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पाक में सेना-आतंकियों का नापाक कनेक्शन

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भारत के दावे पर आखरकार लगी मुहर
नई दिल्ली.
पाकिस्तान में आतंकियों और सेना की मिलीभगत को लेकर भारत लंबे समय से दावा करता आया है और समय-समय पर इसकी पुष्टि भी हुई है। अब पाकिस्तानी सेना ने खुद कुछ ऐसा किया है, जिससे एक बार फिर भारत के इस दावे की पुष्टि हो गई है। दरअसल, पाकिस्तान की सेना ने मीडिया ब्रीफिंग के दौरान खुद ही सबूत दे दिया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भारत ने जिन लोगों को मारा, वो सभी आतंकी थे। इसके अलावा पाकिस्तानी सेना ने जो तस्वीरें दिखाई, उसमें आतंकियों की मौत के बाद जो शख्स नमाज पढ़ता नजर आ रहा है, वो शख्स भी कुख्यात आतंकी ही है। इस दौरान सेना के कई अधिकारी भी वहां मौजूद थे जिससे साफ होता है कि पाकिस्तान में आतंकी-सेना गठजोड़ है।

आतंकी को सेना ने बताया बेगुनाह
आतंकियों की मौत के बाद उनकी आत्मा की शांति के लिए नमाज पढ़ने वाले आतंकी का नाम हाफिज अब्दुर रऊफ है, जो एक कुख्यात आतंकी है। हालांकि हैरानी की बात यह है कि पाकिस्तानी सेना के मुख्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि रऊफ एक बेगुनाह पारिवारिक व्यक्ति है, जिसका आतंकवाद से कोई लेना-देना नहीं है।

पाकिस्तानी सेना की खुली पोल
रऊफ को बेगुनाह पारिवारिक व्यक्ति बताने के लिए अहमद ने सबूत के तौर पर रऊफ की पहचान संबंधी जानकारी भी दिखाई। लेकिन ऐसा करके अहमद ने खुद ही इस बात के पुख्ता सबूत दे दिए कि रऊफ वाकई लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी ही है, जैसा कि भारत ने दावा किया था। अहमद ने रऊफ को बेगुनाह बताते हुए जो जानकारियाँ सार्वजनिक की हैं, वो अमेरिकी सरकार के प्रतिबंधित आतंकियों के डेटाबेस में हाफिज अब्दुल रऊफ के जानकारी से पूरी तरह मेल खाती है।

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