हिनोजोसा के पिता ने क्रेडिट यूनियन बैंक में पैसा जमा किया, जो अब बंद हो गया है। इसी बीच हिनोजोसा के पिता की भी मौत हो गई। अपने पिता की मृत्यु के बाद, हिनोजोसा ने अपने पिता के सामान के साथ अपनी पासबुक एक बॉक्स में रख दी।
12 हजार अब 9.33 करोड़ हो गए हैं…
एक दिन एक आकस्मिक खोज के दौरान, हिनोजोसा को कई दिनों के बाद अचानक अपने पिता के बक्से में एक पासबुक मिली। उन्होंने देखा कि बैंक में जमा राशि पर ‘स्टेट गारंटी’ लिखा हुआ था। फिर, ब्याज दरों और मुद्रास्फीति को देखते हुए, उन्हें लगा कि उनके पिता की बचत अब 1.2 मिलियन डॉलर के करीब होगी। अगर आप इस रकम को आज के रुपए में बदल दें तो यह करीब 9.33 करोड़ रुपए आती है।
कोर्ट ने हिनोजोसा के पक्ष में फैसला सुनाया…
हिनोजोसा ने सरकार से दावा किया था कि यह राशि राज्य गारंटी के रूप में वापस की जानी चाहिए। मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा। सुप्रीम कोर्ट ने हिनोजोसा के पक्ष में फैसला सुनाया। हिनोजोसा के पिता ने कड़ी मेहनत से यह राशि जमा की थी। अदालत ने कहा कि अगर इस पर राज्य की गारंटी है, तो उन्हें इसे वापस लेना होगा। इसलिए, यदि परिणाम सकारात्मक है, तो हिनोजोसा को 10 करोड़ रुपये तक मिल सकते हैं।
यह भी पढ़ें- विनायक मेटे : 72 घंटे की जांच में विनायक मेटे की पत्नी को मिले सुराग, हत्या या दुर्घटना; संदेह बढ़ गया
.