सुरक्षा पर प्रश्न चिन्ह
वृंदावन.
उत्तर प्रदेश के पावन नगरी वृंदावन में बुधवार को संत प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा के दौरान एक बड़ा हादसा बाल-बाल टल गया। भारी भीड़ के बीच महाराज जब पदयात्रा कर रहे थे, तभी स्वागत के लिए लगाए गए लोहे के भारी ट्रस का एक हिस्सा अचानक झुकने लगा। क्षण भर के लिए लोगों की सांसें थम सी गईं, लेकिन सतर्क आयोजकों ने तत्परता दिखाते हुए गिरते हुए स्ट्रक्चर को थाम लिया। संत प्रेमानंद महाराज और वहां मौजूद हजारों श्रद्धालु सुरक्षित बच गए।
धक्का-मुक्की होने लगी थी
यह हादसा उस समय हुआ जब पदयात्रा अपने चरम पर थी और मार्ग में विभिन्न स्थानों पर स्वागत द्वार और सजावट की गई थी। भक्तों की अपार भीड़ ने स्वागत द्वार के पास धक्का-मुक्की शुरू कर दी थी, जिससे लोहे का भारी ट्रस असंतुलित हो गया। वह गिरते-गिरते बचा और किसी बड़ी अनहोनी से माहौल सकुशल निकल आया।
शांत रहने और धैर्य रखने की अपील
कुछ पल के लिए वहां अफरा-तफरी का माहौल बन गया। लोग इधर-उधर भागने लगे, लेकिन खुद संत प्रेमानंद महाराज ने सबको शांत रहने और धैर्य रखने की अपील की। उनके संयम भरे शब्दों ने माहौल में फिर से विश्वास लौटाया और यात्रा बिना किसी रुकावट के आगे बढ़ती रही।