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यह देश एक का नहीं, हम सब का देश है-संजय आवटे..!

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यह देश एक का नहीं, हम सब का देश है-संजय आवटे..!
कामगार केसरी रुइकर स्मृति व्याख्यान-2022..में ‘हम भारत के लोग’ इस विषय के व्याख्यान पर बोले लोकमत पुणे के संपादक संजय आवटे

नागपुर: भारत का संविधान दुनिया का नंबर एक संविधान है। महापुरुष डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर द्वारा लिखित संविधान सभी के लिए समान है। भारत में लोकतंत्र है। यह देश किसी एक का नहीं बल्कि भारत में रहने वाले सभी नागरिकों का है। भारत एक तानाशाही नहीं बल्कि एक लोकतंत्र देश है। पुणे लोकमत संस्करण के संपादक संजय आवटे ने इस तरह के विचार कामगार केसरी रुइकर स्मृति व्याख्यान-2022..में ‘हम भारत के लोग’ इस विषय के व्याख्यान में व्यक्त किए।इस दौरान संविधान के प्रस्ताविक का पठन भी किया गया।

आरएस रुइक्कर इंस्टीट्यूट ऑफ लेबर एंड सोशल-कल्चरल स्टडीज द्वारा रविवार 13 नवंबर को हिंदी मोर भवन के अर्पण सभागार में कामगार केसरी रुइक्कर स्मृति व्याख्यान का आयोजन किया गया।विषय था ‘हम भारत के लोग’। मुख्य वक्ता के रूप में लोकमत पुणे के संपादक संजय आवटे प्रमुखतासे उपस्थित थे।कार्यक्रम की अध्यक्षता आरएस रुइकर संस्थान के निदेशक अर्थशास्त्री डॉ. श्रीनिवास खांडेवाले थे।

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मंच पर कॉ. रमेश एन. पाटणे, डाॅ. जीएस ख्वाजा, आर. एस।रुइकर संस्थान के सचिव डॉ. गौतम कांबले मौजूद थे। कार्यक्रम के दौरान संजय आवटे को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।संजय आवटे ने छत्रपति शिवाजी महाराज, महात्मा ज्योतिबा फुले, डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर, महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू के कार्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा स्थिति पर चिंतन करने की जरूरत है। संजय आवटे ने शिंदे-फडणवीस सरकार से कहा कि वर्तमान में महाराष्ट्र में एक पिता अपहरण गिरोह सक्रिय है।

नरेंद्र मोदी,आरएसएस का नाम न लेते जमकर आलोचना की।वर्तमान में लोकतंत्र को खतरा बताते हुए देश मे बड़ी क्रांति होने के संकेत दिए।गांधी,नेहरू,आंबेडकर की विचारधारा आनेवाले पीढ़ी को बताना आवश्यक है जो अबतक बताई नही गई।संविधान को बड़े हिसाब से बदलाया जा रहा है।फिर से मनुस्मृति को लाने की कोशिश हो रही है।आवटे के भाषण से नागपुर प्रभावित हुए।गांधी आंबेडकर के विचारों को एकमेक के विरोध में बताया लेकिन ऐसा नही है।एक घण्टे के भाषण में आवटे ने शेकडो उदाहरण देकर बाबासाहब आंबेडकर ,महात्मा गांधी,पंडित नेहरू का महत्व समझाया।

कार्यक्रम का संचालन डॉ. अन्नासाहेब गुंडेवार कॉलेज के प्रोफेसर और अर्थशास्त्र विभाग के प्रमुख डॉ. मंजूषा राजेंद्र ठाकरे ने किया। मजदूर नेता विलास भोंगडे ने आभार माना। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में बुद्धिजीवियों, लेखकों, कवियों आदि ने भाग लिया।

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