यह भारत की पहली मानवयुक्त मिशन
नई दिल्ली.
भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला इतिहास रचने के लिए तैयार हैं, जब वे एएक्स-4 के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए उड़ान भरेंगे। यह भारत की पहली मानवयुक्त मिशन होगी, जिसमें भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला एक पायलट के रूप में स्पेस एक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान पर सवार होंगे। इस मिशन का नेतृत्व पूर्व नासा अंतरिक्ष यात्री पेगी व्हिटसन करेंगी।
मिशन के लिए कब भरेंगे उड़ान
शुभांशु शुक्ला मई 2025 में कैनेडी स्पेस सेंटर से स्पेश स्टेशन के लिए रवाना होंगे। यह मिशन इंटरनेशन स्पेस रिसर्च में भारत की भागीदारी में एक अहम कदम है। भारतीय वायुसेना के अनुभवी पायलट शुभांशु स्पेसएक्स ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट पर मिशन पायलट के रूप में काम करेंगे।
कौन है शुभांशु शुक्ला?
39 वर्षीय ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का जन्म 10 अक्टूबर 1985 को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हुआ था। उन्होंने 2006 में भारतीय वायुसेना के फाइटर विंग में कमीशन प्राप्त किया। उसके बाद मार्च 2024 में उन्हें ग्रुप कैप्टन के पद पर पदोन्नत किया गया। शुक्ला एक अनुभवी टेस्ट पायलट हैं और उनके पास 2,000 से अधिक उड़ान घंटों का अनुभव है। शुभांशु शुक्ला भारत के महत्वाकांक्षी मानव अंतरिक्ष मिशन गगनयान के लिए भी बतौर अंतरिक्ष यात्री चुने गए हैं।
मिशन का उद्देश्य
यह 14 दिवसीय मिशन है, जिसमें वैज्ञानिक प्रयोगों, शैक्षिक पहलों और व्यावसायिक गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इस दौरान शुभांशु शुक्ला भारत की समृद्ध संस्कृति को अंतरिक्ष में प्रदर्शित करने का अनूठा प्रयास करेंगे। वे विभिन्न भारतीय राज्यों से जुड़ी सांस्कृतिक कलाकृतियां अपने साथ ले जाएंगे और माइक्रोग्रैविटी के वातावरण में योग करने की योजना भी बनाएंगे।