ही भाकर विकत नसतो ” ही कष्टकऱ्यांची मनोवृत्ती आपण आजपर्यंत समजू शकलो नाही, हे सत्य आहे. समाजात एक पोकळी निर्माण झाली आहे. ती कशी भरून काढायची ही खरी समस्या आहे. ही पोकळी ग्रामीण व शहरी, कष्टकरी व सुखासीन, जुनी व नवीन पिढी, या सगळ्यांमध्ये निर्माण झाली आहे. ‘समृद्धी मार्गाने समृद्धी आलीच,’ असे अहंभावाने आपण म्हणत असलो तरी समृद्धी कोणीकडून कुठे येत आहे ? याचे उत्तर आपण कसे देऊ शकतो? समृद्धी नेमकी कुणाची ? आपणच फक्त माणसे आहोत, शहरांबाहेरील राहणारी लोक माणसे नाहीत, असा आपण समज करून घेतला आहे.

    त्यामुळे ही दरी दोन समाजात निर्माण झाली आहे. यात मेळ घालण्याची जबाबदारीही आपलीच आहे, ती स्वीकारावी लागेल, असे मत त्यांनी याप्रसंगी व्यक्त केले.
    या कार्यक्रमाचे संचालन डॉ. जी एस ख्वाजा यांनी केले
    संस्थेचा परिचय संस्थेचे सहसंचालक कॉम्रेड आर एन पाटणे यांनी केला व अतिथींचा परिचय संस्थेचे सचिव डॉ. गौतम कांबळे यांनी तर आभार प्रदर्शन संस्थेचे सदस्य एन एस. अडचुळे यांनी केले.
    या कार्यक्रमाला शहरातील गणमान्य व्यक्ती मोठ्या संख्येने उपस्थित होत्या.

  • बेलतरोडीतील कुख्यात गुन्हेगारावर MPDA अंतर्गत कठोर कारवाई – बेलतरोडी पोलिसांचा धडाकेबाज निर्णय… कुख्यात रोहित तिवारी सेंट्रल जैल रवाना!

    बेलतरोडीतील कुख्यात गुन्हेगारावर MPDA अंतर्गत कठोर कारवाई – बेलतरोडी पोलिसांचा धडाकेबाज निर्णय… कुख्यात रोहित तिवारी सेंट्रल जैल रवाना!

    बेलतरोडीतील कुख्यात गुन्हेगारावर MPDA अंतर्गत कठोर कारवाई – बेलतरोडी पोलिसांचा धडाकेबाज निर्णय… कुख्यात रोहित तिवारी सेंट्रल जैल रवाना!
    नागपूर (WH NEWS क्राईम प्रतिनिधी) –
    नागपूर शहरातील गुन्हेगारी जगतात भीतीचे वातावरण निर्माण करणारा रोहित उर्फ पंडित संतोष तिवारी (वय 31, रा. राकेश लेआउट, सरफी आश्रमजवळ, बेलतरोडी) याच्यावर अखेर बेलतरोडी पोलिसांनी MPDA कायद्यांतर्गत कारवाई करून त्याला नागपूर मध्यवर्ती कारागृहात डांबले आहे.

    🔹 गुन्हेगारीमुळे नागरिकांमध्ये होती दहशत
    तिवारी याच्यावर बेलतरोडी पोलीस ठाण्यात जबरी चोरी, दरोडा, दरोड्याचा प्रयत्न, अवैध हत्यारे बाळगणे, जुगार खेळणे, नागरिकांना शिवीगाळ करून मारहाण करणे यांसारख्या गंभीर स्वरूपाच्या गुन्ह्यांची नोंद आहे.
    गेल्या काही वर्षांत त्याने परिसरात निर्माण केलेली दहशत इतकी वाढली होती की, नागरिकांना सुरक्षितपणे फिरणेही अवघड झाले होते.

    🔹 प्रतिबंधक कारवायांनंतरही सुधारणा नाही
    पोलीसांनी वारंवार त्याच्यावर प्रतिबंधात्मक कारवाया करून सुधारणा घडवून आणण्याचा प्रयत्न केला. परंतु त्याच्या गुन्हेगारी प्रवृत्तीमध्ये कोणतीही सुधारणा न झाल्याने, त्याला रोखण्यासाठी कठोर पाऊल उचलण्याची गरज निर्माण झाली.

    🔹 MPDA प्रस्तावाला तात्काळ मंजुरी
    यामुळे बेलतरोडी पोलिसांनी एम.पी.डी.ए. कायदा कलम ३अंतर्गत प्रस्ताव तयार करून मा. पोलीस आयुक्त, नागपूर शहर यांच्या कार्यालयात सादर केला. प्रकरणाची गंभीरता लक्षात घेऊन मा. पोलीस आयुक्तांनी प्रस्तावास तात्काळ मंजुरी दिली. त्यानंतर आरोपीस थेट नागपूर मध्यवर्ती कारागृहात दाखल करण्यात आले.

    🔹 या अधिकाऱ्यांचे विशेष योगदान
    या कारवाईत माननीय पोलीस आयुक्त, नागपूर शहर यांच्या मार्गदर्शनाखाली अप्पर पोलीस आयुक्त दक्षिण प्रभाग, पोलीस उप आयुक्त परिक्षेत्र क्र. ४, सहा. पोलीस आयुक्त अजनी विभाग यांचे मोलाचे योगदान राहिले.
    तर प्रत्यक्ष पातळीवर वरिष्ठ पोलीस निरीक्षक मुकुंद कवाडेयांच्या नेतृत्वाखाली सपोनि राम कांढुरे, श्रीकांत गोरडे, प्रियंका रामटेके, पोलीस हवालदार प्रशांत गजभिये, अंकुश चौधरी, श्याम सपकाळ, सुहास शिंगणे, गजभिये, भजन दास घरत व हेमंत उईंके यांनी ही कारवाई यशस्वी केली.

    🔹 नागरिकांना मोठा दिलासा
    या धडाकेबाज कारवाईमुळे बेलतरोडी परिसरातील नागरिकांनी सुटकेचा निश्वास सोडला आहे. गुन्हेगारांना रोखण्यासाठी नागपूर पोलिसांकडून वेळोवेळी होणाऱ्या अशा कडक कारवाया हीच खरी कायद्याची ताकदअसल्याचे नागरिकांचे म्हणणे आहे.