दुकान के नाम को लेकर आपत्ति
हैदराबाद.
भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव को लेकर भारतीय लोगों में पड़ोसी मुल्क को लेकर काफी गुस्सा है। आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान को कड़ा सबक सिखाने की मांग की जा रही है। इसी बीच तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में एक हैरान कर देने वाला वीडियो वायरल हो रहा है। भीड़ ने कराची नाम बेकरी शॉप पर हमला कर दिया। घटना के बारे में दुकान के मालिक ने कहा कि लोगों ने दुकान के नाम को लेकर आपत्ति जताते हुए हमला किया। वीडियो में कई सारे लोग हाथों में डंडा लिए दुकान के बाहर खड़े नजर आ रहे है। ये सभी लोग दुकान का नाम बदलने की मांग कर रहे है।
अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं
इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए तेलंगाना पुलिस ने बताया कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव भीड़ ने हैदराबाद में कराची बेकरी की एक शाखा में कथित तौर पर तोड़फोड़ की। इस दौरान उन्होंने मालिकों से दुकान का नाम बदलने की मांग की। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हालांकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
पुलिस ने दर्ज किया मामला, जांच शुरू
शमशाबाद स्थित कराची बेकरी की शाखा को यह तोड़फोड़ की गई। आरजीआई एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर के बालाराजू ने बताया कि बेकरी के किसी भी कर्मचारी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। कोई गंभीर नुकसान नहीं हुआ है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस थोड़ी देर में घटना स्थल पर पहुंच गई और भीड़ को तितर-बितर कर पाए।
पहले भी हुआ था विरोध प्रदर्शन
आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है कि कराची बेकरी में विरोध प्रदर्शन हुआ है। पिछले हफ्ते जब संघर्ष चरम पर था, तब प्रदर्शनकारियों को बेकरी की बंजारा हिल्स शाखा में तिरंगा झंडा लगाते देखा गया था। दरअसल, कराची बेकरी का नाम पाकिस्तान के कराची से लिया गया है, लेकिन इसे एक भारतीय परिवार चलाता है, जो विभाजन के दौरान हैदराबाद चले गए लोगों के वंशज हैं। बेकरी की स्थापना 1953 में हैदराबाद के मोजमजही मार्केट में की गई थी। बेकरी के मैनेजर ने कहा, हम एक भारतीय प्रतिष्ठान हैं। हमें पाकिस्तानी नहीं कहा जा सकता।
देश के कई शहरों में है बेकरी की शाखाएं
कराची बेकरी की दिल्ली, बेंगलुरु और चेन्नई समेत कई शहरों में शाखाएं हैं। अकेले हैदराबाद में ही बेकरी की 24 शाखाएं हैं। इसके बेक किए गए उत्पादों में सबसे मशहूर फल और उस्मानिया बिस्कुट हैं। इससे पहले बेकरी के मालिक राजेश और हरीश रामनानी ने एक बयान जारी कर मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी से उन्हें सुरक्षा देने का अनुरोध किया था। पुलिस का कहना है कि 2019 में पुलवामा हमले के दौरान भी बेकरी में तोड़फोड़ की गई थी।