-पाकिस्तान का परमाणु बम इस समय सबसे संवेदनशील मुद्दा बन गया है
भारत.
पाकिस्तान के पत्रकार मंसूर अली खान ने दावा किया है कि बलूच अलगाववादी पाकिस्तान के परमाणु बम को निशाने पर ले रहे हैं। मंसूर अली खान ने नीदरलैंड में बलूचिस्तान की आज़ादी के समर्थकों का एक वीडियो अपने चैनल पर शेयर किया है, जिसमें पाकिस्तान के परमाणु बम को खत्म करने की मांग की जा रही है। खान ने इसके अलावा एक और वीडियो किसी अन्य देश का दिखाया है। इस वीडियो में पाकिस्तानी परमाणु बम को खतरा बताया जा रहा है।
बलूच विद्रोहियों के भारत कनेक्शन का आरोप
मंसूर अली खान ने बलूच अलगाववादियों पर भारत से जुड़े होने का आरोप लगाया है। इसके लिए उन्होंने एक एक्स एकाउंट पर दो कथित बलूच बच्चों को भारत और संभावित आजाद बलूचिस्तान का झंडा पकड़े हुए दिखाया है। अहम बात यह है कि मंसूर अली खान खुद ही स्वीकार भी करते हैं कि उन्हें पता नहीं है कि ये झंडा किस इलाके का है, लेकिन इसके आधार पर वे भारत को बलूचिस्तान की आजादी के आंदोलन में शामिल होने का आरोप लगा रहे हैं।
बलूच आंदोलन और सुलगते सवाल
खान ने कहा, आखिर भारत का झंडा बलूचिस्तान में क्यों लहरा रहा है। बलूचिस्तान के लोग तो अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं, ऐसे में उनके आंदोलन में दूसरे देश का झंडा क्यों फहरा रहा है। उन्होंने यह भी सवाल किया कि बलूचिस्तान के लिए नारेबाजी के बीच में पाकिस्तान का परमाणु कार्यक्रम बीच में कैसे आ गया? उन्होंने बलूच विद्रोहियों के भारतीय मीडिया चैनलों पर जाने पर भी ऐतराज़ किया और इसके आधार पर उनका भारत से कनेक्शन बता दिया।
गतिविधियां पाकिस्तान के लिए खतरा
पाकिस्तान के लिए यह स्थिति बहुत ही चिंताजनक हो सकती है, क्योंकि बलूचिस्तान में बढ़ते हुए विद्रोह और इसके प्रमुख संगठन बीएलए की सक्रियता ने पाकिस्तान के सुरक्षा तंत्र को हिला कर रख दिया है। बीएलए के हमलों से पाकिस्तानी सेना और सुरक्षाबलों को भारी नुकसान हुआ है, और इन हमलों ने देशभर में एक नई सुरक्षा चिंता को जन्म दिया है।
पाकिस्तान के परमाणु बम की सुरक्षा
पाकिस्तान का परमाणु बम इस समय सबसे संवेदनशील मुद्दा बन गया है, क्योंकि यदि यह हथियार बीएलए जैसे संगठनों के हाथों में पहुंचता है, तो न केवल पाकिस्तान, बल्कि पूरे दक्षिण एशिया के लिए गंभीर खतरे की घंटी हो सकती है। इस स्थिति को लेकर पाकिस्तान में गंभीर चिंता जताई जा रही है, क्योंकि बलूच विद्रोहियों के द्वारा पाकिस्तान के परमाणु बम को निशाना बनाए जाने का खतरा बढ़ सकता है।
वैश्विक और क्षेत्रीय प्रतिक्रिया
यह स्थिति केवल पाकिस्तान के लिए ही नहीं, बल्कि वैश्विक सुरक्षा के लिए भी एक बड़ा मुद्दा बन सकती है। यदि बलूच विद्रोहियों के हाथों में पाकिस्तान का परमाणु बम चला जाता है, तो इसका प्रभाव वैश्विक स्तर पर महसूस किया जा सकता है। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय समुदाय और क्षेत्रीय शक्तियों को इस मुद्दे पर गंभीर चर्चा करनी होगी।
नए सुरक्षा उपाय अपनाने की आवश्यकता
पाकिस्तान को अपनी परमाणु सुरक्षा को लेकर नए सुरक्षा उपायों को अपनाने की आवश्यकता है, ताकि किसी भी स्थिति में परमाणु हथियारों का नियंत्रण खो न जाए। इसके अलावा, बलूचिस्तान की समस्या को शांतिपूर्ण और राजनीतिक रूप से हल करने के प्रयास भी बढ़ाने होंगे, ताकि क्षेत्रीय स्थिरता बनी रहे और इस तरह के संकटों से बचा जा सके।
भारत के साथ कथित कनेक्शन का आरोप पाक के लिए गंभीर चुनौती
बहरहाल पाकिस्तान के परमाणु बम पर बलूच विद्रोहियों की नजर और भारत के साथ कथित कनेक्शन का आरोप पाकिस्तान के लिए एक गंभीर चुनौती है। अगर बीएलए पाकिस्तान के परमाणु हथियारों पर हाथ डालता है, तो यह न केवल पाकिस्तान, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक बड़ा खतरा बन सकता है। इसके अलावा, भारत का नाम इस आंदोलन में आना पाकिस्तान के लिए नई सुरक्षा चिंताएँ उत्पन्न कर रहा है। यह समय है जब पाकिस्तान को अपनी सुरक्षा नीतियों और परमाणु हथियारों की सुरक्षा को लेकर और कड़ी रणनीतियाँ अपनानी होंगी।